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Monday, January 22, 2018

20 MLA अयोग्य: ‘राष्ट्रपति का फैसला लोकतंत्र के लिए घातक’

20 MLA अयोग्य: ‘राष्ट्रपति का फैसला लोकतंत्र के लिए घातक’नई दिल्ली
लाभ के पद को लेकर आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द होने पर आम आदमी पार्टी ने जहां इसे प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ बताया है, वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस मामले में बीजेपी और चुनाव आयोग ने AAP की मदद की है। AAP नेता गोपाल राय ने कहा कि पार्टी ने तय किया था वह राष्ट्रपति से मिलकर अपनी बात रखेगी लेकिन उन्हें यह मौका नहीं दिया गया। AAP के एक और नेता आशुतोष ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है।
दुर्भाग्यपूर्ण और प्राकृतिक न्याय के खिलाफ फैसला: AAP
लाभ के पद मामले में चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राष्ट्रपति से AAP के 20 सदस्यों की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की थी। रविवार को राष्ट्रपति ने चुनाव आयोग की सिफारिश को स्वीकार कर लिया। इस पर AAP के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि हमने तय किया था कि राष्ट्रपति से मिलकर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि जब शनिवार को AAP ने राष्ट्रपति भवन से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि राष्ट्रपति अभी बाहर हैं। उन्होंने कहा कि हमें राष्ट्रपति के पास अपना पक्ष नहीं रखने दिया गया। यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है और प्राकृतिक न्याय के खिलाफ है। बता दें कि चुनाव आयोग के फैसले को AAP ने शुक्रवार को ही दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी थी, जहां से पार्टी को फौरी राहत नहीं मिली। हाई कोर्ट में सोमवार को इस मामले की सुनवाई है।
राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। उन्होंने कहा, ‘हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक न्याय की गुहार लगाएंगे…उम्मीद है कि न्याय मिलेगा…चुनाव आयोग के पक्षपातपूर्ण रवैये के खिलाफ न्याय मिलेगा।’ AAP के एक और नेता आशुतोष ने पार्टी विधायकों की सदस्यता रद्द करने के राष्ट्रपति के फैसले को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है। लाभ के पद मामले में अपनी विधानसभा सदस्यता गंवाने वाली चांदनी चौक से AAP की पूर्व विधायक अलका लांबा ने मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगाया है। लांबा ने कहा कि मोदी सरकार पिछले 3 सालों से दिल्ली की केजरीवाल सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।
चुनाव आयोग ने अपना काम किया: BJP
चुनाव आयोग पर AAP द्वारा सवाल उठाने पर बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि चुनाव आयोग ने अपना काम किया। लेखी ने कहा कि AAP के राज्यसभा उम्मीदवारों ने चुनाव जीता यह बताता है कि चुनाव आयोग अपनी गति से काम कर रहा था और उस पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था।
BJP और EC ने AAP को फायदा पहुंचाया: कांग्रेस
एक तरफ AAP जहां केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला कर रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने बीजेपी पर ही AAP की मदद का आरोप लगाया है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि बीजेपी और चुनाव आयोग ने फैसले में 3 हफ्तों से ज्यादा की देरी करके आम आदमी पार्टी की मदद की है। उन्होंने कहा कि अगर यह फैसला 22 दिसंबर से पहले आया होता और ये 20 विधायक अयोग्य ठहराए गए होते तो वे राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के योग्य नहीं होते। बता दें कि हाल ही में दिल्ली से 3 राज्यसभा सीटों पर AAP उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं

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