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Monday, October 7, 2013

पैसे नहीं दिये तो लगा दिया लूट


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कटनी से लखन लाल की रिपोर्ट...(टाइम्स ऑफ क्राइम) 

कटनी. गत दिवस माधव नगर पुलिस ने ग्राम इमलिया में चल रहे जुआ फड़ को पकड़ा। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार माधव नगर थाना अन्तर्गत ग्राम इमलिया में लाखों का जुआ-फड़ चल रहा था। मुखबिर द्वारा पुलिस को सूचना दी गई की ग्राम इमलिया में जुआं-फड़ चल रहा है। जुआ में पकड़े गये आरोपियों पर पुलिस ने अपनी पुलिस-गिरी दिखाते हुऐ जुआं एक्ट की जगह गिरोह बंदी और लूट की योजना बनाते हुये धारा 399, 402, के तहत फर्जी कार्यवाही की। पकड़े गये आरोपियों में पप्पू निशाद, गोबिंद निशाद, गुरू निशाद, विशाल शर्मा, बैजु, दुर्गा निशाद, भोला गर्ग, एक अन्य खिलाडिय़ों का कहना है कि हम लोगों पर जो आरोप लगाये गये हैं ये पुलिस की ना-इंसाफी क्योंकि हम एक घर में बैठ कर जुआ खेल रहे थे। 

माधव नगर पुलिस का कहना है कि हमें रात 10 बजे मुखबिर के द्वारा सूचना मिली की इमलिया ग्राम में एक घर के अन्दर कुछ व्यक्ति संदिग्ध हालत में बैठे हैं। हमने दबिस दी और पकड़ लाये। आरोपी इसका ठीक उल्टा बता रहे हैं की हम सभी लोग एक घर के अन्दर बैठ कर जुआ खेल रहे थे। पुलिस आई और हमें पकड़ कर थाने लेे आई। हम लोगों को कश-कर मारा गया तथा धमकाया गया कि तुम सब लोग अपने-अपने घर से 50-50 हजार रूपये मंगाओं नहीं तुम लोगों पर ऐसा केश दर्ज करेगें कि जिन्दगी जेल में सड़ जायेगी। पकड़े गये आरोपियों के पास तीन बाइक भी थी जिनका जिक्र पुलिस ने अपने रोज नामचे में कहीं नहीं दशार्या। सुबह इन आरोपियों से मिलने गये एक व्यक्ति ने बताया कि में पप्पू और गोबिंद से मिलने गया तो पुलिस ने मुझसे गाड़ी छोडऩे के एवज में 25 हजार की मांग की गई और कहा की नहीं तो इन गाडिय़ों की भी जप्ती बनाई जायेगी ये भी माघव नगर थाने में पड़े-पड़े सड़ जायेगी।

लुट के बनाये गये आरोपी भोला गर्ग पर पुलिस हुई मेहरबान 

लूट के बनाये गये आरोपी आठ लोग थे किन्तु पुलिस ने एक व्यक्ति भोला गर्ग पर मेहरबानी दिखाते हुये एक मोटी रकम लेकर छोड़ दिया गया। अन्य आरोपियों का कहना है कि भोला गर्ग राजनीती में अच्छी पैठ बना कर रखी है। रात के समय किसी नेता का फोन आया और उससे एक मोटी रकम लेकर छोड़ दिया गया। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस किस कदर अपनी खाकी वर्दी का मान रख रही है। पुलिस इस वक्त मानों अपनी सारी हदें पार करने पर उतारू है। यही कारण है कि एक आम आदमी पुलिस की मदद करने से कतराता है क्योंकि पुलिस गवाह बने व्यक्ति से ही ऐसे सवाल जवाब करती है कि मानो वह खुद एक आरोपी हो।

फरार आरोपियों पर भी पुलिस ने दिखाई मेहरबानी सूत्रों से पता चला कि लूट के बनाये गये आरोपी आठ ही नहीं थे। 3-4 और थे जो फरार हो चूके थे पुसिल इन लोगों के मोबाइल नम्बरों में फोन करके इनसे सम्पर्क किया तथा इन लोगों से काफी मोटी रकम वसूली की गई फरार आरेपियों में बल्ली निशाद, संगम जायसवाल, सूरज निशाद, और अन्य है इन सभी फरार आरोपियों पर पुलिस ने अपनी मेहरबानी दिखाते हुये 10 से 20 हजार लेकर अपनी भ्रष्टाचार की सीमा को ही लांध गई। धन्य है माधव नगर पुलिस जब जो मन में आया वो करने लगे। सही कहा किसी ने कि पुलिस से बड़ा गुंण्डा कोई नही है। तथा कानून तो सिर्फ गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों के लिऐ ही बना है गरीबों पर अपनी पुलिस गिरी दिखाने के लिये और डरा-धमका कर मामला दर्ज करने के लिए पुलिस तत्पर रहती है। 

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