पटवारी व सर्वे दल ने सर्वे में खुलकर की धांधली
जिला प्रतिनिधि// विपिनच्रद्र दुबे, महाकाल महाराज
(नरसिंहपुर //टाइम्स ऑफ क्राइम) प्रतिनिधि से संपर्क:- 94246 67325
जिला प्रतिनिधि// विपिनच्रद्र दुबे, महाकाल महाराज
(नरसिंहपुर //टाइम्स ऑफ क्राइम) प्रतिनिधि से संपर्क:- 94246 67325
जिले के सुआतला ग्राम में जमकर धांधली हो रही है। प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चौहान प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों के दुखों को दूर करने के लिए विगत 14 जनवरी से जिले के विभिन्न ग्रमीण क्षेत्रों का दौरा कर स्वयं खेतों में हुई हानि का जायजा ले रहे हैं। वे 19 जनवरी को पुन: हीरापुर ग्राम पहुँचे और संबंधित अधिकारियों को हानि के अनुसार मुआवजा बाँटने के आदेश दिये। किंतु ये हमारे मानव तंत्र में विडंवना है कि, एक ओर प्रदेश के राजा स्वयं किसानों के बीच पहुँच कर इस विकट संकट से पीडि़तों को छुटकारा दिलाने के लिए ऐड़ी-चोटी एक कर रहे हैं वहीं जिले के कुछ भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी घरों में बैठकर खेतों की जगह मुंह देखकर सर्वे कर रहे हैं, और अपने करीबियों और उनकी जी हुजूरी में लगे लोगों को राहत राशि प्रदान करा रहे हैं, जिससे वास्तविक पीडि़त किसान मुख्यमंत्री की उदारता का लाभ नहीं ले पा रहा है।
तेदूखेड़ा तहसील के बिलहरा, लोलरी, देवरी पड़रिया मौजा के किसानों को अभी तक राहत राशि नही मिली है और न ही अरहर के अलावा अन्य फसलें पाला प्रभावित हुयी हैं उनका सर्वे किया गया है। बटवाई गयी राशि की असलियत तभी सामने आयेगी जब जो किसान मुआवजा प्राप्त कर चुके हैं उनकी सूची सार्वजनिक की जाये।
मसूर लगी बताई अरहर
जिला मुख्यालय के पास में ही स्थित ग्राम बम्होरी में पटवारी द्वारा घनघोर धांधली की गई है। जहाँ पर अरहर की फसल बोई ही नहीं वहाँ पटवारी द्वारा 1.580 हेक्टेयर रकबा लिख कर मुआवजा भुगतान करा दिया। इसी प्रकार ग्राम के ही डब्बल सिंह के खेत में मसूर लगी थी और पटवारी ने अरहर दर्शाकर किसानों को लाभ पहुँचाकर उनसे रूपये ऐंठे। जिसकी शिकायत प्रशासन को की जा चुकी है। इस तरह से प्रदेश के मुखिया के आदेशों को पटवारी अपनी जेब में रखकर हितग्राहियों को मुआवजा के लिए तरसा रहे हैं।सुआतला में भी यही बदमाशी
सुआतला निवासी कृषक बालाप्रसाद सेन ने बताया कि, हमारी डेढ़ एकड़ की अरहर की फसल पाला से नष्ट हो गई, लेकिन मुआवजे के नाम पर एक पैसा भी नहीं मिला। पटवारी सहाब ने सर्वे में भेदभाव किया है। ग्राम के चोखेलाल पटेल ने बताया कि, हमारे खेत के चारों ओर का सर्वे पटवारी द्वारा किसानों की उपस्थिति में किया गया किंतु हमारे खेत का मुआवजा मिलना तो कोसों दूर की बात है सर्वे सूची में नाम तक नहीं आया। पड़रिया निवासी कन्हैया लाल का कहना है कि, तेंदेख़ेडा किसानों केवल अरहर की फसल का मुआवजा दिलाया गया है वह भी आबंटित राशि से कम। सब्जी सहित अन्य फसलों को पटवारी ने देखा तक नहीं।तेदूखेड़ा तहसील के बिलहरा, लोलरी, देवरी पड़रिया मौजा के किसानों को अभी तक राहत राशि नही मिली है और न ही अरहर के अलावा अन्य फसलें पाला प्रभावित हुयी हैं उनका सर्वे किया गया है। बटवाई गयी राशि की असलियत तभी सामने आयेगी जब जो किसान मुआवजा प्राप्त कर चुके हैं उनकी सूची सार्वजनिक की जाये।
No comments:
Post a Comment