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Friday, February 24, 2017

निसरपुर और कड़माल में जन-संवाद कार्यक्रम वन मंत्री डॉ. शेजवार शामिल

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निसरपुर और कड़माल में जन-संवाद कार्यक्रम 

भोपाल. 'नमामि देवि नर्मदे'- नर्मदा सेवा यात्रा के 75वें दिन आज धार जिले के कोटेश्वर में डॉ. गौरीशंकर शेजवार सपत्नीक शामिल हुए। वन मंत्री ने नर्मदा जी की आरती कर वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री राघवेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक श्री मुकामसिंह किराडे़ तथा बड़ी संख्या में भक्त और ग्रामवासी मौजूद थे।
यात्रा के दौरान निसरपुर एवं कड़माल में जन-संवाद कार्यक्रम हुए। निसरपुर में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा स्वच्छता और नर्मदा नदी को प्रदूषण से बचाने के संबंध में लघु-नाटिका का मंचन किया गया। कड़माल में जैविक खेती पर जन-संवाद का कार्यक्रम हुआ।
डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि जीवनदायिनी नर्मदा नदी के सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सेवा यात्रा शुरू की गयी है। गत 11 दिसम्बर को अमरकंटक से प्रारम्भ हुई यात्रा 11 मई को अमरकंटक में समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम नदी संरक्षण के लिहाज से पूरी दुनिया में एक मिसाल बन गया है।
डॉ. शेजवार ने कहा कि माँ नर्मदा हमारे लिए जीवन का आधार है, जो खेती-किसानी के लिए पानी, बिजली, पीने के लिए पानी उपलब्ध करवाती है। हमारी आस्था और श्रद्धा भी इससे जुड़ी है। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा को प्रदूषण से बचाना एवं इसका संरक्षण करना हम सबका दायित्व और कर्त्तव्य है। उन्होंने कहा कि हम सभी बड़े सौभाग्यशाली है कि नर्मदा मैया की सेवा का अवसर प्राप्त हुआ।
उन्होंने नर्मदा की धारा को जल-मल से दूषित होने से बचाने के लिए बड़े शहरों और कस्बों में ट्रीटमेंट प्लान्ट स्थापित किए जाने, दोनों तट पर वृक्षारोपण की योजनाएँ, खुले में शौच न करने और घरों में शौचालय बनवाने, शवदाह के लिए मुक्तिधाम निर्माण, मूर्ति विसर्जन तथा पूजन-सामग्री के लिए अलग-अलग कुण्ड बनाने की योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी के दोनों तट से 5.5 किलोमीटर क्षेत्र में कोई भी शराब की दुकान नहीं खोली जाऐंगी। उन्होंने नशामुक्ति एवं बेटी बचाओं का संकल्प भी दिलाया।
जैविक खेती पर जन-संवाद
कड़माल में जैविक खेती पर जन-संवाद में कृषि-विशेषज्ञों द्वारा रसायनिक खेती से होने वाले नुकसानों की विस्तार से जानकारी दी गई। किसानों को जैविक खेती करने की सलाह दी गई। श्री राघवेन्द्र शर्मा ने भी विचार रखे। श्री मुकामसिंह किराड़े ने स्थानीय भाषा में नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा कर समझाइश दी। निसरपुर में सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति वन में वृक्षारोपण किया गया। यात्रा का निसरपुर, कड़माल, चिखल्दा, खापरखेड़ा आदि स्थान पर गर्मजोशी से स्वागत कर कलश-यात्रा निकाली गई।

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