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Thursday, October 25, 2012

नितिन गडकरी की कंपनी में बेनामी पैसा


नई दिल्ली।। बीजेपी प्रेजिडेंट नितिन गडकरी की कंपनी पूर्ति पावर ऐंड शुगर लिमिटेड (PPSL) के बारे में हर रोज नया खुलासा हो रहा है। अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने PPSL की और बारीकी से पड़ताल की तो पता चला कि PPSL को फंड करने के लिए कंपनियों का एक पूरा जाल है। देशभर में रजिस्टर्ड करीब 100 कंपनियां पीपीएसएल को फंड करती हैं। अब अगर आप इन कंपनियों की पड़ताल करेंगे, तो उलझकर रह जाएंगे। इन कंपनियों में कई शेयर होल्डर हैं। गजब की बात यह है कि शेयर होल्डरों में गडकरी के ड्राइवर और अकाउंटेंट का नाम भी शामिल है।

इस गड़बड़झाले से ऐसा आभास होता है कि इस PPSL में खुद गड़करी का या उनके ही किसी हितैषी का पैसा लगा हुआ हुआ है। टैक्स बचाने के लिए कई लोग फर्जी पतों पर फर्जी कंपनियां बना लेते हैं और उनमें आम लोगों को डायरेक्टर आदि बना लेते हैं ताकि टैक्स विभाग की नज़रों से बचें रह सकें। अब तक की जांच से PPSL में भी ऐसे ही गड़बड़ घोटाले के संकेत मिल रहे हैं। उधर, इस पूरे 'गोलमाल' पर जवाब देने से बचने के लिए गडकरी ने गुरुवार को अपनी दिल्ली यात्रा रद्द कर दी। टीवी रिपोर्ट के मुताबिक अब वह सीधे हिमाचल प्रदेश जाएंगे, यहां इस समय चुनावी सरगर्मी जोरों पर है।

'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने बुधवार को भी खुलासा किया था ऐसी करीब 2 दर्जन कंपनियां हैं, जिनके पते फर्जी हैं। इनमें कई का डायरेक्टर गडकरी का ड्राइवर था।

कंपनी रजिस्ट्रार में जमा डाक्युमेंट की जब बारीकी से छानबीन की गई तो पता चला PPSL में फंड करने वाली कंपनियों का एक पूरा जाल है। शुरुआती जांच से पता चलता है कि PPSL को करीब 100 कंपनियां फंड कर रही हैं। इनमें से कई कंपनियों के आय का स्रोत का कोई अता-पता नहीं है।

मसलन 'अपडेट मर्केंटाइल' को ही लीजिए। मर्केंटाइल ने 28 सितंबर 2011 को PPSL में 29 लाख शेयर लिए। मर्केंटाइल के खुद 39 शेयर होल्डर हैं। इसमें गडकरी का ड्राइवर मनोहर पनसे और अकाउंटेंट शामिल है। कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर अनंतिका इंफ्रास्ट्रकट्र प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के पास हैं।
जब अनंतिका की छानबीन की गई तो पता चला कि सितंबर 2011 में बनी इस कंपनी के 13 मालिक हैं। इनमें 11 कंपनियां और 2 व्यक्ति शामिल हैं। 11 में से 9 कंपनियां कोलकाता और दो दिल्ली की हैं।

दिल्ली की एक कंपनी 'फास्ट बिल्डवेल' दिल्ली के द्वारका इलाके में एक फ्लैट के पते पर रजिस्टर्ड है। कंपनियों का जाल यहीं पर खत्म नहीं होता। अब फास्ट बिल्डवेल के सभी 2,72,750 शेयर 17 कंपनियों के पास हैं। इसमें से 12 कोलकाता, 4 दिल्ली और 1 मुंबई की है। फास्ट बिल्डवेल का एक शेयर होल्डर 'किंग बिल्डवेल' दिल्ली मुनिरका के पते पर रजिस्टर्ड है। किंग बिल्डवेल के दो मालिक हैं, जो कोलकाता में रहते हैं।

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