Thursday, April 29, 2010

गोली मारकर युवक की हत्या

प्रतिनिधि// उदय सिंह पटेल(जबलपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम) -

ओमती थानांतर्गत पीएसएम छात्रावास के समीप विगत देर रात अमित श्रीवास नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। देर रात जब अमित घर नहीं लौटा तो परिजन हड़बड़ा गए और वह अमित की तलाश करने निकले, उन्होंने क्या देखा कि अमित खून से लथपथ पड़ा था। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को उठाकर निजी अस्पताल ले जाया गया जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार छोटी ओमती उडिय़ा मोहल्ला में रहने वाला अमित श्रीवास (28 वर्ष) अपने घर से रात 10:30 बजे के लगभग मोटर सइकिल लेकर निकल गया, लेकिन जब अमित रात 12 बजे तक अपने घर नहीं आया तो परिजन हड़बड़ा गए और अमित की तलाश करने के लिए निकल गए तो उन्होंने क्या देखा की अमित खून से लथपथ बेहोशी की हालत में पड़ा मिला व उसके सिर पर गहरी चोट के निशान थे।

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- तीन ठगीयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार -

कागज को नोट बनाने का दावा। - जबलपुर/ तीन तत्वों को पुलिस ने कागज में केमिकल मिलाकर नोट बनाने का झांसा देने पर बंदी बनाया है। तीनों ठग अधारताल अंबेडकर कॉलोनी में रहने वाले आशीष थूल से रूपए हड़पने के लिए जाल बिछाया था, जिनकी हरकत पर आशीष को शक हो गया और उसने पुलिस को खबर दे दी। पुलिस ने तीनों ठगों को बंदी बनाकर कड़ी पूछताछ आरम्भ कर दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी ने बताया कि आधारतल अंबेडकर कॉलोनी में रहने वाले आशीष थूल उम्र 26 वर्ष के घर दो दिन पहले पूर्व परिचित गोपाल अवस्थी, लखन यादव व गिरीश कुमार शर्मा आए। उन्होंने केमिकल के जरिए कागज के टुकड़े को नोट में बदलने के बारे में बताया। हाथ की सफाई दिखाते हुए एक नोट जिसमें पहले से ही केमिकल लगा था, उसे धो दिया। दूसरे दिन तीनों ठग फिर पहुंचे और कागज की गड्डी दिखाते हुए कहा कि नोट बनाना है।

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- टे्रन में या प्लेटफार्म पर अपराध, होने पर टोल फ्री नंबर पर करें कॉल -

जबलपुर / यात्रियों के लिए अब एक खुशखबरी यह है कि रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधाओं में एक और इजाफा करते हुए अब रेल अपराध एवं संबंधित जानकारी के लिए टोल फ्री टेलीफोन नंबर चालू किया है। टेलीफोन पर शिकायत करने के लिए अभी तक यात्रियों को अपनी जेब खाली करना पड़ती थी परंतु अब यात्री नि:शुल्क टोल फ्री टेलीफोन नंबर (18002 330044) पर डायल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यात्री चलती ट्रेन में या प्लेटफार्म पर घटित कोई भी अप्रिय घटना जैसे चोरी, झगड़ा, संदिग्ध गतिविधियों या अपराध की सूचना इस नंबर पर दे सकता है। वह नंबर आरपीएफ कंट्रोल रूम में स्थापित है जो 24 घंटे चालू रहता है। यात्री को अपना नाम बताना आवश्यक नहीं है, परंतु फोन पर लगे कालर आईडी में उसका नंबर दर्ज हो जाता है। वहीं पेड फोन (2676767) भी है जो रेलदूत का है। इस नंबर पर भी यात्री सूचना दे सकते हैं।

प्यार किया कोई चोरी नहीं की...

सरकोजी के सर पर हसीन बला, फ्रांस के राष्ट्रपति सरकोजी एवं मॉडल बू्रनी की लवस्टोरी -

प्यार की अपनी ही भाषा होती है, इसे जमाना बेशक न समझें, पर प्यार करने वाले दो दिल, दो जिस्म अच्छी तरह समझते है। गुजरी तारीखें गवाह है, प्यार करने वाले किस हद से नहीं गुजरे, क्या-क्या सितम नहीं सहे, वक्त की ठोकरें खाई, तो कुरबानी को इबादत समक्ष हंसते-हंसते सूली पर भी चढ़ गए। प्यार अगर पश्चिमी परिवेश में हो, तो उसकी बात ही अलग है। वहां प्यार पल में करवट लेता है, तो प्रेम-साथी भी बदल जाता है। रात को हुई शादी सुबह होते-होते तलाक में बदल जाती है। जो भी है, प्यार का जुनून होता ही ऐसा है। बात बरसों नहीं, सदियों पुरानी है, जब फ्रांस के महान शासन नेपोलियन बोनापार्ट ने अपनी सत्ता पर काबिज रहते अपने प्रेमिका से शादी रचा ली थी, जिसका खामियाजा उसे सजनता के आक्रोश के रूप में भुगतना पड़ा था। एक बार फिर फ्रांस के वर्तमान राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने दोहरा दिया। देश के सबसे सिंगर कार्ला ब्रूनी से पहले दिल लगाया, फिर प्यार किया खुल्लम-खुल्ला और फिर भी रचा ली। सरकोजी की इस शादी पर लोग मुखर तो जरूर हुए, पर ज्यादा विरोध नहीं किया। कयास तो यहीं लगाया जा रहा था कि अब सरकोजी को सत्ता और प्रेमिका में से एक को ही चुनना पड़ेगा, पर ऐसा हुआ नहीं। शायद यह समझ का फेर था। नेपोलियन के वक्त जमाना कुछ और था, सरकोजी के वक्त कुछ और हो गया था। 14 फरवरी 2007 को फ्रांस के राष्ट्रपति बने निकोलस सरकोजी के पिता हंगोरियन इमिग्रेट (अप्रवासी) थे, तो मां फे्रंच-ग्रीक ज्युइस। 52 वर्षीय सरकोजी की शुरू से ही राजनीति में रूचि थी। सन 1983 से 2002 तक वह पेरिस के उपनगर नीयुली के मेयर रहे। वहीं उनकी पहचान एक अच्छे और उभरते नेता के रूप में हुई, तो सन 2004 में वह कुछ समय के लिए फ्रांस सरकार में वित्त मंत्री पद पर ही रहे। निकोलस सरकोजी का सार्वजनिक व राजनैतिक जीवन आदर्शता की सीमा तक रहा, तो उनका व्यक्तिगत जीवन भी अलग ही रंगीनियां समेटे हुए है। सरकोजी का दूसरा विवाह सिसलिया से 1996 में हुआ था सिसलिया से विवाह के समय दोनों के दो-दो बच्चे भी थे। सिसलिया सरकोजी से विवाह पूर्व उनकी सलाहकार थी। इसी कारण सरकोजी जहां सिलसिला की सुंदरता पर मोहित थे, वहीं उसकी ऊंची सोच ओर आदर्श विचारों के कायल थे। कई अहम रानीतिक फैसले लेने में सिसलिया ने सरकोजी को सलाह ही नहीं, साथ भी दिया था, तभी सरकोजी ने सिसलिया से विवाह का मन बना लिया था, ताकि उन्हें अच्छी सलाहकार ही नहीं, अच्छी जीवनसाथी भी मिल जाए। ऐसा हुआ भी। सन् 2005 में सरकोजी और सिसलिया के रिश्ते में पड़ी दीवार इतनी गहराती गई कि सिसलिया सरकोजी की इच्छा को नजरअंदाज कर एक विज्ञापन कंपनी के प्रतिनिधि के साथ न्यूयार्क चली गई जबकि राष्ट्रपति चुनाव के समय भी सिसलिया सरकोजी से दूर ही रही थी। फिर फिर गुलगारिया ट्रिप के दौरान भीसरकोजी के साथ नहीं गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश के आमंत्रण पर पिकनिक पर भी नहीं गई। तभी तो सिसलिया का न्यूयार्क जाना सरकोजी को बेहद अखरा था। अब धीरे-धीरे सिसलिया, जो शादी से पहले मॉडलिंग की दुनिया से जुड़ी थी, उसने उस और ही रूख किया, तो सरकोजी के साथ शादी का संबंध विच्छेद की हद तक पहुंच गया। आखिर पब्लिक छुट्टी के दौरान अक्टूबर 2007 में निकोलस सरकोजी ने सिसलिया से तलाक ले लिया। पत्नी वियोग के दौर से गुजरते सरकोजी की मुलाकात कार्ला ब्रूनी से एक राजनीतिक पार्टी में हुई, तो दोनों को पहली ही नजर में एक-दूसरे से प्यार हो गया। पहली मुलाकात का यह प्यार पल-पल अंगड़ाई लेने लगा, तो नजदीकी की हद ही तोड़ता चला गया। पूरा फ्रांस जानता है कि ब्रूनी एक बिंदाज मॉडल और पांप सिंगर रही थी, तो निकोलस सरकोजी राजनी में अपने आदर्शो के चलते देश के राष्ट्रपति पद तक पहुंचे थे। दोनों का प्यार किसी तरह भी मेल नहीं खाता था। पर प्यार तो प्यार होता है। फिर जब इसी दिसंबर के आखिर में सरकोजी इजिप्त के राष्ट्रपति होसिन, मुबारक को नए साल की मुबारकबाद देने गए, तो वहां भी उनकी हमसफर ब्रूनी ही थी। 52 वर्षीय सरकोजी और 40 वर्षीया ब्रूनी की प्रेम कहानी अब पूरे फ्रांस में ही नहीं, दुनिया में चर्चा का विषय बन गई थी। कार्ला ब्रूनी का जन्म सन् 1976 में टयुरिन (इटली) में हुआ था। बड़ी बहन कलीरिया ब्रूनी टीडीसचि मशहूर इटेलियन अभिनेत्री हूं। ब्रूनी के पिता एलबर्टो ब्रूनी टीडीसचि मशहूर संगीतकार-निर्देशन व उद्योगपति रहे थे। ब्रूनी की मां मार्सया बेरिनि भी अभिनेत्री थीं। ब्रूनी का एक भाई भी था, जिसकी 2006 में कैंसर से मौत हो गई थी। सन् 1970 में जनरेड ब्रिगेड युद्धरत ने इटली के रईसों को अपहरण करने की धमकियां देनी शुरू कीं, तभी ब्रूनी का परिवार इटली छोड़कर फ्रांस जाकर बस गया। यौवन की दहलीज पर पहुंचते ही ब्रूनी ने मॉडलिंग की दुनिया में हसीन दस्तक दे दी थी। ब्रूनी खूबसुरत तो थी ही, शोख अंदाज और बेहद बिंदाज भी थी। तभी तो सन् 1990 तक वह मॉडलिंग कैरियर के शिखर तक पहुंच गई थी। उसने कई नामचीन लोगों को अपने जाल में फांसा और समय-समय पर ठूकरा भी दिया। उसने अपनी इस प्रेमी बदलने की फितरत के बारे में ब्रूनी ने मुखर होते हुए कहा भी था मैं एक साथी से बोर हो जाती हूं। न ही एक शादी के बंधन में बंध सकती हूं। प्यार बेशक सदा के लिए होता है, पर प्यास केवल दो तीन सप्ताह के लिए होती है। उस दौरान रॉक स्टार एरिक क्लैपटीन के साथ प्रेम संबंधों के कारण ब्रूनी सन् 2001 में मॉडलिंग की दुनिया छोड़ लिव इन रिलेशन के दैरान फ्रेंच लेखक जीन पॉल इन्थोवीन के घर पर रहने लगी। पर जीन पॉल के घर पर प्यार की बाजी पलट गई। जीन पॉल का बेटा राफील ब्रूनी का हम उम्र था। ब्रूनी तो वैसे भी प्यार और प्रेमी बदलने में विश्वास रखती थी। बाप को छोड़ उसने बेटे संग प्रेमी की पींगे बढ़ानी शुरू कर दीं। जीन पॉल इस उम्मीद में था कि खूबसूरत बला ब्रूनी उसके संग ब्याह रचाएगी, लेकिन जब उसने अपने बेटे राफील के साथ उसे प्रणय अवस्था में देख लिया, तो उसका दिल टूट गया। ब्रूनी ने भी अब राफील के साथ शादी की उम्मीद जता दी थी। सगाई हो चुकी है। राफील को ब्रूनी संग प्यार की कीमत अपनी मंगेतर को खोकर चुकानी पड़ी। राफील की मंगेतर थी फ्रांस के विख्यात दर्शनशास्त्री बीनार्ड हीन्रि लीवी की बेटी जस्टिन लीवी। ब्रूनी के साथ अपने मंगेतर राफील के प्रेम-संबंधों के कारण लीवी बेहत आहत हुई, तो उसने इसी आक्रोश में एक उपन्यास भी लिख डाला- 'ए टरमिनेटर स्माइल।Ó यह उपन्यास ऐसी महिलाओं पर केन्द्रित हैं, जो ऐसे पुरूषों से संबंध बनाती है, जिससे की उनकी जिंदगी बदल जाती है। इधर, सन् 2001 के आखिर में राफील के साथ अपने दिली व दैहिक संबंधों के चलते ब्रूनी ने एक बेटे को जन्म दिया। वह मॉडलिंग तो पहले ही छोड़ चुकी थी। अब 2002 में उसने संगीत की दुनिया में कदम रखा। ब्रूनी का एक एलबम बाजार में आया। इस एलबम के निर्देशक थे-जीन लुइस ब्रीटिंगनेम। जीन लुइस भी ब्रूनी के चाहने वालों में से थे। पहली एलबम हिट जो जाने के बाद सन् 2007 में दूसरी एलबम रिलीज हुई, जिसकी बीस लाख से ऊपर सी.डी. बिकने का रिकार्ड है। इसी दौरान ब्रूनी की सरकोजी ने अपनी पत्नी सिसलिया को तलाक दे दिया था। अब ब्रूनी की जिंदगी का एक नया अध्याय शुरू हो गया था। प्यार की इंतहा यह थी कि सरकोजी ने जल्दी ही ब्रूनी से विवाह करने के लिए हां कर दी थी। यहीं नहीं, मिडल ईस्ट की यात्रा पर ब्रूनी और सरकोजी गए, तो ब्रूनी का 6 वर्षीय बेटा सरकोजी के कंधे पर बैठा नजर आया। तभी उसके पिता राफील ने फे्रंच मीडिया को धमकी दी कि उसके बेटे की फोटो किसी भी टी.वी. चैनल व अखबार में नहीं दिखाई जाए। वह नहीं चाहता था कि उसकी या उसके बेटे की रूसवाई हो। खैर, सरकोजी और बू्रनी के प्रेम संबंध अब विवाह के बंधन में बंधने को भारतीय गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकोजी मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। चर्चा थी कि ब्रूनी भी साथ आएगी और दोनों भारत में बनी मुहब्बत की इमारत ताजमहल को देखने जाएंगे। पर सरकोजी अकेले ही भारत यात्रा पर आए। वह अकेले ही ताजमहल देखने गए। फिर देश लौटते ही 2 फरवरी 2008 को सरकोजी ने ब्रूनी के साथ शादी कर ली। यह शादी मेयर फ्रांसवा लेबेल ने संपन्न कराई थी, जिसमं दोनों के करीबी लोग ही शामिल हुए थे। वहीं सरकोजी की पूर्व पत्नी सिसलिया ने भी अपना नया हमसफर चुन लिया है। वह एक अरबपति बिजनैस मैन है और उसका नाम है-रिचर्ड एटिअसस। वह कभी भी उससे शादी रचा सकती है।

Wednesday, April 28, 2010

पुलिस के लिए चुनौती बना अन्धा कत्ल

ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा

(होशंगाबाद //टाइम्स ऑफ क्राइम)

ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99939 93300 -
22 अप्रेल 2010 को जिला मुख्यालय के ग्राम निमसाडिय़ा के पास सड़क किनारे एक युवती का शव मिला है। शव शतप्रतिशत जला हुआ है। पुलिस ने हत्या की आशंका जताई है। मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है। शव मिलने की जानकारी लगने के बाद गांव में सनसनी फैल गई। जांच अधिकारी टी आई कोतवाली एमएल वर्मा एवं एसआई तरन्नुम खान ने बताया कि निमसाडिय़ा के पास जली हुई हालत में 15 से 20 वर्षीय युवती का शव मिला है। शव की हालत देखकर प्रथम दृष्टया हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। युवती के गले मे काले मोतियो की माला, कान मे टाप्स, दाहिने हाथ में चूड़ी के अलावा शरीर पर पीला एवं गुलाबी रंग के काम्बीनेशन का शूट पहने थी जिसमे कॉच की कड़ाई थी। शव के पास से पुलिस ने एक प्लास्टिक की खाली बोतल जिसमे कुछ मात्रा में पेट्रोल भी मिला जप्त की है। शव के शिनाख्त के लिए कई लोगों को बुलाया गया था। लेकिन अभी तक युवती की शिनाख्त नहीं हो सकी। शव को देखने बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए थे। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने ग्रामीणों को दूर हटाया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला प्रेम प्रसंग का भी हो सकता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के कारणों का खुलासा हो सकेगा। एसआई खान ने बताया कि युवती की शिनाख्त के लिए आसपास के थानों को भी सूचित किया गया है। साथ ही क्षेत्र के विभिन्न थानों में दर्ज गुमशुदगी की भी जानकारी ली जा रही है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोरॉव में दवाईयों की काला बाजारी व घूस खोरी -

ब्यूरो प्रमुख उ. प्र.// सूर्य नारायण शुक्ल (टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख उ. प्र. से सम्पर्क 99362 29401
- कांग्रेसियों ने दिया धरना व नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन -
कोरांव नगर पंचायत के तरॉव स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था काफी दयनीय व भ्रष्टाचारयुक्त है। यहां पर नियुक्त समस्त कर्मचारी व अधिकारी घूसखोरी में लिप्त देखे जा रहे हैं। यहां पर आने वाली नि:शुल्क दवाईयां सरेआम मेडिकल स्टोर पर बेच दी जाती इसका पता तब चला जब कई शिक्षित मरीजों ने मेडिकल स्टोर से खरीदी दवाइयों पर विक्रय मूल्य न लिखा होकर 'नॉट फार सेलÓ लिखा हुआ देखा। जिसकी बिक्री पर शासन ने प्रतिबन्ध लगाया है उसी की बिक्री कर देना कालाबाजारी नही है तो और क्या है? पन्द्रह अप्रैल को कांग्रेस के प्रदेश महासचिव द्वारा दवाइयों की कालाबाजारी को रोकने के लिए अपने कार्यकर्ताओं सहित उक्त स्वास्थ्य केन्द्र पर धरना दिया व अधिकारियों के विरूद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाये। स्वास्थ्य केन्द्र के बोर्ड पर लगी दवाईयों की सूची की एक भी दवाइयां मरीजों को नहीं दी जा रही हैं। कुछ मरीजों से पूछताछ से यह भी जानकारी मिली कि यहां स्वास्थ्य जांच भी बाहर से करवाई जाती है। जो जांच यहां पर होती भी है तो उसका अत्याधिक खर्च भी लिया जाता है। यहां कर्मचारी ज्यादातर कार्यालयीन समय में भी नदारत रहते हैं जो रहते भी है वे घूस लेने के लिए टक-टकी लगाकर बैठे रहते हैं जिसका उदाहरण 15 अप्रैल को ही रंगे हाथों घूस लेते पकड़ा जाने वाला फार्मासिस्ट त्रिवेणी प्रसाद कुशवाहा निवासी ग्राम उल्दा है जो कि एक मारपीट के सिलसिले में रिपोर्ट बनवाने आये खीरी थाना क्षेत्र के भोला सिंह चौहान से 300 रूपये की वसूलीकर रिपोर्ट बनाई थी। भोला सिंह ने बताया कि सर्वप्रथम उसके थाने में रिपोर्ट लिखाने के लिए दीवान को 200 रूपये घूस लिया गया रिपोर्ट बनाने की वाजिब फीस 70 रूपये है। इसी प्रकार कुछ मरीजों ने डॉ. चन्द्रा एवं डॉ. ए.के. सिंह पर भी घूसखोरी व कार्य में लापरवाही का आरोप लगाया। मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार रखने का भी मामला सामने आया जिससे धरना प्रदर्शन कारियों ने बवाल खड़ा कर दिया एवं नारेबाजी करने लगे। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस कर्मियों व नायब तहसीलदार कोरांव मौके पर पहुंच कर मामले को शान्त कराया व उनका ज्ञापन लिया। एवं आश्वासन दिया दोषियों को दण्ड जरूर मिलेगा किन्तु कुछ समय बीतने पर उक्त मामले को ठंडे बस्ते में डालकर सभी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

करे कोई भरे कोई

रिपोर्टर // उमेश पाण्डेय (भोपाल // टाइम्स ऑफ क्राइम)

रिपोर्टर उमेश पाण्डेय से सम्पर्क 95895 29987
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय तो हमेशा ही सुर्खियों में रहता है। कुछ न कुछ हमेशा गड़बडिय़ाँ उजागर होती रहती हैं। वहीं उसके आसपास के इलाके भी उसी के चपेट में हैं। गत दिनांक 27/04/2010 दिन मंगलवार को जवाहर हॉस्टल के छात्र किसी बात को लेकर झगड़ पड़े बात इतनी बढ़ गई कि विश्विवद्यालय के छात्र भी इसी चपेट में आ गये। राहुल ठाकुर नामक युवक ने बताया कि यह विश्विविद्यालय में थर्ड इयर का छात्र है और 12 बजे से उसका पेपर था। जब वह सुरेन्द्र पैलेस स्थित स्टेट बैंक एटीएम के पास खड़ा था तभी कुछ लड़कों का झुंड आपस में झगड़ पड़ा और वो भी उन्ही की चपेट में आ गया, उसके नाक से खून बह रहा था। मौके की सूचना मिलते ही बागसेवनिया पुलिस तुरंत घटना स्थल पर पहुँची तो सभी लड़के इधर-उधर भांगने लगे। भीड़ को तितर-बितर करने के बाद राहुल को अपने साथ पुलिस थाने ले जाया गया। विश्वविद्यालय के पास सुरेन्द्र पैलेस में पीछे कई अपार्टमेन्ट हैं। जिसमें काफी तादात में लड़के रहते हैं। एवं शाम को एवं हमेशा ही यहां पर इनका समूह-इधर उधर घूमता नजर आता है, एवं आये दिन कुछ न कुछ घटनाएँ होती ही रहती है।

सिंगरौली में वार्ड संवाददाता चाहिये

भारत के सर्वश्रेष्ठ निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण साप्ताहिक समाचार पत्र ''टाइम्स ऑफ क्राइम'' हेतु सम्पूर्ण भारत में ब्लाक/पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों/संवाददाताओं की आवश्यकता है जो अपने गृह नगर क्षेत्र में समाचार/विज्ञापन/प्रसार सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके। आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति। सम्पूर्ण विवरण योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के नवीनतम फोटोग्राफ एवं आवेदन शुल्क 200/- पोस्टल आर्डर/बैंक ड्राफ्ट जो ''टाइम्स ऑफ क्राइम'' भोपाल के नाम हो, दिनांक 10.05.2010 शाम 5 बजे तक कार्यालय पहुंच जाना चाहिये।
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क्र. पद योग्यता आयु स. वेतन
1. विज्ञापन प्रतिनिधि स्नातक 21 से 40 6, 000 रु.
2. तहसील प्रमुख स्ना./हा.से. 21 से 55 5, 000 रु.
3. विज्ञापन प्रतिनिधि स्नातक 21 से 50 4, 500 रु.
4. क्राइम रिपोर्टर हा. से. 19 से 50 4, 000 रु.
5. सर्वेयर दसवीं 18 से 40 3, 500 रु.
6. ग्राम संवाददाता दसवीं 18 से 40 3, 500 रु.
7. वार्ड संवाददाता दसवीं 18 से 40 3, 500 रु.
-----------------------------------------------------------------------------------------------टाइम्स ऑफ क्राइम 23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, पे्रस काम्पलेक्स, जोन-1, एम. पी. नगर भोपाल (म.प्र.) दूरभाष क्र.-0755-4078525 मोबाइल 98932 21036, 95843 89889

पेंड्रा में 45 हजार रूपए सहित सोने चांदी की चोरी

ब्यूरो प्रमुख // दस्तगीर भाभा (बिलासपुर//टाइम्स ऑफ क्राइम)
रिपोर्टर दस्तगीर भाभा से सम्पर्क 98279 86130
पेंड्रा। सोमवार की रात चोरों ने घर घुसकर सोने, चांदी के जेवरात के अलावा 45 हजार रूपए पार कर दिया। पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घटना पेंड्रा थाना क्षेत्र की है। शिकारपुर निवासी श्रीमती सावित्री पति सोमप्रसाद (40) व परिजन बीते सोमवार की रात घर के आंगन में सो रहे थे। इस दौरान घर का दरवाजा खुला हुआ था। इसी बीच चोर घर में घुस गए और सीधे कमरे में पहुंचे। यहां चोर सूटकेश, पेटी सहित आलमारी की तलाशी कर रहे थे कि अचानक श्रीमती शर्मा का नींद खुल गया। उन्हें कमरे में पेटी खुलने व खडख़ड़ाने की आवाज आई। आवाज देते हुए जब वह अंदर गई, तो चोर पीछे के दरवाजे से भाग निकले। उसके परिजनों ने चार को पकडऩे की कोशिश की, लेकिन पीछे मैदान होने के कारण चोर पकड़ में नहीं आए। कमरे की जांच करने पर पता चला कि सोने, चांदी के जेवरात व मजूदरों को बांटने के लिए रखे करीब 35 हजार रूपए गायब थे। श्रीमती शर्मा की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 380 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
- क्राइम ब्रांच ने किया पर्दाफाश दो नाबालिक चोर गिरतार -
बिलासपुर। क्राइम ब्रांच की टीम ने सरकंडा क्षेत्र में 16 हजार रूपए चोरी करने वाले दो नाबालिग चोरों को पकड़ लिया है। आरोपियों के पास से 8 हजार रूपए व मोबाइल बरामद हुआ है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है। लिंगियाडीह निवासी ईश्वर प्रसाद साहू 18 अप्रैल की रात अपने घर में सो रहा था। वह रात में 16 हजार रूपए अपने तकिया के नीचे रखा हुआ था, जिसे चोरों ने पार कर दिया। इसकी रिपोर्ट 20 अप्रैल को दर्ज कराई गई। पुलिस ने चोरों के खिलाफ धारा 380 के तहत अपराध दर्ज कर लिया था। बुधवार की सुबह क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि लिंगियाडीह निवासी बिज्जू यादव पिता मुन्ना यादव (15) व सुशांत धीवर मिलकर अनाप-शनाप रूपए खर्च कर रहें है। टीम ने दबिश देकर दोनों लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो दोनों ने कुछ भी बताने से इनकार किया। इसके बाद सख्ती बरतने पर दोनों ने बताया कि ईश्वर साहू के घर से 16 हजार रूपए की चोरी उन्होंने ही की थी। चोरी की रकम में से तीन हजार रूपए का मोबाइल खरीद लिया गया है। इसके साथ ही करीब 8 हजार रूपए खर्च हो गए हैं, जबकि आरोपियों ने 8 हजार रूपए अपने पास होने को जानकारी दी। क्राइम ब्रांच ने अगली कार्यवाही के लिए आरोपियों को सरकंडा पुलिस को सौंप दिया है। टीम में एस.आई रमेश शर्मा, हेमंत आदित्य, कुंज बिहारी, हेमंत सिंह, बृजेश सिंह, विजय शर्मा, मनीष सिंह, अजय चौरसिया, घनश्याम शर्मा, असफाक अली सहित अन्य शामिल थे।
- केबल ऑपरेटरों का विवाद शहर के रूकने का नाम ही नहीं ले रहा -
बिलासपुर। केबल संचालकों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके मद्देनजर प्रशासन ने ऑपरेटरों को कानून व्यवस्था बिगाडऩे पर कार्यवाही की चेतावनी दी है। शहर में एक बार फिर केबलवार छिड़ गया है। इसके कारण आम लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। केबल संचालकों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ शिकायतें भी की जा रही है। प्रशासन का मानना है कि केबल व्यवसाय में वर्चस्व को लेकर शहर में विवाद खड़ा कर अशांति फैलाई जा रही है। इसमें असामाजिक तत्व भी शामिल है। इसके अलावा रोजाना नए-नए केबल ऑपरेटर भी सामने आ रहे हैं। इससे फिर से लड़ाई की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। इसे लेकर प्रशासन ने केबल संचालकों को कानून व्यवस्था बिगाडऩे पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी है। आए दिन हो रहे इस विवाद के चलते प्रशासन का पूरा अमला को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

क्राइम स्कवाड ने किया डकैत गिरोह का पर्दाफॉश

ब्यूरो प्रमुख // दस्तगीर भाभा (बिलासपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
रिपोर्टर दस्तगीर भाभा से सम्पर्क 98279 86130
कोरबा। जिले में लूट व डकैती की वारदातों को अंजाम देने वाले अंतरप्रांतीय गिरोह के 5 सदस्यों को पकडऩे में क्राइम स्कवाड को सफलता मिली है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक रतनलाल डांगी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से 315 बोर वाले 3 देसी कट्टा, 12 जिंदा कारतूस सहित एक चाकू जब्त किया गया है। साथ ही वारदातों में लिप्त 3 वाहन के साथ सोने-चांदी के जेवरात, बर्तन, मोबाइल और नगदी रकम सहित 40 लाख रूपए का माल पुलिस ने बरामद किया है। हालाकि इस गिरोह के 5 सदस्य भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सरगना राजकुमार उर्फ चुन्नू पिता सीताराम कश्यप (39) खरकपुर जिला बिलासपुर का निवासी है। मास्टर माइंड उमेंद दास पिता रामदास (30) रजगामार, राहुल पिता धर्मेंद्र कोयरी (30) रूमगरा और मोहम्मद कासिम रिसदा का रहने वाला है। इस मामले में पकड़ा गया पांचवां आरोपी पोड़ी बहार निवासी विश्वनाथ उर्फ बबलू पिता नारायण सोनी (40) लूटपाट के माल का खरीददार है। क्राइम स्कवॉड पिछले पखवाड़े भर से गिरोह का सुराग लगाने जुटी हुई थी। इसी दौरान रविवार को बालको स्थित सिविल सेंटर में कुछ संदिग्ध लोगों के होने की जानकारी मिली। इस पर क्राइम स्कवॉड ने तत्काल दबिश दी और राजकुमार कश्यप और राहुल कोयरी को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। इसी बीच होटल में ही बैठे गिरोह के अन्य 5 सदस्य वहां से भागने में सफल हो गए। इधर पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ की, जिससे मामला खुलता गया। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि, गिरोह के मास्टर माइंड उमेंद दास की योजना के अनुसार वे वारदात को अंजाम देते रहे हैं। इस पर क्राइम स्कवॉड ने उमेंद्र दास के रजगामार क्षेत्र स्थित ठिकाने में दबिश देकर उसे धर दबोचा। आरोपियों से कड़ी पूछताछ व उनके ठिकानों की जांच करने के बाद राजकुमार के पास से 3 देसी कट्टा और 12 नग जिंदा कारतूस जब्त किया गया। आगे पूछताछ में चौथा आरोपी मोहम्मद कासिम भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कासिम ने बताया कि उसने सभी आरोपियों को अपने निवास पर पनाह दी थी, जिससे कि वे वारदात को अंजाम देने के बाद आसानी से उसके रिसदा स्थित आवास में पहुंच जाते थे। पूछताछ में पता चला कि उक्त आरोपी वारदात के बाद भी पोड़ीबहार निवासी विश्वनाथ सोनी के पास जेवरात आदि बेचा करते थे। इससे पुलिस ने पोड़ीबहार में छापा मारकर विश्वनाथ को भी धर दबोचा। उसके पास से 10 हजार रूपए के कीमती कांस के बर्तन जब्त कर लिए हैं। साथ ही अन्य आरोपियों से सोने-चांदी के जेवरात, मोबाइल, दोपहिया वाहन और नकदी रकम बरामद किए गए हैं। आरोपियों की धरपकड़ की इस कार्यवाही में क्राइम स्कवॉड प्रभारी ग्रहण सिंह राठौंर, प्रधान आरक्षक मंगल सिंह, आरक्षक चक्रधर राठौर, राकेश सिंह, गुनाराम सिंह, राकेश साहू एवं बालको टीआई विवेक शर्मा व थाना के आरक्षक टकेश्वर यादव, इमरान खान, शिवकुमार पांडे, बांकीमोंगरा टीआई मंजूलता राठौर व प्रधान आरक्षक परमेश्वर राठौर योगदान रहा।

नन्दगॉव में मासूम का सड़ा-गला शव मिला

रिपोर्टर// बलराम शर्मा (सिंगरौली//टाइम्स ऑफ क्राइम)

रिपोर्टर बलराम शर्मा से सम्पर्क : 99263 33470

कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत नन्दगॉंव (निगाही) में एक सुनसान टूटे-फूटे घर में एक पॉंच वर्षीय मासूम बालक का सड़ा-गला शव पाये जाने से सनसनी फैल गई। विगत 23 अप्रैल की रात से बालक गायब था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज थी। बालक के शव की हालत एवं उस पर गम्भीर जख्मों के निषान देख उसकी निर्मम हत्या कर दिये जाने की आषंका जताई गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नन्दगॉंव निवासी पॉंच वर्षीय मासूम बाबू लाल साकेत, पुत्र हरिष्चन्द्र साकेत को विगत 23 अप्रैल की रात 09:00 बजे उसके कुछ रिष्तेदार बुलाकर ले गये थे, तब से वह घर नहीं लौटा था एवं उसकी कोई खबर भी नहीं लग रही थी। बैढऩ पुलिस द्वारा गुम इंसान कायम कर लापता बालक की तलाश ही की जा रही थी कि, उसका सड़ा-गला शव बरामद हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मासूम के शरीर पर कई जगह धारदार व नुकीले औजार से चोट तथा मलद्वार में गम्भीर निशान पाये गये। जिसे देख प्रथम दृष्टया उसकी निर्मम हत्या कर शव को उसके घर से एक कि.मी. दूर सूने एवं टूटे-फूटे घर में फेंक देने की आषंका स्पष्ट हुई। बैढऩ पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मृतक मासूम के शव को पी.एम. हेतु जिला चिकित्सालय भेज मामले की विवेचना तेज कर दी गई है।

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खुलेआम घूम रहे हमलावर

गरीब महिला के पुस्तैनी भूमि पर जबरन कब्जा करने वाले सरहंगो के मामले में घायल महिला ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने का आरोपी माड़ा पुलिस पर लगाया है। पुलिस अधीक्षक को भेजे गए शिकायती पत्र में महिला ने बताया कि आरोपियों द्वारा 21.10.09 को आरोपी जय गोपाल सिंह, संजय सिंह ने लाठी, डंडे एवं घातक हथियारों से हमला कर दिया था, जिसमें माड़ा पुलिस ने 326, 324, 323, 294, 506 के तहत अपराध दर्ज किया। किन्तु आज तक आरोपियों की गिरफ्तार नहीं की गई। पीडि़ता ने बताया कि उन्हीं आरोपियों में जयगोपाल सिंह पडऱी रहवासी नवविवाहिता से ज्यादती का प्रयास किया। जिसमें दर्ज मामले में धारा 354 के तहत गिरफ्तारी कर ली गई थी, किन्तु वहीं दूसरे मामले में गिरफ्तारी नहीं की गई। फरियादी बेवा सोनमती ने बताया कि पुलिस द्वारा घटना के गवाहों पर दबाव बना कर मामले की लीपापोती कर रही है। पीडि़ता ने बताया कि, इस तरह की हरकत से आरोपियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जॉंच एवं कार्यवाही की मॉंग की है।

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अज्ञात महिला की अंधी हत्या पर तीन हजार का ईनाम घोषित -

अज्ञात महिला की अंधी हत्या का खुलासा न होने पर पुलिस अधीक्षक अनुराग ने मृतिका व आरोपी के सम्बन्ध में सूचना देने पर रू. 3000.00 ईनाम देने की घोषणा की है। कोतवाली बैढऩ के अन्तर्गत हर्रई गॉंव के एक नाला में 27.02.10 को लगभग 25 वर्ष आयु की एक अज्ञात महिला की लाष बरामद हुई थी। अन्त्य परीक्षणोपरान्त जिसकी मृत्यु गला दबाने से होना पाया गया था। ईकहरे बदन व गेहुऑ रंग वाली मृतिका के शरीर में लाल रंग की टेरीकॉट की साड़ी, लाल रंग की ब्लाऊज तथा पैर में बैगनी रंग की चप्पल पाई गई थी। मृतिका के हाथ व दोनों पैर में गोदना गुदा हुआ था। तत् सम्बन्ध में कोतवाली पुलिस द्वारा भा.द.स. की धारा 302 व 201 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मृतिका व आरोपी की तलाश की जा रही है। अंधी हत्या के इस प्रकरण में अभी तक किसी भी तरह का सुराग न मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने एक विज्ञप्ति के हवाले से बताया कि, अज्ञात मृतिका एवं आरोपी के सम्बन्ध में सूचना देने वाले को 3000.00 रूपये का ईनाम दिया जायेगा।

लापता विद्यालय कर्मचारी का सुराग नहीं

रिपोर्टर// बलराम शर्मा (सिंगरौली//टाइम्स ऑफ क्राइम)
रिपोर्टर बलराम शर्मा से सम्पर्क : 99263 33470
शक्तिनगर क्षेत्रान्तर्गत परियोजना आवासीय परिसर से गत चार माह पूर्व संदिग्ध परिस्थिति में गायब विद्यालय कर्मचारी का अभी तक कोई सुराग नहीं मिलने से कर्मी के परिजन अनहोनी की आषंका से भयभीत नजर आ रहे हैं। ज्ञात हो कि, विद्युत बिहार स्थित विवेकानन्द वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी षिव प्रसाद मिश्र गत 18 दिसम्बर की रात्रि अपने आवास से संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गया था। थाने में मामला दर्ज कराने के साथ-साथ परिजनों द्वारा विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ पुलिस अधीक्षक से भी लापता कर्मी का पता लगाने की गुहार लगाई जा चुकी है। उच्च अधिकारियों के निर्देष पर पुलिस ने अपनी कार्यवाही जरूर तेज की, किन्तु धीरे-धीरे पुलिस की कार्यवाही भी मन्द पडऩे लगी। पूर्ण रूप से सुरक्षित माने जाने वाले आवासीय परिसर से लापता विद्यालय कर्मी का कोई पता नहीं चलने से परिजनों व नागरिकों को अनहोनी की चिन्ता लगी है। इस सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी संजय चौधरी ने बताया कि, लापता कर्मी का हर स्तर पर पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। - 13 किलो गांजा जब्त - शक्तिनगर पुलिस ने उ.प्र. म. प्र. की सीमा पर स्थित तेलगवां पुलिया के समीप गांजा के साथ दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वही उनकी प्रेस लिखी मोटर साईकल सीज कर दी गई। पुलिस को मुखवीर से मिली सूचना के आधार पर विन्ध्यनगर से शक्तिनगर खडिय़ा बाजार दो व्यक्ति गांजा बेचने जा रहे थे। पुलिस ने तेलगवां पर नाकाबन्दी कर उसे रोक कर तलाषी ली। उनके पास से 13 किलो 300 ग्राम गांजा मिला। पुलिस ने दोनों अपराधियों को 8/20 एन0डी0पी0एस0 एक्ट के विरूद्ध जेल भेज दिया गया। आरोपियों ने अपना नाम राजू सिंह, पुत्र कामेष्वर सिंह निवासी परासी एवं राकेष खैरवार बीजपुर बताया है।

मीसाबंदी का रिकार्ड दीमक खा गये

भोपाल // राधेश्याम अग्रवाल (टाइम्स ऑफ क्राइम)
जीवन के अस्सी बसंत काट चुके एक बुजुर्ग को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर पहुंचने के बाद आपबीती सुनाते हुये इस प्रतिनिधि को बताया कि ऊंकार जैन सुसनेर निवासी हूं 23 जुलाई 75 से 09 फरवरी 76 तक मीसाबंदी के तहत राजगढ़ जिला जेल में निरूद्ध था। जेल से रिहा होने के बाद जो स्थिति निर्मित हुई वह उनके लिये भयावह थी। उन्होने बताया कि वह आज जिला जेल अधिकारी से मिला तो उसने बताया कि मीसाबंदी का रिकार्ड तो दीमक खा गई। इस स्थिति के बाद वह अपने एक साथी को लेकर जनसम्पर्क एवं प्रभारी मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा जेल मंत्री जगदीश देवड़ा से मिला और उनके साथ में राजगढ़ जेल में बंद रहे उस दौरान के दो मीसाबंदी के प्रमाण पत्र मंत्री जी को सौंपे किंतु भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में बैंच पर बैठे हुये ऊंकारलाल जैन में अपनी भाषा में जेलर को कमीना बताते हुये हम लोगों से जय हो दरबार का संबोधन किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक सप्ताह पूर्व वरिष्ठ जनों की पंचायत बुलाने का निर्णय लिया था किंतु अचानक उनके सलाहाकारों ने मंत्रियों व उनके परिवारों के साथ भोजन कराने का निर्णय ले लिया किंतु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व उनके सलाहकार यह नहीं सोच रहे कि सत्य क्या है और झूठ क्या है। इस प्रतिनिधि को अचानक एक वरिष्ठ जन मिले तो उनका कहना था कि प्रदेश में गरीबों, पीडि़तों को दो समय का भोजन नहीं मिल रहा है। उन्होनें मेरे एक वरिष्ठ जन गिरीराज किशोर से कहा कि सरकार से कहे कि मंहगाई पर नियंत्रण करें यानि की जनता है वह सब जानती है।

ढोंगी बाबा ने लाचार गैर प्रान्तीय नवयुवती के साथ किया मुंह काला

ब्यूरो प्रमुख उ. प्र.// सूर्य नारायण शुक्ल
(टाइम्स ऑफ क्राइम) ब्यूरो प्रमुख उ. प्र. से सम्पर्क 99362 29401
साधू समाज से जुड़े ढोंगी व्यभिचारी साधुओं द्वारा समाज में लूट-खसोट, बलात्कार, जैसी घिनौनी हरकतों से जनता का विश्वास उठता जा रहा है। उल्लेखनीय है कि एक महाराष्ट्र की 21 वर्षीय युवती अपने घर के आपसी कलह से तंग आकर अपने घर से बाहर निकल पड़ी व महानगरी ट्रेन से 12 अप्रैल को इलाहाबाद जक्शन पर उतरी। यहां अपरिचित शहर होने के नाते प्लेट फार्म 3 पर उरकर गुमसुम चिन्ताग्रस्त स्थिति में बैठी हुई थी तभी वहां पर एक साधू वेषधारी भेडिय़ा ने उक्त युवती को देखकर भॉप गया के यह किसी न किसी मुसीबत में है और उसकी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए व उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने की मंशा से वह उस युवती को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसाकर व उससे अपनी अपनी बेटी की तरह व्यवहार करके ट्रेन से मेजपुर ले गया व वहां से वापस होकर मेजा स्टेशन पर आया वह युवती को साथ में लेकर पैदल ही मेजा पहाड़ी पर स्थित पहलवान बाबा के मंदिर पर पहुंचा व पुजारी को बताया कि यह हमारी बेटी है और हम लोग भूंखे हैं इस पर पुजारी ने उन्हें चूल्हा, बर्तन के साथ कुछ खाद्य सामग्री दिया। जिसमें पकाकर साधु व युवती ने खिचड़ी खाया। कुछ देर बाद वह युवती को लेकर पहाड़ी के जंगलों में चला गया और कुछ देर बाद वापस आया। मंदिर पर मौजूद सचिव अपराध निरोधक कमेटी मेजा को यह समझते देर न लगी बताया कि बाबा तीन दिनों से उसके साथ जबरिया दुष्कृत्य कर रहा है। जिस पर उक्त लोगों ने बाबा को कपड़ कर युवती समेत थाने पहुंचा दिया। पकड़ा गया ढोंगी बाबा का नाम संकठा प्रसाद उम्र 50 वर्ष निवासी लालापुर थाना जिगना है।

कानपुर में दूधिये ने तीन महिलाओं की हत्या

ब्यूरो प्रमुख उ. प्र.// सूर्य नारायण शुक्ल(टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख उ. प्र. से सम्पर्क 99362 29401
कानपुर, उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में घर में दूध पहुुंचाने वाला दूधिया ही एक व्यापारी परिवार की तीन महिलाओं को मौत के घाट उतारने वाला कातिल निकला। पुलिस के अनुसार दूध वाले ने कुछ दिन पहले व्यापारी परिवार द्वारा किए गए अपमान का बदला लेने के लिए सास, बहू और बेटी की गर्दन काटकर हत्या की। कानपुर के पुलिस उप महानिरीक्षक प्रेम प्रकाश ने आज सुबह बताया कि 13 अप्रैल को किदवईनगर के एच ब्लाक में हुई व्यापारी शांति शरण अग्रवाल की मां, पत्नी और बेटी की हत्या के आरोप में उनके घर दूध देने वाले दूधिए सुशील को तड़के ढाई बजे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इस दूधिए ने अपने अपमान का बदला लेने के लिए पहले इलाके की एक दुकान से लोहे का धारदार हथियार चापड़ खरीदा। उसके बाद 13 अप्रैल को घर में दूध देने आया। दूध देने के बाद उसने सबसे पहले इमरती देवी की गर्दन पर चापड़ मार कर हत्या की। उनकी चीख सुनकर उनकी बहु पुष्पा आई तो हत्यारे ने उसकी गर्दन भी काट दी। इसी बीच दूसरे कमरे में पढ़ रही उनकी बेटी रूचि भी वहां आ गई तो सुशील ने उसकी भी गर्दन काट डाली। रूचि से आरोपी सुशील की थोड़ी छीनाझपटी भी हुई। प्रकाश के अनुसार सुशील ने पूछताछ में बताया कि पन्द्रह दिन पहले वह अग्रवाल परिवार में दूध देने गया था तो घर के मालिक शांति शरण अग्रवाल ने उससे कहा कि आज घर का बाथरूम साफ करने वाला नहीं आया है जरा बाथरूम साफ कर दो। इस पर उसने कहा कि वह दूध देने आता है और यह काम नहीं कर सकता। इस पर अग्रवाल ने उसकी बेइज्जती की और जबरन उससे बाथरूम साफ करवाया। पुलिस उप महानिरीक्षक ने बताया कि इसके बाद से सुशील अपने अपमान का बदला लेने की सोच रहा था और 13 अप्रैल को दोपहर के समय मौका मिलते ही उसने हत्याओं को अंजाम दे डाला। पहले उसने बारदाना और दावा व्यापारी शांति शरण अग्रवाल की मां इमरती देवी, बाद में पत्नी पुष्पा अग्रवाल तथा बेटी रूचि अग्रवाल की बड़ी निर्ममता से गला काटकर हत्या कर दी और फरार हो गया। अग्रवाल की बेटी रूचि एमबीए कर चुकी थी और कम्पनी सेकेटरी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। डीआईजी के अनुसार पुलिस ने बुधवार को दूध वाले सुशील सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पूछताछ में दिखा कि सुशील के कपड़ों पर खून के कुछ निशान लगे हुए हैं तथा उसके हाथ में कुछ छोटे-छोटे कटे के निशान भी हैं। इस बारे में जब उससे पूछा गया तो उसने बताया कि ये खून के निशान मच्छर मारने के हैं। इस पर पुलिस ने उसके कपड़े फोरेसिंक लैब जांच के लिए भेज दिए और सख्ती से पूछताछ की। थोड़ी ही देर में सुशील टूट गया और उसने बता दिया कि इस सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड को उसने अंजाम दिया है। डीआईजी ने बताया कि सुशील ने बताया कि उसने हत्या के लिए चापड़ इलाके की एक दुकान से 45 रूपए में खरीदा था और वह उसे अपने साथ ही रखता था। वह इस फिराक में था कि अग्रवाल परिवार में कब महिलायें अकेली हों और कब वह अपने अपमान का बदला ले। प्रकाश ने बताया कि मंगलवार 13 अप्रैल को दूधिए सुशील को यह मौका मिल गया। उसने घर में केवल महिलाओं को देखा तो उसने इस घटना को अंजाम दे दिया। उस दुकानदार की भी पहचान पुलिस ने कर ली है जहां से यह चापड़ खरीदा गया था। हत्या में इस्तेमाल किया हुआ चापड़ घटना वाले दिन ही घटनास्थल से थोड़ी दूर एक खाली पड़े प्लाट से बरामद हो गया था। उन्होंने बताया कि दूध वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उससे पूछताछ की जा रही है। दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड से शहर के व्यापारियों में काफी रोष व्याप्त था। मामला चूंकि एक व्यापारी परिवार का था इसलिए व्यापारियों ने एक बैठक बुलाकर बड़ा आंदोलन करने की योजना तय करने का कार्यक्रम रखा था। बुधवार देर रात केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री और कानपुर के सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल भी अग्रवाल परिवर के किदवईनगर स्थित घर गए थे और उन्होंने शौक संतप्त परिवार को सांत्वना दी थी।

समीक्षा बैठक: आईजी ने जनप्रतिनिधियों से की चर्चा

ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा (होशंगाबाद //टाइम्स ऑफ क्राइम)

ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99939 93300

क्षेत्र मे अपराधों पर अंकुश गाने एवं अपराधियो पर शिंकजा कसने के लिए पुलिस रेंज होशंगाबाद के आई जी श्री स्वर्णसिह ने आज होशंगाबाद मे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ मासिक समीक्षा बैठक मे उनसे चर्चा की उन्होंने जनप्रतिनिधियों के विचार एवं सुझावों को गम्भीरता से सुना जनप्रतिनिधियों ने कहा कि 10 वर्ष से अधिक समय से कार्य कर रहे पुलिसकर्मियों को हटाया जाए। उन्होनें आरोप लगाया कि कुछ मीडियाकर्मी के साथ पुलिस मिलकर तोड़ी कर रही है इसकी जांच कराए। उन्होनें नगर एवं ग्राम सुरक्षा समिति का पुर्नगठन करने की बात कही। पुलिस का डर अपराधियों में होना चाहिए। यहां हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर नजर रखी जाए। यदि कोई संदिग्ध स्थिति में मिले तो तत्काल कार्यवाही करें। वहीं अवैध शराब गांजा की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्यवाही की जाए। बिना नंबर वाली गाडिय़ों पर भी तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होनें बताया कि मकान स्वामियों को बार बार कहा गया है कि वे अपने किराएदारों की सूची थाने में दें। वहीं फेरी वाले व्यक्ति जो बाहर से यहां आकर कॉलोनियों में रहकर सामान बेच रहे है उनका संबंधित थानों के मुसाफिर रजिस्टर में नाम पता दर्ज हो। इस अवसर पर म. प्र. गौ सर्वधन बोर्ड के अध्यक्ष श्री शिव चौबे , होशंगाबाद के विधायक गिरजाशंकर शर्मा, पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, नपाध्यक्ष माया नारोलिया, ईटारसी के पूर्व विधायक अम्बिका शुक्ला, डीआईजी अनिल गुप्ता, एसपी रूची वर्धन, डीएसपी अजाक विमला चौधरी, प्रशिक्षु डीएसपी ऋचा राय, सहित खनिज, आवकारी, परिवहन विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।

जेल सुरक्षा ध्वस्त, नवीन जिला जेल से दो कैदी फरार- सुरक्षा व्यवस्था की कलई खुली

ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा
(होशंगाबाद //टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99939 93300 -
सोमवार दोपहर लगभग 3.30 बजे नवीन जिला जेल से दो कैदी दीवार फांदकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही जेल अधीक्षक शैफाली तिवारी जेल प्रहरियों के साथ मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी जेल उमेश गांधी भी होशंगाबाद के लिए रवाना हुए है। उल्लेखनीय है कि जिला जेल की अधीक्षिका श्रीमति उषा राज का हाल ही मे तबादला हो जाने से नवीन जिला जेल की अधीक्षका शैफाली तिवारी को जिला जेल का प्रभार दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दोपहर लगभग 3.30 बजे नवीन जिला जेल के दो कैदी गोपाल पिता प्रेमलाल जो 28 सितम्बर 2008 को जेल लाया गया था और 1 साल 7 माह 29 दिन की सजा की सजा धारा 376 के तहत सजा काट चुका था एवं बबला पिता अर्जुन पारदी 4 मई 2008 को जेल लाया गया था और 1 साल 11 माह 22 दिन की सजा धारा 20 बी, 11 बी के तहत सजा काट चुका था कपड़े धोने का बहाना कर जेल की दीवार के पास पहुंचे और चादर में लोहे का कुंडा फंसाकर जेल की दीवार के दूसरी तरफ फेंका और लोहे की रॉड जेल की दीवार में ठोंक और उस पर चढ़ते हुए दीवार फांदकर भाग खड़े हुए। जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी ने बताया कि मौके से चार चादरें, लोहे का कुंडा एवं रॉड मिली है। जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी के बताए अनुसार खाना खाने के बाद जब कैदियों को बेरिक में गिनती कर बंद किया जा रहा था तक गिनती में इन दोनों को पाया नहीं गया। हरकत में आए जेल प्रशासन ने जेल का चप्पा चप्पा छान मारा। लेकिन जेल दीवार के बाहर चादर और लोहे का हुक मिला तक पता चला कि कैदी फरार हो गए है। फरार बबला के दाहिने हाथ पर बिच्छु का निशान अंकित है। घटना की जानकारी तत्काल जिला पुलिस अधीक्षक एवं जिला कलेक्टर सहित जेल के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई व थाना कोतवाली में भी सूचना दी गई। पुलिस फरार कैदियों की तलाश कर रही है। शेफाली तिवारी ने बताया कि उस समय ड्यूटी पर तैनात जेल प्रहरियों से भी पूछताछ की जा रही है और उसके बाद उन पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। शेफाली तिवारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी जेल उमेश गांधी ने आकर नवीन जिला जेल होशंगाबाद निरीक्षण किया। डीआईजी जेल उमेश गांधी रात्री एक बजे तक यहा रूके उस दौरान उन्होने जेल प्रहरियों व बंंिदयों से पूछताछ की एवं उनके ब्यान दर्ज किए। कार्य के प्रति लापरवाही पाए जाने पर जेल प्रहरी डोरीलाल नागवंशी एवं धर्मेन्द्र सींग को तत्काल निलंबित कर दिया।-
सुरक्षा व्यवस्था की कलई खुली-
कैदियों को फरार होने के लिए जेल के अंदर लोहे का सरिया मिलना सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा रहा है। इस मामले में जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी ने बताया कि जेल के अंदर पुराने बाथरूम को तोड़ा जा रहा है। यह सरिया वहीं से मिला होगा।-
पहले भी भागे है कैदी-
जिले की सिवनीमालवा उप जेल से 5 बंदी 17 अक्टूबर की रात को भाग गए थे। ये बंदी भी चादरों के सहारे दीवार पर चढ़े थे और भागने में सफल हो गए थे। पुलिस ने पांच में से तीन बंदी पकड़ लिए थे और दो फरार है। इसी प्रकार पिपरिया उप जेल में बंद 5 बंदी पेशी पर सोहागपुर कोर्ट लाए गए थे। लाकअप से बाहर आते समय पुलिस को धक्का देकर बंदी फरार हो गए थे। एक बंदी को तुरंत पकड़ लिया गया था तथा 4 बंदी बाद में पकड़ाए थे।-
पिता को जेल में बैठाया-
इधर पुलिस और जेल प्रशासन ने सूचना मिलते ही आसपास के क्षेत्र में तलाश शुरू की साथ होशंगाबाद बीटीआई में रहने वाले गोपाल के पिता को जेल में बुला लिया। पुलिस ने जिला के सीमा को सील कर कैदियों की तलाश शुरू कर दी है।इस बारे में अनिल मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, होशंगाबाद का कहना है कि नगर की नाकेबंदी की गई है। कैदियों के संभावित ठिकानों पर कार्यवाही के लिए दल रवाना हुए है। सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित कर दिया गया है।

मानवाधिकार आयोग से पुलिस की शिकायत

ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा (होशंगाबाद //टाइम्स ऑफ क्राइम)

ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99939 93300
शराब दुकान पर छापामा कार्यवाही पुलिस विभाग के अधिकारियों के लिए गले की फ ांस बनती जा रही है। पिछले दिनों पुलिस ने आईटीआई रोड व ग्वालटोली स्थित शासकीय देशी मंदिरा दुकान पर कार्यवाही कर वहां मिले लोगों को पकड़ा था और शहर में जुलूस निकाला था। जनता ने पुलिस की इस कार्यवाही को मानवाधिकार का हनन बताया। वहीं जानकारों का कहना है कि पुलिस ने आबकारी एक्ट के नियमों के विरूद्ध जाकर कार्यवाही की है यह न्यायोचित नहीं है।कार्यवाही को लेकर डीजीपी, प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व जनता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पीडि़तों ने कार्यवाही के विरोध में मप्र मानव अधिकार आयोग सहित मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, डीजीपी को शिकायत की है। शिकायत में बताया गया है कि पुलिस अधिकारियों ने कार्यवाही देख रहे वहां खड़े बेकसूर लोगों पर भी जबरन कार्यवाही कर सरेराह जलील किया। पुलिस ने जिन लोगों पर कार्यवाही की उनमें कुछ जनप्रतिनिधि भी है। शिकायत पत्र में लेख है कि एसपी व एक एसआई द्वारा लोगों के साथ मारपीट की जा रही थी। एसपी ने अपने अधिकार का दुरूपयोग कर पहले तो पीडि़तों व वहां उपस्थित अन्य लोगों को मुर्गा बनाया व बाद में सिर पर शराब की बोतल रखकर पूरे शहर में घुमाते हुए थाने तक लाया गया। साथ ही जातिगत रूप से अपमानित भी किया गया है। एक पुलिसकर्मी द्वारा उन्हें बेल्ट से भी मारा गया। पीडि़तों ने बताया कि मानव अधिकार का खुलेआम उल्लंघन किया गया है। उक्त घटना की शिकायत प्रार्थी ने होशंगाबाद थाने में दर्ज करानी चाही परंतु दर्ज नहीं की गई। शिकायत पत्र में दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की गई है।- - मुख्यमंत्री और डीजीपी से मुलाकात - पीडि़तों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व डीजीपी से मुलाकात कर एसपी व एसआई की शिकायत की है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री व डीजीपी ने दोषी पुलिसकर्मियों पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।- इन्हें भी की शिकायत - पीडि़त ने मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष, अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा संगठन मंत्री, प्रभारी मंत्री, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष, नर्मदापुरम संभागायुक्त, आईजी, कलेक्टर को शिकायत की है।

आखिर कौन निकाल रहा एटीएम से रूपए.?

ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा (होशंगाबाद //टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99939 93300
भारतीय स्टेट बैंक की एसपीएम स्थित शाखा का एटीएम इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। एसपीएम कर्मचारियों का कहना है कि इस एटीएम से उनके खाते में राशि कम बताई जा रही है। सीआईएसएफ के प्रहलाद सोनबड़े ने बताया कि 13 अपै्रल को एटीएम से 20 हजार रूपए निकाले जाना बताया गया है। उन्होनें कहा कि बैंक प्रबंधन से चर्चा की गई तो उन्होनें मामले को गंभीरता से न लेते हुए स्वयं के द्वारा ही पैसे निकाले जाने की बात कही। प्रतिभूति कागज कारखाने के मोहम्मद युसूफ खान के साथ भी कुछ इसी तरह की घटना घटित हुई। श्री खान ने बताया कि 14 अपै्रल को 5 हजार रूपए निकाले व 16 तारीख को 10 हजार रूपए निकाले और जब शेष राशि के लिए खाता चेक किया तो उसे देश होश उड़ गए। उन्होनें कहा कि चेक करने पर 30 हजार रूपए निकाला जाना दर्शाया गया। श्री खान ने कहा कि जब बैंक प्रबंधन से चर्चा की गई तो उन्होनें संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वहीं इस संदर्भ में जब शाखा प्रबंधक से चर्चा करनी चाही तो उनसे बात नहीं हो सकी। एसपीएम कर्मचारियों के खातों से कम हो रहे रूपए को एसपीएम एम्पलायज यूनियन ने गंभीरता से लिया है। यूनियन के पदाधिकारियों ने क्षेत्रीय प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच करने की मांग की। यूनियन के महामंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि एसबीआई बैंक के खातों से पैसों का कम होना जांच का विषय है। उन्होनें कहा कि हमने ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की है। उन्होनें कहा कि पीडि़तों की राशि समायोजित होनी चाहिए। इस बारे में रूचिवर्धन मिश्र, पुलिस अधीक्षक होशंगाबाद का कहना है कि यूनियन पदाधिकारियों ने शिकायत दर्ज कराई है। मामला गम्भीर है अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को शीघ्र जांच कर रिर्पोट प्रस्तुत करने को कहा गया है।
----इंजीनियरों ने की मशीन की जांच--
भोपाल से आए इंजीनियरों द्वारा एटीएम को बंद कर मशीन की जांच की गई। गुस्साए ग्राहक बैंक के बाहर खड़े रहे। पीडि़त ग्राहक रमेश चौरे ने बताया कि 13 अपै्रल को एटीएम मशीन से अपने खाता क्रमांक 10694079689 की शेष की राशि समरी निकाली। इसमें खाते से 20 हजार रूपए कम हो गए। इस मामले में बैंक प्रबंधन ने मुझे ही दोषी बताया, जबकि मेरे द्वारा एटीएम मशीन से कोई राशि नहीं निकाली गई। खातों से रूपए निकलने की खबर लगते ही बैंक में ग्राहकों की कतार लग गई है।- सभी ग्राहक एक ही बैंक के -
जिन लोगों के खाते से पैसे निकले है वे सभी एक ही एसबीआई एसपीएम शाखा के ग्राहक है। अधिकांश लोगों के 12 से 15 अपै्रल के बीच राशि निकली है। इन्हें राशि गायब होने की खबर तब लगी जब इन लोगों ने अपने एटीएम मशीन से खाते का मिनी स्टेटमेंट निकाला।

धोखाधड़ी रैकेट के शिकार गरीब अनपढ़ दैनिक कर्मी पहुंचे जेल


ब्यूरो प्रमुख उ. प्र.// सूर्य नारायण शुक्ल- (इलाहाबाद // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख उ. प्र. से सम्पर्क 99362 29401
1. एक करोड़ 62 लाख 50 हजार इण्डियन ओवरसीज बैंक शाखा मनौरी से हेराफेरी करने का मामला।
2. बैंक के दलाल बिचौलियों को सी.बी.आई द्वारा प्राथमिकी की चार्जशीट सके निकालना बना चर्चा का विषय
किसी ने सच ही कहा है कि देव भी दुर्बल का घातक होता है। ऐसा ही एक वाकिया इलाहाबाद में कुछ गरीबों के साथ की गई धोखाधड़ी और करोड़ों का बैंक घोटाला प्रकरण में देखने को मिला। विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इलाहाबाद नगर में कार्यरत लगभग तीन दर्जन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं दलालों के चक्कर में पड़कर हाउस लोन के लिए धोखेबाजों के जाल में फंस गये और बिचौलियों ने जो सफेदपोश भी हैं बैंक की मिली भगत से बारोबारों का हस्ताक्षर चित्र पेपर्स पर व चेक बुकों पर करा कर पांच-पांच का लोन मंजूर कराकर कुल एक करोड़ 62 लाख पंचास हजार रूपया इंडियन ओवर सीज बैंक शाखा मनौरी इलाहाबाद से ड्रा कर लिया गया। बारोबरों को दलालों ने यह तसल्ली दी थी कि आप लोग।
चिन्ता मत करिये मकानों की चाबी शीघ्र आप लोगों को थमा दी जायेगी दलालों ने भूमि व मकानों का बैनामा मात्र कागजी ही कराया। वर्ष 2007 में उक्त बैंक की इतनी लम्बी रकम एक सप्ताह के ही अन्दर बैंक में बारोबरों के नाम दलालों बिचौलियों द्वारा निकाल लिये जाने, बारोबारों को इसकी भनक तक न मिलने एवं नोटिस पर बारोबरों द्वारा गंभीरता से ध्यान न देने से बैंक की क्षति को देखते हुए इंडियन ओवर पैरवी की व सी.डी.आई. जांच कराने की पैरवी की व सी.बी.आई. थाना दिल्ली में बैंक मैनेजर अब्दुल सलमान सहित बारोबरों के विरूद्ध मु.अ. संख्या आर.सी. 072 2008 (ई) 001 सी.बी.आई. बनाम आर.डी. सक्सेना आदि सहित धारा 120 बी, 420, 468, 471, आई पीसी व धारा 13 (2) सपठित 13 (1) (डी) भ्रष्टाचार नि.अ. 1988 में केस दर्ज कराया। 26 मार्च 2010 को सभी अभियुक्तों को सी.बी.आई. जैसी सर्वेच्च जांच एजेंसी ने चार्जशीट में विवेचना के दौरान बिचौलियों से चिटिंग करने वालों को निकला दिया जो चर्चा का विषय बना रहा। तीन दर्जन से अधिक तथा कथित बारोबार में से एक दर्जन कथित आरोपियों ने कोर्ट में उच्च न्यायालय से सेमडे डिस्पोजल का डायरेक्शन मिलने के बावजूद जमानत प्रार्थनापत्र को सी.बी.आई. के विशेष जज लखनऊ ने खारिज कर न्यायिक हिरासत में लखनऊ जेल भेज दिया। मजेदार बात यह है कि इंडियन ओवरसीज बैंक मनौरी इलाहाबाद से करोड़ों का धोखाधड़ी कर गरीबों-दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को फसाकर मालामाल हुए बिचौलिएसपा नेता सलमान खान हाल मुकाम करेली इलाहाबाद आदि ने बारोबरो को न तो पैसा दिलवाया, न तो भूमि और मकान ही दिया जिससे उन गरीबों के परिवार जिन्हें लोन के बजाय जेल मिली इनकी बद्दुआएँ कहां जायेंगी? चर्चा है कि उक्त सपा नेता ने कुछ माहपूर्व विधायक अबू हाशमी बम्बई, सपा नेता रहे अमर सिंह आदि को इलाहाबाद अपने आवास पर भी उच्च नेताओं को आमंत्रित किया था। शहरों में पोस्टर बैनर लगे। इन गरीबों के साथ धोखाधड़ी करने वाले सपा नेता की शिकायत इलाहाबाद सांसद से लेकर उच्च सपा नेताओं को सूचित करा दी गयी है। पता चलता है कि उक्ता नेता का इसी तरह का धंधा ही है। जिस खामियाजा उक्त सपा नेता से चिपकने वालों को जरूर ही मिलता रहता है। लेकिन प्रतिदिन कमाने खाने वाले परिवार जेल से लेकर बाहर तक कष्ट झेलते रहे हैं। आखिर इनकी फरियाद कौन सुनेगा। सी.बी.आई. जज जमानत भी देने से कतरा गये लेकिन केस में मुख्य आरोपी के विरूद्ध सी.बी.आई द्वारा निर्दोष कर्मियों की याचनायें नसुना जाना तो चर्चा का विषय बन ही गया है। उधर सपा के मुखिया ऐसे नेता के व्यवहार पर क्या कदम उठाते हैं। समय बतायेगा लेकिन गरीबों कर्मियों को धोखाधड़ी करने वाले सफेद पोशों बिचौलियों के विरूद्ध शायद बसपा के नेता मुख्यमंत्री मायावती तक यह प्रकरण पेश कराकर दोषियों को सबक सिखाने का प्रयास जारी है और सक्षम न्यायालयों में न्याय हेतु बारोंबरों का रोना है कि जिन बिचौलियों ने अपने ही रैकेट के लोगों की जमीनों-मकानों का बैनामा कराया है वह जमीन या मकान भी तो मिलना चाहिये? बताया जाता है कि उक्त धोखाधड़ी के रैकेट ने गरीब सीधे सधे लोगों को जिनमें ज्यादातर अनुसूचित जाति जनजाति के लोग भी है, जिनकी हैसियत माली हालत को रैकेट के लोगों ने फर्जी ढंग से अधिक दर्शाकर पांच लाख तक के लोन प्राप्त करने की हैशियत प्रमाण पत्र बैंक में लगाकर चिटिंग किया है। फिलहाल सी. बी. आई. न्यायालय में रैकेट का शिकार बने गरीब अनपढ़ कर्मियों की पैरवी कर रहे अधिवक्ता ने यह बात जरूर रखी कि देश की सर्वोच्च निष्पक्ष मानी जाने वाली स्वतंत्र जाँच एजेंसी सी.बी.आई. ने चिटिंग रैकेट के बिचौलियों को जो मुख्य मुल्जिम प्राथमिकी में बनाया था उक्त रैकेट के लोगों ने जो करोड़ों की हेराफेरी की उन्हें चार्जशीट से ही निकाल दिया गया। जो संदेह के अलावा चर्चा का विषय है। उक्त रैकेट ने इसी तरह के और भी बैंक शाखाओं से करनामें किये जाने की नगर में चर्चा है जिसका एक न एक दिन रहस्योद्घाटन पुन: होगा। जिसमें फिर अनजान सीधे-साधे लोग दर-दर न्याय हेतु दरवाजा खटखटायेंगे। भुक्त भोगियों ने यह भी बताया कि उक्त रैकेट का विरोध करने वालों को जान का भी खतरा हैं क्योंकि वे सलामत रहें गरीब सलामत न रहे, झेल रहे इस 'आहÓ 'हाय गरीबों कहर खुदायÓ के सिवा क्या कहा जा सकता है। करोड़ों रूपया जिन बारोबरों ने पाया ही नहीं वे अदा कहां से करेंगे? इतनी हैसियत भी उन गरीबों की नहीं है। इसे केन्द्र और प्रदेश सरकार सी.बी.आई. बैंक व जन प्रतिनिधियों को सोचना पड़ेगा। पुन: न्यायिक जांच कराकर रैकेट का भंडाफोड़ कर दोषियों से रिकवरी व उन्हें ही सजा दिये जाने पर निष्पक्ष न्याय मिल सकेगा फिलहाल लखनऊ उच्च न्यायालय 15 अप्रैल 2010 को दर्जनों तथाकथित आरोपियों को पचास हजार के जमानत बॉड जमानत कर दी है।

Sunday, April 25, 2010

खिलखिलाते चुटकुले---3

1. संता- मेरी उम्र 40 साल है और मैं आज तक एक दिन के लिए बीमार नहीं हुआ। बंता- अच्छा?? संता- हां जी, मैं बीमार होता हूं तो 10-15 दिनों के लिए होता हूं !!!
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2. बंता- अगर कोई इंडियन खिलाड़ी 200 रन बनाकर भी आउट न हो पा रहा हो तो बोलर को क्या करना चाहिए? संता-सिंपल है यार, बोलर जाकर डीजे को थोड़ा पैसा दे दे और उसे राष्ट्रगान की धुन बजाने को बोल दे। सारे प्लेयर सीधे खड़े हो जाएंगे, तो वह खिलाड़ी भी आउट हो जाएगा !!
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3. पिता ने पुत्र से गुस्से में कहा, मैं अपनी सारी जायदाद साधुओं के नाम कर दूंगा, लेकिन तुझ जैसे नालायक को कुछ नहीं दूंगा। बेटा- तो ठीक है पिता जी, मैं जा रहा हूं। अबे नालायक कहां जा रहा है? पिता ने गुस्से में पूछा। बेटा- जी, साधु बनने।
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4. संता ने एक कॉलेज खोला बंता- यार तू अपने कॉलेज का सबसे अलग नाम रखना। संता ने कॉलेज का नाम रखा, संता गर्ल्स कॉलेज फॉर बॉयज़।
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5. लड़कियों के बीच घिरा हुआ हूं और लड़कियां मुझे छेड़ रही हैं। यह सपना भयानक कैसे हो गया? डॉक्टर ने पूछा। बंता- सपने में मैं हिजड़ा बनकर नाचता हूं।
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6. संता- आज पापा ने पिटाई कर दी। बंता- क्यों क्या हुआ ? संता- मैंने तो बस इतना ही पूछा था, ' कमीने Ó फिल्म देखने चल रहे हो क्या ?
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7. बंता रेल की पटरी पर सो गया। एक आदमी- क्या कर रहे हो ? ट्रेन आएगी तो मर जाओगे! बंता- मेरे ऊपर से हवाई जहाज गुजर गया तो कुछ नहीं हुआ, ट्रेन क्या चीज है ?
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8. संता को उसका ससुर जूते मार रहा था। एक आदमी ने पूछा- क्यों मार रहे हो इसे ? ससुर- मैंने इसे एसएमएस किया कि तू बाप बन गया है। इसने वो मैसेज सबको फॉरवर्ड कर दिया।
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9. एक ट्रक दूसरे ट्रक को खींचकर ले जा रहा था। यह देखकर संता हंसते- हंसते लोटपोट होकर गिर पड़ा और बोला- रस्सी का एक टुकड़ा ले जाने के लिए दो-दो ट्रक आएं हैं ... ।
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10. ऑटो यूनियन लीडर ( चिल्लाते हुए)- अगर मंत्री जी ने अपना बयान वापस नहीं लिया तो कल से सड़कों पर ऑटो नहीं दिखेंगे ... रिपोर्टर- आखिर मंत्री जी ने आपसे कहा क्या है ? ऑटो यूनियन लीडर- उन्होंने कहा है कि दिल्ली की सड़कों से ऑटो हटाए जाएंगे!!
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11. ऑटो यूनियन लीडर ( चिल्लाते हुए)- अगर मंत्री जी ने अपना बयान वापस नहीं लिया तो कल से सड़कों पर ऑटो नहीं दिखेंगे ... रिपोर्टर- आखिर मंत्री जी ने आपसे कहा क्या है ? ऑटो यूनियन लीडर- उन्होंने कहा है कि दिल्ली की सड़कों से ऑटो हटाए जाएंगे !!
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12. यमराज 100 लोगों को यमलोक ले जा रहे थे। रास्ते में नारद जी मिल गए। नारद जी- यह क्या यमदेव, इतने सारे लोग एक साथ? यमराज- मुनिराज, मार्च क्लोजिंग है, टारगेट पूरा करना है ना!
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13. देहात से आए एक आदमी को अंग्रेजी के सिर्फ दो शब्द ही आते थे फिर भी उसने मुंबई जाकर लाखों रुपये कमाए। अच्छा ! क्या थे वे दो शब्द ? हैंड्स अप!
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14. एक गांव में बिजली आने वाली थी, सब लोग ख़ुशी से नाच रहे थे। उनमें एक कुत्ता भी नाच रहा था। किसी ने पूछा-तुम क्यों नाच रहे हो? कुत्ता- बिजली आएगी तो, खंभे भी तो लगेंगे। -----------------------------------------------
15. डॉक्टर(पप्पू से)- आपका वजन कितना है? पप्पू (डॉक्टर से)- चश्मे के साथ 75 किलो। डॉक्टर- और चश्मे के बगैर। पप्पु- दिखता ही नहीं।
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16. लड़का(लड़की से)- बस, ट्रेन और लड़की एक जैसे होते हैं, एक जाती है तो दूसरी आती है। लड़की(लड़के से)- रिक्शा, टैक्सी और लड़के एक जैसे होते हैं, एक को बुलाते हैं तो 4 चले आते हैं।
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17. बेटा- पापा मैंने एक सपना देखा कि मेरा एक पैर ज़मीन पर है ओर दूसरा पैर आसमान पर। पापा- ऐसे सपने मत देखो, वरना तुम्हारी पैंट फट जाएगी।
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एमसीआई प्रमुख के घर से भारी नकद, सोना मिला


एमसीआई अध्यक्ष केतन देसाई रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
24 अप्रेल , 2010

नई दिल्ली। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के अध्यक्ष केतन देसाई को दो करोड रूपए की घुस लेते हुए सीबीआ ने दबोचा है। देसाई ने पंजाब के एक मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने के लिए दो करोड रूपए की रिश्वत मांगी थी। पुलिस ने इस सम्बन्ध में दिल्ली, पंजाब तथा अहमदाबाद में छापे मारे है। सीबीआई ने देसाई को उनके कार्यालय पर छापा मारने के बाद देर रात को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई को यह शिकायत मिलने के बाद अंजाम दिया गया कि वह अपने साथी जितेेन्द्र पाल सिंह के साथ मिलकर पंजाब के एक कॉलेज को मान्यता देने के लिए दो करोड रूपए रिश्वत मांगे थे। देसाई पर आरोप है कि उन्होंने कई निजी मंडिकल कॉलजों से पैसे लेकर उन्हें सरकारी मान्यता दिलाई। पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है। सीबीआई ने शिकायत के आधार पर सिहं को कथित रूप से दो करोड रूपए के साथ पकड लिया जो देसाई को दिए जाने थे। देसाई के अन्य सहयोगियों का मालूम करने के लिए पंजाब दिल्ली और गुजरात में भी छापे मारे।

Friday, April 23, 2010

खेल गद्दारों को जूते मारो आईपीएल विवाद में फंसा शरद पवार परिवार

नई दिल्ली। आईपीएल विवाद कम होता नहीं दिख रहा और एक एक कर हर राजनितिक घराना इसमें फंसता जा रहा है. कांग्रेस के बाद अब एनसीपी के सर्वेसर्वा शरद पवार के परिवार के ऊपर भी आरोप लगे हैं. आईपीएल विवाद में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के पति ने सदानंद सुले का नाम आया है. परंतु सुप्रिया ने कहा है कि आईपीएल में उनके पति सदानंद सुले की कोई भी हिस्सेदारी है. उल्लेखनीय है कि सुप्रिया सुले केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार की बेटी है. उधर केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल तथा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल ने भी आईपीएल से जुडे होने से इंकार किया है. उधर आईपीएल कमीश्नर ललित मोदी पर सिकंजा कसता जा रहा है और सम्भावना व्यक्त की गई है कि आईपीएल के फाइनल के बाद वे पद छोड़ देंगे.
आईपीएल पर सुले-पटेल ने दी
सफाईआईपीएल के दामन में लगे दाग से कई नेताओं के चेहरे भी दागदार हो सकते हैं। आईपीएल की टीमों में कुछ नेताओं के भी निवेश करने की रिपोर्ट आने के बाद महाराष्ट्र और केंद्र में सत्ताधारी प्रमुख घटक दल एनसीपी के कई नेताओं को सफाई देनी पड़ी है। एनसीपी सांसद और कृषि मंत्री शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने आईपीएल में अपने पति या परिवार के किसी सदस्य के शामिल होने से आज साफ इंकार किया। सुप्रिया ने कहा कि मेरा आईपीएल के पैसे से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे पति का सदानंद सुले या मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का आईपीएल फ्रैंचाइजी से कोई लेना देना है। उन्होंने कहा, किसी भी आम भारतीय की तरह मेरे पति को भी क्रिकेट पसंद है। बस इतनी सी बात है। सुप्रिया ने इस बात से भी इंकार किया कि आईपीएल विवाद से कांग्रेस और एनसीपी गठजोड़ पर कोई असर होगा। उन्होंने कहा कि गठजोड़ मजबूत है क्योंकि यह अच्छे शासन और देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मैं नहीं मानती कि आईपीएल मुद्दे से गठजोड़ पर कोई असा होगा। आईपीएल पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वह किसी भी चीज पर प्रतिबंध के खिलाफ है। केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल ने भी आईपीएल से किसी भी तरह से शामिल होने से इनकार किया है। प्रफुल्ल पटेल ने कहा, मेरी बेटी आईपीएल के लिए काम करती है, इस वजह से बेवजह मुझे इस मुद्दे से जोड़ा जा रहा है।
ललित मोदी ने की आईपीएल में मैच फिक्सिंग!
ललित मोदी वैसे तो उद्योगपति हैं, लेकिन कुछ साल पहले तक उनके कई प्रोजेक्ट फेल हो गए थे। फिर भी, आज वह ऐसी जि़ंदगी जी रहे हैं जिसकी कल्पना करना भी किसी के लिए मुश्किल हो सकता है। आज उनके पास प्राइवेट जेट, लग्जरी यॉट (नौका), मर्सिडीज एस क्लास की कई कारें और कई बीएमडब्लू कारें हैं। उनके पास इतनी प्रॉपर्टी है कि किसी को भी उनसे रश्क हो सकता है। कमाल की बात है कि इनमें से ज़्यादातर चीजें उनके पास पिछले तीन सालों में ही आई हैं। इस बात का खुलासा हुआ है आईटी डिपार्टमेंट की एक खुफिया और विस्फोटक रिपोर्ट में जो पिछले छह महीनों से सरकार के पास है। लेकिन, इस रिपोर्ट के आधार पर अब कार्रवाई करना ताजा हालात के मद्देनजर आसान हुआ है। आयकर विभाग और कांग्रेस में मौजूद सूत्रों के मुताबिक मोदी सरकार की निगाह में काफी दिनों से हैं। 2009 में आईपीएल के आयोजन को लेकर उनकी पी. चिदंबरम से भिड़ंत के बाद आईटी विभाग की छानबीन तेज हो गई। आईपीएल के विवादास्पद कमिश्नर की गतिविधियों की स्याह तस्वीर इस रिपोर्ट में सामने आती हैं। इस रिपोर्ट में राजस्थान में ज़मीन की खरीद-फरोख़्त और विदेश में मौजूद उनकी अकूत संपत्ति का जिक्र है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि ललित मोदी अपने सहयोगियों के जरिए मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी में शामिल रहे हैं। इस रिपोर्ट में पहले दो आईपीएल टूर्नामेंटों में मैच फिक्सिंग और अंदरूनी जानकारियों को बांटे जाने की बात कही गई है। इस रिपोर्ट को तैयार करते हुए जांच टीम ने उनके ईमेल अकाउंट, इंग्लैंड में रजिस्टर्ड उनके एक मोबाइल फोन पर की गई बातचीत, भारतीय नंबरों वाले उनके कई मोबाइल फोन की पड़ताल की। रिपोर्ट के मुताबिक ललित मोदी ब्लैक मनी के रैकेट, मनी लॉन्डरिंग और मैच फिक्सिंग-बेटिंग में शामिल हैं। ललित मोदी को रविवार की शाम भेजे गए ईमेल का कोई जवाब हमें नहीं मिला है। आयकर विभाग की इस रिपोर्ट में उनके कई साथियों के भी नाम हैं, जिनपर आयकर विभाग शिकंजा कस सकता है। खास बात है कि आयकर विभाग को इस रिपोर्ट के आधार पर हाल तक इजाजत नहीं मिली थी। लेकिन, मोदी-थरूर विवाद के बाद आयकर विभाग को केंद्र सरकार की हरी झंडी मिल चुकी है। इस बाबत एक कांग्रेसी नेता ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि यह बहुत बड़ा मामला है और इसमें कई सनसनीखेज खुलासे होंगे। इस रिपोर्ट के बारे में जब ईटी की ओर से सीबीडीटी के आधिकारिक प्रवक्ता शिशिर झा से पूछा गया तो उन्होंने एसएमएस के जरिए नो कमेंट्स कहा।
कवि की चुटकी: महबूबा पर कर दिए मंत्री-पद कुर्बान
रिपोर्ट में दीपा रायजादा नाम की एक महिला का जिक्र है जो उनके विदेशी लेनदेन और कंपनियों के काम देखती हैं। रायजादा मोदी ऐंटरटेनमेंट कंपनी की सीईओ हैं और इस कंपनी में करीब दस सालों से काम कर रही हैं। ईटी ने जब रायजादा के फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो नंबर बंद मिला। इसके बाद उनके ईमेल आईडी पर मेल भेजा गया तो मेल बाउंस कर गया। सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आईपीएल के मैचों में जबर्दस्त सट्टेबाजी होती है। रिपोर्ट बताती है कि मोदी खुद मैच फिक्सिंग में शामिल हैं। मोदी, दिल्ली के समीर ठुकराल नाम के शख्स के जरिए मैच फिक्सिंग कर रहे हैं। समीर दिल्ली का सोशलाइट है जो कमाई के किसी ज्ञात स्रोत के बिना शानदार जि़ंदगी जी रहा है। रिपोर्ट बताती है कि ठुकराल आईपीएल के कई मैचों में वीआईपी के रूप में मौजूद रहता है। ईटी ने जब ठुकराल से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह मोदी को पिछले 30 सालों से जानते हैं और 2009 में वह दक्षिण अफ्रीका आईपीएल के कुछ मैच देखने गए थे। उन्होंने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि ये आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। समीर ने कहा कि ऑनलाइन लॉटरी और रियल एस्टेट के बिजनेस में उनकी दिलचस्पी है। उनके बायोडेटा में बताया गया है कि वह श्री कैपिटल एडवाइजर्स नाम की दिल्ली की एक इक्विटी फर्म में काम करते हैं। जब इस कंपनी के मालिक राहुल नायर से ईटी ने ठुकराल के बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि ठुकराल अब उनके लिए काम नहीं करते हैं। उन्होंने इस खबर के बाबत सवालों के जवाब नहीं दिए और फोन काट दिया। हालांकि, ठुकराल कह रहे हैं कि वह श्री कैपिटल के को-प्रमोटर हैं। आयकर विभाग की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि ललित मोदी की आईपीएल की तीन टीमों में परोक्ष हिस्सेदारी है। ये टीमें हैं राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और किंग्स 11 पंजाब। राजस्थान रॉयल्स में उनके रिश्तेदार संजय चेलाराम की भी हिस्सेदारी बताई जाती है। यहां यह बात गौर करने लायक है कि आईपीएल के पहले सीजऩ में राजस्थान रॉयल्स ने खिताब जीता था। मोदी के सौतेले दामाद गौरव बर्मन की किंग्स 11 पंजाब टीम में हिस्सेदारी बताई जाती है। गौरव बर्मन रिश्ते में मोहित बर्मन के भाई हैं, जिनकी हिस्सेदारी किंग्स 11 पंजाब टीम में है। आईटी विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि गौरव को ललित मोदी की जगह इस टीम की इक्विटी दी गई है। गौरव बर्मन से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने इन खबरों को बेबुनियाद बताया। डब्लूएसजी और आईएमजी नाम की दो कंपनियों को बीसीसीआई के कॉन्ट्रैक्ट मिले हुए हैं। ये दोनों कंपनियां मोदी की पुरानी बिजनेस पार्टनर हैं। मोदी की कंपनी मोदी ऐंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के पास भारत में फैशन टीवी के प्रसारण अधिकार हैं। आईएमजी ने फैशन टीवी के साथ कई सालों तक बिजनेस किया है। अब आईएमजी के पास आईपीएल के प्रबंधन से जुड़ा काम है। पहले आईएमजी को मैनेजमेंट के एवज में आईपीएल के कुल राजस्व का दस फीसदी हिस्सा मिलना था, लेकिन बाद में बीसीसीआई ने यह करार रद्द कर दिया। बाद में यह डील दोबारा हुई और बताया जाता है कि पहले से कम रकम में यह सौदा तय हुआ। वहीं, दूसरी कंपनी डब्लूएसजी के पास आईपीएल के विदेशी अधिकार हैं। इस कंपनी पर मोदी की कंपनी के करीब 120 करोड़ रुपये बकाया थे। दिल्ली के एक कॉलसेंटर नेटलिंग ब्लू के मालिक आकाश अरोड़ा के पास भी किंग्स 11 पंजाब की इक्विटी है। रिपोर्ट के मुताबिक इस फर्म को भी बीसीसीआई के कॉन्ट्रैक्ट हासिल हैं। मोदी और नेटलिंग के बीच लिंक की बात दोनों के बीच भेजे गए ईमेल के जरिए सामने आई है। रिपोर्ट बताती है कि ललित मोदी ने नेटलिंक को ऑस्ट्रेलिया-भारत सीरीज़ के लाइव फीड्स के अधिकार दे दिए थे, जिसे बाद में बीसीसीआई अध्यक्ष ने रद्द कर दिया था। टीवी चैनलों पर आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि मोदी ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है और इन सभी बातों को बेबुनियाद बताया है। मोदी ने अखबार के खिलाफ मानहानि का दावा करने की धमकी भी दी है। रोहिणी सिंह / श्रुतिजीत केके

एमसीआई अध्यक्ष केतन देसाई दो करोड़ की घूस लेते गिरफ्तार

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो [सीबीआई] ने भारतीय चिकित्सा परिषद [एमसीआई] के अध्यक्ष केतन देसाई तथा दो अन्य को पंजाब के एक मेडिकल कालेज को मान्यता देने के लिए दो करोड़ रुपये की घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सीबीआई के प्रवक्ता हर्ष बहल ने आज बताया कि देसाई को यहां उनके कार्यालय पर मारे गए छापों के बाद गत देर रात गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई को यह शिकायत मिलने के बाद अंजाम दिया गया कि वह अपने साथी जितेंद्र पाल सिंह के साथ मिलकर पंजाब के एक कालेज को मान्यता देने के एवज में दो करोड़ रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
बहल ने बताया कि सीबीआई ने देसाई, सिंह और उनके एक अन्य सहयोगी पंजाब के ज्ञान सागर मेडिकल कालेज के डा. कंवलजीत सिंह को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया है।
प्रवक्ता ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा रही है और दिल्ली तथा बाहर स्थित छह अन्य ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सीबीआई ने शिकायत मिलने के बाद जाल बिछाया और सिंह को दो करोड़ रुपए के साथ पकड़ लिया जो देसाई को दिए जाने थे।
एजेंसी ने देसाई के अन्य सहयोगियों का पता लगाने के लिए पंजाब, दिल्ली और गुजरात में भी छापे मारे। मेडिकल शिक्षा के समान मानक तय करना, भारत या विदेश के मेडिकल संस्थानों को मान्यता देना या उनकी मान्यता रद्द करने की सिफारिश करना आदि भारतीय चिकित्सा परिषद का मुख्य काम है।

सलमान हो गए हैं बूढे

मुंबई। आपने अब तक सलमान खान को ज्यादातर बिंदास और चुलबुले किरदार निभाते हुए देखा होगा। लेकिन अफसोस अब आप सल्लू मियां को ऐसे नहीं देख पाएंगे क्योंकि सलमान को लगने लगा है कि वो बूढे हो चुके हैं। जी हां, वो खुद ये मान चुके हैं कि अब उनकी उम्र ऐसे किरदार निभाने की नहीं रही है।
दरअसल 44 साल के हो चुके सलमान खान अब ये बात बिना किसी झिझक के मानने लगे हैं कि वो स्क्रीन पर किसी कॉलेज के लड़के का किरदार नहीं निभाएंगे। क्योंकि उनकी उम्र उन्हें अब ऐसे रोल्स करने की इजाजत नहीं देता।
ऐसा इसलिए है क्योंकि अब सलमान के आंखों के नीचे झुर्रियां और सिर से गायब होते बाल साफ नजर आने लगे हैं। उम्र की मार जितनी सलमान पर पड़ी है उतनी उनके हमउम्र आमिर और शाहरुख पर देखने को नहीं मिलती।
हाल ही में सलमान ने अहमद खान के असिस्टेंट अभिषेक डोगरा की फिल्म इसलिए करने से इंकार कर दिया। क्योंकि फिल्म में उनका किरदार काफी यंग था। सलमान ने जैसे ही फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी उन्होंने अभिषेक को सलाह दे डाली कि इस रोल के लिए वो किसी यंग एक्टर को साइन करें।
सूत्रों के मुताबिक सलमान के इस फिल्म को छोड़ने की असली वजह फिल्म में सलमान के साथ दो और एक्टर्स का होना माना जा रहा है। क्योंकि सल्लू मियां फिल्म में दो एक्टर्स के साथ स्क्रीन स्पेस नहीं शेयर करना चाहते थे इसलिए उन्होंने उम्र का बहाना बनाकर फिल्म करने से मना कर दिया।
साभार:आईबीएन-7

Wednesday, April 21, 2010

सेक्स कांड में अदालत ने नित्यानंद की जमानत याचिका को खारिज किया






कथित सेक्स कांड में हिमाचल प्रदेश में गिरफ्तार स्वयंभू बाबा नित्यानंद की अग्रिम जमानत की याचिका को यहां की एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को खारिज कर दिया।सत्र अदालत के न्यायाधीश हुंगुंड को जब यह बताया गया कि नित्यानंद को हिरासत में ले लिया गया है, तो उन्होंने जमानत याचिका को खारिज कर दिया। न्यायाधीश ने कल फैसले के लिए आज की तारीख मुकर्रर की थी।बहरहाल कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आज नित्यानंद के खिलाफ आपराधिक मामलों को खत्म करने की याचिका पर अगली सुनवाई की तारीख 23 अप्रैल निर्धारित की।विवादास्पद स्वयंभू बाबा को आज कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश पुलिस ने संयुक्त अभियान में उसके चार सहयोगियों के साथ सोलन जिले से गिरफ्तार किया। कथित सेक्स कांड में वह एक महीने से ज्यादा समय से फरार चल रहा था।


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सरगुजा विश्वविद्यालय की मान्यता का पता नहीं, और परीक्षा की तैयारी

ब्यूरो प्रमुख // राजेन्द्र कुमार जैन (अम्बिकापुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्युरो प्रमुख राजेन्द्र जैन से सम्पर्क 94060 89656
अम्बिकापुर . अम्बिकापुर एक वर्ष पूर्व अस्तित्व में आए सरगुजा विश्वविद्यालय ने सरगुजा संभाग के समस्त महाविद्यालयों की परीक्षा लेने की तैयारी शुरू कर दी है, इसके लिए परीक्षा फार्म भरे जा चुके है। लेकिन उच्च शिक्षा की नियामक संस्था यूजीसी ने अब तक सरगुजा विश्विद्यालय को विधिवत मान्यता नहीं दी है। ऐसे में विद्यार्थियों को मिलने वाली डिग्री की वैधता पर सवाल खड़े हो गए है। इसके चलते हजारों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग सकता है। मान्यता को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की अकर्मण्यता का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ सकता है गौरतलब है कि सरगुजा विश्वविद्यालय की योजना संबंधी अधिसूचना एक वर्ष पूर्व सितंबर माह में जारी में जारी हुई थी। इसके एक माह बाद नए कुलपति ने पदभार ग्रहण कर लिया कुलपति और कुलसचिव की नियुक्ति के बाद उनकी तनख्वाह पर सरकार द्वारा मोटी रकम खर्च करने के बावजूद विश्वविद्यालय की मान्यता अब तक नहीं जुटाई जा सकी है। महज कागजी औपचारिकताओं की खानापूर्ति का यह अदना सा कार्य पूरा नहीं हो सका। इस बीच विश्वविद्यालय प्रबंधन ने न सिर्फ सरगुजा संभाग के शासकीय, अशासकीय महाविद्यालय को अपने से संबद्ध कर लिया बल्कि इसी वर्ष से ही सभी परीक्षाएं लेने का ऐलान कर दिया जबकि इसके पूर्व ये सभी महाविद्यालय गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से सबंद्ध थे। संविदा कर्मचारियों के भरोसे चह रहे इस विश्वविद्यालय के पास परीक्षा आयोजन के लिए न तो गोपनीयत विभाग के लिए न तो गोपनीयता बनाए रखने स्वयं का प्रिटिंग प्रेस विश्वविद्यालय के पास कुलपति कुलसचिव रेगुलर स्टॉफ के तौर पर उपलब्ध है ऐसे में लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा प्रश्नपत्रों की परीक्षा आयोजित कर समय से नतीजे घोषित करना आसान नहीं होगा। दिलचस्प बात यह है कि नए विश्वविद्यालय ने वार्षिक परीक्षा आयोजन में इतनी हड़बड़ी दिखाई कि प्रथम से लेकर अंतिम वर्ष तक सभी कक्षाओं में प्रवेश फार्म भरवाए जा रहे है। जबकि कायदे से इस नए विवि को परीक्षाओं का आयोजन क्रमश: प्रथम वर्ष से शुरू कर साल दर साल बढ़ाना था। विद्यार्थियों की तकनीकी उलझनों का सामना करना पड़ेगा इसमें संदेह नहीं है इस स्थिति को देखते हुए नए विवि से संबद्ध निजी महाविद्यालय संचालक असमंजस में है।

गुदगुदाते चुटकुले....लाफ्टर शो 2


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1. बंटू- कल मैंने रॉकेट छोड़ा तो वह सूरज से जा टकराया।, चिंटू- फिर क्या हुआ। बंटू- फिर मैंरी बहुत पिटाई हुई। चिंटू- वह कैसे।बंटू- सूरज की मम्मी ने मुझे बहुत पीटा।
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2. मास्टर- कल क्यों नहीं आया। लड़का- सर गर्लफ्रेंड से मिलने गया थामास्टर- किसलिए। लड़का- यस सर किया ना बहुत सारे किस लिए।
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3. लड़की- मुझे एक ऐसा हसबैण्ड चाहिए जो अच्छी-अच्छी बाते करें, हंसी माजक करें और मुझे गाना सुनाए। लड़का- उस हसबैण्ड के बदले एफ.एम. रेडियों खरीद लो।
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4. डॉन का इंतजार तो 11 कॉलेज की लड़कियां करती हैं। लेकिन डान का आना मुश्किल ही नहीं, नामुम्किन है। क्योंकि डॉन 12 वीं फेल है।
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5. मानसिक चिकित्सक ने मरीज से पूछा, ''तुम्हें रात मैं कौन-सा डरावना सपना दिखाई देता है? ''मरीज-मुझे हमेशा यह सपना आता है कि मेरा विवाह हो रहा है। चिकित्सक-ओह! और तुम्हारा विवाह किसके साथ होता है सपने में?मरीज-अपनी पत्नी से। तभी तो यह सपना डरावना हो जाता है।
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6. लड़का- हमने जब से देखा तुम्हें कहीं चैन ना पाया ... हैरानी है अब तक क्यों नहीं तुमने हमें गले लगाया? लड़की- हमारा हाल भी कुछ ऐसा ही है ... जब से तुम्हे देखा है सोचते है भगवान ने भी क्या विचित्र जीव बनाया।
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7. संता (बंता से)- शादी के लिए कैसी लड़की चाहिए। बंता- मुझे कम उम्र वाली लड़की चाहिए। संता-क्यों, बंता- यार मुसीबत जितनी छोटी हो, उतना अच्छा हैं।
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8. मालिक (नौकर से )- तुम बाथरूम में क्यों घुस आए, क्या तुम्हे पता नहीं कि मैं नहा रहा हूं। नौकर-ग़लती हो गई। मैंने समझा कि मालकिन नहा रही हैं।
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9. संता(बंता से)- उठ यार, भूकंप आ रहा है। बंता- सोता रहे यार, मकान गिरेगा तो मकान मलिक का, हम तो किराएदार हैं।
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10. डॉक्टर(पप्पू से)- आपका वजन कितना है? पप्पू (डॉक्टर से)- चश्मे के साथ 75 किलो। डॉक्टर- और चश्मे के बगैर। पप्पु- दिखता ही नहीं।
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11. लड़का(लड़की से)- बस, ट्रेन और लड़की एक जैसे होते हैं, एक जाती है तो दूसरी आती है। लड़की(लड़के से)- रिक्शा, टैक्सी और लड़के एक जैसे होते हैं, एक को बुलाते हैं तो 4 चले आते हैं।
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12. बेटा- पापा मैंने एक सपना देखा कि मेरा एक पैर ज़मीन पर है ओर दूसरा पैर आसमान पर।
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13. क्यों भाई ''क्यों भाई! आज तुम गुमसुम कैसे बैठे हो?''''मेरी प्रेमिका ने मुझसे शीघ्र विवाह करने का प्रस्ताव किया है।'' ''तो इसमें चिन्ता करने की क्या बात है?'' ''चिन्ता की ही बात है जनाब! अब मैं प्रेम किससे करूंगा?''
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14. दोस्त-फिल्म बनाने के बाद आजकल क्या कर रहे हो? निर्माता-आजकल फर्नीचर बेच रहा हूं। दोस्त-तब तो बड़ा फायदा हो रहा होगा?निर्माता- ''जी हां, अपने घर का।
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15. मैं बस द्वारा अपने गांव जा रहा था। जिस बस में मैं यात्रा कर रहा था, उसमें कुछ ग्रामीण महिलाएं भी बैठी थीं, उनमें से एक ने कण्डक्टर से टिकट के पैसे पूछे, जब कण्डक्टर ने पैसे बताए तो वह बोली, ''हमें एक नहीं, पांच टिकट चाहिएं, भाव कुछ ठीक से लगाओ न।''
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16. बंता की शादी एक नर्स से हो गई। संता ने पूछा- तो बंता, कैसी निभ रही है ? बंता- पूछ मत यार, हालत खराब है। संता- सो क्यों ? बंता- जब तक सिस्टर न कहो, बीवी बोलती ही नहीं।
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शासन की अनुमति के बिना संचालित हो रहे अल्टरनेटिव कॉलेज कॉलेज प्रबंधन के आगे सरकारी तंत्र विफल

ब्यूरो प्रमुख // राजेन्द्र कुमार जैन (अम्बिकापुर//टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों प्रमुख राजेन्द्र जैन से सम्पर्क : 98265 40182
छत्तीसगढ़ राज्य में पैरामेडिकल कोर्स संचालित कर रही अधिकांश संस्थाओं का छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता नहीं है। इसके बावजूद अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज उच्च न्यायालय के निर्देश के आधार पर सालों से बिना किसी रोक-टोक के डिग्रियां बाट रही है। जिसके एवज में छात्र-छात्राओं से मोटी राशि शुल्क के रूप में वसूली है। पी.पी. अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज, अग्रसेन चौक समता कॉलोन नगरनिगम बगीचा के पास रायपुर दि अल्टरनेटिव मेडिकल भिलाई मार्डन मेडिकल कॉलेज, राजनादगांव हार्दिक विद्यापीठ अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज एण्ड रिसर्ज हॉस्पिटल, नेताजी चौक जांजगीर, नेशनल मेडिकल कॉलेज ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन मसानगंज बिलासपुर नाम संस्थाओं द्वारा चिकित्सा शिक्षा के नाम वा छात्र-छात्रओं से लूट जारी है। इन संस्थाओं से मिलने वाली डिग्रियों को मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया नई दिल्ली तथा छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता नहीं है। ये संस्थाऐं आपसी लोगों की परिषद गठित कर परीक्षाएं संचालित कर डिग्रियां बांट रही है जो वैधानिक रूप से अमान्य है। अत्यंत आश्चर्य जनक तथ्य यह है कि मात्र 3-4 कमरों में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न शहरों जैसे अंबिकापुर, कोरबा, डोगरगढ़ मनेन्द्रगढ़ जांजगरी, बिलासपुर, धमतरी, रायपुर में कुकुरमुत्तों की तरह ऐसी अमान्य संस्थाओं की शाखाएं भी संचालित हो रही है। मेडिकल शिक्षा देने वाली इन संस्थाओं में सुविधाओं का नितांत अभाव रहता है यहां प्रशिक्षित शिक्षक भी नहीं रहते लेकिन छात्रों से प्रवेश के नाम पर हजारों रूपये की फीस वसूली जाती है। छत्तीसगढ़ के चिकित्सा शिक्षा के नाम पर लूट मचाने वाली संस्थाओं की जांच की तथा एक संस्था के संचालक को फर्जी संस्था चलाने के कारण जेल में पहुंचा दिया। नेशनल मेडिकल कॉलेज ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसीन अम्बिकापुर द्वारा एमबीबीएस, बीएएमएस, डीएसमएस, बीईएमएस, एमएस कोर्स का संचालक किया जा रहा है। उक्त कोर्स को छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त नहीं है।

दिनदहाड़े पौने 2 लाख रूपए की उठाईगीरी

ब्यूरो प्रमुख // दस्तगीर भाभा (बिलासपुर//टाइम्स ऑफ क्राइम)
रिपोर्टर दस्तगीर भाभा से सम्पर्क 98279 86130
बिलासपुर.परसदा स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में गुरूवार की दोपहर एक ट्रांसपोर्टर की कार से उठाईगीरों ने नोटों से भरा सूटकेश पार कर दिया। पुलिस जुर्म दर्ज कर विवेचना कर रही है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घटना चकरभाठा थाना क्षेत्र के परसदा स्थित ट्रांसपोर्ट नगर की है। तिफरा यदुनंदननगर एमआईजी-76 निवासी विनोद सिंह पिता रामचंद सिंह (40) का परसदा स्थित ट्रासंपोर्ट नगर में आंनद ट्रासंपोर्ट एंड टेऊव्लर्स है। विनोद गुरूवार की सुबह करीब 11:30 बजे बैंक से राशि निकालने के लिए दुकान से निकले। दोपहर लगभग 12 बजे उसने बसस्टैंड स्थित एक्सिस बैंक से डेढ़ लाख रूपए निकाले, जबकि इससे पहले ही उनके पास 30 हजार रूपए थे। इसके बाद अपनी सेंट्रो कार क्रमांक सीजी-10 एफ 1389 में उसने नोटों से भरी अटैची को अपने बाजू में रखा और ट्रासंपोर्ट नगर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान वह स्वयं कार चला रहा था। ट्रासंपोर्ट नगर स्थित दुकान पहुंचने के बाद वह रूपए से भरी अटैची को कार में छोड़कर दुकान में बैठ गया। कुछ देर बाद उसे अचानक याद आई कि रूपए कार में ही छूट गए हैं। वह आनन-फानन में अपनी कार के पास पहुंचा, तो उसका लॉक खुला हुआ था और उसमें रखी अटैची गायब थी। वह देखकर उसके होश उड़ गए। बताया जा रहा है कि यह घटना करीब 1 से 1:30 बजे के बीच की है। उसने इसकी सूचना तत्काल चकरभाठा थाने में दी। इस पर चकरभाठा पुलिस पहुंची और पूछताछ के साथ ही जांच शुरू कर दी।

पेंड्रा स्थित बीएसएनएल कार्यालय में अफसर की अय्याशी

ब्यूरो प्रमुख // दस्तगीर भाभा (बिलासपुर//टाइम्स ऑफ क्राइम)
रिपोर्टर दस्तगीर भाभा से सम्पर्क 98279 86130

संदिग्ध अवस्था में युवती के साथ मिला अफसर
पेंड्रा रोड। पेड्रा स्थित बीएसएनएल आफिस में अधिकारी ए.के.सेन को पुलिस ने एक युवती के साथ संदिग्ध अवस्था में पकड़ा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घटना पेंड्रा थाना क्षेत्र की है। पुलिस को सूचना मिली कि यहां के बीएसएनएल आफिस में पदस्थ एक अफसर रात करीब 8 बजे युवती के साथ आपत्तिजनक स्थित में हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल कार्यालय पहुंचा। यहा अफसर व युवती कार्यालय में मौजूद थे। पुलिस दोनों को पकड़कर पूछताछ के लिए थाने लेकर आई। यहां उक्त अफसर को पकड़े जाने की खबर आग की तरह फैल गई। ए.के.सेन से मिली जानकारी के अनुसार उनके साथ ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है और वहां पुलिस कहना है कि श्री ए.के.सेन अपने स्टॉफ की एक युवती के साथ रात 8 बजे तक आफिस के एक कमरे में दोनों संदिग्ध अवस्था में पाये गये। जबकि बीएसएनएल आफिस के बंद होने का टाइम शाम 5 बजे है। और अधिकारी एवं युवती दोनों रात 8 बजे तक आफिस के एक कमरे में रहे। फिलहाल आफिसर एवं युवती से पूछताछ चल रही है।

डकैती का खुलासा चार डकैत दो खरीददार गिरफ्तार

ब्यूरो प्रमुख // दस्तगीर भाभा (बिलासपुर//टाइम्स ऑफ क्राइम)

रिपोर्टर दस्तगीर भाभा से सम्पर्क 98279 86130

बिलासपुर. दिनांक 24-25/02/2010 की दरम्यानी रात्रि ग्राम लिमतरी थाना चकरभाठा के श्रीमती इंदूगिरी गोस्वामी पति हरवंश गिरी गोस्वामी उम्र 30 वर्ष के घर अज्ञात तीन-चार व्यक्ति घुसकर चाकू दिखाकर डरा धमका कर सोने के जेवर नगदी रकम तथा मोबाइल फोन बगैरह लूठ कर ले गये थे। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना चकरभाठा में अप.क्र.-45/10 कायम कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी में लिया गया था। घटना दिनांक को प्रार्थीया का पति हरवंश गोस्वामी काम करने गया था प्रार्थीया के बच्चे एवं वृद्ध ससुर सोये थे जिन्हें आरोपियों द्वारा मारपीट कर तथा हाथ पैर बांध कर सामान लूट कर भाग गये थे। प्रकरण के पतासाजी के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विवेकानंद जी को मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुआ कि घटना दिनांक को प्रार्थी के रिश्तेदार उमानगिरी तथा लाला गिरी को घटना स्थल के आसपास देखा गया था। जिससे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विवेकानंद जी द्वारा श्री व्ही.के. मिश्रा उप पुलिस अधीक्षक (क्राइम) एवं गिरी आशीष वासनीक थाना प्रभारी चकरभाठा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम को उमान गिरी तथा लाला गिरी को गिरफ्तार करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये जिससे क्राइम ब्रांच की टीम उमान गिरी एवं लाला गिरी निवासी रायपुर को तलाश कर उनके घर से पकड़ कर पुछताछ किये जो दोनों व्यक्ति अपने अन्य साथी अवधेश सिंह, अज्जू उर्फ अजय तथा चेतन वर्मा के साथ मिल कर घटना घटित करना स्वीकार किये तथा प्रार्थी के घर से सोने के जेवर एवं मोबाइल फोन तथा नगदी करीब 2500 रूपये चोरी करना स्वीकार किये जिरारो प्रकरण के अन्य आरोपी अवधेश सिंह राजपूत एवं अजय उर्फ अज्जू को भी रायपुर स्थित उनके निवास से गिरफ्तार कर घटना में लूटे गये सोने के जेवर हार, मंगल सूत्र, अंगूठी तथा मोबाइल फोन कुल कीमती करीब 5000 रूपये एवं घटना में प्रयुक्त हथियार चाकू वगैरह जप्त किया गया है। प्रकरण के आरोपी 1. छोटू उर्फ उमान गिरी गोस्वामी पिता भूपेन्द्र गिरी गोस्वामी उम्र 25 वर्ष निवासी बंजारीनगर रावाभाठा रायपुर 2. लाल उर्फ अमलेरा गिरी गोस्वामी व. कचूर गोस्वामी उम्र- 20 वर्ष निवासी बंजारी नगर रावाभाठा रायपुर 3. अज्जू उर्फ अजय व. सावत राम निषाद 24 वर्ष अमेठी थाना पलारी जिला रायपुर 4. अवधेश सिंह राजपूत पिता दुखेन सिंह राजपूत 19 वर्ष चुवरूंगपुर थाना पिपरिया जिला कबीरधाम को गिरफ्तार किया गया है तथा मोबाइल खरीददार 1. गोपाल साहू पिता फागूराम साहू उम्र-21 वर्ष नि. विटकुली थाना पिपरिया जिला कबर्धा धाम को भी गिरफ्तार कर उनके पास से प्रार्थीया के घर से लूटी हुई मोबाइल फोन जप्त किया गया है। संपूर्ण कार्यवाही क्राइम ब्रांच एवं चकरभाठा पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संपूर्ण कार्यवाही में क्राइम ब्रांच के उप निरी प्रभाकर तिवारी, प्र.आर. हेमंत आदित्य, कुंज बिहारी, आरक्षक हेमंत सिंह, अशोक कश्यप, जय साहू, राजेश्वर सिंह, धनेश साहू, घनश्याम शर्मा, अजय चौरसिया, अशफाक अली, विजय शर्मा, चंद्रपाल खांडे, मनीष सिंह, बृजेश सिंहस, एवं माया पांडेेय की भूमिका सराहनीय रही।

एक ट्रैक्टर अवैध कोयला लदा फिर धराया

रिपोर्टर// बलराम शर्मा (सिंगरौली//टाइम्स ऑफ क्राइम) बलराम शर्मा से सम्पर्क : 99263 33470
सिंगरौली//बैढऩ कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत अमलोरी निगाही क्षेत्र में कोयला तस्करी लगातार जारी है। गत रविवार की शाम पुलिस द्वारा एक कोयला लदा ट्रैक्टर धर दबोचा गया। पुलिस के बताये अनुसार ट्रैक्टर उसी कोयला कारोबारी की है, जिसकी ट्रैक्टर गत दिनों चेतक पुलिस द्वारा अवैध कोयला परिवहन करते पकड़ा था। प्राप्त जानकारी अनुसार रविवार की शाम एस.जी.ओ. दस्ते को सूचना मिली की एन.सी.एल. अमलोरी इलाके से नौगई की ओर अवैध कोयला परिवहन करते ट्रैक्टर जा रहा था। सूचना पर एस.ओ.जी. दल उस ओर कूच कर गया तथा कचनी नौगई मार्ग पर पुलिस द्वारा उक्त ट्रैक्टर क्र. एम.पी.-53/एम-1744 जिसमें कोयला लदा था, धर दबोचा गया। पकड़े जाने पर चालक ट्रैक्टर छोड़ कर भाग गया। बताया जाता है कि, अवैध कोयला नौगई इलाके स्थित ईट भ_ा हेतु ले जाया जा रहा था। एस.ओ.जी. प्रभारी आर.पी. सिंह ने अवैध कोयला से भरे ट्रैक्टर को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने मामले को पंजीबद्ध कर 379 धारा के तहत कार्यवाही की।
छापामार कार्रवाई में पांच किलो अवैध गांजा सहित एक हत्थे चढ़ा --
सिंगरौली! कोतवाली पुलिस के एक विशेष दस्ते ने पुलिस अधीक्षक के निर्देश व मुखबिर की सूचना पर ग्राम सिद्धी-पिपरा के एक घर से पॉंच किलो 50 ग्राम गांजा बरामद कर आरोपी को धर दबोचा। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली बैढऩ की पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना व जिला पुलिस अधीक्षक अनुराग के निर्देश पर विगत दिवस ग्राम सिद्धी-पिपरा में जय प्रसाद पुत्र रामशरण वैश्य (50) वर्ष से अवैध रूप से गांजा बिक्री की सूचना पर दबिश देकर छापेमार कार्रवाई की गयी। अभियुक्त के घर से तलाशी लेने पर अवैध रूप से बिक्री हेतु संग्रहित पांच किलो 50 ग्राम गांजा मय तराजू 7 बाट के साथ जप्त किया गया। मौके पर ही कार्रवाई कर अभियुक्त को 20 आबकारी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। इस अभियान में टी.आई. पन्नालाल अवस्थी की टीम में एसआई परस्ते, एएसआई बाबूलाल तिवारी, एएसआई अखिलेश अग्निहोत्री, यातायात प्रभारी आर.पी.सिंह की भूमिका अहम रही। चभटक रहे सुरक्षागार्ड, नहीं मिल रहा सीएमपीएफसिंगरौली! एनसीएल दुधीचुआ परियोजना की सुरक्षा में तैनात रहे निजी कम्पनियों के सुरक्षागार्ड अपने सीएमपीएफ कटौती के भ्ुागतान को लेकर दर-दर भटक रहे हैं। सुरक्षागार्डों का आरोप है कि, वित्तीय वर्ष 2008-09 में कार्यरत सिक्योरिटी सर्विस प्रबन्धन ने इनके सीएमपीएफ के काटे गये पैसे अभी तक खातो में जमा नहीं किये और न ही उनको वापिस भुगतान दिया जा रहा है। प्रबन्धन से भी लिखित व मौखिक कई बार षिकायत की गई, किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 100 से अधिक सुरक्षाकर्मियों द्वारा दुधीचुआ परियोजना एनसीएल में सुरक्षागार्ड के रूप में कार्य किया, जिनसे प्रतिमाह लगभग 500 रूपये सीएमपीएफ कटौती के नाम पर काटे गये। नई सुरक्षा कम्पनी आने के बाद तमाम कर्मियों को भूतपूर्व सैनिकों की भर्ती के नाम पर नौकरी से निकाल दिया गया। इसी बीच उन्होंने अपने सीएमपीएफ की मॉंग की, तो उन्हें न तो खाता नं. ही दिया गया और न ही काटे गये पैसों का भुगतान। तमाम कर्मियों ने अब एनसीएल प्रबन्धन से जांच कर कार्रवाई की मॉंग की है।

नगर निगम के पास 21.33 करोड़ में से चार करोड़ जो पहली किश्त मिली थी वो पैसा कहां है

क्राइम रिपोर्टर// सरिता त्रिवेदी (टाइम्स ऑफ क्राइम) mob: 99818 16515
सागर // करीब दो दशकों से लगातार लाखा बंजारा तालाब को बचाने की कोशिश की जा रही है। 2006 में पर्यावरण मंत्रालय ने तालाब राष्ट्रीय संरक्षण योजना तहत 21.33 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये थे पूर्व में नगर निगम को 4 करोड़ रूपये सौंपे गये थे लेकिन झील संरक्षण का काम ढंडे बस्ते में पड़ा है। एटको के मार्गदर्शन में हो रहे झील संरक्षण कार्य के नियुक्त कंसल्टेंट एजेंन्सी द्वारा भुगतान न होने के कारण तीन माह पूर्व कार्य छोड़ दिया गया इस बस स्टेंड एवं तिली रोड़ पर तालाब किनारे बनाए गये फुटपाथ की गुणवत्ता को लेकर प्रश्नचिन्ह लगाए गए लगातार होने वाली शिकायतों के बाद उक्त निर्माण कार्य की जांच भी की जा रही है। महापौर कमला बुआ से बातचीत के दौरान पूछा कि इस ऐतिहासिक तालाब के संरक्षण की जो योजना स्वीकृत हुई है उसके क्रियान्वयान की दिशा में निगम द्वारा कोई कारगर कदम क्यों नहीं उठाऐ जा रहे हैं तालाब संरक्षण के लिये केन्द्र सरकार ने 21.33 करोड़ की योजना स्वीकृत की पहली किश्त चार करोड़ रूपये का निगम द्वारा क्या किया गया इस चार करोड़ रूपये निगम ने कहां खर्च किये विवरण दे। महापौर जी का कहना है कि मैंने अभी-अभी पद संभाला है, फिर भी मैं बताना चाहूंगी चार सुलभ काम्पलेक्स एक धोबीघाट का निर्माण पूर्ण हो सका तालाब में जो फब्बारे लगाने के लिये गुजरात की फर्म से 36 लाख एवं फुटपाथ निर्माण एवं रैलिंग लगाने का अनुबंध किया गया लेकिन उसकी गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लग चुके हैं। निर्माण कार्य को लेकर शिकायतें की गई थी। लेकिन जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई पर्याप्त राशि होने के बावजूद ठोस कार्य करवाने की बजाय जनता की वहावाही लूटने के लिए महापौर महोदया द्वारा उनके स्टाफ स्वयं जलकुंभी निकालने का कार्य कर रहा है, जो पूर्णत: दिखावा है।

केन्द्रीय विवि सागर की सुरक्षा व्यवस्था बनी मजाक

क्राइम रिपोर्टर// विनोद साहू (सागर //टाइम्स ऑफ क्राइम)

डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय ने सुरक्षा गार्ड के टेंडर को लेकर अब तक फायनल निर्णय नहीं लिया है। टेंडर 10 जनवरी को विवि में बनी कमेटी और टेंडर प्रतिनिधियों के सामने खोले जा चुके है। बावजूद इसके दो माह निकल जाने के बाद अभी तक आदेश नही निकाला जा रहा है। खबर विवि में यह उड़ रही है कि विवि बाम्बे इन्टेलीजेन्स सिक्योरिटी इंडिया लिमिटेड को कार्य करने क जिम्मेदारी सौंप सकती है। दूसरी तरफ विवि में 25 साल से सेवायें दे रहे सुरक्षा सैनिकों का सवाल है, जो इस समय विवि का सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा अपने उपर लिये बैठे है। इनके द्वारा ही विवि प्रशासन को सुरक्षा लेकर सारी जानकारी मुहैया कराई जा रही है। विवि में इस समय एक सौ से अधिक सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। उन्हें गार्ड का टेण्डर फायनल हो जाने के बाद क्या जिम्मेदारी दी जायेगी इस पर अभी कुछ निर्णय नहीं हुआ है। बताया गया है कि सिक्योरिटी गार्ड को लेकर तीन टेण्डर प्राप्त हुये थे। जबकि मध्य प्रदेश में लगभग पांच सौ सिक्योरिटी एजेन्सी चल रही है। इतने बड़े टेण्डर में सिर्फ तीन एजेन्सीयों ने ही बोली लगाई इस बात को भी शक की नजरों से देखा जा रहा है। जिसमें सबसे कम दर का टेण्डर जबलपुर की विक्टर गार्ड एण्ड डिटेक्टिव प्रा. लिॅ का था। इसके अलावा एक अन्य टेण्डर ईगल कंपनी भोपाल का था। जिससे जबलपुर सिक्योरिटी गार्ड को टेण्डर मिलने की सम्भावना है। दूसरी और बाम्बे इन्टेलीजेन्स सिक्योरिटी इंडिया लिमिटेड बाम्बे का टेण्डर है। जिस पर कुलपति के द्वारा मेहरबानी किये जाने की चर्चा विवि के गलियारों में चल रही है। विवि जानकारों का यहां तक कहना है कि कुलपति महाराष्ट्र के है। ऐसे में बाम्बे सिक्योरिटी इंडिया को विवि में कार्य करने का अवसर मिल सकता है। अभी तक इसको लेकर कमेटी ने कोई फायनल निर्णय नहीं दिया है। तब मामला कुलपति पर अटका है। इनके द्वारा फायनल निर्णय लेने के बाद ही सिक्योरिटी गार्ड का निर्णय हो पायेगा। बताया गया है कि टेण्डर की प्रक्रिया में नियम है कि राशि का टेण्डर भरकर सेवा शर्तों के तहत कार्य करने वालों को कार्य करने का मौका दिया जाता है। अब सिक्योरिटी गार्ड के टेण्डर को लेकर विवि क्या अंतिम निर्णय लेता है यह तो आने वाला समय बताएगा। प्रेजेन्टेशन के आधार पर सागर विवि सुरक्षा एजेन्सी का निर्णय लेगा अभी जो गार्ड लगाये गए हैं। ''टाइम्स ऑफ क्राइमÓÓ एजेन्सी ने सागर शहर की सुरक्षा व्यवस्था को रात्री कालिन में देखा तो विवि में आधे से अधिक सुरक्षा गार्ड अपने ड्यूटी प्वाइंटों पर ही नहीं मिले और कुछ मिले तो वो सोते हुये पाए गए। सागर विवि के माननीय कुलपति यदि विवि की सुरक्षा व्यवस्था नहीं हाथों में देना चाहते है तों दुबारा टेण्डर प्रक्रिया का सही रूप से विज्ञापन देकर अधिक से अधिक सुरक्षा एजेन्सीयों को आमंत्रित करें। उन एजेन्सीयों का कार्य कीन संस्थानों में चल रहा है व गार्डों को कहां से प्रशिक्षण दिया जाता है और उपरोक्त एजेन्सी को साबर आई जी से लाइसेंस प्राप्त है कि नहीं। सारी प्रक्रियाओं पर गौर करके सही संस्था के हाथों में विवि की सुरक्षा व्यवस्था की गाडोर सौंपे। ताकि इस विवादित स्थिति की विराम मिल सके एंव केंद्रीय विश्वविद्यालय को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके। ह्व

पिपरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कारनामेंशील कुमारी शर्मा ए.एन.एम. ने कराई खिड़की-दरवाजे खोल कर डिलेवरी

ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा(होशंगाबाद // टाइम्स ऑफ क्राइम) mobil : 99939 93300
-- दूध का धुला प्रशासन पहले कार्यवाही यहां करें --
प्रशासन आंख का अंधा और कान का बहरा समझ पड़ता है, क्योंकि उसका पहले अपराध की और ध्यान नहीं है अरे पहले यह तो तय करो की आखिर खिड़की दरवाजा खोलकर डिलेवरी करवाने वाले
कितने दोषी हैं। क्या ये अपराध नही है कि कोई प्रसुता की पूरी प्रक्रिया खुले में करा दें। अरे शासकीय मस्तीमारों अगर कोई खिड़की और दरवाजे खोल कर डिलेवरी करायेगा तो क्या कोई तस्वीरें नहीं खीचेगा, तो कैसे तुम्हारी काली करतूतें उजागर होगी। ''टाइम्स ऑफ क्राइम'' उस वक्त वहां होता तो शायद पूरी सीडी बनाकर उन अधिकारियों और षडय़ंत्रकारियों की उस वक्त ही पोल खोल कर दण्ड का भागी बना देता खैर ''सांच को आंच नही ''देर आये परन्तु दुरूस्त आये'' कहावत को हम सिद्ध करेंगे और लगातार इनकी पोल खोल कर जनता को इनकी अवैध वसूली और भींख से रूबरू करायेंगे।
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शील कुमारी शर्मा ए.एन.एम. ने कराई खिड़की-दरवाजे खोल कर डिलेवरी

पिपरिया, डॉ. सुषमा वर्मा के कुचक्र में उलझी श्रीमती शील कुमार शर्मा ए.एन.एम. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिपरिया में पदस्थ हैं। डॉ. सुषमा की अवैध वसूली कार्यक्रम में पूर्ण रूप से भागीदारी निभाने वाली ए.एन.एम. शील शर्मा ने 18.10.2007 की फोटो खीचने वाली घटना पर जो अपने बयान दिये वो इस बात को सिद्ध कर रहे हैं, कि वे डॉ. सुषमा वर्मा के कहने पर शील शर्मा ने पूरी घटना के तय षडय़ंत्र को अंजाम दिया। 27.11.2007 के दिये बयान में शील शर्मा ने ही स्वीकार कर लिया की पिपरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉ. सुषमा की रणनीति को मूर्तरूप देने के लिये यहां पर 18.10.2007 को सुबह 8:30 बजे श्रीमती सविता बाई पत्नि ब्रजेश अहिरवार की डिलेवरी करवा रहीं थी। जिसकी दरवाजे से मीनू स्टॉफनर्स ने फोटो खीची वहीं 12.10.2007 को श्रीमती हेमलता/ हेमराज की डिलेवरी के दौरान श्रीमती मीनू द्वारा प्रसव की खिड़की से फोटो खीची गई। इस फोटो खिचने के दौरान यहां पर पुरूष वार्डवाय रविशंकर, श्रीमती सवित्री बाई, छोटी बाई, इन्द्रा बाई, गुड्डी बाई खड़ी थी। बार-बार पिपरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में फोटो खीची जाती रही। बयानों में हमेशा यह बात दोहराई गई की दरवाजे और खिड़की से प्रसव कराई जा रही प्रसुति की फोटो खीची गई है। वहीं 12.10.2007 की घटना के कथन में वार्डबाय रविशंकर चिचालिया ने भी अपने आप को लेवर रूम के बरामदे में रहने और मीनू सिस्टर द्वारा बरामदे की खिड़की से लेवर रूम के अन्दर की फोटो खीचने की बात स्वीकार की। आखिर ऐसी कैसी डिलेवरी की जा रही थी, जो दरवाजे खिड़की खोलकर की जा रही हो और कोई भी खिड़की दरवाजे से डिलेवरी की तस्वीरें खीच ले। अगर खिड़की से तस्वीरें ली जा सकती हैं, तो यह दोष खिड़की खोलकर डिलेवरी करवाने वाले स्टॉफ का है, कि खुलेआम डिलेवरी क्यों करवाई जा रही थी। अगर ऐसी डिलेवरी जिसकी फोटो खिड़की से ली जा सकती है और इस बात की भनक मीडिया को लग जाती या मीडिया का कोई न्यूज कवर कर फोटो और खबर प्रकाशित कर देता तो पिपरिया खण्ड चिकित्सा आधिकारी की नौकरी चली जाती और डिलेवरी केस को अन्जाम देने वाली शील कुमारी शर्मा को बर्खास्त कर दिया जाता। परन्तु यहां पर पूरा का पूरा षडय़ंत्र किया गया था जिसको अंजाम देने के लिए पूरी रणनीति बनाई गई और फर्जी बयान डॉ. सुषमा वर्मा के कहने पर दर्ज कराये गये। दर्ज कराये गये शील शर्मा, रविशंकर चिचालिया, श्रीमति दुजिया बाई आया, श्रीमती जमीला बी, बुधनी आशा कार्यकर्ता, श्रीमती सावित्री बाई आया के बयान स्पष्ट बयां करते हैं कि डिलेवरी रूम में डिलेवरी करवाई जा रही थी और उसके फोटो खिड़की से खीचे जा सकते हैअवैध वसूली बनी लफड़े का कारण पिपरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हमेशा से डॉ. सुषमा वर्मा की अवैध वसूली से बदनाम रहा है। वहीं ये सभी स्टॉफ वसूली बाजी में नम्बर वन है जो डॉ. सुषमा ठाकुर के पद चिन्हों पर चलता है। अपनी वसूली के चलते अनेकों बार विभाग को लताड़ खानी पड़ी है। पोल जब खुली जब मटकुली क्षेत्र के एक आदिवासी युवक रतनलाल मवासी ने लड़का होने पर पांच सौ रूपये मांगे गये और इंकार करने पर झगड़ा किया गया। वहीं रतनलाल की लगातार बेइज्जती की जाती रही जिस पर रतन ने साढ़े तीन सौ रूपये देकर इन रिश्वतखोरों से पीछा छुड़ाया। इस पर खुब विवाद हुआ और असर इतना रहा की सारा मामला मीडिया की सुर्खिया बटोरता रहा (बाक्स में दैनिक भास्कर की प्रकाशित खबर) जिस पर उक्त समय डॉ. अशोक वर्मा बी.एम.ओ. ने स्वीकार किया था कि 160 रूपये वसूली की गई है। जांच के बाद दोषी पर कार्यवाही की जावेगी जो आज दिनांक तक ठण्डे बस्ते में डली हुई है। अगर कार्यवाही की जाती तो दो चार वसूलीबाज निलम्बित किये जाते और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाता। ज्ञात हो कि यहां की प्रशासनिक क्षमता नग्न रही है। जिसका फायदा यहां के डिलेवरी स्टॉफ हमेशा अवैध वसूली में लगा रहा। अवैध वसूली के कारण डॉ. सुषमा वर्मा षडय़ंत्र करना शुरू कर दिया और अपने षडंय़त्र में वसूलीबाज स्टॉफ को अपनी गिरफ्त में ले लिया। खुलेआम डिलेवरी में आपत्ति नहींपिपरिया खण्ड चिकित्सा अधिकारी भी अपनी पेशेन्ट कमाई के आगे, हमेशा स्टॉफ के आगे नसमस्तक रहे उन्होंने कभी यहां का बदइत्जामी की और अपनी कार्यवाही नही की। डॉ. अशोक वर्मा लाल गुड्डे की तरह अपना मुण्ड हिलाते रहे। वहीं पिपरिया मेटनिरी की घूस प्रभारी डॉ. सुषमा वर्मा (ठाकुर) के आगे भीगी बिल्ली बने रहें। डॉ. सुषमा डायन शातिर भी हैडॉ. सुषमा वर्मा एक शातिर किस्म की चालाक महिला है जो अपने स्वार्थ के लिए कभी भी रंग बदल लेती है। जहां शासन के बंगले पर कब्जा जमाये बैठी है। वहीं विभाग के अधिकारियों को भी अपने चुंगल में लपेट रखी है डॉ. सुषमा के काले चिट्ठे और इसकी करतूतों की भारी भरकम लिस्ट है ''टाइम्स ऑफ क्राइम'' एवं बेव चैनल http://www.tocnewsindia.blogspot.com/ के माध्यम से हम इनकी कुछ झलकियां दिखा रहे हैं इस तरह के अनेकों गुणों से गुणवान है ये। कौआ कान ले गयाप्रसुता श्रीमती कविता अहिरवार की मां श्रीमती कमला अहिरवार एवं भाई मुकेश अहिरवार की स्थिति कौआ कान ले गया जैसी है वे षडय़ंत्र की चालों के शिकार हो गये और कौऐ के पीछे दौड़ पड़े अपने कान की और देखने की बुद्धि नहीं रही। आगे भी पढ़े डॉ. सुषमा डायन के कारनामेंच

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