Pages

click new

Friday, March 25, 2011

शंकरगढ़ में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में गुणवत्ता की अनदेखी

ब्यूरो प्रमुख // राजेन्द्र कुमार जैन (अम्बिकापुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों से सम्पर्क : 98265 40182
toc news internet chainal
अम्बिकापुर । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों को डामरीकृत सड़कों से जोडऩे एव गंाव में विकास की नई चमक लाने कारोड़ो रूपए के कार्य स्वीकृत कर नई सड़कों का निर्माण तथा डबलू. बी. एम. सड़कों का डामरीकरण किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सरगुजा जिले के शंकरगढ़ क्षेत्र में केन्द्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योंजना मे भर्राशाही अब खुलकर सामने आने लगी है। गांवों के बुनियादी विकास की इस योजना के अन्तर्गत हो रहे सड़क व पुल- पुलियों के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेंखी की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक कतिपय ठेकेदारो के चलते केन्द्र सरकार द्वारा जिस उद्देश्य व मंशा से दुरस्थ पहुच विहिन निर्माण कार्य की पोल अभी से खुलने लगी है। बताया गया है। कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में उपयोग में लाई जा रही सामग्री को बिना टेस्ट रिपोर्ट के उपयोग किए जाने से सड़क पुल - पुलियों कि गुणवत्ता पर ही प्रश्नचिन्ह लग गया है। ग्रामीणो से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत वन एव राजस्व भूमि से खनिज संम्पदा किया जा रहा है। वही बिना अनुमति के हरे भरे अव्यस्क पेड़ो की ठेकेदारी के लोगो द्वारा बेदर्दी से कटाई की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रो के सड़को के निर्माण में वन एव राजस्व विभाग की भूमि से बिना रायल्टी पटाए सैकड़ो ट्रेक्टर मुरूम,पत्थर एव अन्य खनिज संम्पदा का खनन किया जा रहा चुका है।
यही सिलसिला अब भी जारी है। बताया गया है कि मैदानी अमले से सांठगांठ कर खनिज सम्पदा का उत्खनन एवं परीवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इसी तरह पैसा कमाने की होड़ में षामिल कतिपय ठेकेदारो द्वारा सड़क निमार्ण में शासन के निर्देष, नियमो की परवाह न कर लाखो की रायल्अी चोरी की जा रही है। जिन स्थानो मे इन योजना के तहत सड़क पुल - पुलिया इत्यादि के कार्य हो रहे है। वही साधन संम्पन्न ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते अधिकतर कार्यो में मापदण्ड़ व शिकयते लगातर आ रही है। इस संम्बध में परियोजना क्रियान्वन इकाई के कार्यपालन अभियंता सहित मुख्य कार्यपालन अधिकारी,छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण रायपुर को लिखित शिकायतो के बावजूद निर्माण एजेंसी के कार्यशैली में कोंई सुधार न आना आश्चर्य का विषय है। मजे कि बात तो यह है। कि केन्द्र सरकार की इस बहुउद्देशीय योजना के अन्तर्गत चाहे सडक निर्माण हो अथवा कि पुल - पुलिया निर्माण सभी कार्यो में निर्देशित आदेष आदेशो का उल्लंघन कर कामचलाउ नीति अपनाई जा रही है। जिसका दुष्पारिणाम भी क्षतिग्रस्त घटिया सड़को एव दुर्घटना को दावत देते कमजोर पुल - पुलियो के रूप मे अब सामन आने लगे है।
ऐसे में निर्माण कार्य पर प्रश्नचिन्ह खड़े होना स्वाभविक है। गौरतलब है कि इस महत्वपूर्ण सड़क योजना के पॉच वर्षो तक के लिए संधारण व देखरेख की जिम्मेदारी संबंधित कार्य एजेंसी (ठेकेदार)की होती है। बावजूद पहली बरसात में ही अपना स्वरूप खो रही है। और जर्जर हाल हो चुकी सड़को के संधारण व मरम्मत की अनदेखी संबंधित ठेकेदारो द्वारा की जरा रही है। इससे क्षेत्र के ग्रामीण तथा पंचायत प्रतिनिधीयों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने पिछले पॉच वर्षो के दौरान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत शंकरगढ़ ब्लाक में कराये गये निमार्ण के लिए जाने एव गुणवत्ताहीन निमार्ण के लिए दोषी ठेकेदार तथा भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग षासन प्रमुखो के अलावा राज्य अर्धिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के शीर्ष अधिकारी को शिकायत आवेदन प्रेषित कर दी गई है।

No comments:

Post a Comment