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Saturday, September 28, 2019

बारूद के ढेर पर बसा है शहर,लगातार हो रहा गैस रिसाव, 6 लोग भर्ती, जांच करेेंगे डिप्टी डायरेक्टर


TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा 8305895567
नागदा, गुरुवार को रात 8 बजे के लगभग हुए गैस रिसाव मामले में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने शुक्रवार को मामले की जांच करने का खुलासा किया है। 
बिड़लाग्राम के मेहतवास क्षेत्र में खाटु श्याम मंदिर के समीप रहवासियों में जहरीली गैस के फैलने से इस इलाके में कई लोगा उल्टी एवं बैचैनी के शिकार हुए थे। इस हादसे से लोग डर के कारण अपने- अपने घरों से बाहर निकल कर आए। देर रात प्रशासन ने पीड़ितों की सुंध ली। सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस घटना की जानकारी से औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग अनभिज्ञ रहा । कुल 6 से 8 लोगों को जनसेवा चिकित्सालय में उपचार के लिए ले जाया गया है ।
 तहसीलदार अनिरूद्ध मिश्रा मौके पर पहुचे थे। मौकेे पर वे एसडीएम के आदेश पर पहुंचे थे। लोगों ने उल्टी, घबराहट एवं बैचनी की शिकायत मेरे समक्ष की थी।  तहसीलदार मिश्रा  के मुताबिक स्वयं ने कुल 6 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया था।  वे बोले,शुक्रवार शाम तक एसडीएम को पूरे मामले का प्रतिवेदन सौप दिया जाएगा।

किस उद्योग की गैस है यह जांच का विषय है

जिस इलाके में गैस का रिसाव हुआ इस क्षेत्र में मुख्य रूप से लैंक्सेस, आरसीएल एवं ग्रेसिम एवं ग्रेसिम केमिकल डिविजन उद्योग नजदीक ही है। ग्रेसिम में खतरनाक गैस सीएसटू का उपयोग होता है। इसी प्रकार से लैक्सेस में भी कार्बनिक रसायनों का उत्पादन किया जाता है। आरसीएल में उत्प्रेरक एल्युमिनियम क्लोराइड बनता है। लेकिन अभी तक पता नहीं चला है किस उद्योग की जहरीली गैस से लोग प्रभावित हुए।

 पक्ष रखने से बचे उद्योग प्रबंधन

 इस मामले में खबर के लिए पक्ष जानने पर उद्योग प्रबंधन के लोग अपने पक्ष से बचते रहें। लेन्सेक्स उद्योग का कार्य देखने वाले निलेश मेहता ने भरोसा दिलाया था कि वे अपने उद्योग का पक्ष रखने के लिए अधिकारी को बता रहा हूं वे शीघ्र बात करेंगे लेकिन किसी भी अधिकारी ने पक्ष नहीं रखा।

 मामला कलेक्टर तक पहुुंचा

अभिभाषक शैलेंद्र कुमार चौहान ने  एएनआई न्यूज़ को बताया देर रात प्रभावित लोगों के परिवारों ने विघायक दिलीपसिंह गुर्जर को इस हादसे की सूचना दी थी। बाद में विधायक ने कलेक्टर को अवगत कराया और, उपचार के इंतजाम करने के आदेश दिए।

 तहसीलदार प्रतिवेदन में रखेंगे ये मांंग

तहसीदार मिश्रा का कहना है कि औद्योगिक हादसे के मद़देनजर कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के लिए यहां कोई बजट नहीं है। बजट प्रावधान होना चाहिए। वे गैस रिसाव मामले की जब रिपोर्ट को एसडीएम के समक्ष रखेंगे तब इस मांग की और भी घ्यान आकर्षित किया जाएगा।
वही शुक्रवार की शाम इस मामले ने नया मोड़ ले लिया दुर्गपुरा निवासी रघुनाथ बब्बू ,कांग्रेस नेता ने ग्रेसीम के  CS2 प्लान पर हंगामा करते हुवे आरोप लगाया की ग्रेसीम उद्योग 40 किलोमिटर दुर के ग्रामीणो को सुविधा  उप्लब्ध कराता है लेकिन 40 मिटर की दुरी पर स्थित मेहतवास व दुर्गा पुरा के रहवासियों पर ध्यान नही दिया जाता जो की प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र यही दोनो है जो लगातार गैस के प्रभाव मे रह्ते है।वही कड़े सब्दो मे चेतावनी देते हुवे कहा की यदि किसी अधिकारी ने बात नही सुनी ओर किसी मजदूर साथी को गैस लगी तो उस अधिकारी के हाथ पैर तोड़ कर जनसेवा मे भर्ती करा दिया जायेगा।
जब इस बात की जानकारी ग्रेसीम के अधिकारी से एएनआई न्यूज़ इंडिया ने चर्चा की तो उनका कहना था की कोई मामला नही है । प्रबंधन ने समझाइस के बाद सभी को रवाना कर दिया।
मामले की शिकायत उद्योग प्रबंधन ने सीएसपी रत्नाकर से की है। इस पूरी दो दिन की घटना से यह कहना मुस्किल है की गैस किस उद्योग की है यह जाच के बाद ही सामने आयेगा।

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