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Tuesday, June 7, 2016

शराब दुकान को आग लगाकर सेल्समेन और सहयोगी को जिंदा जला डाला

Toc news
एसआईटी करेगी टेमनी शराबदुकान कांड की जांच, एक सैकड़ा से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज
बालाघाट/लांजी। जिले में विगत काफी समय से पुराने रेट की शराब को महंगे दामों में बेचने का काम शराब ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा है जो ही उनके सेल्समेन और सहयोगी की मौत का आज कारण बन गया। बताया जाता है कि लांजी के टेमनी में अंग्रेजी शराब दुकान के साथ सेल्समेन और सहयोगी को जिंदा जलाने की घटना शराब की कीमत से ज्यादा रूपये लेने के बात पर हुए विवाद के बाद घटित हुई।

 घटनाक्रम के अनुसार लांजी क्षेत्र के ग्राम टेमनी में 5 जून की रात्रि लगभग 11 बजे षराब खरीदने के बाद किमत से ज्यादा रूपये लेने की बात पर दुकान के सेल्समेन से विवाद हो गया। विवादहोने के बाद मामला इतना बढ़ा कि दुकान में आग लगाये जाने के कारण दुकान के अंदर ही सेल्समेन और सहयोगी की जलने से मौत हो गई। बताया जाता है कि 5 जून की रात्रि में ग्राम के किषन राठौर के परिवार में बेटी की षादी थी। जहां बारात महाराष्ट्र के जिला भंडारा अंतर्गत तुमसर के देव्हाड़ा से आई हुई थी। वैवाहिक समारोह के चलते रात्रि लगभग 11 बजे गांव का ही संजय पिता मोतीलाल राठौर षराब लेने आया हुआ था। जहां सेल्समेन द्वारा उसे 80 रूपये की शराब को 150 रूपये में दिया गया। जिसके बारे में पूछने पर सेल्समेन ने में कहा कि ओवर टाईम हो गया है लेना हो तो लो। जिसके बाद संजय और सेल्समेन रामविलास अभयराज यादव से विवाद हो गया। जिसके बाद संजय ने सेल्समेन को मां-बहन की गालियां देते हुएषराब दुकान के गेट पर लात मारने लगा। जिससे गुस्साये सेल्समेन ने संजय के सिर पर बोतल मार दिया जिससे उसके सिर पर चोटें आने के बाद विवाद बढ़ता देख संजय के साथ आये सुरेष बुरले उसे अपने साथ ले गया।

जिसके कुछ देर बाद ही षादी समारोह से संजय, मोतीलाल राठौर उसका भाई विजय, किषन पिता गोपाल राठौर उसके बेटे सुनील एवं भोला उर्फ षंकर, तुलसीराम राठौर के बेटे रज्जु राठौर, अनिल राठौर, विनोद राठौर तथा गांव के ही नितेष, मुकेष, खेमनलाल बुरले का लड़का महेष एवं उनके रिष्तेदार मनोज बुरले, प्रकाष बुरले, सावरजी सिंगमारे एवं उसका लड़का पप्पु तथा टेमनी के ही उमाषंकर बिंझवार, अर्जुन बल्ले, दीपक नगारची, मनीश, गुलषनबेदरे, बलराज भागड़कर, कोमल राठौर, कुलदीप, षैलेश, दयाषंकर जमड़ेवार सहित लगभग 100 से 150 लोग शराब दुकान के पास पहुंचे और गुस्सा जाहिर करते हुए षराब दुकान के सेल्समेन के बारे मंे पूछताछ करने लगे। इस दौरान जहां शराब दुकान संचालित हो रही थी, उस दुकान के भवन मालिक जगतराम मिसारे की बहु कुंती को संजय राठौर द्वारा लट्ठ मारते हुए उसके घर में घुसे और शराब की दुकान के समीप जगतराम की चखने की दुकान में रखे सामान को गुस्से में बाहर फेंक दिया।

यही नहीं बड़ी संख्या में आये लोगों ने जगतराम के घर में घुसकर घर में खाने के लिए रखे चांवल एवं गेहूं को भी फेंक दिया और सेल्समेन के बारे में नहीं बताने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे। इस बीच भीड़ की शक्ल मंे आये संजय और उसके परिजनों घर की पीछे झोपड़ी में रखी मिट्टीतेल की केन को उठाकर शराब दुकान के सामने पहुंचे। जहां रमेश बेदरे द्वारा आग लगाने की बात कहते हुए लोगों के साथ मिलकर जमकर हंगामा मचाया। लगभग 2 घंटे चले इस हंगामे के दौरान गुस्साये लोगों ने षराब दुकान के अंदर घुसकर षराब की बोतलों को फोड़कर उसमें आग लगा दी तथा दुकान का षटर बाहर से बंद कर दिया। जिससे दुकान के अंदर रहे चित्रकुट अंतर्गत रायपुरा थाना के बेलरी निवासी 22 वर्षीय युवक सेल्समेन रामविलास पिता अभयराज यादव और औरंगाबाद अंतर्गत कुटुम्बा थाना के बिरडिहा निवासी 25 वर्षीय सहयोगी अरमिंदर सिंह पिता कामता प्रसाद की दुकान के अंदर जलने से मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही लांजी पुलिस तत्काल ही ग्राम टेमनी पहुंची। जहां दुकानम में लगी आग को देखते हुए फायर वाहन बुलाया गया और दुकान में लगी आग को बुझाया गया लेकिन तब तक सेल्समेन और सहयोगी की जलने से मौत हो गई थी। षराब ठेकेदार अविनाष चालान को किराये पर दुकान देने वाले भवन मालिक जगतराम किषनलाल मिसारे की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध क्र. 182 के तहत धारा 302, 435, 452, 147, 148, 149 का मामला कायम कर जांच में लिया है। बताया जाता है कि पुलिस ने कुछ आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया है जो समाचार लिखे जाने तक जारी था।

 उक्त घटना की खबर दूसरे दिन सुबह पूरे जिले में आग की तरह फैलगई एवं घटना स्थल को देखने लोगो की भीड़ लगने लगी थी। सुबह पुलिस ने दुकान से दोनो ही मृतकों के शव बरामद कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल लांजी रवाना किया। इस दौरान घटनास्थल पहुंचे मृतक सेल्समेन रामविलास के पिता अभयराज का रो-रोकर बुरा हाल था। जिसे आईजी डी.सी. सागर ने ढांढस बंधाया एवं निश्पक्ष कार्यवाही किये जाने का भरोसा दिलाया। इस घटना के बाद भीड़ में लोगों के बीच यह चर्चा रही कि छोटी, छोटी घटनाओं में डायल 100 एवं पुलिस को सूचना देकर बुला लिया जाता है लेकिन यहां 2 घंटे तक षराब दुकान के पास हंगामा होने के बाद भी किसी के भी द्वारा पुलिस को सूचना नहीं दिया जाने पर लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे थे।

 घटना के उपरांत घटना स्थल का आईजी डी.सी. सागर, एसपी गौरव तिवारी, एसडीओपी मनोहरसिंह बारिया, टीआई राजेष पटेल, फिंगर एक्सपर्ट सत्येन्द्रबघेल, प्रआ. तिलक दुरूगकर, एफएसएल टीम के मनोज तरवरे एवं अन्य स्टाफॅ ने घटनास्थल पर पहुंचकर बारिकी से जांच करते हुए नमूने लिये गये। पुलिस द्वारा आरोपी संजय मोतीलाल राठौर, विजय राठौर, किषन गोपाल राठौर, सुनील, भोला उर्फ षंकर, गज्जु राठौर, अनिल राठौर, विनोद राठौर, मुकेष, महेष बुरले, कुलदीप, षैलेश, उमाषंकर बिंझवार, अर्जुन बल्ले, दीपक नगारची, मनीश, गुलषन बेदरे, बलराज भागड़कर, कोमल राठौर, दयाषंकर जमडेवार, सुरेष पिता कन्हैयालाल, नितेष एवं मनोज बुरले, प्रकाष बुरले, पप्पु सावरजी सिंधमारे सहित  100 अन्य बारात में आये हुए घरातियों एवं बराती पक्ष के लोगो के विरूद्ध मामला कायम किया गया है।

इनका कहना है
घटना के बारे में मिली अब की जानकारी में पता चला कि प्रारंभ में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। उसके बाद दुकान एवं घर में घुसकर तोड़फोड़ की गई एवं शराब दुकान को आग लगा दी गई। जिससे दो लोगों की जलने से मौत हो गई। आरोपियों द्वारा अपराधिक कृत्य किया गया है जिसकी निश्पक्ष जांच की जायेगी। जिसकी जांच एसआईटी टीम से कराई जायेगी।

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