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व्यापम घोटाले की जांच कर रहे जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरुण शर्मा ( 64) दिल्ली के एक होटल में मौत हो गई। रविवार सुबह उनका शव कापसहेड़ा स्थित उप्पल होटल के कमरे में मिला।
पुलिस के मुताबिक, वह शनिवार शाम होटल में आए थे और उन्होंने कमरा नंबर 234 बुक किया था। सुबह उन्हें अगरतला की फ्लाइट पकड़नी थी। इसके लिए उन्होंने होटल स्टाफ से भी कहा था कि उन्हें तड़के 4.30 बजे उठा दिया जाए।
डॉ. अरुण शर्मा के कहने के मुताबिक, सुबह उन्हें कॉल भी किया। फोन नहीं उठाने पर दरवाजा खटखटाया गया। कोई जवाब नहीं मिलने पर सतर्कता बरतते हुए होटल स्टाफ ने पुलिस बुली ली। पुलिस ने तत्काल दरवाजा तोड़ा।
अंदर कमरे में बेड पर डॉ. अरुण स्लीपिंग ड्रेस में लेटे हुए थे। बेड के पास ही शराब की बोतल रखी थी। शरीर पर किसी तरह का कोई निशान नहीं था। पुलिस पहली नजर में इसे प्राकृतिक मौत मान रही है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे से बात की थी। उनके बेटे का कहना है कि वह दिल की बीमारी से पीड़ित थे।
यह हैरान करने वाली बात है कि ठीक एक साल यानी 4 जुलाई, 2014 को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डीके साकले की भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। इसके बाद ही डॉ. अरुण शर्मा को डीन बनाया गया था। डीके साकले व्यापम घोटाले की जांच कर रहे थे। अब इन्हीं परिस्थितियों में डॉ. शर्मा की मौत हुई है। व्यापम घोटाले में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है।~IMA अध्यक्ष डॉ सुधीर तिवारी के अनुसार डीन स्व. अरुण शर्मा ने 2 दिन पहले एसटीएफ को व्यापम में जुड़े 200 दस्तावेज सौंपे थे ।
व्यापम घोटाले की जांच कर रहे जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरुण शर्मा ( 64) दिल्ली के एक होटल में मौत हो गई। रविवार सुबह उनका शव कापसहेड़ा स्थित उप्पल होटल के कमरे में मिला।
पुलिस के मुताबिक, वह शनिवार शाम होटल में आए थे और उन्होंने कमरा नंबर 234 बुक किया था। सुबह उन्हें अगरतला की फ्लाइट पकड़नी थी। इसके लिए उन्होंने होटल स्टाफ से भी कहा था कि उन्हें तड़के 4.30 बजे उठा दिया जाए।
डॉ. अरुण शर्मा के कहने के मुताबिक, सुबह उन्हें कॉल भी किया। फोन नहीं उठाने पर दरवाजा खटखटाया गया। कोई जवाब नहीं मिलने पर सतर्कता बरतते हुए होटल स्टाफ ने पुलिस बुली ली। पुलिस ने तत्काल दरवाजा तोड़ा।
अंदर कमरे में बेड पर डॉ. अरुण स्लीपिंग ड्रेस में लेटे हुए थे। बेड के पास ही शराब की बोतल रखी थी। शरीर पर किसी तरह का कोई निशान नहीं था। पुलिस पहली नजर में इसे प्राकृतिक मौत मान रही है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे से बात की थी। उनके बेटे का कहना है कि वह दिल की बीमारी से पीड़ित थे।
यह हैरान करने वाली बात है कि ठीक एक साल यानी 4 जुलाई, 2014 को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डीके साकले की भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। इसके बाद ही डॉ. अरुण शर्मा को डीन बनाया गया था। डीके साकले व्यापम घोटाले की जांच कर रहे थे। अब इन्हीं परिस्थितियों में डॉ. शर्मा की मौत हुई है। व्यापम घोटाले में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है।~IMA अध्यक्ष डॉ सुधीर तिवारी के अनुसार डीन स्व. अरुण शर्मा ने 2 दिन पहले एसटीएफ को व्यापम में जुड़े 200 दस्तावेज सौंपे थे ।
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