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Friday, October 28, 2011

बंधक बनाकर स्कूल छात्रा से दुराचार

ब्यूरो प्रमुख // संतोष प्रजापति (बैतूल// टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से संपर्क:-: 88716 46470
 
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बैतूल. जिले आदिवासी बाहुल्य ब्लाक भीमपुर के ग्राम चिगौर में एक युवक राजकुमार ने 14 वर्षीय स्कूल छात्रा के साथ दुराचार ही नहीं किया  बल्कि 2 दिनों तक जंगल में बंधक बनाकर रखा जिले के मोहदा थाना क्षेत्र के ग्राम बासिंदा निवासी 14 वर्षीय स्कूली छात्रा पूजा 12 अक्टूबर को अपने ग्राम बासिंदा से छात्रावास चिगौर के लिये निकली थी लगभग दो किलामीटर दूर जंगली रास्ते से पूजा अकेली ही जा रही थी इस दौरान गांव के ही युवक राजकुमार चिगोर के जंगल में पूजा को पकड़ कर जंगल में ले जाकर बांध दिया और उस हवस के अंधे युवक राजकुमार ने पूजा के साथ निर्दयता के साथ छात्रा के साथ दुराचार किया ओर उसे जंगल में छोडक़र भाग गया। 
 
2 दिन बाद पूजा के परिजन पूजा को ढूंढते हुऐ जंगल पहुंचे जहां उन्होने पूजा को जंगल में बंधी हुई हालात में पाया और वहा से पूजा को मुक्त कराया, पूजा ने अपनी आप बीती आपने परिवार को सुनाई की आरोपी राजकुमार ने मुझे छात्रावास जाते समय जंगली रास्ते से मुझे पकडक़र जंगल में लाया मेरा विरोध करने पर आरोपी ने मुझे बांध दिया और मेरे साथ दुराचार किया और किसी को बताने पर आरोपी राजकुमार ने मुझे जान से मारने की धमकी देकर मुझे जंगल में बंधी हुई हालात में छोडक़र वहां से भाग गया। 
 
पूजा अपने परिजनों के साथ शुक्रवार को मोहदा थाना पहुचंकर घटना की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज कराकर तथा घटना की पूरी जानकारी देकर आरोपी राजकुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई पुलिस ने आरोपी राजकुमार के खिलाफ धारा 543, 376 के अपराध पंजीवृद्ध  कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार शाम को जिला अस्पताल में पूजा का मेडिकल परीक्षण कराया गया। पूजा की मां ने बताया की पूजा छात्रावार गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर है।  जहां सुरक्षा के कोई उपाय नहीं हैं। जंगली क्षेत्र तथा जंगल के रास्तों से ही होकर गुजरना पड़ता है। इस लिये इस प्रकार की घटनायें होती है। 
 
उन्होंने आरोपी राजकुमार पर कड़ी  कार्यवाई करने की मांग की है। हैवानियत के अंधे इन्सान दूबारा ऐसी नाबालिक लडक़ी को अपना शिकार न बनाये ऐसे इन्सान की कड़ी से कड़ी सजा मिलना चाहिये। जिससे गरीब आदिवासी छात्राऐं की इगात न लूट पाये और उन्हें न्याय मिले। काश अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो ग्रामीण अंचलों में छात्राऐं न तो शिक्षा ग्रहण नहीं कर पायेंगी और ऐसे ही हैवानियत का शिकार होती रहेंगी। इसलिये प्रशासन को जिम्मेदारियों का सामना कर आरोपी को सजा और छात्रा को न्याय दिलाये।

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