Showing posts with label राजनीति. Show all posts
Showing posts with label राजनीति. Show all posts

Friday, July 24, 2020

पार्टी पर भारी कमलनाथ की महत्‍वकांक्षाऐं, बिखरती कांग्रेस में मस्‍त कमलनाथ

पार्टी पर भारी कमलनाथ की महत्‍वकांक्षाऐं, बिखरती कांग्रेस में मस्‍त कमलनाथ 

TOC NEWS @ www.tocnews.org
  • विजया पाठक       
कमलनाथ नेतृत्‍व पर खड़े होते सवाल, उप चुनावों से पहले कांग्रेस को लग रहें झटके पे झटका
महत्‍वकांक्षाऐं पालना अच्‍छी बात है, लेकिन महत्‍वकांक्षाऐं इतनी भी नही पालनी चाहिए कि स्‍वयं के साथ-साथ दूसरों का भी अहित हो जाए। कुछ ऐसा ही मध्‍यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के साथ हो रहा है। वर्तमान में पूर्व मुख्‍यमंत्री कमलनाथ 70 पार होने के बावजूद इतनी महत्‍वकांक्षाऐं पाले हुए है कि उन्‍हें भविष्‍य की तस्‍वीर ही नजर नही आ रही है। 
सत्‍ता के लालच में वे इतने अंधे हो गए है कि धीरे-धीरे उनका कुनबा ही सिमटता जा रहा है और वे मस्‍त मोला बने बैठे हैं। वर्तमान में कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष तो है ही और दोबारा मुख्‍यमंत्री बनने की दावेदारी भी ठोंक रहे हैं। इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष भी वह खुद बनना चाहते है। यानि वन मैन आर्मी की तरह प्रदर्शित होने की कोशिश में लगे हैं। यह महत्‍वाकांक्षा नही है तो क्‍या है। ऐसा लग रहा है जैसे कमलनाथ के सिवा कांग्रेस में कुछ नही है। 
इसी महत्‍वाकांक्षा का नतीजा है कि आज कांग्रेस धीरे-धीरे कर बिखरती जा रही है और विरोध के स्‍वर भी उभरने लगे है। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने भी प्रदेश कांग्रेस नेतृत्‍व पर सवाल खड़े कर दिए है। उन्‍होंने बयान दिया कि अब पार्टी में नेताओं और कार्यकर्ता की सुनवाई ही नही हो रही है। ऐसा लगता है मानो समूची कांग्रेस नेतृत्‍व विहिन हो चुकी हो। तकरीबन प्रदेश कांग्रेस कमेटी में हजार के करीब पदाधिकारी है। 
परंतु दो तिहाई से ऊपर के पदाधिकारियों को यह भी नही मालूम कि प्रदेश कांग्रेस कार्यकारणी में क्‍या हो रहा है क्‍या निर्णय लिये जा रहे है, इसका ज्‍वलंत प्रमाण है कि प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में कौए  बोलते नजंर आते हैं, दूर-दूर तक कार्यकर्ता नही दिखाई देते है। यही कुछ हालत विधायकों के  है यह नही मालूम कि वह कांग्रेस पार्टी किस कारण छोड़ रहे है। आज भी कांग्रेस का नेता, कार्यकर्ता व विधायक पूर्णत: उपेक्षित है। प्रदेश में कुशल नेतृत्‍वकर्ता का पूर्णत: अभाव हो गया है। क्‍योंकि पिछले दो सप्‍ताह में ही कांग्रेस के दो विधायक बीजेपी में शामिल हो गए है। 
हकीकत से अनजान कमलनाथ अभी भी उप चुनावों में जीत की आस लगाए बैठे है। जबकि गोविंद सिंह उन्‍हीं क्षेत्रों से आते है जहां आगामी समय में उपचुनाव होने वाले है। पूर्व मंत्री गोविंद सिंह कांग्रेस की चिंता करते हुए इस अव्‍यवस्‍था के ऊपर बयान देते रहते है। हम अंदाजा लगा सकते हैं कि इन चुनावों के क्‍या परिणाम होने वाले है। बड़े ताज्‍जुब और हैरान करने वाली बात है कि प्रदेश में कांग्रेस की ऐसी दुर्दशा हो रही है और पार्टी हाईकमान मौन धारण किए हुए है। 
क्‍या सचमुच कांग्रेस अपने आप को मारने पर तुली है। स्थिति मध्‍यप्रदेश तक ही सीमित नही है, राजस्‍थान में भी यही हो रहा है। डेढ़ साल में कांग्रेस की स्थिति इस कदर बदतर हो जाएंगी किसी ने कल्‍पना नही की थी। दिसम्‍बर 2018 में आए मध्‍यप्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम में कांग्रेस सबसे ज्‍यादा 114 सीटों पर विजय होकर सरकार बनाने में कामयाब रही थी, आज स्थिति यह है कि कांग्रेस के पास केवल 90 विधायक बचे  है। क्‍योंकि एक अंतराल के बाद विधायक बीजेपी में शामिल होते जा रहे है। 24 विधायक तो कांग्रेस से जा चुके है, उसके बावजूद भी प्रदेश कांग्रेस नेतृत्‍व पर कुछ असर देखने को नहीं मिल रहा है। 
इतना सब कुछ होने के बाद तो पार्टी में उथल-पुथल मच जानी चाहिए थी, लेकिन कमलनाथ अपनी महत्‍वाकांक्षा को दबा ही नही पा रहे हैं। लगता है उन्‍हें पार्टी को नहीं खुद को स्‍थापित करना है। अभी तक वह अपनी मर्जी में सफल भी है। समस्‍त प्रदेश के मालवा निमाड़ के नामीग्रामी नरेन्‍द्र नहाटा पूर्व मंत्री,  पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष अरूण यादव, वरिष्‍ठ नेता गजेन्‍द्र सिंह राजूखेड़ी आदिवासी नेता, विंध्‍य से राजमणी पटेल राज्‍य सभा सांसद, बुंदेलखण्‍ड से राजा पटेरिया पूर्व मंत्री और तो और विवेक तन्‍खा जैसे कानून विशेषज्ञ व राज्‍य सभा सांसद इत्‍यादि- इत्‍यादि नेताओं की कांग्रेस के निर्णयों में कोई हिस्‍सेदारी नही होती।
उधर बीजेपी को कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नाराजगी का भी भरपूर लाभ मिल रहा है। भाजपा असंतुष्‍ट नेताओं से संपर्क साधकर उनको अपनी पार्टी में लाने में सफल हो रही है। यह भी सच है कि कांग्रेस जितना कमजोर होगी बीजेपी उतनी ही मजबूत होती चली जाएंगी। ऐसा भी नही है कि प्रदेश के इस राजनीतिक उठा-पठक का असर सिर्फ कांग्रेस तक सीमित है बल्कि अंदर ही अंदर बीजेपी में विरोध के स्‍वर देखे जा सकते हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि बीजेपी का विरोध सामने नहीं आ पाता है। बीजेपी में नेतृत्‍वकर्ता कमजोर नहीं है। उनमें साथ रखने और मनाने की कला मौजूद है। जबकि कांग्रेस में ऐसा नही है।

Thursday, July 23, 2020

आदिवासी समुदाय की महिलाओं ने किया विरोध और कहा आदिवासी समाज स्वयं को हिन्दू नही मानता

आदिवासी समुदाय की महिलाओं ने किया विरोध और कहा आदिवासी समाज स्वयं को हिन्दू नही मानता

TOC NEWS @ www.tocnews.org
जिला ब्यूरो चीफ रायगढ़  // उत्सव वैश्य : 9827482822 
अब राम भक्त हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

दुर्ग जिले में आदिवासी महिलाओं ने राज्यपाल के नाम एस डी एम को ज्ञापन सौंपा
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई सरकारी योजना राम वन गमन पथ के तहत 10 करोड़ रुपए स्वीकृत किया है, जिसमे 51 जगह राम मंदिर निर्माण का कार्य होगा, जिसका विरोध आज छत्तीसगढ़ की आदिवासी महिलाओं ने किया.
आदिवासी समुदाय की महिलाओं ने साफ कहा कि भूपेश बघेल उनके समुदाय के ऊपर हिन्दू धर्म ना थोपे, आदिवासी समाज स्वयं को हिन्दू नही मानता है । अतः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासी समुदाय के ऊपर हिन्दू धर्म थोपने की कोशिश ना करे उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति की पूजा करता है व उनका देवता आंगा देव है उनके बीच कभी राम का जिक्र भी नही होता है।
आदिवासी समाज की महिलाओं ने बताया कि बस्तर संभाग 5वी अनुसूची क्षेत्र है, और ये अनुसूचित क्षेत्र होने के कारण बिना ग्राम सभाओं की इजाजत के यहा किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य असंवैधानिक है ।
ये अनुसूचित क्षेत्र होने के कारण यहां सरकारी धन का उपयोग बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं, के लिए होना चाहिए, यहाँ मंदिर निर्माण का कार्य जनता के पैसा व सरकारी धन का दुरुपयोग है..

Tuesday, July 21, 2020

राज्यपाल लालजी टण्डन के अवसान पर मध्यप्रदेश में पांच दिन का राजकीय शोक

राज्यपाल लालजी टण्डन के अवसान पर मध्यप्रदेश में पांच दिन का राजकीय शोक

TOC NEWS @ www.tocnews.org
खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036
राज्यपाल श्री लालजी टण्डन के अवसान पर प्रदेश में पांच दिन  21 से 25 जुलाई तक  राजकीय शोक घोषित किया गया है। आज मंगलवार समस्त शासकीय कार्यालय बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिपरिषद बैठक में यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्यपाल श्री टण्डन के अवसान पर शोक स्वरूप आज की मंत्रिपरिषद बैठक में अन्य विषयों पर चर्चा न कर स्थगित की गई है।
मंत्रिपरिषद की बैठक 22 जुलाई को होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में  राष्ट्र ध्वज झुके रहेंगे। राजकीय शोक की अवधि में प्रदेश में मनोरंजन के कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे। इस संबंध में सभी जिलों को निर्देश भेजे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि वे मध्यप्रदेश की जनता की ओर से दिवंगत श्री टण्डन को श्रद्धांजलि देने के लिए लखनऊ जा रहे हैं। इस अवसर पर समस्त मंत्रिपरिषद ने खड़े होकर दो मिनिट का मौन धारण कर राज्यपाल श्री टण्डन को श्रद्धांजलि दी। 
आजीवन राष्ट्र की सेवा की स्व. श्री लालजी टंडन ने: मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्यपाल श्रद्धेय श्री लालजी टंडन के अवसान का दु:खद समाचार आज प्रातः मिला। वे जीवनभर राष्ट्र सेवा में संलग्न रहे। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।श्री टंडन सार्वजनिक जीवन में शुचिता के प्रतीक थे। मध्यप्रदेश में राज्यपाल के रूप में उन्होंने हमेशा जनहित में मार्गदर्शन और प्रेरणा दी। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में उनके सुझाए नवाचार को हम सबने देखा है।
उन्होंने राजभवन में न सिर्फ गौशाला का संचालन करवाया,बल्कि  वे स्वयं यह कहते भी थे कि मैं इस प्रयोग को सफल करके बताऊंगा। वे आने वाले प्रत्येक अतिथि का हृदय से सत्कार करते थे। राजनीति में आपसी सौहार्द और संबंधों को हमेशा उन्होंने वरीयता दी। हमेशा उनकी सोच यही थी कि राजनीति सेवा का माध्यम है। दल कोई भी हो लेकिन सभी को मिलजुल कर राष्ट्र की सेवा करना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 12 अप्रैल 1935 को जन्मे श्री लाल जी टंडन ने सात दशकों की सुदीर्घ समाज सेवा का सार्वजनिक जीवन बड़ी जीवंतता से जीया।
उन्होंने समाज के सभी वर्गों से गहरा तादात्म्य स्थापित किया। सबको साथ लेकर चलने और अजातशत्रु रहकर समाजहित में कार्य करने की अटूट आत्मशक्ति उनके व्यक्तित्व में समाहित थी। निरंतर क्रियाशील रहने के कारण ही जन कल्याणकारी कार्यों की बड़ी लम्बी श्रृखंला उनके खाते में है। वे उन चंद जन नेताओं में रहे। जिन्होंने राष्ट्र सेवा और नैतिक मूल्यों की साधना राजनीति के माध्यम से की और अन्त्योदय की भारतीय अवधारणा को साकार किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सार्वजनिक जीवन की ऐसी उदात्त, व्यापक और तपी हुई पृष्ठभूमि के साथ विधान परिषद में जब वर्ष 1978 में टंडन जी पहुँचे थे तो वहॉं भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी और संसदीय मर्यादाओं को नयी ऊॅंचाइयॉं दी। उत्तरप्रदेश विधान परिषद के दो बार सदस्य रहने के अलावा उन्होंने वहॉँ नेता सदन की भी भूमिका निभायी। विधान सभा के लिए तीन बार चुने गये। वहॉं नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में उन्होंने बताया कि विरोध के स्वर कैसे होने चाहिए और शालीन रहकर भी सरकार को जन-आवाज सुनने के लिए किस प्रकार बाध्य किया जा सकता है। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ मंत्री के रूप में तो टंडन जी का हर कदम प्रगति की एक नयी दास्तान बनता चला गया और नये-नये कीर्तिमान रचे जाने लगे। पांच बार मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के साथ उन्होंने उर्जा, आवास, नगर विकास, जल संसाधन जैसे भारी भरकम विभाग संभाले। अपने प्रशासनिक कौशल, दूरदृष्टि और दृढ़संकल्प से टंडन जी ने उत्तरप्रदेश के करोड़ों नागरिकों को सीधा लाभ पहुंचाया। इन विभागों की दशा और दिशा बदल दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि  मंत्री के रूप में  श्री टंडन  द्वारा किये गये सुधार और बदलाव अविस्मरणीय है। अन्त्योदय की भारतीय अवधारणा को साकार करने के लिए दबे-कुचले और वंचित वर्ग के लिए उस समय जो योजनाएं टंडन जी के नेतृत्व में बनायी गयीं, वे राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित हुईं।
पांच रूपये, दस रूपये और पंद्रह रूपये रोज पर दबे-कुचले तबके को मकान का मालिकाना हक दिलाने की स्वप्निल योजना उन्होंने साकार की थी। यही नहीं  आवास के साथ एक फलदार वृक्ष और एक दुधारू पशु देने की योजना टंडन जी की बहुआयामी सोच का परिणाम थी। उन्होंने गरीबी-उन्मूलन के लिए बड़े पैमाने पर जमीनी कार्य हुए। सामुदायिक केंद्र बने, रैन बसेरे बने, मलिन बस्तियों का कायाकल्प हुआ। मथुरा-वृंदावन की खारे पानी की बड़ी समस्या का समाधान हुआ। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोक-कल्याण के लिए  कार्य करने की उनकी प्रवृति के चलते उन्होंने ऐतिहासिक कार्य किये। उत्तरप्रदेश में पहली बार गोवध निषेध अधिनियम बना। हरिद्वार में  पॉंच किलोमीटर लंबा घाट जनसहयोग से बनवाना उनकी विलक्षण सोच का नतीजा था। हरिद्वार में कुंभ के लिए इतनी मूलभूत सुविधाओं का विकास उन्होंने करा दिया कि अब वहॉं कुंभ के आयोजन में बहुत कुछ नया नहीं करना पड़ता है। अयोध्या मामलों के प्रभारी के रूप में श्रीराम जन्मभूमि न्यास को 42 एकड़ जमीन सौंपने का काम जिस तत्परता और संकल्पबद्धता से टंडन जी ने किया, उसकी दूसरी मिसाल नहीं मिलती। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टंडन जी के जीवन में असंभव को संभव बनाने का सिलसिला कभी थमा नहीं। वर्ष 2003 में उनके द्वारा एक साथ 1001 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास विश्व रिकार्ड के रूप में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया। 
इसके अलावा लाल जी टंडन जी की सबसे बड़ी विशेषता यह भी  थी कि राजनेता बनने पर भी उन्होंने समाजसेवक के अपने रूप को बनाये रखा। इसीलिए उन्हें साम्प्रदायिक एकता के प्रतीक और मानवता के लाड़ले सपूत के रूप में सदैव देखा गया। लखनऊ में होली के शालीन जुलूस की प्राचीन परम्परा को टंडन जी ने पुनर्जीवित किया। सार्वजनिक कवि सम्मेलन की परम्परा कायम की और उसमें जीवंतता से हमेशा मौजूद रहे। जयप्रकाश नारायण के समग्र क्रांति आंदोलन की लखनऊ में कमान संभाली।
इमरजेंसी में जेल गये, भारी प्रताड़ना सही। ओजस्वी वक्ता के रूप में अपनी पहचान बनायी। इसलिए से  सर्वप्रिय बने। यह  श्री टंडन की सबसे बड़ी पूंजी थी। इसके बल पर वर्ष 2009 में टंडन जी लखनऊ से सांसद बने और अटल जी की विरासत को विस्तार दिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय और लोहिया जी जैसे प्रखर चिंतक, भारत रत्न नाना जी देशमुख, अटल बिहारी वाजपेयी और जयप्रकाश नारायण जैसे महान नेताओं से टंडन जी के अत्यंत निकट के पारिवारिक संबंध रहे।
ऐसे लोगों के दीर्घ सानिध्य से टंडन जी अनुभव समृद्ध बनते चले गये। मध्यप्रदेश में 29 जुलाई 2019 को उन्होंने कार्यभार संभाला था। उनके कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण होने ही वाला था। हमें उनके मार्गदर्शन का लाभ और भी मिलता लेकिन विधि के विधान से ऐसा नहीं हो सका।  कर्मयोगी टंडन जी ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल के रूप में अपनी सम्पूर्ण सामर्थ्य-शक्ति को उच्चशिक्षा के क्षेत्र में कायाकल्प के लिए लगा दिया था। मध्यप्रदेश में उनके इस कार्यकाल को भी सदैव याद रखा जाएगा।

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को दी श्रद्धांजलि

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को दी श्रद्धांजलि

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ पांढुर्ना, जिला छिंदवाड़ा // पंकज मदान  9595917473 
पांढुरना (छिंदवाड़ा) आज सुबह मध्य प्रदेश के राज्यपाल महामहिम लालजी टंडन का दुखद निधन हो गया. नगर पालिका परिषद पांढुरना कार्यालय में स्वर्गीय लालजी टंडन को एक सादे समारोह में    श्रद्धांजली अर्पित की गई।
कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष प्रवीण पालीवाल , उपाध्यक्ष अरुण भोसले , नगर मंडल अध्यक्ष राजू रेवतकर , नगर पालिका अधिकारी राजकुमार ईवनाती सभी नगर पालिका कर्मचारी गण, पार्षद गण, सभापति गण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

.
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण पालीवाल एवं नगरपालिका उपाध्यक्ष अरुण भोसले भारतीय जनता पार्टी के नगर मंडल अध्यक्ष राजू रेवतकर  ने महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन के निधन को एक बड़ी क्षति बताया और उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।

Monday, July 20, 2020

कांग्रेस की बैठक संम्पन्न सभी नवनियुक्त, क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं जोन अध्यक्ष का हुआ स्वागत

कांग्रेस की बैठक संम्पन्न सभी नवनियुक्त, क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं जोन अध्यक्ष का हुआ स्वागत 

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ पांढुर्ना, जिला छिंदवाड़ा // पंकज मदान  9595917473 
पांढुरना (छिंदवाड़ा ) आज ब्लॉक एवं नगर कांग्रेस कमेटी की बैठक संम्पन्न हुई. सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं नगर के जोन अध्यक्ष मौजूद थे अभी का नवनियुक अध्यक्ष बनने पर डॉ साहेबराव टोम्पे अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष का हस्ते स्वागत किया गया.
सभी को दिशानिर्देश दिये गये की अब कैसा संघटन तैयार करना है जिला कांग्रेस के निर्देशानुसार ही बैठक का आयोजन किया गया था .
बैठक में मौजूद डॉ साहेबराव टोम्पे, योगेश खोड़े, ताहिर पटेल, सन्दीप घाटोड़े,विजय जुनेजा, अनिल खण्डार, प्रदीप जुननक,र राजू कोल्हे , बापु बालपांडे, विनोद गजभिए, अनिल तिड़के, नारायण वादबुढे, गणपति आगरे, विस्वास किनकर, प्रदीप खवसे, रामचन्द्र गुढ्डे ,रामेश्वर सिरसाम, प्रकाश चौधरी, उल्लास काटवले, विलास धोटे, आदि सदस्य मौजूद थे

Saturday, July 18, 2020

गुना में वर्दी की गुंडागर्दी, बेलगाम पुलिस की किसान पर बर्बरता, कटघरे में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की काबिलियत

गुना में वर्दी की गुंडागर्दी, बेलगाम पुलिस की किसान पर बर्बरता, कटघरे में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की काबिलियत
TOC NEWS @ www.tocnews.org
  • विजया पाठक
VIJIYA PATHAK
विजया पाठक वरिष्ठ पत्रकार
मंदसौर घटना के बाद गुना में एक दलित किसान पर पुलिस की बर्बरता ने शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इस घटना में भले ही शिवराज सरकार का कोई लेना-देना ना हो लेकिन बैठे-बिठाए विपक्ष को सरकार को घेरने का अवसर मिल गया है।
वहीं उपचुनाव के इस माहौल में विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मामले को तूल देने पर अड़ी है, क्योंकि गुना के इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की सार्थकता भी संदेह के घेरे में आ रही है। पुलिस प्रशासन के मुखिया होने के नाते यह उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह प्रदेश के पुलिस प्रशासन को काबू में रखें। यदि पुलिस बेलगाम होती है तो जिम्मेदार गृहमंत्री होते हैं।
बर्बरतापूर्वक कार्रवाई करने का हौसला पुलिस में कैसे पनपा। वायरल वीडियो में एक साफ दिख रहा है कि पुलिस बल कैसे एक बेबस और लाचार किसान दंपति पर लाठियां भांज रहा है। किसान दंपत्ति गिड़गिड़ाकर रहम की भीख मांग रहा है। इस अमानवीय और बर्बरतापूर्वक की गई कार्रवाई की चारों और निंदा होना स्वभाविक है।
दरअसल मप्र के गुना शहर के जगनपुर में आदर्श कॉलेज के लिए स्वीकृत जमीन से 14 जुलाई को कब्जा हटाने के दौरान दंपती के कीटनाशक पीने और इनके स्वजनों पर पुलिस के लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आपको बता दें कि नवीन आदर्श महाविद्यालय के लिए ग्राम जगनपुर स्थित भूमि सर्वे नं. 13/1 व 13/4 रकवा क्रमश: 2.090 व 2.090 आरक्षित की गई थी।
तहसीलदार ने अतिक्रामक गब्बू पारदी पुत्र गाल्या पारदी, कथित बटाईदार राजकुमार अहिरवार पुत्र मांगीलाल का कब्जा हटाने के लिए बेदखली की कार्रवाई के दौरान 14 जुलाई को पुलिस बल की उपस्थिति में सीमांकन कराया तथा बेदखली की गई। जब कार्रवाई चल रही थी, उसी समय राजकुमार अहिरवार व उसकी पत्नी सावित्रीबाई ने कीटनाशक पी लिया। इस मामले में कैंट थाने में संबंधितों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा समेत अन्य धारा में मामला भी दर्ज कराया है। इसमें रामकुमार, शिशुपाल अहिरवार, सावित्री बाई समेत पांच-सात अज्ञात लोग आरोपित बनाए गए हैं।
स्थानीय प्रशासन का दस्ता जेसीबी लेकर यहां पहुंचा और राजकुमार अहिरवार के खेत में बोई जा चुकी फसल पर जेसीबी चलवा दी। ये सब होता देख राजकुमार ने काफी मिन्नत की लेकिन जब कार्रवाई नहीं रुकी तो उसने प्रशासन की टीम के सामने ही कीटनाशक पी लिया। पति को कीटनाशक पीते देख पत्नी में भी उसी बोतल से कीटनाशक पी लिया। इसके बावजूद प्रशासन ने जबरन पिटाई करते हुए दंपति को जीप में बैठाया। अस्पनताल में दोनों जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
यहां एक सवाल फिर जिंदा होता है कि प्रशासन दबंगों और ताकतवरों के साथ तो बेहद नरमी और रहम के साथ पेश आता है। लेकिन कमजोर और बेबस लाचारों के साथ इतनी सख्ती बरतता है कि वह आत्मंहत्याब करने को मजबूर होते हैं। इस भेदभावपूर्व रवैये के कारण सरकारें और शासन हमेशा कटघरे में खड़ा होता है। मैं पूछना चाहती हूं कि आज प्रदेश के किस शहर किस कस्बे किस गांव में अतिक्रमण या अवैध कब्जा नहीं है। शहरों में शहर के दबंगों,बाहुबलियों या नेताओं का कब्जास है तो गांवों में गांवों के दबंगों का कब्जाि है।
इन शक्तिशाली बाहुबलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्महत न तो नेताओं में है और न ही प्रशासन में है। गरीबों पर अत्यााचारों की घटनाएं आम होती जा रही हैं। क्योंईकि सत्ताु में उनका कोई माई-बाप नहीं होता है। वह जिंदगी भर गरीबी से लड़ता रहता है। समाज का उच्चइ वर्ग और शासन और प्रशासन इनकी सुध लेने को तैयार नहीं रहता।
गुना में दलित किसान की घटना ने आज सारे देश को झंकझोर दिया है। दलितों पर होने वाले अत्याचारों को उजागर किया है। देश प्रदेशों में चाहे सरकारें किसी भी दल की हों। दलितों को हमेशा मोहरा बनाया जा रहा है। वह तो सिर्फ राजनीति के मुद्दों तक सीमित रहते हैं। गुना मामले पर भी वही हो रहा है। हम देख रहे हैं कि कांग्रेस कितनी तत्परता से मामले में घुसती जा रही है। पार्टी ने सात सदस्यीय दल तक गठित कर दिया है, जो अपने स्तर पर मामले की जांच करेगा। सब जानते हैं कि इस जांच दल का परिणाम क्या होगा।
कांग्रेस जानती है कि आने वाले समय में 25 जगहों पर उपचुनाव हैं और दलितों और किसानों को अपनी ओर खींचने का इससे बेहतर मौका नहीं मिलेगा। बहरहाल गुना में जो कुछ भी हुआ है वह मानवीय स्तर या प्रशासनिक स्तर पर बिल्कुल भी ठीक नहीं हुआ। एक दलित किसान का परिवार बिखर गया है। इसकी भरपाई कौन करेगा1 यहां बात सिर्फ एक मौसम की फसल की थी, जो उसने कर्ज लेकर बोई थी। इस फसल से उसकी आशाएं थीं।
उसकी आजीविका निर्भर थी। शिवराज सरकार को भी इस घटना से सबक लेना चाहिए। शिवराज जी आप किसानों के हितेषी हैं। आप के शासन के इस तरह की घटनाएं आपकी छवि को धूमिल करती हैं। बेलगाम होती पुलिस व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरत है।

Friday, July 17, 2020

रायगढ़ सांसद गोमती साय ने भूमि पूजन कर एन एच 43 के निर्माण का किया शुभारंभ

रायगढ़ सांसद गोमती साय ने भूमि पूजन कर एन एच 43 के निर्माण का किया शुभारंभ

TOC NEWS @ www.tocnews.org
जिला ब्यूरो चीफ रायगढ़  // उत्सव वैश्य : 9827482822 
  • रायगढ़ सांसद गोमती साय ने भूमि पूजन कर एन एच 43 के निर्माण का किया शुभारंभ
  • मेरे सतत निगरानी में होगा एन एच 43 सड़क का निर्माण:- गोमती साय
फरसाबहार:- पत्थलगांव से कांसाबेल, कुनकुरी तक की 43 एन एच सड़क का निर्माण कार्य पहले जो ठेकेदार ग्रोवर एन्ड कंपनी कर रही थी उसे ब्लैक लिस्टेड कर तिरुपति बिल्डकॉन कम्पनी बुढार को सड़क निर्माण का ठेका दिया गया है। कंपनी द्वारा सड़क निर्माण के कार्य हेतु पूर्ण तैयारी भी कर ली गई है।
रायगढ़ जशपुर लोकसभा सांसद श्रीमती गोमती साय द्वारा तिरुपति बिल्डकॉन कम्पनी बुढार के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में भूमि पूजन कर सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ किया।
इस अवसर श्रीमती साय ने कहा कि मैं एन एच 43 सड़क पत्थलगांव से कुनकुरी तक के निर्माण कार्य में हो रही लेट लतीफी व लापरवाही की जानकारी केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी को देकर ग्रोवर कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कराया गया।
अब नई कंपनी तिरुपति बिल्डकॉन कम्पनी बुढार द्वारा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिसकी सतत निगरानी मेरे द्वारा की जाएगी।

रामकिशोर कावरे राज्यमंत्री आयुष विभाग एवं जल संसाधन विभाग के प्रथम आगमन पर ग्रह जिला बालाघाट में कार्यकर्ताओं के द्वारा भव्य स्वागत

रामकिशोर कावरे राज्यमंत्री आयुष विभाग एवं जल संसाधन विभाग के प्रथम आगमन पर ग्रह जिला बालाघाट में कार्यकर्ताओं के द्वारा भव्य स्वागत

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ बालाघाट // वीरेंद्र श्रीवास 83196 08778
बालाघाट. रामकिशोर कावरे राज्यमंत्री आयुष विभाग एवं जल संसाधन विभाग के प्रथम आगमन पर ग्रह जिला बालाघाट में कार्यकर्ताओं के द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
पूरे बालाघाट जिले के अलग-अलग स्थानों से भारी मात्रा में कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे । मंत्री जी  के आगमन होते ही कार्यकर्ताओं के द्वारा आतिशबाजी कर उन पर फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया ।
भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित कर उनके प्यार एवं आशीर्वाद के लिए उन्हें धन्यवाद दिया । 

इस कार्यक्रम में बालाघाट जिले के सांसद ढाल सिंह बिसेन, पूर्व कृषि मंत्री एवं वर्तमान विधायक गौरीशंकर बिसेन ,भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रमेश भटेरे जी एवं पूर्व विधायक भगत नेताम बैहर एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदअधिकारी मौजूद थे
जिसके पश्चात जिला मुख्यालय में स्थित सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता की गई । जिसमें रामकिशोर कावरे जी ने कहा कि जिले के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा और जिले का विकास आप लोगों के साथ मिलकर किया जाएगा।

Thursday, July 16, 2020

कांग्रेस में उपेक्षित होते युवा नेता, क्या 135 साल पुरानी पार्टी को खत्म करेगी सोनिया?

सोनिया गांधी ने किया बड़ा ऐलान ...
कांग्रेस में उपेक्षित होते युवा नेता, क्या 135 साल पुरानी पार्टी को खत्म करेगी सोनिया?
TOC NEWS @ www.tocnews.org
  • विजया पाठक 
2024 का चुनाव लड़ेगी बूढ़ी कांग्रेस !

याद कीजिए 2004 और 2009 का वह दौर, जिसमें केंद्र की सत्तासीन कांग्रेस सरकार में युवाओं की भरमार थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल से लेकर कांग्रेस के संगठन में युवाओं को तवज्जो दी जाती थी। उस समय कांग्रेस की बांगडोर राहुल गांधी के हाथ में थी। वह हमेशा युवाओं के हिमायती रहे हैं।

देश के युवा भी खुश और कांग्रेस के युवा नेता भी, लेकिन बीते एक दशक में परत-दर-परत स्थितियां ऐसी बनी या बनाए गई कि कांग्रेस का मोह युवाओं से भरता गया और युवा नेता कांग्रेस से कटते गए। आज परिस्थितियां ऐसी हो गई कि पार्टी में युवा नेताओं को टोटा हो गया है।
प्रियंका चतुर्वेदी, जगनमोहन रेड्डी, दीपेंदर सिंह हुडा, रीता बहुगुणा जोशी, संजय निरूपम, मिलिंद देवड़ा, नवजोत सिंह सिद्धू, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट जैसे तमाम युवा बिग्रेड अब पार्टी में नहीं हैं। यह वह युवा नेता थे जो मोदी सरकार से अपने दम पर लोहा मनवाते थे। मतलब साफ है कि विपक्ष की भूमिका में वाकई सटीक बैठते थे। राज्यों में भी अपनी काबिलियत के पार्टी की पहचान बनाए रखने में कामयाब थे। इन युवाओं में अधिकांश ऐसे थे जिन्होंने अपने बलबूते राज्यों में सरकार बनवाई। सिंधिया, पायलट उनमें से ही थे।
आज ये कर्मठ योद्धा पार्टी से बाहर हैं। अब सवाल उठ रहा है कि क्या कांग्रेस 2024 का केंद्रीय चुनाव बगैर युवाओं के यानी बूढ़ी कांग्रेस के भरोसे लड़ेगी। क्योंकि हम देख रहे हैं कि धीरे-धीरे कर कांग्रेस के सभी प्रभावी युवा नेता किनारा करते जा रहे हैं। यही वह युवा नेता थे जो मोदी से भिड़ने का माद्दा रखते थे। अब मोदी से भिड़ने की ताकत कौन रखता है, फिलहाल कोई नहीं दिख रहा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि कांग्रेस की वर्तमान में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी के सत्यानाश पर तुली हुई हैं। क्या सोनिया 135 साल पुरानी पार्टी को खत्म करके मानेगी? जहां तक राहुल गांधी की बात की जाए तो वह युवाओं को आगे बढ़ाने के पक्ष में रहे हैं। राहुल गांधी मध्यलप्रदेश में सिंधिंया को और राजस्थामन में पायलट को ही सीएम बनाना चाहते थे। लेकिन उनके सामने ऐसी स्थितियां निर्मित की गई कि वह कुछ कर ही नहीं पाए।
आखिर में सोनिया गांधी की मंशा पर यकीन करना पड़ा। यही नहीं सोनिया के आसपास रहने वाले बुजुर्ग कांग्रेस नेता भी नहीं चाहते कि पार्टी में युवाओं को प्राथमिकता दी जाए। यही कारण है कि पार्टी से बगावत करने वाले और रूठने वालों को कभी भी मनाने का प्रयास नहीं किया जाता है। जबकि बीजेपी या अन्यव पार्टियों में ऐसा नहीं होता। पार्टी हाईकमान का पूरा हस्त क्षेप होता है और समय रहते स्थितियों को संभाल लिया जाता है। यही वह 70 पार कांग्रेस है जो नहीं चाहती कि युवा अपनी महत्वाकांक्षा रखें या आगे बढ़े। सोनिया गांधी भी इसी कांग्रेस में बंधी नजर आ रही हैं। वह एक रबड़ स्टैंप की तरह काम कर रही हैं और नतीजा ये हो रहा है कि दिनों दिन कांग्रेस बिखरती जा रही है, जिसमें अब शक्ति नाम मात्र बची है।
राजस्थान में मचे हाहाकार पर बात करें तो एक बात निकल कर सामने आती है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 20 सीटें मिली थी वहीं 2014 के लोकसभा में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। ऐसी विषम परिस्थितियों में कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश के युवा और प्रतिभाशाली नेता सचिन पायलट को पार्टी का अध्यक्ष बनाया और पार्टी को जिंदा करने की जिम्मेदारी सौंपी।
कांग्रेस के इस कॉकस में 70 पार के वे नेता हैं जो अभी भी सत्ता का सुख छोड़ना नहीं चाहते। बैठे-बिठाए सत्ता की मलाई खाना चाहते हैं। 70 पार के इन नेताओं में अहमद पटेल, कपिल सिब्बल, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कैप्टन अमरिंदर सिंह, पी. चिदंबरम, अशोक गहलोत जैसे तमाम सत्तासुख लोभी नेता हैं, जिनके कारण ही आज कांग्रेस की यह स्थिति हो रही है। क्योंकि यह वह नेता है जो पार्टी के हित के पहले स्वयं के हित साधने में लगे रहते हैं। इनके अपने अपने हित भी समाहित हैं। किसी को अपने बेटों को स्था पित करना है तो किसी को अपनी राजनीति को जिंदा रखना है। सबसे पहले इन नेताओं को उस बात पर गौर करना चाहिए कि जब पार्टी का वजूद ही नहीं रहेगा तो यह सत्ता का सुख कैसे होगा भोगेंगे।
राजस्थान में मचे हाहाकार पर बात करें तो एक बात निकल कर सामने आती है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 20 सीटें मिली थी वहीं 2014 के लोकसभा में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। ऐसी विषम परिस्थितियों में कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश के युवा और प्रतिभाशाली नेता सचिन पायलट को पार्टी का अध्यक्ष बनाया और पार्टी को जिंदा करने की जिम्मेदारी सौंपी। सचिन पायलट भी मिली जिम्मेदारी में 5 साल लगे रहे। प्रदेश के कोने-कोने में दौर किए।
सचिन पायलट ही प्रदेश के सीएम होंगे, लेकिन यहां पर भी युवाओं की अनदेखी की गई और अशोक गहलोत को सीएम बना दिया। यहां सचिन ने जहर का घूंट पिया। सरकार बनने के बाद सचिन को समय-समय पर नीचा दिखाने की कोशिश हुई।
अपने प्रभाव से मृत कांग्रेस को जिंदा किया। नतीजा यह हुआ कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई। सबको मालूम था कि सचिन पायलट ही प्रदेश के सीएम होंगे, लेकिन यहां पर भी युवाओं की अनदेखी की गई और अशोक गहलोत को सीएम बना दिया। यहां सचिन ने जहर का घूंट पिया। सरकार बनने के बाद सचिन को समय-समय पर नीचा दिखाने की कोशिश हुई। अंत में सचिन का सब्र जवाब दे गया और उन्हें बगावत का रास्ता अपनाना पड़ा।
सवाल या नहीं कि सचिन ने बगावत क्यो की। पार्टी को उन कारणों की तह तक जाने की जरूरत है आखिर युवा नेता बगावत क्यों कर रहे हैं? उनकी महत्वाकांक्षाओं को दबाने की कोशिशें क्यों हो रही हैं? उनकी काबिलियत की कमाई पर मलाई कोई और क्योंन खा रहा है? ऐसे तमाम सवाल देश के अंदर उठ रहे हैं। कांग्रेस को यदि फिर से उठना है। जिंदा होना है तो गहराई से चिंतन करना होगा। इतना ही नहीं कड़े फैसले लेने होंगे। ऐसा नहीं कि कांग्रेस फिर से खड़ी नहीं हो सकती। हो सकती है। आज भी देश भर में कांग्रेस का वजूद जिंदा है। बस उसे अपने गिरेबान में ईमानदारी से झांकना होगा।

मंत्री गोविंद सिंह का निर्देश बना अफसरों के गले की हड्डी, छह साल का राजस्व रिकॉर्ड गायब F I R का फंसा पेंच

मंत्री गोविंद सिंह का निर्देश बना अफसरों के गले की हड्डी, छह साल का राजस्व रिकॉर्ड गायब F I R का फंसा पेंच

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा 8305895567
  • वरिष्ठ पत्रकार कैलाश जी सनोलिया की कलम से 

उज्जैन - नागदा,। प्रदेश के परिवहन मंत्री व राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का उज्जैन कलेक्टर के नाम कमलनाथ सरकार में दिया गया एक निर्देश नागदा-खाचरौद के अफसरों के गले की हड्डी बन गया।

अब वे फिर शिवराज सिंह मंत्रिमंडल में उसी विभाग के मंत्री बन गए। ऐसी स्थिति में मामला अब और गंभीर हो गया। चौकाने वाली बात यह है कि नागदा का वर्ष 1958 से लेकर 1964 तक का राजस्व रिकॉर्ड गायब हो गया। नागदा, मेहतवास एवं पाड़ल्या कला के अभिलेख शामिल हैं।
नागदा के छह साल का राजस्व रिकॉर्ड गायब F I R का फंसा पेंच
यह प्रकरण तत्कालीन परिवहन मंत्री गोविंद सिंह के संज्ञान में गत फरवरी में आया था। उन्होंने तत्काल कलेक्टर को कार्यवाही निर्देश दिया। मंत्री के निर्देश के बाद रिकॉर्ड को शोध का विभागीय आदेश हुआ और दल का गठन भी किया गया। आखिरकार अब रिकॉर्ड नहीं मिलने पर स्थानीय अफसरों ने हाथ ऊंचे कर दिए। ताजा स्थिति यह है कि यह प्रकरण अब खाचरौद पुलिस थाने में रिकॉर्ड गायब करने के दोषी अधिकारियों के खिलाफ  एफआईआर पर अटक गया है।
तत्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्र के कार्यकाल में इस मामले में एफआईआर का आदेश दिया हुआ था। रिकॉर्ड गायब होने की यह  पूरी कहानी अभिषेक चौरसिया निवासी नागदा ने मंत्री गोविंदसिंह के समक्ष उपस्थित होकर भोपाल में बताई थी। शिकायत पर मंत्री ने निर्देश दिया था।
मंत्री के निर्देश से लेकर इस गंभीर मामले में अधिकारियों के बीच जो भी पत्राचार हुए, वे वरिष्ठ पत्रकार श्री सलोनिया जी के हाथ लगे हैं।

वर्तमान में यह मामला

दोषियों के खिलाफ  एफआईआर दर्ज करने के लिए थाना खाचरौद में अटका पड़ा है। मामले को रफा-दफा करने के दांव-पेंच की बातें भी सामने आ रही है। खाचरौद थाना प्रभारी के एक ताजा पत्र प्रमाण क्रमांक 20-ए/ 2020 के अनुसार प्रकरण अभी एफआईआर के लिए लंबित है। श्री सलोनिया के पास सुरक्षित दस्तावेजों से यह कहानी सामने आई है कि पुलिस उन अधिकारियों के नाम तथा पता जुटाने में लगी है, जिनके कार्यकाल में यह रिकॉर्ड गायब हुए।

सुप्रीम कोर्ट में मप्र शासन

सूत्रों को कहना है कि रिकॉर्ड के गायब होने के तार अरबों की एक विवादित भूमि से जुड़े हैं। सुप्रीम कोर्ट में मप्र शासन एवं ग्रेसिम के बीच एक अपील क्रमांक एसएलपी सी  15837/ 2019 चल रहाी है। इस प्रकरण में शासन की ओर से प्रिसिपल सेक्रेटरी, उज्जैन कलेक्टर, नागदा एसडीओ एवं तहसीलदार अपीलार्थी हैं।

एफआईआर के लिए इस प्रकार कार्यवाही

मंत्री गोविंदसिंह ने उचित कार्यवाही का आदेश उज्जैन कलेक्टर को जारी किया। इसी दिन विशेष वाहक के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय के आवक में जमा किया गया। इसी प्रकार से एक शिकायत पूर्व में उज्जैन कार्यालय में पहुंच चुकी थी।
कलेक्टर उज्जैन ने दस्तावेज गायब होने पर एसडीओ राजस्व नागदा को एफ आईआर कराने के लिए निर्देश दिया। यह निर्देश सीधे नागदा कार्यालय पहुंचा।
एसडीओ नागदा ने तहसीलदार खाचरौद को पत्र क्रमांक/ री-2/ 2020/ 148 दिनांक 7 फरवरी एवं पत्र क्रमांक 295/ री-2/20 दिनांक 14 फरवरी जारी कर रिकॉर्ड शोध कराने का निर्देश दिया। यह प्रकरण खाचरौद इसलिए भेजा कि किसी समय नागदा की तहसील खाचरौद थी।
एसडीओ ने रिकॉर्ड शोध के लिए दल गठित किया। प्रभारी नायब तेहसीलदार नागदा को बनाया। प्रभारी ने प्रतिवेदन दिया कि रिकॉर्ड नहीं मिला।
जिला अभिलेख उज्जैन ने अवगत कराया कि तहसील नागदा के गा्रम पाड़ल्या कला, मेहतवास, एवं कस्बा नागदा राजस्व रिकॉर्ड 1959 से 1962-63 तक का खसरा किश्तबंदी खतोनी उपलब्ध नहीं है।
तहसीलदार खाचरौद ने 22 फरवरी को पत्र के माध्यम से आफिस कानूनगो खाचरौद को निर्देश दिया  कि उक्त समय अवधि में कौन- कौन कर्मचारी अभिलेखागार के पद पर थे। इस बारे में भी कोइ जानकारी नहीं मिली है। इसलिए आप अब एफआईआर दर्ज कराएं।
थाना प्रभारी खाचरौद ने 24 फरवरी को तहसीलदार को पत्र जारी कर 5 बिंदुओं में जानकारियां मांगी।
तहसीलदार ने पत्र दिनांक 6 मार्च को थाना प्रभारी के नाम जानकारियों में बताया कि गठित दलों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जो जानकारी पुलिस मांग रही है, वे कार्यालय में नहीं है। यहां तक कि कार्यालय में चोरी होने अथवा आग लगने के बारे में भी कोई तथ्य सामने नहीं आए हैं।
थाना प्रभारी ने 9 मार्च को तहसीलदार के नाम पत्र जारी कर प्रतिवेदन मांगा कि जो राजस्च रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं उसकी सूची थाने में प्रस्तुत कि जाए।
तहसीलदार ने 11 मार्च को पत्र के माध्यम से बताया कि अभिलेख उपलब्ध नहीं है, इसलिए दस्तावेजों का सूचीकरण संभव नहीं है। थाना प्रभारी ने आरटीआई में हाल में पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया कि उक्त प्रकरण अभी जांच में है। एफआईआर नहीं हुई है।

Tuesday, July 14, 2020

खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने संभाला कार्यभार, भाजपा नेता राजेश पाठक ने दी बधाई

खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने संभाला कार्यभार, भाजपा नेता राजेश पाठक ने दी बधाई

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ बालाघाट // वीरेंद्र श्रीवास 83196 08778
बालाघाट। प्रदेश में सत्ता के तख्तापलट के बाद भाजपा सरकार को समर्थन देने वाले वारासिवनी क्षेत्र के निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को प्रदेश की शिवराजसिंह चौहान की सरकार ने राज्य खनिज निगम का अध्यक्ष बनाया है।
तत्कालीन कमलनाथ सरकार में खनिज मंत्री रहे प्रदीप जायसवाल ने कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद स्तीफा दे दिया था। जिसके बाद उन्होंने प्रदेश में भाजपा सरकार को अपना समर्थन दिया था। जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा राज्य खनिज निगम के अध्यक्ष बनाये गये प्रदीप जायसवाल ने आज 14 जुलाई मंगलवार को भोपाल में पर्यावास भवन पहुंचकर अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया है।
इस दौरान खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह खनिज निगम के प्रबंध संचालक सुखवीर सिंह, कार्यपालक निदेशक, दिलीप कुमार, विभाग के सचिव नरेन्द्र सिंह परमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
भाजपा शासनकाल मंे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को राज्य खनिज निगम में अध्यक्ष बनाये जाने के बाद से क्षेत्रीय समर्थको में खुशी का माहौल है। अध्यक्ष बनाये जाने की खबर के बाद से राज्य खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल को बधाईयों का सिलसिला लगातार जारी है।
आज भोपाल में उनके राज्य खनिज निगम अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद बालाघाट से भोपाल पहुंचे भाजपा नेता एवं नेहरू स्पोर्टिंग क्लब अध्यक्ष राजेश पाठक ने राज्य खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल को गुलदस्ता भेंट करते हुए बधाई दी और विश्वास जताया है कि वह प्रदेश सरकार द्वारा दी गई जिम्मेदारी का पालन करते हुए प्रदेश और बालाघाट जिले को विकास की नई गति देंगे।

नगर की जनता को नए नल कनेक्शन देने की मांग,कांग्रेस ने एस डी एम एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दिया ज्ञापन

नगर की जनता को नए नल कनेक्शन देने की मांग,कांग्रेस ने  एस डी एम एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दिया ज्ञापन


TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ पांढुर्ना, जिला छिंदवाड़ा // पंकज मदान  9595917473 
पांढुर्नापांढुरना (छिंदवाड़ा ) आज नगर कांग्रेस कमेटी एवं कांग्रेस पार्षद दल के तत्वाधान में एस डी एम महोदया एवं नगर पालिका मुख्य नगरपालिका अधिकारी के नाम आज ज्ञापन सौंपा.

1 वर्ष पहले नगरपालिका द्वारा निजी नल कनेक्शन नगरवासियों को प्रदान करने के लिये परिषद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कराके निजी नल कनेक्शन प्रदान करने के लिये आवेदन पत्र नगर पालिका कार्यालय में जमा कराये गये थे परन्तु आज 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी नगरवासि नल कनेक्शन के लिये दर दर भटक रहे हैं .

नगर वासियो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है लगभग 3000 हजार लोगों के द्वारा नल कनेक्शन हेतु आवेदन दिये थे जो आज धूल खा रहे हैं.

नगरपालिका के पास पर्याप्त पानी की व्यवस्था है माननीय कमलनाथजी द्वारा मंत्री रहते हुई यूआईडीएसएमटी योजना के तहत शहर में पाइप लाइन टँकी के लिये करोड़ो रूपये दिये उसके बाद भी नल कनेक्शन जनता को नही देना सन्देह के घेरे में आता है जल्दी नल कनेक्शन नही देने पर नगर कांग्रेस कमेटी एवं कांग्रेस पार्षद दल द्वारा आंदोलन करेंगी.

आंदोलन में सभी कांग्रेस के नेता गन एवं कांग्रेस के पार्षद दल के पार्षद उपस्थित थे

Monday, July 13, 2020

मप्र के 28 मंत्रियों को विभागों का आवंटन, सूची देखकर जान लें किसको कौन से विभाग की मिली जिम्मेदारी

मप्र के 28 मंत्रियों को विभागों का आवंटन, सूची देखकर जान लें किसको कौन से विभाग की मिली जिम्मेदारी

TOC NEWS @ www.tocnews.org
भोपाल // विनय जी. डेविड 9893221036 
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल  के सदस्यों के बीच विभागों का बटवारा कर दिया है।
कैबिनेट मंत्री
क्रमांकनामविभाग किस खेमे से
1गोपाल भार्गवलोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योगपहले भी मंत्री रहे
2विजय शाहवनपहले भी मंत्री रहे
3जगदीश देवड़ावाणिज्यिक कर, वित्त और योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकीपहले भी मंत्री रहे
4बिसाहूलाल सिंहखाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षणकांग्रेस से भाजपा में आए
5यशोधरा राजेखेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगारपहले भी मंत्री रहीं
6भूपेंद्र सिंहनगरीय विकास एवं आवासपहले भी मंत्री रहे
7ऐंदल सिंह कंसानालोक स्वास्थ्य, यांत्रिकीकांग्रेस से आए, कभी दिग्विजय के करीबी थे
8बृजेंद्र प्रताप सिंहखनिज साधन, श्रमपहले मंत्री रहे
9विश्वास सारंगचिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वासपहले भी मंत्री रहे, शिवराज के करीबी
10इमरती देवीमहिला एवं बाल विकाससिंधिया खेमे से
11प्रभुराम चौधरीलोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याणसिंधिया खेमे से
12महेंद्र सिंह सिसोदियापंचायत और ग्रामीण विकाससिंधिया खेमे से
13प्रद्युम्न सिंह तोमरऊर्जासिंधिया खेमे से
14प्रेम सिंह पटेलपशुपालन, सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याणनया चेहरा
15ओमप्रकाश सकलेचासूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और प्रौद्योगिकीनया चेहरा
16उषा ठाकुरपर्यटन, संस्कृति और अध्यात्मनया चेहरा
17अरविंद सिंह भदौरियासहकारिता, लोक सेवा प्रबंधननया चेहरा
18मोहन यादवउच्च शिक्षानया चेहरा
19हरदीप सिंह डंगनवीन, एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटनकांग्रेस से आए
20राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांवऔद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहनसिंधिया खेमे से

राज्यमंत्री
1भारत सिंह कुशवाहउद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, स्वतंत्र प्रभार, नर्मदा घाटी विकासनया चेहरा
2इंदर सिंह परमारस्कूल शिक्षा, स्वतंत्र प्रभार, सामान्य प्रशासननया चेहरा
3रामखिलावन पटेलपिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, स्वतंत्र प्रभार, विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्ध घुमक्कड़, जनजातीय कल्याण, स्वतंत्र प्रभार, पंचायत एवं ग्रामीण विकासनया चेहरा
4रामकिशोर कांवरेआयुष, स्वतंत्र प्रभार, जल संसाधननया चेहरा
5बृजेंद्र सिंह यादवलोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकीसिंधिया खेमे से
6गिर्राज दंडोतियाकिसान कल्याण एवं कृषि विकाससिंधिया खेमे से
7सुरेंद्र धाकड़लोक निर्माण विभागसिंधिया खेमे से
8ओपीएस भदौरियानगरीय विकास एवं आवाससिंधिया खेमे से

पांच कैबिनेट मंत्री पहले से
1नरोत्तम मिश्रागृह, जेल, संसदीय कार्य, विधिपहले भी मंत्री रहे
2तुलसी सिलावटजल संसाधन, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकाससिंधिया खेमे से
3गोविंद सिंहराजस्व, परिवहनसिंधिया खेमे से
4मीना सिंहआदिम जाति कल्याण, अनुसूचित जाति कल्याणपहले भी मंत्री रहे
5कमल पटेलकिसान कल्याण एवं कृषि विकासपहले भी मंत्री रहे
भाजपा के 16 मंत्री, 9 नए चेहरे2 जुलाई को 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी
मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल में 2 जुलाई को 28 मंत्रियों को शामिल किया था। मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के 16 मंत्रियों में 7 पुराने और 9 नए चेहरे शामिल किया था। कांग्रेस के बागी खेमे से कुल 14 मंत्री हो गए हैं। इसी साल मार्च में कुल 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया था।

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news