गुड़गाँव, हीरो समूह के वरिष्ठ अधिकारी संजय गुप्ता को सिटीबैंक धोखाधड़ी मामले में सोमवार को पाँच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। उस पर समूह प्रवर्तकों के 250 करोड़ रुपए धोखाधडी में लगाने का आरोप है।हालाँकि पुलिस ने हीरो समूह की इकाई हीरो कार्पोरेट सर्विसेज के एसोसिएट उपाध्यक्ष गुप्ता को 10 दिन के लिए हिरासत में माँगा था लेकिन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सह अतिरिक्त सिविल जज (सीनियर डिवीजन) डीएन भारद्वाज ने केवल पाँच दिन की पुलिस हिरासत की इजाजत दी।गुप्ता को भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी के तहत गिरफ्तार किया गया। 120बी का संबंध आपराधिक साजिश से है।गुड़गाँव के पुलिस आयुक्त एस.एस. देसवाल ने बताया कि गुप्ता ने हीरो समूह की विभिन्न कंपनियों के लगभग 250 करोड़ रुपए निवेश किए। इसके लिए गुप्ता ने दो वित्त कंपनियों-बीजी फिनांस और जी2एस का गठन किया और निवेश के बदले पुरी से बतौर कमीशन 20 करोड़ रुपये लिए।गुड़गाँव पुलिस ने पिछले सप्ताह ही सिटीबैंक धोखाधड़ी मामले में पूछताछ के लिए शिवराज पुरी के साथ गुप्ता को भी बुलाया था। पुरी सिटीबैंक की गुड़गाँव शाखा में अनुमानित 300 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी में मुख्य आरोपी हैं।देसवाल ने बताया कि पुरी ने स्वीकार किया है कि गुप्ता को सेबी के फर्जी दस्तावेज के बारे में जानकारी थी। इसी के आधार पर धनी निवेशकों को निवेश के लिए आकर्षित किया गया। बहरहाल, गुप्ता के वकील सीएल कक्कड़ ने अदालत के समक्ष कहा कि उनका मुवक्किल आरोपी नहीं है बल्कि उन्हें शिकार बनाया गया है और जरूरत पड़ने पर वह गवाह बन सकता है।सिटीबैंक की गुड़गाँव शाखा में व्यावसायिक संपर्क प्रबंधक, पुरी, सेबी का नकली पत्र दिखाकर 18 फीसद का उच्च रिटर्न मिलने का दावा कर निवेश उत्पाद बेचता था। उसे पिछले सप्ताह ही गिरफ्तार किया गया और एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।पिछले सप्ताह बृजमोहनलाल मुंजाल के नेतृत्व वाले हीरो समूह ने स्वीकार किया था कि उसका इस धोखाधड़ी मामले में 28.75 करोड़ रुपए लगा है। हीरो समूह का कहना है कि उसके अग्रणी कंपनी हीरो होंडा का इस पूरे मामले से कोई जुड़ाव नहीं है। हालाँकि, कंपनी ने इस मामले में बीएमएल मुंजाल के नेतृत्व वाले समूह की कंपनी हीरो कार्पोरेट सर्विसेज, रॉकमैन साइकिल्स इंडस्ट्रीज, हीरो मांइडमाइन इंस्टीट्यूट, ईजी बिल और हीरो मैनेजमेंट सर्विस की लिप्तता के बारे में कुछ नहीं कहा।
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