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Saturday, December 24, 2016

ATS के ASP अाशीष प्रभाकर की मोहब्बत, मर्डर, सुसाइड

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Toc News
जयपुर। बीते गुरुवार एटीएस के एडिशनल एसपी अाशीष प्रभाकर ने अपनी कार के अंदर एक महिला को सर्विस रिवॉल्वर से गोली मार दी और सुसाइड कर लिया। वे पूनम शर्मा नाम की महिला को करीब 5 साल से जानते थे। महिला 6 महीने से शादी के लिए दबाव बना रही थी। इसी तनाव में एएसपी ने पहले उसे गोली मारी और फिर खुद को।
मोहब्बत, मर्डर और सुसाइड की पूरी कहानी...

साथ ही पुलिस को वहा दो सुसाइड नोट मिले हैं। एक सुसाइड नोट पांच लाइन का है जो पत्नी दो बेटों के नाम है और दूसरा 13 लाइन का नोट पूनम के बारे में है। अाशीष प्रभाकर ने लिखा कि पांच साल पहले पूनम ने उसको प्यार में फंसाकर उसके परिवार को तबाह कर दिया। इसलिए पुलिस ऑफिसर होने के नाते मुझे इसको सजा देनी जरूरी है। मर्डर से पहले प्रभाकर ने फायरिंग की बाकायदा प्रैक्टिस भी की थी। पांच साल पहले पूनम की पति से अनबन हुई तो उसने मामला दर्ज कराया और माणक चौक थाने में पुलिस अफसर प्रभाकर से आकर मिली। हालांकि बाद में दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया, लेकिन पूनम ने तलाक ले लिया।
आशीष प्रभाकर माणक चौक के एसीपी थे। 2012 में दोनों की लव स्टोरी शुरू हो गई, लेकिन पिछले 6 महीने से पूनम आशीष पर शादी के लिए दबाव बना रही थी और महेश नगर इलाके में रहने वाले कुछ लड़कों के मार्फत प्रभाकर को ब्लैकमेल कर रही थी। प्रभाकर एटीएस के अन्य अफसरों के साथ फायरिंग की प्रैक्टिस करने के लिए 20 और 21 दिसंबर को मोरीजा (चौमू) गए थे। वहां ग्लोक पिस्टल एसएलआर से फायरिंग प्रैक्टिस की थी। इसके 24 घंटे बाद प्रभाकर ने घटना को अंजाम दिया।
बता दें कि सुसाइड नोट पर लिखे महेश, मुकेश मीणा और नरसीराम समेत सात लोगों के नाम मोबाइल नंबरों की पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है। शुक्रवार को पुलिस ने प्रभाकर-पूनम के शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिए। हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।  
5 साल का रिश्ता 
पूनम और प्रभाकर का रिलेशन थाने से शुरू होकर आगे बढ़ा और 5 साल तक बढ़ता ही गया। प्रभाकर को पूनम की सच्चाई अब समझ आने लगी थी। करीब एक महीने पहले जब आरपीए में आशीष प्रभाकर ट्रेनिंग पर थे, पूनम के साथ किसी बात पर उनका विवाद हो गया। पूनम ने बजाजनगर थाने जाकर प्रभाकर के खिलाफ टॉर्चर करने का केस दर्ज करा दिया। पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।  इसकी भनक प्रभाकर को लगी तो वे घर से गायब हो गए। आरपीए की ट्रेनिंग भी छोड़कर चले गए थे।
रिश्ते का अंजाम
 22 दिसंबर शाम 5.30 बजे प्रभाकर एटीएस ऑफिस से सीधे पूनम के पास गए और इस दौरान उसने शराब भी पी।  दोनों कार से जगतपुरा की तरफ गए। प्रभाकर ने कार रोककर पहले पूनम की दाईं कनपटी पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मारी और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी।  उसके बाद प्रभाकर ने भी अपनी दाईं कनपटी पर गोली मार दी। पुलिस को कार में गोलियों के 2 खोल, 7 जिंदा कारतूस रिवॉल्वर की मैगजीन में लोड मिले। मैगजीन 13 कारतूसों की थी।  4 कारतूस कहां गए, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
पत्नी से मांगी माफी...
पुलिस को आशीष के लिखे दो सुसाइड नोट्स मिले हैं। एक पुलिस के नाम तो दूसरा परिवार के नाम है। इसमें लिखा है की पूनम मुझे पिछले 4 साल से ब्लैकमेल कर रही थी। वह आरएएस की कोचिंग के बहाने मेरे संपर्क में आई। पूनम अपने प्यार के जाल में फंसाती आैर फिर ब्लैकमेल करती थी। इसलिए मैं उसे सजा देना चाहता था। वह मुझे ही नहीं और अधिकारियों को भी अपने प्यार में फंसाती और ब्लैकमेल करती। मैं अपने परिवार से प्यार करता हूं। मैं अपने बच्चों से प्यार करता हूं। मैं सबके लिए कुछ करना चाहता था।
अलग रहती थीं आशीष की पत्नी
आशीष की पत्नी अनीता जयपुर में मायके में रह रही थीं। प्रभाकर को अजमेरी गेट के पास पुलिस क्वार्टर मिला हुआ था। प्रभाकर के साथी अफसरों के मुताबिक, वे उदास रहते थे। राजस्थान पुलिस एकेडमी (आरपीए) में 10 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर 20 दिन पहले ही एटीएस में प्रशासनिक काम देखने लगे थे। आशीष ने गाड़ी में सुसाइड नोट भी छोड़ा है। पुलिस मान रही है कि आशीष ने सुसाइड नोट महिला मित्र से मिलने से पहले लिखा था।
पूनम का परिवार बोला...

पूनम के जीजा विमलेश के अनुसार पूनम के मोबाइल को वे और फैमिली मेंबर रोजाना चेक करते थे, लेकिन उसमें ना तो कभी आशीष प्रभाकर की फोटो देखी और ना ही उसके नाम से कोई नंबर सेव थे। हम लोग तो पूनम की शादी के लिए लड़का तलाश कर रहे थे। पैसों की कमी नहीं थी परिवार में। अगर हम लोग पूनम के साथ रहते तो वह हमारी भी हत्या कर देता।'अब वह खुद को बचाने और हमें बदनाम करने के लिए सुसाइड नोट लिखकर चला गया।

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