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Saturday, May 4, 2019

भारत सरकार की टीम ने बालाघाट से एकत्र किए गेहूं के सैंपल

भारत सरकार की टीम ने बालाघाट से एकत्र किए गेहूं के सैंपल

TOC NEWS @ www.tocnews.org
बालाघाट // आनंद ताम्रकार 
बालाघाट। जिले में पिछले दिनों में प्राकृतिक आपदा ओलावृष्टि एवं वर्षा के कारण जिले के गेहूं उत्पादक किसानों की गेहूं फसल प्रभावित हुई है और गेहूं के दाने चमक विहीन हो गए हैं। जिसके कारण ऐसा गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए एफएक्यू मापदंड पर खरा नहीं उतर रहा था और इसके कारण किसानो का गेहूं खरीदी केंद्रों पर रिजेक्ट किया जा रहा था।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने किसानों की इस समस्या को समझ कर राज्य शासन को पत्र लिखा था। राज्य शासन ने जिला प्रशासन के पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इसे भारत सरकार को कार्यवाही के लिए भेज दिया गया था, जिस पर भारत सरकार द्वारा बालाघाट जिले के किसानों के गेहूं की जांच के लिए टीम भेजने का निर्णय लिया गया था। भारत सरकार की टीम 3 मई 2019 को बालाघाट पहुंची थी और गेहूं खरीदी केंद्रों का भ्रमण कर वहां से 2-2 किसानों से दो-दो किलोग्राम गेहूं के सैंपल जांच के लिए एकत्र किए हैं।
जिला विपणन अधिकारी श्री अर्पित तिवारी ने बताया कि 03 मई को भारत सरकार के खाद्य मंत्रालय के सहायक संचालक श्री हब लाल, हैदराबाद के क्वालिटी कंट्रोलर श्री किरण, विपणन संघ मध्य प्रदेश के महाप्रबंधक श्री रजनीश राय, विपणन संघ के संभागीय प्रबंधक श्री विवेक तिवारी, भारतीय खाद निगम के क्वालिटी कंट्रोलर श्री ओपी सिंह, नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक श्री आरपी तिवारी एवं भारतीय खाद निगम के सेवानिवृत्त गुणवत्ता नियंत्रण श्री पी एन दुबे की टीम ने  लामता, गुडरू, परसवाड़ा, बघोली, लालबर्रा, डोकरबंदी, नेवरगांव(जाम) और वारासिवनी के गेहूँ खरीदी केन्द्र का भ्रमण कर दो-दो किसानों से दो-दो किलोग्राम चमक विहीन गेहूँ के सैंपल प्रयोगशाला में जांच के लिए एकत्र किए हैं।
जिला विपणन अधिकारी अर्पित तिवारी ने बताया कि किसानों के प्रति जिला प्रशासन की संवेदनशीलता के चलते भारत सरकार से प्रदेश में पहली बार बालाघाट जिले में कोई टीम जांच के लिए आई है। इस टीम द्वारा एकत्र किए गए सैंपल जबलपुर की प्रयोगशाला में जांच के लिए ले जाए गये हैं। भारतीय खाद निगम की जबलपुर स्थित प्रयोगशाला में जांच के बाद प्राकृतिक आपदा से जिले के किसानों की प्रभावित हुई गेहूँ की उनकी उपज को समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने के संबंध में दिशा निर्देश दिए जाएंगे।

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