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Friday, September 9, 2022

पीसी सिंह ने कार्यालय की जमीन को कराया अपने नाम, बेटे को प्राचार्य बना कर रहा था घोटाला

पीसी सिंह ने कार्यालय की जमीन को कराया अपने नाम, बेटे को प्राचार्य बना कर रहा था घोटाला 

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विनय जी. डेविड  9893221036

जबलपुर, आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के शिकंजे में फंसा द बोर्ड ऑफ एजूकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस का चैयरमैन बिशप पीसी सिंह की नजर ट्रस्ट की एक-एक इंच जमीन पर थी। वह धीरे-धीरे ट्रस्ट की जमीन को अपने नाम पर कराने का खेल खेल रहा था। 

जानकारों की माने तो पीसी सिंह सालों से यह खेल खेल रहा था। वह इतने शातिराना अंदाज में अपने साथियों के साथ यह खेल खेलता कि किसी को कानों कान खबर तक नहीं होती। यदि कोई उसके इस खेल के आड़े आता, तो उसे ट्रस्ट और स्कूल से बेदखल कर दिया जाता। जानकारी के अनुसार बिशप पीसी सिंह का ऑफिस ट्रस्ट की जमीन पर था। इस बेशकीमती जमीन को हथियाने के लिए पीसी सिंह ने सालों पहले खेल शुरू किया और धीरे से उसने ट्रस्ट की इस जमीन को अपने नाम पर दर्ज करा लिया। इतना ही नहीं उसने गौर में जो स्कूल खोला, उसे भी उसने अपने और एक महिला के नाम पर खोला। जानकारी यह भी है कि यह जमीन भी पीसी सिंह के नाम पर ही है। उसने विजय नगर में स्कूल खोलने के लिए भी जेडीए से लीज पर जमीन ली। लेकिन धीरे से वह उसे भी हथियाने की साजिश में जुट गया था।

बरगी में आलीशान फार्महाऊस, गोरखपुर में मकान

जानकारी के अनुसार बिशप पीसी सिंह शैक्षणिक संस्थाओं से आने वाली रकम को अपने ऐश और आराम के लिए उपयोग कर रहा था। यह जानकारी सामने आई है कि वह बरगी में एक आलीशान फार्म हाऊस तैयार करवा रहा था, जिसकी कीमत करोड़ों रुपए में है। वहीं गोरखपुर हवाबाग कॉलेज के पास भी उसके द्वारा एक मकान निर्माण कराया जा रहा था। जो लक्जरी सुविधाओं से पूरिपूर्ण होने वाला था।

बेटे को बैठाया, ताकि न खुले फर्जीवाड़ा

बिशप पीसी सिंह के फर्जीवाड़े का राज राज ही रहे, इसके लिए उसने दो साल पहले अपने बेटे पीयूष पाॅल सिंह को तैय्यब अली िस्थत आईसीएससी कोएड क्राइस्ट चर्च स्कूल का प्राचार्य बना दिया था। जिसके बाद वह अपने काले कारनामों के दस्तावेजों को धीरे-धीरे दबाने का प्रयास कर रहा था।

जैकब है पीसी सिंह का खास आदमी

क्राइस्ट चर्च स्कूलों का मैनेजर जैकब सालों से पीसी सिंह के साथ काम कर रहा है। जानकारों की माने तो जैकब उसके सबसे भरोसेमंद आदमियों में से एक है। जैकब को पीसी सिंह के हर एक काले कारनामे की पूरी जानकारी है। इतना ही नहीं पीसी सिंह अपने कई अहम दस्तावेज जैकब के घर और ऑफिस में भी रखता था।

कई मामले हैं दर्ज

बिशप पीसी सिंह उर्फ प्रेमचंद सिंह के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में करीब 99 अपराधिक प्रकरण दर्ज है। जिनमें ज्यादातर मामले अमानत में ख्यानत के है। जानकारी के अनुसार उस पर दिल्ली में तीन, यूपी में 42, राजस्थान में 24, झारखंड में तीन, मध्यप्रदेश में चार, छत्तीसगढ़ में तीन, महाराष्ट्र में 11, पंजाब में छह, पश्चिम बंगाल में एक, हिरयाणा में एक सहित अन्य चार मिलाकर कुल 99 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

बिहार का रहने वाला है पीसी सिंह

बिशप पीसी सिंह मूलत: बिहार के समस्तीपुर के ग्राम चंदसुररी का रहने वाला है। उसने वर्ष 1986 में जबलपुर सूबा में एक डायोकेसन कार्यकर्ता के रूप में काम शुरू किया। उसका विवाह नोरा सिंह से हुआ था। उनके दो बच्चे पीयूष और प्रियंका हैं। पीसी सिंह को 8 अप्रैल 1988 को क्राइस्ट चर्च कैथेड्रल, जबलपुर में एक डीकन के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद 10 अप्रैल 1990 को सेंट आगस्टीन चर्च बिलासपुर में एक प्रेस्बिटर के रूप में नियुक्त किया। वर्ष 1995-1999 तक चेस्ट चर्च आफ क्राइस्ट, सीएनआई जबलपुर का प्रेस्बिटर प्रभारी रहा। वर्ष 1999-2004 तक सेंट पॉल चर्च, घमापुर के प्रेस्बिटर प्रभारी रहा। 13 अप्रैल 2004 को जबलपुर के सूबा के चौथे बिशप के रूप में चुना गया था। 25 अप्रैल 2004 को क्राइस्ट चर्च कैथेड्रल सीएनआई, जबलपुर में बिशप बनाया गया था।

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