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Tuesday, March 5, 2013

प्रदेश में जंगल राज ही नहीं मोदी राज भी कायम- रिहाई मंच


अखिलेश बताएं गुंडे चला रहे हैं सरकार या सरकार करा रही गुंडागर्दी- रिहाई मंच

लखनऊ । रिहाई मंच ने अखिलेश यादव सरकार को कानून व्यवस्था के
मोर्चे पर अपने पिता मुलायम सिंह यादव से भी बदतर और विफल करार देते हुये
कहा है कि पूरे प्रदेश में जंगल राज कायम हो गया है जिसमें सबसे बुरी
स्थिति मुसलमानों की है।

रिहाई मंच ने टांडा में हुये मुस्लिम विरोधी हिंसा और कुंडा में रघुराज
प्रताप सिंह के गुंडों द्वारा पुलिस अधिकारी जिया उल हक की हत्या पर जारी
प्रतिक्रिया में मंच के अध्यक्ष एडवोकेट मो शुऐब और महासचिव पूर्व पुलिस
महानीरिक्षक एस आर दारापुरी ने कहा कि अखिलेश सरकार को बताना चाहिये कि
गुंडे सरकार चला रहे हैं या खुद उनकी सरकार गंुडों की भूमिका में आ गयी
है। नेताओं ने सपा सरकार में हुये 11 बड़े दंगे, चार हजार हत्याएं और तीन
हजार बलात्कार का जिक्र करते हुये कहा कि जब सरकार अपने एक वरिष्ठ पुलिस
अधिकारी की रक्षा नहीं कर सकती तो जनता को कैसे सुरक्षा मुहैया कराएगी।
रिहाई मंच के नेताओं ने कहा कि जिस तरह टांडा में हिंदु युवा वाहिनी के
नेता की व्यक्तिग रंजिश में हुयी हत्या के बाद हिंदुत्वादी संगठनों से
जुड़े अपराधियों ने पुलिस की मौजूदगी में चालीस मुसलमानों के घर फंूक
दिये उससे साफ हो गया है कि प्रदेश में सिर्फ जंगल राज ही नहीं मोदी राज
भी कायम हो गया है।

रिहाई  मंच के नेताओं ने कहा कि अगर प्रतापगढ़ के अस्थान गांव में हुये
मुस्लिम विरोधी हिंसा जिसमें राजा भैया के समर्थकों ने चालीस मुस्लिमों
के घर जला दिये थे ,उसके अपराधियों को सरकार ने जेल भेज दिया होता तो आज
राजा भैया के गुंडे सी ओ जिया उल हक को मारने की हिम्मत नहीं करते। इसी
तरह अगर सरकार ने फैजाबाद में हुये मुस्लिम विरोधी दंगों में इमानदारी से
अपनी जिम्मेदारी निभाई होती तो टांडा के चालीस मुसलमानों के घर आगजनी के
शिकार नहीं हुये होते।

द्वारा जारी
राजीव यादव, शाहनवाज आलम

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