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Monday, August 6, 2012

अभी तक नहीं पता कर पाये खाद्यय अधिकारी राजश्री के मालिक का नाम?


अभी तक नहीं पता कर पाये खाद्यय अधिकारी राजश्री के  मालिक का नाम?

ब्यूरो प्रमुख // पी.वेंकट रत्नाकर (कटनी// टाइम्स ऑफ क्राइम) 
 ब्यूरो प्रमुख से संपर्क: 9074370010
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कटनी. 8 जलाई को रेल्वे स्टेशन से पकड़ी गई राजश्री के मालिक का पता अभी तक खाद्यय अधिकारी नहीं लगा पाये हैं पता नहीं कब तक जांच चलेगी और कब हो पायेगें ये राजश्री का अवैध कारोबार करने वालो के चेहरे बे नकाब। विगत 8 जुलाई को बिलासपुर से नर्मदा एक्सप्रेस से राजश्री मंगाई जा रही थी ये राजश्री की अवैध खेप कटनी रेल्वे स्टेशन में उतरती और अन्यंत्र कहीं और भेजी जाती उसके पहले मुखबिर के द्वारा पुलिस को सूचना मिली की अवैध राजश्री नर्मदा एक्सप्रेस कटनी में उतरेगी पुलिस ने बिना समय गंवाये  रेल्वे स्टेशन में ट्रेन का इंतजार करने लगे और जैसे ही ट्रेन प्लेटफ ार्म में पहूंची और राजश्री के बोरे प्लेटफ ार्म 2 से बाहर लाई गई उसी वक्त पुलिस ने राजश्री से लदा छोटा हांथी अपने कब्जे में लेकर थाने ले आई। तथा खाद्यय सुरक्षा अधिनियम की धारा 58 के तहत दर्ज कर 2 लाख का जुर्माना अज्ञात व्यक्ति पर लगाया गया और जांच में लिया गया। 

लोडर के ड्राईवर से नहीं की गई पूंछतांछ? 

जिस वाहन में अवैध राजश्री लादी गई थी उसे थाने में उतारने के तुरंत बाद छोड़ दिया गया है उससे न तो कुछ पूंछा गया ओर नही कुछ कहा गया जबकि पुलिस चाहती तो सख्ती का रवैया अपना कर सब कुछ कबुलवा सकती थी की माल कहां से लाया गया और किसके यहां जा रहा है इसका मालिक कौन है उसके और भी ठिकानों का पता किया जा सकता है।  वैसे पुलिस अन्य केसों के वाहन मालिक और चालकों को थाने में बैठा कर घंटों पंूछतांछ करती है और कबुलवाती है किन्तु यहां कुछ भी नहीं किया गया। जबकि इस माल के पकडऩे के पहले भी लोडर का चालक कुछ बोरे लोड़ करके कीं अन्यंत्र किसी के यहां छोड़ के दूसरे चक्कर माल लादने गया था और पकड़ा गया। इस तरह पुलिस की भी संदिग्ध भूमिका नजर आती है।  

आज भी बिक रही है बाजार में अवैध राजश्री 


जिले के हर कोने में अवैध राजश्री का व्यापार खूब फ ल-फू ल रहा है आज भी बाजार में अवैध राजश्री बेखौफ हो कर पान के ठेलों एवं किरानों की दुकानों के माध्यम से अवैध राजश्री का व्यापार किया जा रहा है किन्तु कोई बोलने वाला नहीं है। जानकारी के मुताबिक जिले में इन दिनों राजश्री ट्रासंपोर्ट के जरिये राजश्री की आवक बेखौफ जारी है। 

 अवैध राजश्री का अवैध व्यापार करने वालों ने ढूंढा दूसरा तरीका

 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अवैध राजश्री का व्यापार करने वाले अपने व्यापार को और ज्यादा मजबूती देने के लिये राजश्री की पैकिंग ही चैंज कर दी है पहले तो राजश्री अपने बनाये हुये पैकिंग में आती थी किन्तु इस वक्त राजश्री किसी और के नाम से राजश्री जिले के अन्दर मंगाई जा रही हैं। जिससे किसी को शक न हो सके और इनका राजश्री का अवैध कारोबार पूर्ण रूप से जिले में फलता-फूलता रहे और अंधी कमाई से अपना घर भरते रहें इस अवैध व्यापार में कहीं न कहीं प्रशासन भी दोषी है।

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