टीम अन्ना के
सदस्य रहे
स्वामी
अग्निवेश पर
अब एक नया
विवाद खड़ा हो
गया है।
अग्निवेश 7
जंतर मंतर पर
जिस मकान में
रहते हैं, उसके
लिए पिछले 20
साल से एक भी
पैसा किराया
नहीं दिया है।
इस बारे में
उनका कहना है
कि उस मकान में
कोई भी किराया
नहीं दे रहा है
तो मैं अकेले
क्यों
दूं।
मकान ट्रस्ट का है और ट्रस्ट उन पर मकान खाली करने के लिए दबाव बनाने की तैयारी में है। अग्निवेश मकान में उस समय रहने आए थे, जब वह जनता पार्टी में थे। पार्टी ने ही उन्हें वह मकान रहने को दिया था। सूत्रों के अनुसार, अग्निवेश उस समय ट्रस्ट के संचालक मंडल में भी थे। बाद में अग्निवेश ने पार्टी तो छोड़ दी लेकिन मकान नहीं छोड़ा। जनता दल (तब की जनता पार्टी) के जनरल सेक्रेटरी जावेद रजा के अनुसार तब से स्वामी जी ने ट्रस्ट को एक भी पैसा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वह मकान जिस एरिया में है, आज के हिसाब से अगर किराया देखें तो 20 साल पहले की तुलना में 20 गुना हो चुका है। सूत्रों ने यह भी बताया कि अग्निवेश ने उस मकान में कुछ निर्माण कार्य भी करा लिया है। पूरे मामले में अग्निवेश का कहना है कि ट्रस्ट के इन मकानों में रहने वाला कोई भी रेंट नहीं देता है। उन्होंने कहा कि उन्हें जिस समय मकान मिला था तब वह सर्वेंट क्वॉर्टर था। जब कोई रेंट नहीं दे रहा है तो मेरे ऊपर ही आरोप क्यों लग रहे हैं। दिल्ली में ट्रस्ट की देखभाल कर रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी चौधरी वीरेश प्रताप का कहना है कि इमारत की ओनरशिप भारत सरकार के पास है। वहां से हमें बरसों पहले मालिकाना हक ट्रांसफर होनी थी। इसी का फायदा उठाकर अग्निवेश मकान पर कब्जा किए बैठे हैं। उन्होंने इमारत में गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन भी खूब किया है। वीरेश प्रताप का कहना है कि इस बारे में एनडीएमसी को भी सूचित किया, मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उधर, एनडीएमसी के ऑफिसरों का कहना है कि यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है। |
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