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Wednesday, February 16, 2011

काबीना मंत्री नन्दी पर जान लेवा हमले के मुख्य आरोपी ईनामी विधायक विजय मिश्र

प्रतिनिधि//अहद अहमद सिद्दीकी (शहजादे)
(इलाहाबाद //टाइम्स ऑफ क्राइम) प्रतिनिधि से सम्पर्क 99362 29401
इलाहाबाद. उत्तर प्रदेश के काबीना मंत्री व जनपद इलाहाबाद शहर के निवासी एवं बड़े व्यवसायी नन्द गोपाल गुप्ता उर्फ नन्दी पर गत् वर्ष 12 जुलाई को अपने घर से मंदिर जाते समय रिमोट बम से हमला कर जान से मारने की कोशिशें हुयी थी। उस घटना को मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी के विधायक विजय मिश्रा को आरोपी ठहराया और उनके रिश्तेेदार ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा व उनके दो सालों को भी आरोपी ठहराया गया था।

उक्त घटना मेेें एक पत्रकार व मुलाकाती व्यक्ति की बाद में मौत हो गयी थी। देश भर में खोजबीन करते परेशान पुलिस और शासन-प्रशासन ने ढ़ाई लाख रूपये का विधायक पर ईनाम घोषित किया। शेष अपराधी जेल पहले से ही जा चुके है। फरार ईनामी विधायक विजय मिश्रा साधू बाबा के वेश में मंगलवार 8 फरवरी को दिल्ली मेें एस.टी.एफ. ने गिरफ्तारी दिखायी। और नियमानुसार 9 फरवरी को इलाहाबाद लाया गया जहां पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों विवेचक ने नन्दी काण्ड में पूछताछ किया। लेकिन पुलिस अधिकारियों को मंत्री नन्दी पर हमला कराने की घटना में शरीक रहना या हाथ होने से इनकार किया। कई पुलिस दरोगाओं को तो विधायक विजय मिश्रा ने घघोटा भी। और कहा कि मैं निर्दोष हूं मुझे राजनीतिक साजिश की तहत् फंसाया जा रहा है। हालांकि गिरफ्तार विधायक से कई घटनाओं की दर्ज केसों के बारे में कई जांच अधिकारी विवेचक पूंछताछ करते रहे परन्तु विधायक मिश्रा घटनाओं के बारे में अनमिज्ञता ही बतायी। पुलिस लाईन इलाहाबाद में विधायक को रखे जाने 10 फरवरी को कोर्ट में पेश किये जाने तक पुलिस लाईन छावनी में तब्दील रहा। हांलाकि ज्यादा तेवर दिखाने वाले पुलिस के पूछताछ अधिकारियों को चेताया भी कि ठीक से ही पूछियें आप लोग, समय बदलता रहता है। विधायक मिश्र पर कुल मिलाकर इस समय 60 मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज है।

10 फरवरी 2011 को पुलिस लाईन इलाहाबाद व अन्य लोगों की भीड़ विधायक मिश्रा को देखने के लिए लगी रही। कुल मिलाकर दर्जनों सवालों का उत्तर विधायक ने यही दिया कि मैं कुछ नहीं जानता। न मैनें घटना को अंजाम दिया न दिलवाया न राजेश पायलट को ही जानता हूं। घटना से मेरा लेना देना नहीं है। आगे पुलिस विवेचनाधिकारी क्या अपनी प्रगति दिखाते है क्या आरोपी का बयान केस में शो करते है यह पुलिस का काम है। आरोपी विधायक फरारी में नेपाल पुणे और दिल्ली में समय गुजारा! कहने को तो विधायक की पत्नी से लेकर पुत्री तक दिल्ली में गिरफ्तारी के समय मौजूद थी। और रहस्यमय तरीके से गिरफ्तारी की भी चर्चाएं है। परन्तु ढ़ाई लाख का ईनाम की भी बात भी तो महत्वपूर्ण है पुलिस के लिये।

घटना मे यें लिप्त हो या ना हो मगर सपा सुप्रीमों ने गोरखपुर के सपा के राज्य सम्मेलन में स्पष्ट कह दिया कि सपा विधायक विजय मिश्रा को फर्जी ढ़ंग से फंसाया गया है। उधर ब्राह्मण समाज सनातन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. कृपा शंकर मिश्र ने प्रयाग से अजोध्या जाते हुए मकनूपुर में आयोजित एक बैठक के दौरान कहा कि जिस समाज के सामर्थ सहयोग से बसपा सरकार सत्तासीन हुई आज उन्हीं ब्राह्मणों को बलात्कार भ्रष्टाचार के झूटे केस में फंसाया जा रहा है। लूट खसोट पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में क्या स्थित है जनता देख रही है श्री मिश्र ने ब्राह्मणों को अपनी ताकत पहचानवें का भी आह्वान 27 फरवरी को पार्टी के सम्मेलन में लखनउ में पहुंचने की अपील की है।च
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