सिटी चीफ // आनंद कुमार नेमा (नरसिंहपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से संपर्क:- 94246 44958
तेदुखेड़ा/नरसिंहपुर. जिले के तेंदुखेड़ा तहसील में प्रधान मंत्री सड़क निर्माण में लगातार मनमानी की जा रही है और घटिया किस्म की सामग्री के इस्तेमाल कर इस निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदार व अधिकारी अपनी जेबों को गर्म करने में लगे हुये हैं, उन्हें नागरिक हितों की तनिक चिंता नहीं जिससें नागरिकों उनके इस भ्रष्टाचार का कोपभाजन बनना पड़ रहा हैं। जिनकी सुध जिला प्रषासन भी नहीं ले रहा है। क्षेत्रीय राहगीरों के अनुसार ग्रााम कठौतिया, ईष्वरपुर, खेरूआ, पीपरपानी, ढिलवार, बिलगुंआ, खमरिया, रम्पुरा एवं घुघरी मार्गों का निर्माण कार्य ठेकेदारों की मनमानी पर चल रहा जिससे क्षेत्रीय नागरिकों के लिए मुसीबत सड़क निर्माण प्रक्रिया मुसीबत का सबब बन चुका है।
वर्षा काल में यहाँ बीच राह में पड़ी पीली मिट्टी की वजह से लोगों को वहाँ से गुजरना मुश्किल हो जाता हैं। वहीं गर्मी में धूल उड़ती है, जिससे दुपहिया वाहनों को चलाने वालों को बहुत ही परेशानी होती है। पीपरपानी पान सड़क निर्माण के लिए उपयोग में जो मुरम को ली जा रह है मुरम के नाम पर मिट्टी है जो कि, वहीं पास की ही खोदकर डाल दी गई है। ठीक यही माजरा ग्राम ढिलवार का है, जहाँ एकदम घटिया सामग्री उपयोग किया जा रहा है जो लोगों का चर्चा का विषय बना हुआ है।
सबसे मजेदार बात तो यह है कि, जहाँ घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है वहाँ जहाँ-तहाँ खदानों की सामग्री का उपयोग को बताना जिससे राजस्व विभाग से करोड़ों रू. ऐंठें जा रहे हैं और इससे सबंधित विभागीय अधिकारियों की बक तक नहीं फूट रही है। इस कार्य में हो रही घटिया सामग्री से तो ऐसा प्रतीत होता है कि, यह इस आने वाली बरसात को सहन भी नहीं कर पायेगी। ऐसे में ग्राम के सरपंचों को एवं जनपद सदस्यों को इन मार्गों की गुणवत्ता के लिये आवाज उठाकार संबंधित ग्राम के निवासियों को इस दुविधा के मुक्त कराना चाहिए।
वर्षा काल में यहाँ बीच राह में पड़ी पीली मिट्टी की वजह से लोगों को वहाँ से गुजरना मुश्किल हो जाता हैं। वहीं गर्मी में धूल उड़ती है, जिससे दुपहिया वाहनों को चलाने वालों को बहुत ही परेशानी होती है। पीपरपानी पान सड़क निर्माण के लिए उपयोग में जो मुरम को ली जा रह है मुरम के नाम पर मिट्टी है जो कि, वहीं पास की ही खोदकर डाल दी गई है। ठीक यही माजरा ग्राम ढिलवार का है, जहाँ एकदम घटिया सामग्री उपयोग किया जा रहा है जो लोगों का चर्चा का विषय बना हुआ है।
सबसे मजेदार बात तो यह है कि, जहाँ घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है वहाँ जहाँ-तहाँ खदानों की सामग्री का उपयोग को बताना जिससे राजस्व विभाग से करोड़ों रू. ऐंठें जा रहे हैं और इससे सबंधित विभागीय अधिकारियों की बक तक नहीं फूट रही है। इस कार्य में हो रही घटिया सामग्री से तो ऐसा प्रतीत होता है कि, यह इस आने वाली बरसात को सहन भी नहीं कर पायेगी। ऐसे में ग्राम के सरपंचों को एवं जनपद सदस्यों को इन मार्गों की गुणवत्ता के लिये आवाज उठाकार संबंधित ग्राम के निवासियों को इस दुविधा के मुक्त कराना चाहिए।
No comments:
Post a Comment