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Monday, August 22, 2016

लापरवाही का शिकार हुई ग्राम पंचायत पुरबा

Toc News @ पुरवा नईगढ़ी से कुमुद वर्मा की रिपोर्ट

कर्तव्यहीन जन नायक. ग्राम पंचायत पुरबा की सरपंच श्रीमती सविता चतुर्वेदी ने आज तक वार्ड न,1 की पंच उर्मिला कोल व वार्ड न, 15 के पञ्च हरीश साहू को आज तक हुए पंचायत के अंतर्गत हुये विकास कार्यो की जानकारी नहीं दी। किस माध से कितनी राशि आई कितनी खर्च हुई कितनी बची है।

15अगस्त 2015 को जब ग्राम सभा की पहली बैठक हुई थी,तो वार्ड 1 की पंच उर्मिला कोल ने अपने वार्ड के विकास के लिए नाली व् आबगमं के लिए ग्रामपंचायत पुरबा व् नगरपालिका की सीमांकन का प्रस्ताव रखी थी।कोरे रजिस्टर मेग्मा सभा लिख ली गई लेकिन कार्यवाही आज तक नहीं हुई।यहाँ तक मई,जून जैसे भीषण गर्मी में दोनों पंचो ने अपने-अपने वार्डो की पेयजल समस्याओं को देखते हुए राइजिंग पाइप की मांग की लेकिन वह भी मांग पूरी नहीं कार पाई।इसके बदले में उन्होंने वार्ड 1 में श्री निवास साहू पिता लछिमन साहू से कुछ ले दे कर शासकीय हैण्डपम्प में समर्सिबलमोटर जरूर दलबा दी।वार्ड न, 1 की आदिवासी बस्ती की जन संख्या लगभग 100 लोगो की है। पूरी गर्मी आदिवासी बस्ती के लोग पानी के लिए दर-दर की ठोकरे खाते रहे,लेकिन सरपंच साहिबा का जरा सा भी दिल इन गरीबो के प्रति नहीं पसीजा ।

इस आदिवासी बस्ती में कई ऐसे भी कोल जाति के लोग है जो आजतक 0,05 धिसमिल आबादी मिली थी,उसी0,05धिसमिल में उनके पुत्र भी गुजर कर रहे है और उनके नाती,-पोते भी उसी आबादी व रकबा में निवास करते है।गरीबी रेखा में नाम जुढ़वाने के लिए आवेदन माननीय तहसीलदार महोदय नईगढ़ी के कार्यालय में आवेदन दिए लेकिन नाम नहीं जुड़ पाया।तहसीलदार महोदय ने निरस्त कर दिए।मजदूरी कर के अपना जीवन व उदर पोषण यापन करने बाले गरीबो का कोई मसीह नहीं है।ग्रामपंचायत पुरबा के अंतर्गत कई ऐसे कास्तकारों के नाम गरीबी रेखा में नाम जुड़े है,जिनके पिता व खुद के नाम 10-10 एकर जमींनहै।यह तो माननीय तहसीलदार साहब को मालूम है,क्योकि आज कल इंटरनेट का समय है।जबकि नाम कटाने के लिए नामजद आवेदन फिया गया व् ग्रामसभा की कार्यवाही में भी पंच वार्ड 1 की लिखवाई लेकिन आज 15अगस्त 2016 तक में भी नाम नहीं कटा गया।कितने दुर्भाग्य की बात है।

एक शासकीय कर्मचारी तहसीलदार महोदय की कर्तव्यहीनता साफ झलकती दिखाई देती है।तीसरी उम्मीद माननीय क्षेत्रीय बिधायक गिरीश गौतम जी से इन गरीबो की थी।इन कोल जाती के लोगो ने जब गिरीश गौतम जी से बात किये तो उन्होंने साफ शब्दों में मन कर दिए की किसी का नाम गरीबी रेखा में नहीं जुढ़ेगा।इन गरीबो का दिल टूट चूका है कि हमारा कोई परवरदिगार नहीं है।चाहे वह शिव जी का राज हो या चाहे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का राज हो।इनकी आशा व् उम्मीद ख़त्म हो गई है।इन लोगो का कहना है की पुरे देश में जो भी सरकार आज तक बनी,तो जितनी भी योजनाए बनी वो गरीबो के लिए बनी न की अमीरो के लिए।फिर भी आमिर पांच साल बाद बादशाह बन जाता है और गरीब और अपनी गरीबी से नीचे गरीबी के गर्त में धँसता चला जाता है।

उसकीएक ही बजह हसि की गरीबो का नेवाला अमीरो की थाली में परोसा जा रहा है।असलीयतव हकीकत यही मूक बया है।जिस दिन जननायक लोगवोट मागने आते उस दिन यही वादा करते है क़ि आप लोगो का दुःख सुख का मैं साथी हू।पर सत्ता आने के बाद फिर आगे की कहानी इन गरीबो की किस तरह की है बया की जा चुकी है।माननीय प्रदेश के मुखिया जी जब पहली बार रीवा श्यामशाह चिकित्सालय में पहुचे थे,उस समय प्रदेश की रोड पर इन्हे काफी तरस आया,लेकिन अब उनका भी ध्यान इस ओर से हट सा गागा है।देवतालाब से नईगढ़ी की रोड की स्थिति देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है।गढ्ढों में तब्दील हो चुकी है।दो माह पहले ही इस रोड की मरम्मत का कार्य माननीय क्षेत्रीय विधायक जी के नजदीकी संबंधी को दिया गया था।

ठीक एक माह बाद ही रोड की स्थिति ज्यो की त्यों हो गई।जब ए हाल एक पंचायत का है,तो नईगढ़ी जनपद के अंतर्गत 76 पंचायते है तो और पंचायतो की तो क्या कहानी व् स्थिति होगी अंदाजा लगाया जा सकता है।यही हाल ग्रामपंचायत नरैनी का है।नरैनी के सरपंचशुक्लपाल का है।उन्होंने अप्रैल माह में पी सी सी रोड का निर्माण करबाए लेकिन वह रोड मात्र चार माह में ही धराशाई हो गई।सी इ ओ साहब संजय सिंह जी के सहभागिता के कारण भ्रष्टाचार की बलि वेदी में बलि दे दी गई।सम्बंधित अधिकारी भी कभी यह समझने या जानने अथवा नयन मुययना करने की कोशिश नहीं की।क्योकि ऐसा अधिकारी अपने कर्तब्य का पालन करेगे तो कंमिशन नहीं मिलेगा।सी यम हेल्प लाइन में शिकायय करने पर भी कोई सुनबाई नहीं होती।शिकायत कर्ता को सूचना नहीं दी जाती,चपचाप अपने आगे प्रतिवेदन लिखकर भेज दिया जाताहै।अधिकारी कहने लगते है की और जायो सी यम हेल्पलाइन में शिकायत कर दो क्या कर लिये हो तुम्हारा कम नहीं करेगे।

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