भोपाल। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सेवानिवृत्त प्रमुख अभियंता (ई-एन-सी) जीपी मेहरा से जुड़े स्थानों पर लोकायुक्त पुलिस के छापे में 20 से अधिक रजिस्ट्रियां मिली हैं। ये जमीन, मकान, फ्लैट और खेत की हैं। सूत्रों के अनुसार, इनमें से कुछ उनके रिश्तेदारों के नाम पर भी हैं। अब पुलिस रिश्तेदारों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश करेगी कि संपत्ति वास्तव में उनकी है या बेनामी है।
इस व्यक्ति का नाम जी पी मेहरा है यह PWD के चीफ़ इंजीनियर के पद से रिटायर हुआ है गुरूवार को लोकायुक्त पुलिस ने इसके भोपाल स्थित घर पर छापा मारा इनकी मासिक तनख्वाह हजारों में थी मात्र। लेकिन रिटायर्ड PWD इंजीनियर जी.पी. मेहरा के ठिकानों से 3.60 करोड़ के जेवर, 36 लाख कैश और 56 लाख की एफडी मिलीं. टीम ने चार जगहों पर एक साथ की कार्रवाई, फैक्ट्री और फार्महाउस के दस्तावेज, डिपाजिट के दस्तावेज और अन्य प्रापर्टी के दस्तावेज बरामद हुए।
भोपाल के दानापानी क्षेत्र में इसके फ्लैट पर कार्रवाई में 26 लाख रूपए 2 किलो 649 ग्राम सोना मिला जिसकी कीमत लगभग 3 करोड़ 5 लाख आंकी गई 5 किलो 523 ग्राम चांदी मिली तथा अन्य प्रापर्टी के दस्तावेज बरामद हुए।
नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर में के सैनी गांव में इसके फार्म हाउस जो कि 100 एकड़ में फैला हुआ है पर 17 टन शहद मिला 6 ट्रैक्टर और अन्य महंगे कृषि उपकरण मिले।
7 निर्मित कॉटेज
32 निर्माणाधीन कॉटेज
1 मकान
2 मछली पालन केंद्र
2 गौशाला
2 निजी आइलैंड जैसे बड़े तालाब मिले
4 लग्जरी चारपहिया वाहन मिले।
यह वही लोग हैं जो कहते हैं कि भारत के नेता चोर हैं हम तो बस सरकारी नौकर हैं ना पुरानी पेंशन मिल रही है ना आठवां वेतन आयोग आ रहा है ना TA, DA ना भत्ते बढ़ाते हैं और मंहगाई बढ़ती जा रही है।
सरकारी विभागों में 95% ऐसे लोग ही मिलेंगे जिसे जो लूटने को भी मिल रहा है वही लूट रहा है।
खैर जी पी मेहरा जैसे कुछ हजार रुपए की तनख्वाह पाने वाले गरीब गुरबा छोटे से PWD के चीफ़ इंजीनियर मेहनत मजूरी करके थोड़ी बहुत सम्पत्ति आइलैंड हाइलैंड्स बनवा लेते हैं तो लोग शिकायत कर देते हैं छापा डलवा देते हैं।
मेहरा जैसा गरीब आदमी विदेश में जाकर आइलैंड नहीं देख सकता इतना खर्च नहीं कर सकता इसलिए उसने खुद का आइलैंड बनवा लिया तो क्या ग़लत किया है।

No comments:
Post a Comment