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Friday, March 25, 2011

एसईसीएल में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा

ब्यूरो प्रमुख // राजेन्द्र कुमार जैन (अम्बिकापुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों से सम्पर्क : 98265 40182
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अम्बिकापुर । एसईसीएल में अर्थात कालरी में अर्थात कालरी मांइस कोयले खदानो में बडे पैमाने पर फर्जी व्यक्तियों के नौकरी करने की बात सामने आई है। यह तक ीि गरीब कोटवार के जमीन को फर्जी तरीके से हड़प कर एसईसीएल में मिल कर खुद प्रबंधन ने मोटी रकम लेकर चार फर्जी व्यक्तियों को एसईसीएल में नौकरी दी इतने पर गीरजापुर पटना जिला कोरिया के निवासी गरीब कोटवार बहादूर की जमीन को छल चालाकी करके हड़प कर चार फर्जी व्यक्ति को मोटी रकम लेकर नौकरी पर रखवा दिया दूसरी तरफ बहादुर को उसी जमीन पर मुवाजा और नौकरी का लालच देकर लगभग 50 हजार रू कोटवार से हड़प लिया बहादूर को नौकरी मिलना तो दूर उसे यह तक पता नही चल सका की उसकी ही जमीन पर बिना उसके जानकारी के कौन लोग नौकरी कर रहे है।
कोयला प्रबंध तंत्र बैमानी पर उतरा
कोल एरिया का प्रबंधन पुरी तरह बैमानी पर उतर चुका है। बिलासपुर में बैठे को एरिया सीएमड़ी यह जान ले कि उनका पुर विभाग भ्रष्टाचार के मकड़ जाल में उलझ चुका है। एसईसीएल के हाथ में कुछ भी नही है। अधिकारी झूठ बोलते है। जीएम आफिस के सामने जी. एम. काम्पलेक्स में लगें हार्डिग्स जिसमें उच्च अधिकारी के सर्तकता अधिकारियों के जांच अधिकारियों के टेलीफोन न. मो. शिकायत एव सुझाव हेतु जो दिया गया है। वह भी सही नही है। स्पष्ट है। धोखा देने की नियत साफ झलकती है। किसी जीएम को खासकर सरगुजा कोरिया के अंतर्गत झूठ बोलने की आदत सी पड़ गई । उत्पादन को बड़ा चढ़ा कर प्रमोसन और पुरस्कार के लालच में अंधा कर दिया जितना टन कोयला उत्पादन होता है। उसका दुगुना क्यूबि टन मिटटी निकालेगी मगर सीबीआई जांच में बड़बोलेपन की सारी हवा निकल जाती है। विभाग में बैठे अफसर इतने सवेदन शुन्य हो गया है अगर कोई व्यक्ति जानकारी चाहे तो उसे यहां भटकाया जाता है। हमारे देश में संविधान की जब व्यवस्था हुई थी तो यह परिभाषा दी गई थी जनतंत्र जनता के लिए जनता के द्वारा चलाया गया शासन है।
सुविधा जनता के लिए
एसईसीएल के अफसर शायद यह समझते है कि जो मोबाइल, कार और टेलीफोन, रिवाल्वरिगं चेयर इंटरकाम एसी युक्त आफीस यह सब अधिकारियों के लिए है। यह सब आम जनता के लिए है। अधिकारी जनता के मात्र नौकर है। जनता सर्वपरी है। अधिकारियों को 24 घंटे यह बात याद रखनी चाहिए
फर्जीवाड़ा
एसईसीएल चिरमीरी कोरिया में श्याम देव पासवान नामक व्यक्ति गिरीडीह झारखंड़ आ. भुनेष्वर अपने वास्तविक नाम छुपाकर शिवकुमार आत्मज शिवचरण दास के नाम से चिरमीरी कालरी में कार्यरत है। जब श्यामदेव पासवान से इसका कारण पुछा गया तो उसने पिता शिवचरण दास द्वारा गोद लेने की बात बताई जांच भी जरूरी है।

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