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Friday, September 30, 2016

शराब पीती हुई लड़कियों की फ़ोटोज़ ही क्यों वायरल होती हैं, लड़कों की क्यों नहीं होतीं?


"शराबी लड़कियों की फोटोज़ वायरल, यूज़र्स ने कहा खतरे में इंडियन कल्चर"
इस शीर्षक के साथ एक प्रतिष्ठित अख़बार की वेबसाइट पर एक खबर छापी गयी है. अन्दर हैं शराब पीती कुछ भारतीय लड़कियों की तस्वीरें. ये हैं वो तस्वीरें:



अब ये तस्वीरें देखें, इन तस्वीरों में कुछ लड़के भारतीय कल्चर को बचा रहे हैं.



इन लड़कियों की तस्वीरों में और लड़कों की तस्वीरों में ज़्यादा अंतर नहीं है. आम भाषा में कहें तो दोनों ही 'चिल' करते हुए नज़र आ रहे हैं, दारु पी रहे हैं. पर पता नहीं क्यों दारु पीते हुए लड़कों की तस्वीरें कभी वायरल नहीं होतीं, न ही उन पर संस्कृति को तबाह करने के कोई इल्ज़ाम लगते हैं.

हमारे देश में 18 साल से ज़्यादा की उम्र के लोगों का दारु पीना कानूनन गुनाह नहीं है. कई लोग, लड़के भी और लड़कियां भी अपनी मर्ज़ी से शराब का सेवन करते हैं. ये उनकी निजी चॉइस होती है कि वो शराब पीना चाहते हैं या नहीं.
शराब का अधिक सेवन करना स्वास्थ्य पर असर डालता है, इस बात में कोई दोराय नहीं है, पर अगर ये गलत है, तो दोनों के लिए बराबर गलत है. हमारे देश में लड़कों का दारू पीना तो आम बात समझी जाती है, कहा जाता है कि "लड़के होते ही ऐसे हैं". लड़कों की बात हो तो शराब बस वो चीज़ है, जो स्वास्थ्य ख़राब कर सकती है. पर लड़कियां पी लें, तो बवाल हो जाता है. लड़कियों के लिए ये सिर्फ स्वास्थ्य ख़राब करने वाली चीज़ नहीं समझी जाती. संस्कृति के 'रक्षकों' की मानें तो ये उनके चरित्र, एक पार्टनर के तौर पर इनकी लॉयल्टी आदि पर भी असर डालती है. शराब पीने वाली लड़कियां 'गन्दी लड़कियां' होती हैं, चरित्रहीन भी.

हम दारु पीने को सही नहीं ठहरा रहे, बस आपका ध्यान इस दोहरी मानसिकता की ओर ले जाना चाह रहे हैं.दरअसल, संस्कृति, कल्चर, सभ्यता, परंपरा सभी को बचाने की ज़िम्मेदारी केवल महिलाओं की ही समझी जाती है. जब लड़के दारु पी कर रेप जैसे अपराधों को अंजाम देते हैं, हमारा कल्चर खतरे में नहीं पड़ता, जब वो शराब के नशे में सोते हुए लोगों पर गाड़ी चढ़ा देते हैं, तब किसी को आपत्ति नहीं होती, जब दारु पी के नालों में पड़े मिलते हैं, तब भी कल्चर खतरे में नहीं पड़ता. कल्चर खतरे में तब ही क्यों पड़ता है, जब एक एडल्ट लड़की अपनी मर्ज़ी से पी रही हो?

इस अजीब बात के पीछे भी वो ही पितृसत्तात्मक सोच है, जो किसी न किसी तरह लड़की को 'लड़की की तरह' रहना सिखाना चाहती है. 'पिंक' फिल्म में भी ये सवाल उठाये गए, लड़कियों के अधिकारों को लेकर बहस भी छिड़ी, पर जब ऐसी तस्वीरें सामने आयीं, तो वही नज़रिया दिखाई दिया, जो लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग नियमों को मानता है.

असल में अब तक ये चलता आ रहा था कि मर्द शराब पीते थे और घर आकर अपनी बीवियों को मारते थे. जब ऐसा होता था तब भी किसी को याद नहीं आया कि हमारे कल्चर में तो औरत को देवी माना जाता है और उसपे नशे में हाथ उठाना भी कल्चर का अपमान ही है. औरतों का काम शराब के नशे के परिणाम झेलना रहा है, खुद शराब पीना नहीं. तभी जब आज कुछ औरतें शराब पीने लगीं तो लोगों को कल्चर याद आ गया.
दारु पीने से महिलाएं सशक्त हो जाएंगी ऐसा नहीं है, लेकिन जब तक हमारी सोच में लड़कों और लड़कियों के लिए समानता नहीं आ जाती, तब तक कभी भी लड़कियों को समाज में समान दर्जा नहीं मिल सकेगा.

OMG. 80 साल की बूढी माँ के साथ करता रहा अमानवीय कृत्य ,बहु व पोती बनाती थी विडियो


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मुंबई :कहा जाता की धरती पर ईश्वर का कोइ साकार रूप है तो वो हैं माँ बाप, हमें पैदा करने से लेकर हमारी हर जरुरत पूरी करते है वो|मगर अफ़सोस हम सक्षम हो कर उनके एहसान भूल जाते हैं ,भूल जाते हैं की हमें इन पैरों पर खड़ा करने के पीछे भी उन्ही का संबल था ,और हमारे समाज कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो अपने बूढ़े ,लाचार माँ बाप पर क्रूरता दिखने में भी पीछे नहीं हटते इसका एक प्रमाण मुंबई के डीएन नगर में रहने वाला सुरेंद्र वैध ने अपनी मां के साथ वो किया जो कोई बेटा सोच भी नहीं सकता। सुरेंद्र 80 साल की अपनी मां पर बेइंतहा जुल्म ढाता था। वो अपनी मां को बेडशीट से बांधकर फर्श पर घसीटता था, इतना ही नहीं चादर से मां को बांधकर उसे पंखे से लटका देता और पंखा चलाता।

इस दौरान सुरेंद्र अपनी मां का मुंह बंद कर देता था। बूढ़ी मां पंखें के साथ फर्श पर बुरी तरह से तड़पती रहती। ये मामला तीन साल से चल रहा था।

सुरेंद्र अपनी बीवी और बेटी के साथ देखता कि कैसे एक बेबस बुजुर्ग औरत फर्श पर इधर से उधर लुढ़क रही है। इस पाप में उसके साथ उसकी बीवी बबिता और 19 साल की बेटी अक्षया भी शामिल हैं।

जब सुरेंद्र अपनी मां को बांधकर उसपर जुल्म ढाता तो उसकी बेटी अपने मनोरंजन के लिए इसकी वीडियों बनाती। ऐसे ही एक वीडियो ने ही इन तीनों को पुलिस की गिरफ्त तक पहुंचा दिया।

बुजुर्ग की पोती का बनाया वीडियो एक एनजीओ नारी संघ की अध्यक्षा तक पहुंचा तो उन्होंने वीडियो के बारे में जानकारी जुटाई और
डीएन नगर पुलिस ने वीडियो देखने के बाद पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। डीएन नगर पुलिस के थाना इंचार्ज धनाजी नलावड़े के मुताबिक, आरोपी बेटा, बहू और पोती को गिरफ्तार कर लिया है। सभी को रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।

पुलिस के मुताबिक, इस वीडियो सामने आने के जब आरोपी बेटे को गिरफ्तार किया गया तो उसने कहा कि वह अपनी मां के साथ मजाक कर रहा था। पुलिस ने जब बुजुर्ग पीड़िता से इस बाबत बात करने की कोशिश की तो वो ठीक से बोल भी ना सकी, उसने पुलिस से कोई शिकायत भी ना की।
पुलिस को वीडियो देकर मामला की शिकायत करने वाले एनजीओ नारी संघ की अध्यक्षा के मुताबिक, यह वीडियो उन्हें किसी और से मिला था।

उन्होंने कहा कि जब उन्होंने वीडियो देखा तो वो सन्न रह गई कोई बेटा 80 साल की मां के साथ ऐसा बर्ताव करने की सोच भी कैसे सकता है।

अंधेरी के डीएन नगर में वह वाले सुरेंद्र के बूढ़े माता-पिता उसके साथ नहीं रहते हैं। उसने अपनी मां के साथ ये दरिंदगी तब की जब वो कुछ दिन के लिए उसके साथ रहने आई।

लड़के ने लड़की को होटल के कमरे में बुलाकर किया कुछ ऐसा जिसे देखकर आप दंग रह जाएंगे

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आज के दौर में हर उम्र के लोगों के सिर पर सोशल मीडिया का जादू छाया है। वे दिन रात इस पर लगे रहते हैं। इस दौरान रेप और फ्रॉड के मामले भी तेजी से सामने आ रहे है। जिनमें सबसे ज्‍यादा नुकसान लड़कियों का हो रहा है। ऐसे में हाल ही में यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड हुआ है। ये वीडियो पैरेंट्स से लेकर बच्‍चों तक सभी को देखना चाहिए। इसमें एक लड़का अपनी फेसबुक फ्रेंड को होटल में मिलने बुलाता है और फिर उसके साथ…

होटल मिलने जाती
सोशल मीडिया पर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। अगर इस पर अपनी सुरक्षा को लेकर लापरवाही की गई तो लेने के देने पड़ सकते है। इससे साफ है कि यह जितना तेजी से लोगों को पूरी दुनिया से जोड़ती है उतनी ही तेजी से अंधेरे में भी ढकेलती है। आज न्‍यूज चैनल व सोशल मीडिया पर रेप व फ्रॉड के मामले में चर्चा में रहते है। लड़कियां फेसबुक पर दोस्‍तों से काफी जल्‍दी घुल मिल जाती है। कुछ दिनों में ही ये दोस्‍ती प्‍यार में बदल जाती है। वे कई बार तो फेसबुक फ्रेंड से मिलने होटल तक में पहुंच जाती है। जिसके बाद उनके साथ रेप जैसे कांड हो जाते हैं। इन घटनाओं में अधिकांश टीनएजर्स फंसते हैं।

मंकी कैप पहने थ्‍ो
हालांकि यूट्यूब अपलोड हुए इस वीडियो में काफी शॉकिंग दिखाया गया है। इसमें एक लड़का अपनी फेसबुक फ्रेंड को मिलने के लिए होटल के कमरे में बुलाता है। महज 4 वीक की दोस्‍ती में लड़की लड़के से मिलने पंहुच जाती है। इस दौरान लड़की को नहीं पता होता है कि बाथरूम में कोई और भी है, तभी अचानक से बाथरूम से दो लोग मंकी कैप पहनकर निकल आते हैं। लड़का अलग खड़ा रहता है और वे लोग उस लड़की को पकड़कर बेड पर बैठाते हैं। वहीं दो लोगों द्वारा पकड़े जाने पर वह लड़की रोने चिल्‍लाने लगती है। ऐसे में थोड़ी देर बाद जब वे लोग अपना चेहरा दिखाते हैं तो लड़की शॉक्‍ड हो जाती है।

दोस्‍त का बेटा था
मंकी कैप में उसके मम्‍मी पापा थे। वे उसे समझाते हैं कि उनकी जगह पर होटल में कोई और भी हो सकता था। वो लोग उसके साथ कुछ भी गलत कर सकते थे। पैरेंट्स का कहना था कि उन्‍होंने उसे चेक करने के लिए ही अपने फ्रेंड के बेटे को लगाया था। उन्‍हें यकीन नहीं था कि उनकी बेटी इस तरह से उस लड़के से मिलने पहुंच जाएगी। इसके बाद वह अपनी बेटी को भी समझाते हैं। यह बच्‍चों के साथ पैरेंट्स को भी देखना चाहिए और अवेयर होना चाहिए। बच्‍चे तो उम्र के बहाव में कभी भी बह सकते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया का दोष देकर चुप नहीं बैठा जा सकता है। उन्‍हें समय-समय पर बच्‍चों को चेक करते रहना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री उमा भारती के खिलाफ वारंट

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केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के खिलाफ भोपाल सीजेएम भू भास्कर यादव की कोर्ट ने जमानती वारेंट  गुरुवार को जारी कर दिया। यह वारंट आॅल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह द्वारा उमा भारती के खिलाफ दायर मानहानि के एक केस में जारी हुए हैं।मानहानि के मामले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती के खिलाफ सीजेएम कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया हे।मानहानि  मामले में केन्द्रीय मंत्री उमा भारती कोर्ट द्वारा कई बार समन जारी करने के बाद भी उपस्थित नहीं हो रही थीं। इसलिए कोर्ट ने उमा भारती के खिलाफ वारंट जारी किए हैं। इस मामले में दिग्विजय सिंह अपने बयान दर्ज करा चुके हैं, जबकि उमा भारती को कोर्ट अपने बयान दर्ज कराने के लिए कई बार समन जारी कर चुका है।

उमा भारती ने वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर अपने पद का दुरुपयोग कर 15 हजार करोड़ रुपए के घोटोल का आरोप लगाया था। इसी आरोप के खिलाफ दिग्विजय सिंह ने उमा भारती के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया था। पिछले दस साल से अधिक समय से चल रहे इस केस में पिछले मार्च में उमा भारती के वकील हरीश मेहता ने इस केस में उमा भारती और दिग्विजय सिंह के बीच राजीनामा करने की दरख्वास्त तत्कालीन सीजेएम पंकज सिंह माहेश्वरी की कोर्ट में भी लगाई थी।

इस दरख्वास्त के जवाब में सीजेएम ने पिछले 5 फरवरी को उमा भारती और दिग्विजय सिंह के वकीलों को आपसी राजीनामा कर केस खत्म करने के लिए कहा भी था। दिग्विजय और उमा भारती में  मगर में कोई राजीनामा नहीं हो पाया। दिग्विजय सिंह ने इस मामले में अपने बयान दर्ज करा दिए हैं, जबकि उमा भारती को अपने बयान दर्ज कराना है।

सीबीआई की हिरासत में पत्रकार ने लगाई फांसी



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छत्तीसगढ़ । राजधानी रायपुर में सीबीआई की हिरासत में एक पत्रकार ने फांसी लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। जिसके बाद पत्रकार को फौरन रायपुर के जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। सीबीआई हिरासत में फांसी लगाने वाले पत्रकार का नाम शिव वैष्णव है। सीबीआई ने उसे एक अन्य पत्रकार उमेश राजपूत की हत्या के मामले में तीन दिन पहले ही हिरासत में लिया था। उसके बेटे विकास को भी सीबीआई ने हिरासत में लिया था।

दरअसल पांच साल पहले 23 जनवरी 2011 को रायपुर से सटे गरियाबंद जिले में पत्रकार उमेश राजपूत को अज्ञात लोगों ने उनके घर के सामने गोली मार दी थी। उस वक्त मौके पर शिव भी मौजूद था। वह राजपूत के घर के सामने ही बैठा हुआ था। जबकि मृतक उमेश की पत्नी बिमला और बेटी पूजा घर के भीतर थे। गोली लगने के बाद उमेश को शिव ने घसीट कर घर के अंदर कर लिया था। शिव के मुताबिक उमेश को हमलावरों से बचाने के लिए उसने ऐसा किया था। अस्पताल में उमेश की मौत हो जाने के बाद 24 जनवरी 2011 को उमेश के अंतिम संस्कार के पहले ही शिव अपनी पत्नी माया के साथ गायब हो गया था।

जिसके चलते वो शक के दायरे में आ गया था। शिव वैष्णव ही इस घटना का एक मात्र चश्मदीद गवाह भी था। और वह खुद को उमेश का पारिवारिक मित्र भी कहता था। इस लिए पुलिस के शक की सुई उस पर टिक गई थी। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस हत्या कांड की जाच शुरू की। पुलिस पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगे। हत्या से जुड़े सबूत पुलिस के कब्जे से गायब हो गए। पुलिस की भूमिका संदिग्ध होने के बाद मृतक पत्रकरा उमेश के परिजनों ने बिलासपुर हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग की। 15 महीने बाद हाईकोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच के निर्देश दिए।

घटना के पांच साल बाद सीबीआई ने शिव वैष्णव और उसके पुत्र विकास को हिरासत में लिया। रायपुर में एक हॉस्टल में सीबीआई के अफसर पिता-पुत्र से पूछताछ कर रहे थे। इसी दौरान मौका पाते ही शिव ने फांसी लगा ली। हालांकि किसी अफसर ने उन्हें पंखे से लटकते देख लिया और फ़ौरन नीचे उतारकर अस्पताल भिजवाया। अब सीबीआई के अफसर इस घटना को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।



बजाज ने बदला नई स्पोर्ट्स बाइक पल्सर 400 का नाम



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नई दिल्ली। त्योहारों के मौके पर लॉन्च होने वाली बजाज ऑटो की आगामी स्पोर्ट्स बाइक ‘पल्सर 400’ को अब क्राटोस 400 (Kratos 400) का नाम दिया गया है। कंपनी ने इसे नवंबर के महीने में उतारने का फैसला किया है। क्राटोस एक ग्रीक शब्द है, जिसका मतलब शक्ति के देवता से जुड़ा है।

बजाज क्राटोस 400 में ट्रिपल-स्पार्क टेक्नोलॉजी से लैस 373.2 सीसी सिंगल-सिलिंडर इंजन लगा है, जो 35 बीएचपी की पावर जनरेट करता है। बाइक के इंजन को 6-स्पीड गियरबॉक्स से लैस किया गया है।

बाइक में टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क और डुअल-चैनल एबीएस (ऑप्शनल) जैसे फीचर्स भी मौजूद हैं। बजाज क्राटोस 400 का मुकाबला रॉयल एनफील्ड से होगा। बाइक की अनुमानित कीमत 1.60 लाख रुपए से शुरू होकर 1.80 लाख रुपए के बीच हो सकती है।

पुलिस भर्ती में बड़े घोटाले का खुली पोल

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मेरठ। उप्र पुलिस भर्ती में भारी अनियमिततायें पाईं गईं हैं। जांच में पता चला है कि पुलिस भर्ती में हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने मेरिट में आने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र लगाए है। फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच के घेर में उन कालेजों को शामिल किया गया जिन्होंने ये सभी फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए हैं।

पुलिस भर्ती में फर्जी अंक पत्रों के साथ हो रही थी भर्ती

उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड स्तर पर पुरुषों, महिला आरक्षी एवं आरक्षी पीएसी भर्ती 2015 के लिए अभिलेखों की समीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षा कराने के लिए प्रदेश में आगरा, अलीगढ़, इलाहाबाद, आजमगढ़, बरेली, बस्ती, गोंडा, झांसी, कानपुर नगर, मुरादाबाद, मिर्जापुर, मेरठ, सहारनपुर, सुलतानपुर और वाराणसी में सेंटर लगाए गए थे।

मेरठ में 2700 अभ्यर्थियों को चयनित कर लिया है। वहीं हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वाले सौ अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से निकाल दिया गया है। इन लोगों के सभी प्रमाणपत्र जब्त कर लिए गए हैं। अन उन कोलेजों की जांच कराई जायेगी जिन्होंने इन प्रमाणपत्रों को जारी किया था।

भर्ती की नोडल अफसर एसपी ट्रैफिक किरण यादव को इसका जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र फर्जी होने से उन्हें भर्ती प्रक्रिया से निकाल दिया है। प्रमाणपत्रों की जांच कराई जा रही है। जिस रोहटा रोड के कालेज से प्रमाण पत्र ग्वालियर बोर्ड से जारी किए हैं उसकी पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।

भर्ती टीम के सदस्य इंस्पेक्टर जोगेंद्र काजला ने बताया कि मेरिट पाने वाले सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की भी बोर्ड से जांच कराई जा रही है। उनकी जांच स्वास्थ्य परीक्षण के बाद कराई जानी है ताकि कोई भी फर्जी प्रमाण पर पुलिस में कोई शामिल न हो सकें।

20 लाख घूस लेते महिला जज पति संग गिरफ्तार, घर से मिले 93 लाख रुपए कैश…


Present by - toc news
नई दिल्ली। तीस हजारी कोर्ट की सीनियर सिविल जज रचना तिवारी लखनपाल और उनके पति आलोक लखनपाल को सीबीआई ने चार लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। जज साहेबा पर एक विशाल मेहन नाम के वकील से लोकल कमिश्नर बनाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है।

महिला जज गिरफ्तार, सीबीआई को घर से मिले 93 लाख रुपए नगद

पूर्व जज रचना को सीबीआई ने कोर्ट रुप में रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा। विशाल को रचना ने विवादित प्रॉपर्टी के एक केस में लोकल कमिश्नर नियुक्त किया था। दोनों ने मिलकर केस जिताने के लिए एक पार्टी से पैसे लिए थे। विशाल ने उसके पक्ष में निर्णय दिलाने के लिए अपने लिए 2 लाख और जज के लिए 20 लाख रुपए मांगे थे। सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि जज को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।

एक सूचना पर वकील विशाल को पहले ही पकड़ लिया गया था, जब वह पार्टी से 5 लाख रुपए ले रहा था। इनमें से 4 लाख जज रचना तिवारी के लिए थे। रचना तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जबकि उनके पति व वकील को 2-2 दिनों की पुलिस हिरासत में रखा गया है।

सीबीआई ने आरोपी महिला जज के घर की तलाशी भी ली। वहां से तलाशी के दौरान 93 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की गई है। सीबीआई और पुलिस आरोपी जज के पति आलोक लखनपाल से भी पूछताछ कर रही है। इस मामले मे हाई कोर्ट ने एक जांच कमेटी बनाई है, जिसकी संस्तुति के बाद हाई कोर्ट ने जज रचना लखनपाल को सस्पेंड पर दिया। उसी के बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया था।

बताया जा रहा है कि जज रचना पहले भी कई मामलों में मन मुताबिक फ़ैसले देने के लिए रिश्वत लेती रही हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन की ज़मानत को किया ख़ारिज, अदालत में किया आत्मसमर्पण

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बिहार के राजद नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन जमानत को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया हैं. तेजाब कांड में पीड़ित के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि ‘आज सुप्रीम कोर्ट ने दोनों अपीलों को मंजूरी देते हुए बिहार सरकार को आदेश दे दिया गया है कि शहाबुद्दीन को तुरंत जेल भेजा जाए. साथ ही कहा कि उसकी जमानत का फैसला रद्द किया जाता है.

जमानत रद्द होने के बाद शहाबुद्दीन ने सीवान कोर्ट में सरेंडर कर दिया. आत्मसमर्पण से पहले शहाबुद्दीन ने संवाददाताओं से कहा, ”मैं न्यायपालिका का सम्मान करता हूं. मुझे परवाह नहीं लोग क्या कहते हैं.” समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आत्मसमर्पण के बाद शहाबुद्दीन को डिवीज़नल जेल भेज दिया गया है.

प्रशांत भूषण ने यह भी कहा कि वे शहाबुद्दीन को बिहार से बाहर किसी जेल में रखे जाने और विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा ट्रायल कराए जाने को लेकर एक और याचिका दायर करेंगे.

जेल जाने से पहले शहाबुद्दीन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा, ”मैंने जो कहा था, उस पर कायम हूं. मेरे समर्थक अगले चुनाव में बता देंगे.”

सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाया हाफिज


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इस्लामाबाद। जमात-उल-दावा के मुखिया और आतंकी हाफिज सईद भारत के सर्जिकल स्ट्राइक से बौखला गया है। तिलमिलाए हाफिज ने भारत को भभकी दी है कि वो भारत से जल्द बदला लेगा। हाफिज सईद की मीडिया टीम ने ये ट्वीट किया है।

सूत्रों से खबर मिल रही है कि पाकिस्तान ने इस मामले में हाफिज सईद को मुंह बंद रखने को कहा है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान और भारत की सीमा पर तनाव है। सूत्रों का कहना है कि ऐसे में हाफिज के जहर उगलने पर पाकिस्तान ने रोक लगा दी।

जानिए, क्या हुआ उस वक्त जब मुर्दे को जिंदा कर रहा था बाबा


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कन्नौज। यकीनन साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है, लेकिन आज भी कई लोग अंधविश्वास की बेड़ियों से मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। आज भी लोग अघोरियों और तांत्रिकों की ताकत पर विश्वास करते हैं और उनके चक्कर में पड़ जाते हैं। इसके पीछे अपनों का मोह या फिर कोई और संज्ञा दी जा सकती है। अब मामला कन्नौज का है, जहां डॉक्टरों ने एक शख्स को मृत घोषित कर दिया, लेकिन एक बाबा मृत युवक को जिंदा करने का दावा करता और कहता रहा कि वो अपने मंत्रों से मुर्दे में जान फूंक देगा।


मुर्दे को गोबर का लेप लगाता ग्रामीण।

नौजवान बेटे की मौत का मातम मनाया जा रहा था। गांव में सन्नाटा पसरा था, तभी एक बाबा आया और उसने मुर्दे को जिंदा करने की बात कही। लाल रंग का चोला, बड़ी-बड़ी दाढ़ी और लंबे केस वाले बाबा की बात सुनकर लोग सन्न रह गए। बाबा की बात के आगे डॉक्टर का डेथ सर्टिफिकेट, उसकी डिग्री, उसका तजुर्वा सब फेल हो गया।

मनीराम (मुर्दे को जिंदा करने का दावा करने वाला बाबा)

पूरा गांव बाबा के पीछे लग गया। मुर्दे को चद्दर से ढककर उस पर गोबर का लेप लगाया गया और फिर मंत्रों का उच्चारण शुरू हुआ। चीखते-चिल्लाते बाबा ने सैकड़ों मंत्र पढ़े, तरह-तरह के आडंवरों को पार करते हुए शव की खूब दुर्दशा की, लेकिन मुर्दा न एक इंच दाएं हुआ और न बाएं। ग्रामीण कभी मुर्दे को देखें तो बाबा के विकराल रूप को। आखिरकार मुर्दे में जान फूंकने वाले बाबा की भविष्यवाणी गलत साबित हुई। करीब 6 घंटे बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।

ऐसे हुई थी युवक की मौत
घटना सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के अलियापुर गांव की है। गुरुवार रात को सोते वक्त सांप ने युवक को डस लिया। परिवार वाले पीड़ित को अस्पताल ले जाने की बजाय किसी तांत्रिक के पास लिए। झाड़फूंक करते-करते युवक का शरीर नीला पड़ गया। जब तक उसे अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

इसके एक और बाबा मनीराम ने तंत्र-मंत्र से मृतक को जिंदा करने का दावा किया। अंधविश्वास की चपेट में प्रधान सहित गांव के पूरे लोग थे, लेकिन मुर्दा जिंदा नहीं हो सका। करीब छह घंटे बाद परिवार वालों ने मृतक का अंतिम संस्कार किया।

ड्रोन हमले में 15 अफगान नागरिकों की मौत: UN

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काबुल। अफगानिस्तान के पूर्वी क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमले में 15 नागरिकों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। संयुक्त राष्ट्र ने यह जानकारी दी है। साथ ही घटना की स्वतंत्र जांच कराने का आह्वान किया है।

यह हमला बुधवार की सुबह किया गया। अमेरिकी अधिकारियों का हालांकि कहना है कि नांगरहर प्रांत के आचिन में इस्लामिक स्टेट को निशाना बनाकर यह हमला किया गया था।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन ने कहा कि हो सकता है कि हमले में कुछ आतंकवादी मारे गये हो लेकिन हमले में ज्यादातर नागरिक मारे गए है जिनमे छात्र, एक शिक्षक और सरकार समर्थित समझे जाने वाले परिवारों के कुछ सदस्य शामिल है।

Thursday, September 29, 2016

सोनिया गांधी से मिलीं सुषमा स्वराज, सर्जिकल स्ट्राइक की दी पूरी जानकारी


सोनिया गांधी से मिलीं सुषमा स्वराज, सर्जिकल स्ट्राइक की दी पूरी जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलीं और उन्हें पूरी जानकारी दी।
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नई दिल्ली (जेएनएन)। सीमा पार जाकर भारतीय सेना की तरफ से की गई सफलतापूर्वक सर्जिकल स्ट्राइक के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गुरूवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलीं। सुषमा ने सोनिया से मिलकर सेना द्वारा पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।

ऑल पार्टी मीटिंग के बाद कांग्रेस ने दी बधाई

उधर, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद गुरूवार को गृह मंत्रालय की तरफ से सर्वदलीय बैठक गई। इस बैठक के बाद कांग्रेस ने सेना और सरकार को बधाई दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सरकार और सेना के किसी भी तरह का हमारा पूरा समर्थन रहेगा।

उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ऐसी खबर थी कि आतंकी भारत के कुछ शहर और महत्वपूर्ण जगहों पर हमले की योजना बना रहे हैं जिसके चलते ये कार्रवायी करनी पड़ी। नायडू ने कहा कि यह सर्जिकल स्ट्राइक पांच या छह जगहों को निशाना बनाकर किया गया था। इसमें भारत को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

भारतीय सेना की ओर से यह कार्रवाई उड़ी में भारतीय सुरक्षा बलों पर हुए आतंकी हमले के करीब 10 दिन बाद की गई है। 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में हुए हमले में 18 भारतीय जवान मारे गए थे। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना के स्पेशल कमांडो ने पाक सीमा में दो किमी भीतर जाकर कम से कम सात आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।

1965 के जंग में कैसे हुई भारत की पाक पर शानदार जीत, देखें तस्वीरें

भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए अपनी तरह के पहले ऑपरेशन से तिलमिलाए पाकिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने पाकिस्तानी रेडियो पर कहा, 'हम इस हमले की निंदा करते हैं। शांति के लिए हमारी कोशिशों को हमारी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए।' पाकिस्तानी इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस ने कहा है कि इस ऑपरेशन में पाक सेना के दो जवान मारे गए हैं।

जानिए, कैसे सेना ने PoK में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक को दिया अंजाम

इधर, डीजीएमओ ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस ऑपरेशन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों को भारी नुकसान हुआ है। डीजीएमओ रणवीर सिंह ने कहा कि भारत ने बीती रात पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया। इस कार्रवाई को सेना के स्पेशल कंमाडो द्वारा अंजाम दिया गया जो बिना किसी नुकसान के वापस लौट आए।

Photos:सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हुई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष ने दी सरकार को बधाई

भारतीय सेना के ऑपरेशन पर बोले पाक पीएम नवाज शरीफ, हम अपनी रक्षा करने में सक्षम

इस ऑपरेशन के बाद एयरफोर्स और सेना को हाइ अलर्ट पर रखा गया है। पंजाब में सीमा से सटे गांवों को खाली कराया गया है। इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्य- गुजरात, राजस्थान और कश्मीर पर बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रख दिया है। डीजीएमओ की तरफ से कहा गया कि कि भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोभाल और डीजीएमओ ने की थी। स्पेशल कंमाडो दो हेलीकॉप्टर से ऑपरेशन वाली जगह पर पहुंचे और उन्हें कवर देने के लिए भारतीय वायुसेना के विमान पूरी तरह तैयार थे। ऑपरेशन पर निगरानी रखने के लिए पर्रिकर और डोभाल ने कोस्टगार्ड के साथ रखा गया डिनर भी कैंसिल कर दिया था। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री को भी इस सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी गयी।

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सीमा से सटे राज्यों में BSF हाई अलर्ट पर

आइजी बीएसएफ कश्मीर विकास चंद्रा ने कहा है कि कश्मीर घाटी में बीते दो महीनों में करीब ढाई दर्जन आतंकी नियंत्रण रेखा पार करने में कामयाब रहे हैं। यह पहला अवसर है जब किसी वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने वादी में आतंकियों की सुरक्षित घुसपैठ की पुष्टि की हो। आइजी बीएसएफ ने कहा कि कश्मीर में आठ जुलाई को आतंकी बुरहान की मौत के बाद सीमा पार से 25-30 आतंकी घुसपैठ करने में सफल रहे हैं।

सेना ने पाकिस्तान में घुसकर नष्ट किया आतंकी कैम्प, पाक सेना को दी गई जानकारी


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नई दिल्ली। भारतीय सेना के डीजीएमओ ले0 जनरल रनबीर सिंह ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेन्स कर जानकारी दी कि भारतीय जवानों ने बुधवार की रात एक सर्जिकल आॅपरेशन कर एलओसी पर मौजूद एक आतंकी कैम्प को नष्ट कर दिया है। सेना के एक्शन की जानकारी देते हुए डीजीएमओ ने बताया कि आॅपरेशन खत्म हो चुका है, और इसकी सूचना पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ को दी जा चुकी है। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना से आतंकवादियों के खिलाफ सहयोग की मांग की है।

डीजीएमओ ने बताया कि जम्मू और कश्मीर में एलओसी पर 11 और 17 सितंबर को जिस तरह की घुसपैठ हुई वैसी करीब 20 कोशिशों को भारतीय जवानों ने नाकाम किया है। घुसपैठियों से बरामद हुए समानों पर पाकिस्तान से बने होने की बात हर बार सामने आई है। भारत द्वारा फिंगरप्रिंट और डीएनए जैसे सक्ष्य पाकिस्तान को समय समय पर सौंपे जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि सेना ने कुछ आतंकियों को जिन्दा पकड़ है जिनसे पता चला है कि आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण और हथियार मुहैया कराए जाते हैं।

बुधवार की रात हुए सेना के आॅपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए डीजीएमओ ने बताया कि सेना को पुख्ता जानकारी मिली थी कि एलओसी के निकट पाकिस्तान में स्थित एक लांच पैड पर बड़ी संख्या में आतंकवादियों को घुसपैठ के लिए तैयार किया जा रहा है। जिसके बाद भारतीय सेना ने सर्जिकल आॅपरेशन करते हुए लांच पैड को नष्ट कर दिया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए है और उन्हें बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है। आॅपरेशन को रोक दिया गया है। भारतीय सेना के जवान भविष्य में किसी भी प्रकार की कार्रवाई के लिए तैयार है।

हिस्ट्रीशीटर को जमानत नहीं दे सकते

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नई दिल्ली : राजद के पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुदीन की जमानत रद्द कराने सुप्रीम कोर्ट पहुंची बिहार सरकार को बुधवार को अदालत के तीखे और असहज सवालों का सामना करना पड़ा। वहीं, जब शहाबुद्दीन की ओर से कहा गया कि उन्हें बार-बार हिस्ट्रीशीटर कहा जाता है लेकिन इसके कोई साक्ष्य नहीं हैं तो उन्हें भी जमकर फटकार पड़ी।पीठ की अध्यक्षता कर रहे जस्टिस पीसी घोष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दो आदेश हैं जिनमें उन्हें हिस्ट्रीशीटर माना गया है। क्या ये गलत कहे जा सकते हैं। कोर्ट ने आगे कहा, हम इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं कि हिस्ट्रीशीटर को जमानत नहीं दी जा सकती। यह कहकर कोर्ट ने सुनवाई गुरुवार तक स्थगित कर दी।इससे पहले सुनवाई के दौरान जस्टिस घोष और जस्टिस अमिताव रॉय की पीठ ने बिहार सरकार से पूछा कि क्या शहाबुदीन की जमानत अर्जी की सुनवाई के समय अभियोजन अधिकारी कोर्ट में गए थे। हाईकोर्ट को क्या यह बताया गया था कि ट्रायल शुरू होने में नौ माह की देरी शहाबुद्दीन के कारण ही हुई है। क्योंकि उन्होंने हत्या के मामले में संज्ञान लेने के फैसले को रिवीजन कोर्ट में चुनौती दे दी थी जिससे पूरा रिकॉर्ड वहां चला गया और ट्रायल शुरू नहीं हो पाया। सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया था कि अगस्त में दाखिल जमानत अर्जी 7 सितंबर को सुनवाई के लिए लगी और उसी दिन हाईकोर्ट ने जमानत का आदेश पारित कर दिया।

पूछा-राज्य अशक्त कैसे हो सकता है
बिहार सरकार के वकील दिनेश द्विवेदी ने कहा कि इस मामले में वह अशक्त थे। इस पर कोर्ट ने कहा, आप राज्य है आप अशक्त कैसे हो सकते हैं। साथ ही राज्य सरकार से पूछा, क्या हाईकोर्ट ने आपको जमानत की याचिका पर नोटिस नहीं दिया था। जब आपको नोटिस मिला था तो आपने पूरा प्रकरण कोर्ट के सामने क्यों नहीं रखा। आप यह नहीं कह सकते कि हाईकोर्ट ने आपको नहीं सुना। आप हमें दिखाइये कि आपने सुनवाई के लिए समय मांगा था और उच्च अदालत ने उसे खारिज कर दिया था।

मामला गंभीरता से नहीं लिया गया
पीठ ने कहा कि यह इतना महत्वपूर्ण केस है और कई बार सुप्रीम कोर्ट भी आया है क्या अभियोजन अधिकारी को यह जानकारी नहीं होनी चाहिए। कोर्ट को यह कहना पड़ रहा है कि इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। पीठ ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि शहाबुद्दीन के खिलाफ 45 आपराधिक केस लंबित हैं और इससे पूर्व सभी मामलों में उन्हें जमानत मिली लेकिन राज्य नींद से तभी जागा जबकि हत्या के इस केस में उन्हें जमानत मिली।

कोर्ट स्थिति को सुधारे
राज्य सरकार के वकील ने कहा कि वह किसी भी गलती को उचित नहीं ठहरा रहे हैं। जो हो गया वह हो गया अब सुप्रीम कोर्ट इसमें उचित आदेश पारित कर स्थिति को दुरुस्त करे। सुनवाई के दौरान चंद्रकेश्वर प्रसाद की ओर से प्रशांत भूषण ने बहस की और उन्होंने शहाबुदीन की जमानत रद्द करने का आग्रह किया। उन्होंने 2010 और 2015 के फैसले कोर्ट को बताए जिसमें सुप्रीमकोर्ट ने शहाबुदीन की जमानत रद्द करने के आदेश दिए थे।

‘बिहार का पंचिंग बैग बना’
शहाबुदीन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर नफडे़ और शुएबआलम ने बहस की। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ हत्या के पांच मामलों में शामिल किया गया है लेकिन चार चार्जशीटों में उनका नाम नहीं है। यह बात राज्य और प्रशांत भूषण कोर्ट को क्यों नही बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि सीवान से भागलपुर जेल से शिफ्ट करते समय उनकी सुनवाई नहीं हुई जबकि कानूनन यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि उन्हें बार बार हिस्ट्रीशीटर कहा जा रहा है लेकिन इसके बारे में उनके पास सबूत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं पंचिंग बैग बन गया हूं जब भी बिहार में कुछ होता है मेरे नाम पर मढ़ दिया जाता है।

पन्ना जिले में डेंगू का प्रकोप, जनता में मचा हड़कंप

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पन्ना :जिला स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका एवं नगर परिषदों की भारी लापरवाही के चलते पन्ना जिले की कई तहसीलों मे डेंगू का प्रकोप देखा गया, जानकारी के अनुसार पन्ना जिले में डेंगू का स्वास्थ्य विभाग में चेकअप करने की  व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है जिसके कारण समूचे जिले के लोगों को उपचार हेतु अन्य जिलों में भटकना पड़ रहा है बिदित हो की नगरों कि साफ सफाई  में करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे है पर कहां? सवालिया निशान खडा कर रहा है, मलेरिया तो पहले पनपा था पर अब तो डेंगू  ने भी जिले में  दस्तक दे दी है, जब एक जिंदगी को लील लिया तब  कुम्भकरणी नींद में सोया प्रशासन  जागा और हाथी के दांत दिखाते हुए हलचल करने लगा ।

 काश पहले ही कुछ उपाय कर पूर्ण जिम्मे दारी के साथ हमारे अफसर लोग अपना लेते तो शायद बड़वारा गाँव में युवक की मौत  ना होती, चाहे जिला प्रशासन हो या नगर प्रशासन... सब अपने कार्यो के प्रति उदासीन से नजर आ रहे है विदित हो की अमानगंज निवासी वरिष्ठ पत्रकार चम्पत राय तिवारी जी के 27 वार्षीय पुत्र सुशील तिवारी को बुखार आने पर  अमानगंज में इलाज कराया गया लेकिन कारगर इलाज न मिलने के कारण उन्हें कटनी ले जाना पड़ा जहाँ उनको प्राइवेट नर्सिंग होम ने डेंगू से पीड़ित बताया जिनका इलाज लगभग दो हफ्तों  से कटनी में ही चल रहा है।,

ग्राम कमताना से भी डेंगू से पीड़ित मरीज की खबर मिल रही है जिनका इलाज नागपुर में होना बताया जा रहा है, पवई से भी डेंगू से पीड़ित महिला का मामला प्रकाश में आया है जिनका इलाज कटनी में होना बताया जा रहा है .... डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है जिसके लिए अन्य जिलों में घर घर सर्वे करा कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है, अपने जिले में ऐसी कोई प्रक्रिया का कुछ अता पता ही नहीं है... डेंगू जानलेवा बीमारी है इससे बचाव के ठोस कदम उठाने की जरूरत.

19 शहादतों के बाद टूटा मोदी का सब्र, भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर मारे कई आतंकी

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नई दिल्ली। #UriAttack में शहीद हुए 19 जवानों की शहादत का बदला अब भारत ने पाकिस्तान से ले लिया है। भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों को ढेर कर दिया है। DGMO और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह खुलासा किया। डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन लेफ्टिनेंट जनरल रनवीर सिंह ने कहा कि भारत ने लाइन ऑफ कंट्रोल के पार सर्जिकल स्ट्राइक की है। रनवीर सिंह ने कहा कि भारत ने बहुत ही पुख्ता जानकारी के बाद लाइन ऑफ कंट्रोल के पार आतंकवादी ठिकाने पर हमला कर उसे निस्तोनाबूद कर दिया है।



जनरल रनवीर सिंह ने किया खुलासा

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने बताया, ‘कल बहुत ही विश्वस्त और पक्की जानकारी मिली कि कुछ आतंकी एलओसी के साथ लॉन्चपैंड्स पर इकट्ठे हुए हैं। उनका मकसद भारत में घुसपैठ करके आतंकी हमले करना था। भारत ने उन लॉन्चपैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किया। इसका आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था। इन हमलों के दौरान आतंकियों और उनके समर्थकों को भारी नुकसान हुआ है। कई को मार गिराया गया। मैंने पाकिस्तान डीजीएमओ से संपर्क करके उनको अपनी चिंताएं बताईं और मामले की जानकारी दी। ये हम बिलकुल गवारा नहीं करेंगे कि आतंकी हमारे देश पर किसी तरह का हमला कर सकें।’

#UriAttack में 19 भारतीय जवान हुए थे शहीद

गौरतलब है कि 18 सितंबर को सीमा पार से आए चार पाकिस्तानी आतंकियों ने आर्मी बेस पर हमला कर दिया था। उन्होंने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग की और ग्रेनेड फेंके। इन चारों आतंकवादियों को तीन घंटे की भीषण मुठभेड़ के बाद मार गिराया गया था। इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने उरी हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है और सोमवार को सरकार ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिश करने का फैसला किया है।

बंसल परिवार की खुदकुशी से जांच एजेंसी पर उठीं उंगलियां, फंस सकते हैं CBI के अफसर



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वाणिज्य मंत्रालय के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल के पूरे परिवार के खुदकुशी मामले में सीबीआइ के अधिकारी भी जांच के दायरे में आएंगे। बंसल के घर से मिले पत्र में पांच सीबीआइ अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। 

मरने से पहले लिखे पत्र में बीके बंसल और उनके बेटे योगेश ने सीबीआइ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस और सीबीआइ के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। पुलिस अभी इतना ही कह रही है कि जांच के दायरे में जो भी आएगा, उससे पूछताछ होगी। पुलिस उनके फोन कॉल के ब्योरे को भी खंगाल रही है। अपने अधिकारियों के खिलाफ आरोपों को देखते हुए सीबीआइ ने इसकी जांच के लिए बुधवार को एक आंतरिक जांच समिति बना दी।

सूत्रों के मुताबिक बंसल की पत्नी और बेटी की खुदकुशी की सूचना जब सीबीआइ को मिली थी तो एजंसी ने दुख जताते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार के मामले में बंसल के अलावा कोई आरोपी नहीं हैं, तो फिर खुदकुशी जैसी बातें सामने आना दुखद है। मंगलवार को जैसे ही एंजसी को बंसल और उनके बेटे की खुदकुशी के बारे में सूचना मिली, तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया। जब सीबीआइ निदेशक अनिल सिन्हा को बीके बंसल और उनके बेटे की खुदकुशी की सूचना दी गई तो वे विदेश में थे। लेकिन मामला संजीदा होने और अधिकारियों पर लगे आरोपों की जानकारी होने के बाद उन्होंने वहीं से उन अफसरों से बात की जो बीके बंसल के मामले की जांच कर रहे थे।

पूरे मामले को लेकर सीबीआइ पर उंगलियां उठने से अनिल सिन्हा ने आतंरिक जांच कराने का मन बना लिया है। उनके लौटते ही इस मामले में आधिकारिक कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इस बीच सीबीआई मुख्यालय में बंसल और उनके बेटे योगेश के पत्र का इंतजार हो रहा है। उसके बाद ही सीबीआइ आगे की रणनीति बनाएगी। पूर्वी दिल्ली के आइपी एक्सटेंशन के नीलकंठ अपार्टमेंट में कारपोरेट मामलों के महानिदेशक रहे आइएएस अफसर बीके बंसल ने अपने बेटे के साथ घर में फांसी लगा ली थी। इस मामले में पुलिस अपार्टमेंट के गार्ड, मंदिर के पुजारी और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक बंसल की टेलीफोन बातचीत को सर्विलांस पर लगा कर उसके ब्योरे को खंगालना शुरू कर दिया है। इस बातचीत में कई बड़े कारोबारी व नेता शामिल होने की बात सही जा रही है, जिनके नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। सीबीआइ ने एक दवा कंपनी के खिलाफ जांच का आदेश न देने के लिए नौ लाख रुपए की घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। दवा कंपनी के मालिक अनुज सक्सेना की अग्रिम जमानत याचिका दो बार कोर्ट से खारिज होने के बाद भी सीबीआइ उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

सूत्रों की मानें तो बंसल का फोन सर्विलांस पर लगा हुआ था। उनकी कंपनियों के मामलों के सिलसिले में देश के बड़े कारोबारियों से बात होती थी। इनमें कई नेता व कारोबारी शामिल थे। सीबीआइ ने बातचीत के केवल उस हिस्से को गिरफ्तारी का आधार बनाया, जिसमें बंसल व दवा कंपनी के मालिक अनुज सक्सेना की बातचीत थी। अब पुलिस ने उस बातचीत को खंगालने का मन बना लिया है।  मंगलवार को मौके पर पहुंची पुलिस को जैसे ही एक के बाद एक पत्र मिले, उसकी जांच की दिशा सीबीआइ की ओर घूमने लगी। बंसल ने अपने पत्र में सीबीआइ अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसमें सीबीआइ कुछ अधिकारियों के नाम भी दिए हैं। ऐसे में देश की शीर्ष जांच एजंसी के खिलाफ जांच कर कौन सच्चाई सामने लाएगा, यह बड़ा सवाल है। बताया जा रहा है कि बंसल ने अपने पत्र में सीबीआइ पर उनकी पत्नी और बेटी को भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

सबसे पहले इन दोनों का शव देखने वाली 17 साल की घरेलू सहायिका ने बताया कि बंसल और उनके बेटे ने कहा था कि वे लंबे समय के लिए कहीं दूर जा रहे हैं। बंसल परिवार के घर पिछले सात महीनों से काम कर रही रचना कहती है-उन्होंने मुझे बताया कि वे घर देर से आएंगे, इसलिए वे मेरे लिए दरवाजे खुले छोड़ देंगे। वह बताती है कि दोनों के शव देखने के बाद वह गार्ड को खबर देने भागी और फिर बेहोश होकर गिर पड़ी। इससे पहले 19 जुलाई को जब बंसल की पत्नी सत्यबाला और बेटी नेहा ने खुदकुशी की थी, तब रचना ने ही सबसे पहले उनकी लाश लटकी देखी थी। रचना का कहना है कि बंसल खुद में ही सीमित रहते थे और उनके घर कभी-कभार ही कोई मेहमान आता था। योगेश उनसे कहते थे जहां भी वे जाएंगे, लोग उन पर उंगलियां उठाएंगे और कहेंगे कि वह बीके बंसल का बेटा है और इससे बुरा लगेगा। मैं उनसे बाहर जाने को कहती, लेकिन वे कहते कि सीबीआइ ने उससे कहा है कि जहां कहीं भी तुम छुपोगे, हम तुम्हें ढूंढ निकालेंगे।

रचना बताती है कि अगस्त में जमानत मिलने के बाद से बंसल और उनका बेटा लगभग रोज सीबीआइ दफ्तर जाते थे। सोमवार शाम योगेश ने कहा कि वे छह महीने के लिए शहर से बाहर जा सकते हैं। बंसल ने कहा कि वे उस दिन सीबीआइ

सुहागरात पर जैसे ही पत्नी से मुँह से निकला प्रेमी का नाम तो पति ने उठाया ये कदम

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बिहार। रोहतास के बारुण का रहने वाला कुलदीप रंजीत प्रसाद ने सोमवार को उसने पंखे से लटककर सुसाइड कर ली। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले स्टूडेंट्स ने मकान मालिक को दिन के ग्यारह बजे सूचना दी कि कुलदीप का कमरा सुबह से नहीं खुला है।

 देर रात भाई को फोन किया था
मकान मालिक और अन्य छात्रों ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया। वेंटिलेशन से देखने पर घटना की जानकारी मिली। तत्काल इसकी सूचना कदमकुआं थाने को दी गई। कुलदीप के बड़े भाई जयंत कुमार रौशन के बयान पर कदमकुआं थाने में यूडी केस दर्ज कर लिया गया है। परिजनों ने माना है कि उनके बेटे ने सुसाइड किया है। कुलदीप के पिता लक्ष्मी सिंह ने बताया कि उसने देर रात भाई को फोन किया था, लेकिन बात नहीं हो सकी थी। इसके बाद उसने भाई के मोबाइल पर मैसेज किया कि वह सुसाइड करने जा रहा है। पिता ने कहा कि हम लोगों ने सुबह मैसेज देखा और कुलदीप के मोबाइल पर रिंग किया। जब उसने नहीं उठाया तो हम लोग पटना के लिए रवाना हो गए।
 देर रात भाई को फोन किया था
मौके से बरामद सुसाइड नोट में कुलदीप ने अपनी असफल प्रेम कहानी का जिक्र किया है। वह पटना के ही एक लड़की से प्यार करता था। उससे शादी भी कर चुका था। हालांकि शादी की सूचना घरवालों को नहीं थी। सुसाइड नोट में लिखा गया है कि वह मेरे प्यार को समझ नहीं सकी और  देर रात भाई को फोन किया था हो गया। इसमें मेरे दोस्तों और मेरे घरवालों का कोई दोष नहीं है। कुलदीप चार भाइयों में सबसे छोटा था। बाकी के तीन भाई रोहतास में ही रहते हैं। इंस्पेक्टर एनका कॉल डिटेल निकाली जा रही है। फिर कार्रवाई की जाएगी।

बिहार के इस IAS ने बनाया ऐसा 'अमृत' जिसको पीते ही मृतशय्या पर लेटा मरीज भी हो जायेगा खड़ा



इनसे मिलिए ये हैं बिहार के वर्ल्ड रिकार्डधारी आईएएस अधिकारी एसएम राजू. एक ही दिन में 90 लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर जहां राजू ने दुनिया को चौका दिया.
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नई दिल्ली : इनसे मिलिए ये हैं बिहार के वर्ल्ड रिकार्डधारी आईएएस अधिकारी एसएम राजू. एक ही दिन में 90 लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर जहां राजू ने दुनिया को चौका दिया. वहीँ इनकी खुद कि जिंदगी कम चौकाने वाली नहीं है. साल 1973 में राजू एक गंभीर बीमारी कि चपेट में आ गए और उनकी पढ़ाई-लिखाई चौपट हो गयी. जब डॉ. ने उन्हें जवाब दे दिया तो आयुर्वेद कि मदद से किताबें पढ़-पढ़ कर उन्होंने उन औषधियों को खोज निकाला.

खुद कर चुके हैं अपना इलाज

उस औषधी से न उनकी बीमारी ठीक हुई बल्कि 1991 आते-आते वह देश के आईएएस अफसर बन चुके थे. 'इंडिया संवाद' से एक बातचीत में राजू ने बताया कि उनकी दवाई अश्वगंधा, आवंला, नीम, बेल और गोकुल जैसी जड़ी बूटियों से बनी हैं. और नई जिंदगी देने कि यह एक अदभुत औषधि है. इसी औषधि से राजू ने अपने पिता की गंभीर बीमारी से उन्हें निदान दिला दिया.

देश की जनता का उद्धार करने की पहल

और तो और वह यहीं नहीं रुके. वह अपनी इस दवा से देश के अन्य परेशान लोगों को भी निदान दिलाना चाहते थे. जिसके चलते वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले. चूँकि नीतीश के पिता और भाई भी आयुर्वेद के जानकर थे लिहाजा नीतीश कुमार ने उन्हें दो महीने की छुट्टी देकर इस दवा को आयुष मंत्रालय से लाइसेंस (पेटेंट) करने की सलाह दी. कुछ ही महीने पहले देश के आयुष मंत्रालय ने राजू की दवा को स्वीकृति प्रदान कर दी है.

राजू की दवा बनायेगी बेंगलोर की कंपनी

राजू ने बताया कि उनकी दवा को बेंगलोर कि एक कंपनी बना रही है और उन्हें ख़ुशी है कि इस दवा से वह देश के कई लोगों को लंबी बीमारी से मुक्त करा सकें. इतना ही नहीं उनकी यह दवा 11 अक्टूबर को लांच होगी. राजू ने बताया कि इस समारोह के मुख्य अतिथि आयुष मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार मंत्री श्रीपद येस्सो नाइक होंगे. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री थवरचन्द गहलोत और गिरिराज सिंह होंगे.

प्रियंका चोपड़ा ने खुद को बाथरूम में जा कर एेसा क्यों कहा?



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लॉस एंजेलिस: लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा का कहना है कि टीवी शो ‘क्वांटिको’ के लिए ऑडिशन देना उनके लिए ‘अजीब’ था। लेकिन, ऑडिशन में उन्होंने अपना सबसे अच्छा शॉट दिया और उन्हें मुख्य भूमिका के लिए चुना गया। वेबसाइट डेलीमेल डॉट को डॉट यूके की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अंदाज’, ‘फैशन’, ‘7 खून माफ’, ‘बाजीराव मस्तानी’ जैसी बॉलीवुड फिल्मों के लिए मशहूर प्रियंका ने चैट शो ‘गुड मॉर्निग अमेरिका’ में कहा कि पहली बार वह ‘क्वांटिको’ के ऑडिशन के दौरान दबाव में थी। भारत में इस तरह का ऑडिशन सामान्य नहीं है।

उन्होंने कहा, “मैंने कभी इस तरह का ऑडिशन नहीं दिया था जहां कमरे में सात लोग आपको एकटक देख रहे हैं। एक कलाकार के लिए यह बेहद अजीब स्थिति होती है।”

34 वर्षीय अभिनेत्री टीवी शो ‘क्वांटिको’ में एफबीआई एजेंट एलेक्स पारिश की भूमिका में हैं। उन्होंने कहा, “80,000 लोगों के सामने स्टेज पर मैं खुद को बेवकूफ की तरह पेश कर सकती हूं, लेकिन वह एक ऐसा पल था, जिसके बारे में सोच कर मेरे हाथ पसीने से तर बतर हो रहे थे। इसलिए मैं बाथरूम में जाकर खुद से ही बात कर रही थी कि ‘तुमने अब तक 50 फिल्में की हैं। क्या हो गया है तुम्हें?’ फिर मैं उनके सामने गई और मुझे यह भूमिका मिली।”

‘क्वांटिको’ भारत में सोमवार से स्टार वर्ल्ड और स्टार वर्ल्ड एचडी पर प्रसारित होगा।

Wednesday, September 28, 2016

सिंधु जल संधि, पानी रोका तो पाकिस्तान घुटने टेकने पर होगा मजबूर : कैप्टेन अजय सिंह यादव

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कश्मीर के उरी में आर्मी बेस पर हमले के बाद अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को उसकी हरकतों के लिए सबक सिखाया जा सके। भारत को पाकिस्तान जाने वाली सिंधु इलाके की नदियों का पानी रोक देना चाहिए। इससे पाकिस्तान के बड़े इलाके में अकाल पड़ जाएगा और वो घुटने टेकने को मजबूर हो जाएगा। इस प्रकार प्रधानमंत्री को इस समय कूट नीति से काम लेना चाहिए।

उक्त उदगार पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कही। श्री यादव ने बताया कि भारत, पाकिस्तान के साथ की गयी सिंधु जल संधि को समाप्त कर देगा, जो पाक पर परमाणु बम गिराने के समान होगा।  पिछले कुछ समय से पाकिस्तान यह आरोप लगाता रहा है कि भारत इस संधि की शर्तों को तोडक़र उसे पूरा पानी नहीं दे रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि इस संधि की वजह से जम्मू-कश्मीर में कोई भी बड़ी पनबिजली परियोजना नहीं लग पा रही है। इसी कारण से जम्मू कश्मीर में आर्थिक गतिविधियां लगभग ठप पड़ी हुई हैं, जिसका नतीजा आतंकवाद के रूप में सामने आ रहा है। इस समझौते के तहत भारत, पाकिस्तान को अपने इलाके से होते हुए जाने वाली सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों का 80 फीसदी पानी देता है।

 भारत को इन नदियों के सिर्फ 20 फीसदी पानी के इस्तेमाल की इजाज़त है। इसके अलावा उस समय भारत ने पाकिस्तान को सौ करोड़ रूपये भी दिए थे।
कैप्टेन अजय सिंह यादव ने बताया कि पूरे देश की जनता में रोष है कि पाकिस्तान एक के बाद एक आतंकी हमला करता जा रहा है। आज के दिन हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों में शायद ही कोई ऐसा गांव होगा जिसमें शहीदी स्मारक न बना हो। इसके बावजूद पाकिस्तान को सबक नही सिखाया जा रहा है।

अब प्रधानमंत्री को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरह निर्णय लेना चाहिए और पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। जिस प्रकार इंदिरा गांधी जी ने बांगलादेश को आजाद कराया था, उसी प्रकार अब प्रधानमंत्री को बलूचिस्तान, गिलकित व सिंध को आजाद कराना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने भी 1965 में पाकिस्तान को धमकी दी थी कि यदि वह अपनी हरकतों से बाज नही आएगा तो पानी रोक दिया जाएगा। इसी तरह अब वह समय आ गया है कि पाकिस्तान जाने वाली सिंधु इलाके की नदियों का पानी रोक दिया जाए।

रेप करने में हुआ नाकाम तो ऐसा कर दिया हाल, शरीर को चाकू से गोदा !

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बाराबंकी। यूपी के बाराबंकी जिले में नाबालिग से रेप करने की कोशिश की गई। आरोपी जब इसमें नाकाम रहा तो उसने लड़की को शरीर को चाकू से गोद दिया। लड़की को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।



रेप करने की कोशिश जंगल में ले जाकर..
मामला बाराबंकी के रामसनेही घाट थाना क्षेत्र का है। बुधवार को 14 साल की मुन्नी (बदला नाम) खेतों में काम करने गई थी। यहां मुन्नी के पड़ोस में रहने वाला रंजीत पहले से पेड़ के पीछे छिपकर बैठा था। कुछ देर बाद मुन्नी के परिवारवाले घर चले गए, लेकिन बच्ची खेतों में काम करती रही। इसी बीच मौका पाकर रंजीत ने मुन्नी को दबोच लिया और पास के जंगल में ले गया। वहां उसने मुन्नी के कपड़े फाड़ दिए और उसके साथ रेप करने की कोशिश करने लगा।



इज्जत बचा ने के बाद भी खतरे में जान..
मुन्नी ने रंजीत से काफी मिन्नतें की लेकिन वो नहीं माना। इसके बाद मुन्नी जोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया, जिसकी आवाज सुनकर एक राहगीर राजेश वहां आ गया। राजेश को आते देख रंजीत बौखला गया, उसने चाकू निकाल मुन्नी के शरीर को चाकू से गोद दिया। घटना को अंजाम देकर रंजीत भागने की फिराक में था, लेकिन राजेश ने गांव वालों को बुलाकर उसे धर दबोचा। युवती की हालत देख लोगों ने आरोपी की पहले जमकर पिटाई की और उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया।

सेना ने कहा-मोदी जी, ये हथियार दिला दो, एक दिन में सबको ठीक कर देंगे

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ARMY ने PM MODI से एक स्पेशल हथियार की मांग की है। और सरकार ने भी उस हथियार की तलाश शुरू कर दी है।

भारत ने मंगलवार को एक बार फिर से न्यू-जेनरेशन असॉल्ट राइफल की वैश्विक स्तर पर तलाश शुरू की है। पिछले दशक में भारत ऐसी कई कोशिशें कर चुका है पर कुछ अव्यवहारिक टेक्निकल जरूरतों और भ्रष्टाचार की वजह से वे कोशिशें सफल नहीं हो पाई थीं। इस बीच यह बहस भी होती रही कि यह राइफल दुश्मन को ‘मारने’ में सक्षम होनी चाहिए या सिर्फ ‘घायल’ करने में।

क्या चाहती है सेना

बताया जा रहा है कि इस बार यह प्रोजेक्ट बहुत बड़ा होने जा रहा है। सेना चाहती है कि एक बार में ही 65,000 राइफल्स ली जाएं, साथ ही 1,20,000 राइफल्स का निर्माण भारत में भी होना है। 12 लाख जवानों वाली सेना के लिए यह एक शुरुआत भर होगी। इस पूरे प्रोजेक्ट की कीमत एक बिलियन डॉलर से ऊपर जा सकती है।

कौन साथ हथियार है वो

मंगलवार को रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी आरएफआई (रिक्वेस्ट फॉर इन्फ़र्मेशन) में यह जिक्र किया गया है कि सेना को 7.62mm x 51mm की राइफल चाहिए जिससे किसी को मार गिराया जा सके। यह राइफल 5.56 mm वाली राइफल की जगह लेगी। इसमें बताया गया है कि कम वजन वाली राइफल्स में कम से कम 500 मीटर की रेंज होनी चाहिए और प्रतिघात करने के लिए 500 मीटर तक 3 मिनट से ज्यादा वक्त न ले।

क्या है खासियत

राइफल में यह खासियत भी होनी चाहिए कि वह 40mm अंडर-बैरल ग्रेनेड लॉन्चर में फिट हो जाए। डिजाइन के मामले में यह उच्च कोटि की होनी चाहिए और परफॉर्मेंस पैरामीटर के मामले में यह अगले 25-30 सालों तक प्रासंगिक रहे। इसके अलावा और भी कई बातों का जिक्र आरएफआई में किया गया है। आपको बता दें कि पिछले साल अप्रेल में सेना के कमांडरों की कॉन्फ्रेंस में इस बात पर चर्चा हुई थी कि सेना को 7.62mm राइफल की जरूरत है जो किसी को मारने में समक्ष हो या 5.56 x 45mm राइफल की जो दुश्मन सेना के जवानों को हथियार डालने पर विवश कर दे।

नशे में धुत इस लड़की ने उतार डाले सारे कपड़े, क्लिक कर देखें सारी तस्वीरें

September 28, 2016. Toc News


हॉस्टल में आपत्तिजनक हालत में लड़कियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियों में लड़कियां अपत्तिजनत हरकत करने नजर आ रही है. बताया जा रही है वीडियो में लड़कियां नशे में धुत है और जमकर मस्ती कर रही है. मस्ती के मूड में उन्हें इस बात की खबर ही नही है कि वह क्या हरकत कर रही है.



पार्टी के दौरान ही लड़कियों ने नशे की हालत में अपनी हरकतों की वीडियो बना ली और वॉस्टऐप से लेकर फेसबुक तक सभी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस वीडियो को यूट्यूब पर 15 सितंबर को अपलोड किया गया है. इसके बाद तो यह वीडियो लोगों की पसंद बन गई है. हर कोई इसे ​क्लिक कर देख रहा है.


आप भी देखें यह वीडियो:

सोशल मीडिया में वायरल इस वीडिया में हॉस्टल की लड़कियां अपने कपड़े भी उतारते में नही हीचकिचा रही है. इस वीडियों में कई लड़कियां एक दूसरे को किस भी कर रही है. हालांकि अभी तक यह पता नही चला पाया है कि यह वीडियों दिल्ली के किस हॉस्टल का है. वीडियो के बारे में कहा जा रहा है कि यह वी​डियो हॉस्टल में किसी पार्टी की है.

प्रियंका चौपड़ा ने उतार दिये कपड़े पहले एपिसोड में 'क्वांटिको 2' में देखें

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'क्वांटिको 2'  पहले एपिसोड में को-स्टार के साथ प्रियंका ने किया स्ट्रिप
Represent by - Toc News

लॉस ऐंजलिस : बॉलीवुड के बाद अब अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड की भी मशहूर सेलिब्रिटी बन गई हैं। अभी बीते मंगलवार को प्रियंका का इंटरनेशनल प्रोजेक्‍ट शो ‘क्वांटिको 2’ का पहला एपिसोड मंगलवार रात टेलीकास्ट हुआ। नए सीजन में एलेक्स पेरिस (प्रियंका चोपड़ा) सीआईए (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) के लिए काम करती दिखाई देंगी।
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इसके अलावा, उसकी जिंदगी में तब उथल-पुथल आ जाती है, जब रयान उसे प्रपोज करता है और वह अपने असाइंमेंट के चलते इस प्रपोजल को नामंजूर करती है।
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पहले एपिसोड में प्रियंका न्यू अवतार में नजर आईं। लेकिन इसका एंड ट्विस्ट के साथ हुआ। एपिसोड के आखिर में दिखाया गया है कि, प्रियंका अपनी को-स्टार से बातचीत कर रही हैं और उसके बाद वे उसके साथ स्ट्रिप करती हैं।
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प्रियंका की वायरल हो रही फोटोज से अंदाजा लगाया जा रहा है कि, उन्होंने सिक्युरिटी चैकिंग के लिए स्ट्रिप किया है। लेकिन सच्चाई अगले एपिसोड में ही पता चल पाएगी।
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गौरतलब हो कि, इससे पहले सीजन में एलेक्स पेरिस (प्रियंका चोपड़ा) को FBI ऑफिसर थीं। लेकिन बाद में उन्होंने यहां से रिजाइन कर दिया।

ये है दुनिया की सबसे परफेक्ट फिगर वाली महिला, वैज्ञानिकों ने दिया खिताब




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हर किसी की नजर में खूबसूरती के अलग-अलग मायने होते हैं लेकिन इस बार इस खूबसूरती को वैज्ञानिकों ने अपनी नजर से मापा है। वैज्ञानिकों ने अपनी नजर में खूबसूरती की कसौटी पर खरी उतरने वाली एक मशहूर मॉडल है।


हर किसी की नजर में खूबसूरती के अलग-अलग मायने होते हैं लेकिन इस बार इस खूबसूरती को वैज्ञानिकों ने अपनी नजर से मापा है। वैज्ञानिकों ने अपनी नजर में खूबसूरती की कसौटी पर खरी उतरने वाली एक मशहूर मॉडल है।

प्रियंका चौपड़ा ने उतार दिये कपड़े पहले एपिसोड में 'क्वांटिको 2' में देखें

'क्वांटिको 2'  पहले एपिसोड में को-स्टार के साथ प्रियंका ने किया स्ट्रिप
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लॉस ऐंजलिस : बॉलीवुड के बाद अब अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड की भी मशहूर सेलिब्रिटी बन गई हैं। अभी बीते मंगलवार को प्रियंका का इंटरनेशनल प्रोजेक्‍ट शो ‘क्वांटिको 2’ का पहला एपिसोड मंगलवार रात टेलीकास्ट हुआ। नए सीजन में एलेक्स पेरिस (प्रियंका चोपड़ा) सीआईए (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) के लिए काम करती दिखाई देंगी।
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इसके अलावा, उसकी जिंदगी में तब उथल-पुथल आ जाती है, जब रयान उसे प्रपोज करता है और वह अपने असाइंमेंट के चलते इस प्रपोजल को नामंजूर करती है।
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पहले एपिसोड में प्रियंका न्यू अवतार में नजर आईं। लेकिन इसका एंड ट्विस्ट के साथ हुआ। एपिसोड के आखिर में दिखाया गया है कि, प्रियंका अपनी को-स्टार से बातचीत कर रही हैं और उसके बाद वे उसके साथ स्ट्रिप करती हैं।
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प्रियंका की वायरल हो रही फोटोज से अंदाजा लगाया जा रहा है कि, उन्होंने सिक्युरिटी चैकिंग के लिए स्ट्रिप किया है। लेकिन सच्चाई अगले एपिसोड में ही पता चल पाएगी।
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गौरतलब हो कि, इससे पहले सीजन में एलेक्स पेरिस (प्रियंका चोपड़ा) को FBI ऑफिसर थीं। लेकिन बाद में उन्होंने यहां से रिजाइन कर दिया।

अपना राजनीतिक रसूख कायम करता कौन मंत्री करता बालाएं पेश?

अवधेश पुरोहित @ Toc News

भोपाल। यूँ तो मध्यप्रदेश में जबसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तबसे लेकर आज तक राज्य के शिवराज मंत्रीमण्डल के सदस्यों और संगठन से जुड़े सदस्यों की कई तरह की रास लीलाओं की चर्चा आम रही हैं, 

तो वहीं राज्य के एक मंत्री द्वारा अपने एक संगठन से जुड़े मित्र और अपनी प्रेमिकाओं के लिये राजधानी के कोलार क्षेत्र में अपनी प्रेमिकाओं को बकायदा आलीशान आवास उपलब्ध कराया गया है और जब भी मंत्री का मन रासलीला खेलने को होता है तो वह वहाँ पहुंच जाते हैं हाँ यह जरूर है कि इन दिनों इस तरह की रासलीला से वंचित संगठन से जुड़े भारी भरकम नेता वंचित हैं।

शिवराज सरकार में वैसे ऐसे कई मंत्री भी मौजूद हैं जो रात ढलते ही वाहन में बैठकर अपनी प्रेमिकाओं के यहाँ रासलीला रचाने के लिये उनके निवास पर पहुंच जाते हैं तो एक मंत्री तो अपने पूर्व विभाग की पत्नी के यहाँ रात को अक्सर देखे जाते हैं। लेकिन अभी हाल ही में राजधानी में यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर शिवराज मंत्रीमण्डल में वह मंत्री कौन है जो अपने राजनैतिक रसूख को कायम रखने के लिये अरेरा कालोनी में निवास करने वाली एक बाला को परोसने का काम करता है, इस खोज में इन दिनों हर कोई लगा हुआ है, इसको लेकर इन दिनों यह चर्चा भी जोरों पर है कि आखिकार जब कांग्रेस के जमाने में ६५ साल के बुजुर्ग गंगाराम तिवारी को भी एक नर्स के साथ रंगरेलियां मनाने का आरोप लगा था।

राजनेता भले ही भाजपा या कांग्रेस का हो आखिरकार उसे जब सत्ता का नशा जब चढ़ता है तो वह साधु से शैतान बन जाता है और वह सत्ता के नशे में वह सब करने लगता है जो सत्ता में आने से पूर्व उन सभी से दूरियां बनाने की या तो नौटंकी करता था या फिर अपनी बदनामी से अपने कुर्कमों पर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं। सत्ता में वो ताकत है जिसकी भागीदारी बनने पर हर कोई पद भ्रष्ट हो जाता है तो कोई सुरा से होता को कई सुन्दरी से तो कई लक्ष्मी दर्शन के फेर में उलझ जाते हैं। ऐसे उदाहरण कई मिले जब कांग्रेस के जमाने में भी इस तरह की घटनायं आम थी कि फलां मंत्री राजधानी के निकट एक फार्म हाउस में रंगरेलियां करते देखा गया। ऐसी घटनाऐंं कांग्रेस शासन में आम थीं, लेकिन भाजपा के नेता जो अपने आपको अन्य राजनीतिक पार्टियों की तुलना में सबसे अलग होने का दावा करने का ढिंढोरा पीटते हैं आज वह सत्ता में आते ही क्या-क्या कर रहे हैं, इन सबको लेकर लोग चटकारे लेकर चर्चा करते देखे गए हैं,

अर्जुनसिंह के शासनकाल में भी कई नेता और पत्रकार इस तरह की घटनाओं से तमाम चर्चित रहे हैं, हालांकि प्रदेश में इन दिनों एक गिरोह सक्रिय है जो राजनेताओं को सुन्दरियों के दर्शन कराकर अपनी गिरफ्त में लेने की हरदम प्रयास में लगा रहता है। तो ऐसे भी प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर भी चर्चाएं आम हैं कि शिवराज सरकार में अधिकारियों के पास अब इतनी शक्ति हो गई है कि अब उन्हें काम के बदले धन नहीं बल्कि सुरा और सुन्दरी चाहिए, ऐसी ही एक घटना जिले में पदस्थ एक आईएएस अधिकारी को लेकर ऐसी ही एक घटना पिछले दिनों चर्चा में थी कि आईएएसस अधिकारी को एक ठेकेदार को भुगतान के एवज में पैसा नहीं बल्कि सुन्दरी की फरमाइश की थी।

 इस तरह की कई चर्चाओं का दौर राजनेताओं, अधिकारियों और भाजपा के संंगठन से जुड़े लोगों के बारे में आएदिन चर्चाओं में रहती हैं लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रीमण्डल के उस सदस्य को लेकर यह चर्चा इन दिनों लोग चटकारे लेकर कहते सुने जा रहे हैं कि अपनी पद और प्रतिष्ठा को बनाये रखने और उसमें इजाफा करने के फेर में वह मंत्री कौन है जो दक्षिण भारतीय इस बाला को अपने आकाओं के सामने पेश करने में लगा हुआ है, तो वहीं उन आकाओं की खोज में भी लोग लगे हुए हैं जो उस मंत्री द्वारा पेश की गई दक्षिण भारतीय बाला का उपभोग कर रहे हैं तो वहीं इस खोज में लोग लगे हुए हैं कि आखिर वह मंत्री कौन हैं जो अपने राजनीतिक रसूख कायम रखने के लिए दक्षिणी बाला का उपभोग करने में नहीं हिचक रहा । भाजपा के सत्ता में आने के बाद क्या यही अब सत्ता और संगठन से जुड़े लोगों का चरित्र हो गया है।