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Monday, June 6, 2011
चन्द्रशेखर बोरकर की बतौर कलैक्टरी बैतूल जिले में तीसरी पोस्टींग
बैतूल, (रामकिशोर पंवार): बैतूल के पूर्व कलैक्टर विजय आनंद कुरील के सेवानिवृत होने के बाद बतौर बैतूल कलैक्टर के रूप में चन्द्रशेखर बोरकर अपनी कुर्सी संभालेगें। 6 जून सोमवार प्रात: 10:30 बजे वे अपने अधिनस्थ अपर कलैक्टर से अपना पदभार लेगें। कभी सीपीएण्ड बरार का हिस्सा रहे जो कि प्रस्तावित पृथक विदर्भ राज्य में शामिल है उसके बैतूल जिले में मध्यप्रदेश की स्थापना के बाद संभवत: पहली बार कोई पड़ौसी राज्य का मराठी भाषी कलैक्टर बन कर आया हैं। बैतूल में ज्यादातर कलैक्टर उत्तर भारत एवं दक्षिण भारत के ही आए हैं। 2002 के आइएस चन्द्रशेखर बोरकर की बतौर कलैक्टरी बैतूल जिले में तीसरी पोस्टींग हैं। इसके पूर्व वे डिंडौरी एवं एक अन्य जिले में भी कलैक्टर के रूप में कार्य कर चुके है। श्री चन्द्रशेखर बोरकर की नियुक्ति के पहले भाजपा जिला संगठन की ओर से प्रयास किया जा रहा था कि जिले में डायरेक्ट की जगह प्रमोटी कलैक्टर आए लेकिन बार - बार हस्तक्षेप के बाद आखिर बैतूल जिले में डिंडौरी जिले से चन्द्रशेखर बोरकर को बैतूल कलैक्टर बना कर भेज दिया हैं। बैतूल जिले की मूल लगभग आधी से ज्यादा आबादी मराठी भाषा को या तो समझती हैं या फिर बोलती हैं। खासकर मुलताई तहसील , आठनेर , भैसदेही तहसील , बैतूल तहसील के अधिकांश गांवो में मराठी भाषा कलैक्टर के लिए सीधे संवाद में काफी सहायक सिद्ध होगी तथा ऐसे में आपला मानुस के आने के बाद मराठी भाषियों में कलैक्टर से सीधे संवाद करने की झिझक दूर हो जाएगी। वैसे बैतूल से कोई भी कलैक्टर बिना विवाद एवं दागदार हुए गया नहीं है ऐसे में नए कलैक्टर कितनी लम्बी और कितनी सार्थक सफल निर्णायक पारी खेल पाते है यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।
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