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Monday, July 31, 2017

माँ का पहला पीला गाढ़ा दूध शिशु के लिये अमृत के समान होता हैं-श्रीमती चिटनीस

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मीडिया कार्यशाला में मंत्री ने कहा कि स्तनपान हेतु समाज में जागरूकता फैलाये  
बुरहानपुर | 31-जुलाई-2017. विश्व स्तनपान सप्ताह 1 से 7 अगस्त तक मनाया जायेगा। इसके पूर्व सोमवार को जिला पंचायत सभागृह में प्रदेश सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस की अध्यक्षता में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मीडिया के प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाईजर, ए.एन.एम. सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यशाला में मंत्री श्रीमती चिटनीस ने बताया कि मीडिया, स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को स्तनपान हेतु संवेदनशील होना जरूरी हैं। 
कुपोषण और शिशु मृत्यु दर का मुख्य कारण माताओं द्वारा बच्चों को स्तनपान नहीं करवाना हैं। उन्होनें कहा कि शिशु के जन्म के समय का पीला गाढ़ा दूध (कोलॉस्ट्रम) शिशुओं के लिये बहुत जरूरी होता हैं जिसमें एन्टीबॉडिज की अत्यधिक मात्रा होती हैं, जो बच्चों को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाती हैं और साथ ही वह भविष्य में कभी भी उपलब्ध नहीं हो सकने वाली खुराक है। किसी भी परिस्थिति में प्रसुता को प्रसव के तीन दिवस तक बच्चों को स्तनपान अवश्य कराना चाहिए।
धात्री माता को अपने बच्चें को 6 माह तक स्तनपान करवाना चाहिए। यह एक प्रकार का प्राकृतिक टीकाकरण के समान होता है। इस अवसर पर उन्होंने स्तनपान हेतु जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से थीम प्रस्तुत की, कि शिशु बड़ा होकर कह सकें ‘‘हाँ, मैंने माँ का दूध पिया हैं‘‘। मंत्री श्रीमती चिटनीस ने कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि, अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही सिजर से प्रसव करवाया जायें। प्रसव के पूर्व तथा प्रसव के पश्चात शिशु के माता-पिता से लिखित में फार्म अनिवार्य रूप से भरवाया जायें।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी प्रसुता के साथ बहुत ही आत्मीयता के साथ पेश आये। उन्होनें कहा कि गर्भवती एवं धात्री माताऐं सदैव प्रसन्न रहें, खूब अच्छा खायें तथा समाजजनों को स्तनपान के लिये जागरूक करना चाहिए। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे अपने स्तर पर स्तनपान का बार-बार जिक्र कर इसे समुदाय तक पहुंचाने का कार्य करें। शादी की पत्रिका, कॉलेज, स्कूल, महिलाओं से संबंधित दुकानों में बार-बार स्तनपान के लिये प्रेरित किया जायें। मंत्री श्रीमती चिटनीस ने विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर गर्भवती एवं धात्री माताओं को संबोधित करते हुए एक पत्र भी प्रेषित किया हैं।     
कार्यशाला को कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व में ही स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक में यह नोटिस किया गया है कि संस्थागत प्रसव अभी भी कम हो रहे हैं। उन्होनें समुदाय से अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव करवाने के लिये अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग के बीच बेहतर तालमेल की आवश्यकता हैं। जो ईमानदारी से कार्य नहीं कर रहे है उन्हें हटाकर नवीन भर्ती करवाई जायेंगी।

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