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Tuesday, April 30, 2019

BSF से बर्खास्त जवान तेजबहादुर का आरोप, पीएम मोदी रद्द कराना चाहते हैं मेरा पर्चा

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BSF से बर्खास्त जवान तेजबहादुर का आरोप, पीएम मोदी रद्द कराना चाहते हैं मेरा पर्चा
 
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वाराणसी: लोसभा चुनाव 2019 के सत्ता संग्राम में वाराणसी से सपा प्रत्याशी कौन होगा इस पर और भी सस्पेंस गहराता जा रहा है. एक तरफ सपा के सिंबल पर शालिनी यादव का नामांकन वैध पाया गया तो बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर यादव के नामांकन को लेकर स्थिति साफ नहीं हो रही है. रिटर्निंग ऑफिसर सुरेन्द्र सिंह ने पहले 3 बजे नोटिस जारी किया. जैसे ही तेज बहादुर इस नोटिस का जवाब देने पहुचे तो एक और नोटिस दे दिया गया. 

तेज बहादुर ने पहले 24 अप्रैल को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था. उसके बाद सपा के सिम्बल पर 29 अप्रैल को नामांकन किया. अब रिटर्निंग ऑफिसर ने तेज बहादुर यादव से लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत बीएसएफ से बर्खास्त की जानकारी देने को कहा गया था. नोटिस में साफ साफ लिखा गया है कि क्या किसी भष्टाचार और अनुचित प्रकरण से उन्हें हटाया गया है तो चुनाव आयोग ने चुनाव लड़ने की अनुमति ली जाए. 
उधर, तेज बहादुर ने पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी पर नामांकन रद्द करने का आरोप लगाया. तेज बहादुर ने कहा कि वह अंतिम समय तक बनारस में रहकर पीएम मोदी के खिलाफ लड़ेंगे और चुनाव अगर जरूरत पड़ी शालिनी यादव का भी समर्थन करेंगे. वही सपा के सिंबल पर नामांकन दाखिल कर शालिनी यादव का पर्चा भी वैध पाया गया. शालिनी यादव ने फिर दोहराया कि वे गठबंधन की आधिकारिक प्रत्याशी है.
वाराणसी से 102 उम्मीदवारों ने भरा पर्चा
वाराणसी की चुनावी जंग सुर्खियों में है. पीएम मोदी के खिलाफ 102 उम्मीदवार मैदान में हैं. सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव, शालिनी यादव के अलावा कांग्रेस से अजय राय मैदान में हैं. बाहुबली अतीक अहमद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहा है. कई किसानों ने नामांकन दाखिल किया है. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 2 मई है. 2 मई को अंतिम स्थिति साफ होगी. अगर प्रत्याशियों की संख्या 64 से कम हुई तो चार ईवीएम लगाकर वोटिंग कराई जाएगी. वहीं, इससे ज्यादा संख्या रहने पर जंबो ईवीएम का इस्तेमाल किया जा सकता है.

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