Showing posts with label खेल खिलाड़ी. Show all posts
Showing posts with label खेल खिलाड़ी. Show all posts

Monday, April 24, 2023

7 वर्षों से मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी हॉस्टल में संविदा आर्चरी कोचों ने जमा रखा है अवैध कब्ज़ा, सरकारी खर्चे पर बल्ले-बल्ले


7 वर्षों से मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी हॉस्टल में संविदा आर्चरी कोचों ने जमा रखा है अवैध कब्ज़ा, सरकारी खर्चे पर बल्ले-बल्ले


 TOC NEWS @ https://aninewsindia.org/

खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी रिपोर्टर बनने के लिये सम्पर्क करें : 

विनय जी. डेविड : 9893221036

जबलपुर. मध्य प्रदेश तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर परिसर में जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी आशीष पांडे और प्रमुख कोच रिचपाल सिंह सलारिया की कृपा से संविदा शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पिछले 7 वर्षों से सभी कोच एवं कर्मचारी अपने परिवार के साथ एकेडमी परिसर में ही निवास कर रहे हैं जिसकी शिकायत जबलपुर कलेक्टर को की गई.

आशीष पांडे जबलपुर जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी

जबलपुर जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी आशीष पांडे से जब यह जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने गुमराह करते हुए शिकायत को झूठी बताया जबकि हर एक आदमी को पता है कि आर्चरी एकेडमी परिसर के छात्रा-छात्राओं के होस्टल में सभी कोच कई कमरों में कब्जा करके रह रहे हैं


वही हॉस्टल में छात्रा-छात्राओं के लिए बनने वाला भोजन भी नियमित रूप से प्रतिदिन सेवन कर रहे हैं संविदा आर्चरी  कोचों के अनुबंध के आधार पर नियम अनुसार उनको किसी भी प्रकार की वेतन के अलावा अन्य सुविधा प्रदान नहीं की जा सकती, परंतु सरकारी संपत्ति पर कब्जा करके लाखों रुपए का सरकार के राजस्व का नुकसान, खेल अधिकारियों की मिलीभगत सांठगांठ से हो रहा  है, 

इस मामले में जबलपुर जिला कलेक्टर को भी जबलपुर जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी आशीष पांडे के द्वारा गुमराह किया जा रहा है, सही रिपोर्ट नही मिलने की वजह से जिला जबलपुर कलेक्टर इस मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं, 

इस मामले में एक शिकायत कलेक्टर जबलपुर को प्राप्त हुई थी जिस परजिला खेल अधिकारी आशीष पांडे ने गुमराह करते हुए कलेक्टर को सही जानकारी नहीं पहुंचाई, जहां छात्रा छात्राओं के लिए यह सुविधा दी गई है वहीं कोचों के यहां पर निशुल्क सरकारी खाते में वारे न्यारे हैं, अब जब यह खुलासा  हुआ है तो अब देखना यह है कि इस मामले में कलेक्टर जबलपुर क्या कार्रवाई की जाती है.

कौन-कौन कोच वं कर्मचारी है नियमों की धज्जियां उड़ा कर शासकीय संपत्ति का उपयोग करने वाले

1. रश्मि सिंह कोच आर्चरी अगस्त 2016 से ही एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है,

2. अशोक कुमार यादव आर्चरी कोच अपनी फैमिली के साथ निवास कर रहे हैं, जिसमें पत्नी एवं 3 बच्चे एवं अपने दो रिश्तेदारों अमित यादव एवं अन्य) के साथ एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.

3. रवि प्रधान आर्चरीकोच अपनी फैमिली के साथ निवास कर रहे हैं जिसमें पत्नी एवं 1 बच्चा एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.

4. दशरथ सिंह ठाकुर वार्डन अपनी फैमिली के साथ निवास कर रहे हैं जिसमें पत्नी एवं 1 बच्चा एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.

5. कप्तान  स्वयं अपने एक दो रिश्तेदारों के साथ एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है.

6. रिचपाल सिंह सलारिया मुख्य आर्चरी कोच स्वयं सत्र 2019 से 2023 निवास कर रहे हैं, अपने 4 रिश्तेदारों 1. सौम्या सिंह उर्फ तनु 2. दीक्षांत सिंग उर्फ देसू एवं अन्य दो रिश्तेदारों के साथ एकेडमी हॉस्टल में निवासरत है

Friday, March 31, 2023

विवादित तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया के आपराधिक प्रकरण में जबलपुर न्यायालय में पेशी आज 31 मार्च को, कई आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज

 


विवादित तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया के आपराधिक प्रकरण में जबलपुर न्यायालय में पेशी आज 31 मार्च को, कई आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर कई आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज, शासकीय नियमों की उड़ रही धज्जियां

जबलपुर, तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज है, शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए वो भी खेल मंत्री और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में अपना कार्यकाल पूरा कर रहा है, आखिर शासकीय नियम के विरुद्ध इनको नौकरी से क्यों नहीं बर्खास्त किया गया l
विवादित कोच रिचपाल सलारिया पर नौकरी से बर्खास्त करने की मांग को लेकर हाई कोर्ट जबलपुर में भी प्रकरण चल रहा है। साथ ही रिचपाल सलारिया पर थाना बड़ी ब्राह्मण जिला सांबा जम्मू में 2019 में अपराधिक प्रकरण दर्ज है जिसमें जम्मू की जिला सांबा कोर्ट से बेल लेकर जमानत पर हैं। रिचपाल पर जम्मू की कोर्ट में भी 2 प्रकरण विचाराधीन हैं जिसमें विभाग को बिना जानकारी दिए चुपचाप से पेशी करके वापस जबलपुर आ जाता है। भोपाल खेल विभाग को इसकी जानकारी कानोकान भनक भी नहीं होती और जबलपुर के खेल अधिकारी जानकारी को छुपा लेते है।

पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने जबलपुर में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 - सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. इस प्रकरण में आज 31 मार्च 2023 को माननीय न्यायालय में पेशी नियत है.

लगातार न्यायालय में सुनवाई चल रही है परंतु जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी जबलपुर आशीष पांडे का कहना है कि हमको तो किसी भी प्रकरण की जानकारी नहीं है। जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी जबलपुर से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी चाहने पर उन्होंने लिखित जवाब दिया कि कि तीरंदाजी कोच रिचपाल सलारिया पर किसी भी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं है, आखिरी विभाग की क्या मजबूरी है कि वह रिचपाल सलारिया पर प्रकरण दर्ज होने की सही जानकारी छुपा रहा है

पूर्व डीएसओ ने संचालक खेल विभाग को प्रकरण की गलत जानकारी

जबलपुर खेल और युवा कल्याण विभाग जिला जबलपुर के डीएसओ ने 2021 में एक प्रमाण पत्र जारी कर अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी रिचपाल सलारिया को क्लीन चिट देते हुए संचालक खेल भोपाल को गलत जानकारी से अवगत कराया था कि रिछपाल सलारिया के ऊपर किसी भी प्रकार का कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं है उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर रिचपाल सलारिया ने 2021 में बकायदा भोपाल से नई पदस्थापना प्राप्त कर ली और एग्रीमेंट करके आज मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में प्रमुख कोच के पद पर पदस्थ हैं. डीएसओ की गलत जानकारी की वजह से रिचपाल सलारिया प्रतिमाह 1 लाख 50 हजार वेतनमान लेकर दो साल से मजे कर रहा हैं।



Tuesday, February 21, 2023

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने हाई कोर्ट की सुनवाई 27 फरवरी 2023 को

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने हाई कोर्ट की सुनवाई 27 फरवरी 2023 को


जबलपुर। तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर के तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब तलब था परंतु परंतु एक प्रतिवादी को नोटिस की तामिली नहीं होने के कारण अब अगली सुनवाई इस मामले में 27 फरवरी को नियत की गई है।

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर की गई हैं याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आज मध्य प्रदेश राज्य खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, संचालक एवं अन्य को 4 हफ्तों में ये जवाब देने का निर्देश दिया था अब मामले पर अगली सुनवाई 27 फरवरी 2023 में की जाएगी। हाईकोर्ट में एक याचिका समाजसेवी विनय जी. डेविड ने दायर की है, याचिका में कहा गया है कि मध्यप्रदेश राज्य तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर में तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है उक्त प्रकरण की जानकारी छुपाकर रिचपाल शासकीय नौकरी पर काबिज हैं खेल एवं युवा कल्याण अनुबंध सेवा भर्ती (नियोजन एवं सेवा की शर्ते ) नियम 2017 शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जबकि प्रकरण होने के बाद रिचपाल सलारिया को विभाग द्वारा बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी।

इसे भी पढ़ेंतीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी किया, 4 सप्ताह में जवाब तलब

कोच रिचपाल सिंह सलारिया शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के
का मुख्य सचिव और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में नियम विरुद्ध तरीके से पदस्थ है कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर याचिका में याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन्होंने अपराधिक प्रकरण की जानकारी छुपाते हुए खेल विभाग में मुख्य कोच की संविदा नौकरी हासिल कर ली है, कोच रिचपाल ने अपराधिक प्रकरण दर्ज होने और न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने की जानकारी, अपने अपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी छिपाकर विभाग के साथ अनुबंध किया। संविदा नियम के अनुसार खेल विभाग को नियुक्ति दिनांक से 15 दिवस के अंदर कोच रिचपाल सिंह सलारिया का चरित्र सत्यापन करवाना अनिवार्य था। जो विभाग के द्वारा भी नहीं कराते हुए रिचपाल सलारिया को नियम विरुद्ध तरीके से संविदा नौकरी पर रखा गया है। प्रस्तुत याचिका में कहा गया है कि संविदा नियम में ऐसे अपराधिक प्रकरण वाले आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त किए जाने का प्रावधान है। परंतु विभाग के आला अधिकारियों ने नियमों के विपरीत नियुक्ति पाने वाले कोच रिचपाल सलारिया को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया है।

कोच रिचपाल सिंह सलारिया

पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सिंह सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 – सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. और अभी वर्तमान में न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। यह जानकारी रिचपाल द्वारा छुपाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक के साथ 19 मई 2021 को अनुबंध हस्ताक्षर किए । इस अपराधिक प्रकरण में 4 नवंबर 2022 को माननीय न्यायालय में सुनवाई हुई एवं आगामी फरवरी माह में पेशी नियत है.

इसे भी पढ़े : - राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों को धज्जियां उड़ाकर कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बनाया आर्चरी चयन कमेटी का सदस्य

याचिकाकर्ता ने निम्नलिखित याचिका में न्यायालय से प्रार्थना की है कि रिचपाल सलारिया का अनुबंध कोच/तकनीकी विशेषज्ञ के पद से हटाने/समाप्त करने के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग संचालक को निर्देशित करें। अनुबंध समझौते को रद्द कर दिया जाए और निष्पक्ष जांच और कानून के अनुसार नियम विरुद्ध तरीके से नौकरी प्राप्त करने वाले रिछपाल सिंह सलारिया कोच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और प्राधिकरण को वसूली के लिए निर्देशित किया जाए जिस पर माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने सुनवाई करते हुए न्यायाधीश आनंद पाठक की न्यायालय ने कि न्यायालय ने मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक एवं प्रमुख सचिव एवं अन्य को 4 सप्ताह में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है, याचिकाकर्ता की ओर से याचिका की पैरवी अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने की ।

याचिकाकर्ता
विनय जी. डेविड 9893221036

Friday, February 3, 2023

खेलो इंडिया गेम्स 2022 में मध्य प्रदेश को तीरंदाजी में अभयदान में मिला गोल्ड मेडल


खेलो इंडिया गेम्स में मध्य प्रदेश को तीरंदाजी में अभयदान में मिला गोल्ड मेडल

जबलपुर. रानीताल कैंपस में हुए तीरंदाजी टूर्नामेंट रिकर्व मिक्स में २ टीमें फाइनल में पहुंची उसमें से मध्य प्रदेश को अभय दान मिल गया, मध्य प्रदेश के तीरंदाजों को फाइनल में पहुंचने के लिए किसी भी प्रकार की मेहनत स्पर्धा नहीं करनी पड़ी क्योंकि इनके सामने स्पर्धा करने के लिए कोई टीम ही नहीं थी,

इसे भी पढ़ें : तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी किया, 4 सप्ताह में जवाब तलब

रिकर्व मिक्स टीम में केवल 3 स्टेट की टीमें ही शामिल हुई जिसमें महाराष्ट्र एवं झारखंड ने स्पर्धा की जिसमें झारखंड को हराकर महाराष्ट्र ने अपनी जगह फाइनल में बनाई । दूसरे ग्रुप में मध्यप्रदेश के साथ कोई अन्य टीम स्पर्धा के लिए मैदान में थी ही नहीं इसलिए मध्य प्रदेश टीम को मेजबान की श्रेणी में रखते हुए बाय देकर बिना स्पर्धा के फाइनल में पहुंचा दिया गया,

आज मध्य प्रदेश के तीरंदाजों ने फाइनल में महाराष्ट्र को हराकर गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमा लिया।


खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 : खो-खो के बालक वर्ग में महाराष्ट्र और बालिका वर्ग में उड़ीसा बना चैंपियन

 


खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : विनय जी. डेविड 9893221036

तीरंदाजी के मिक्स रिकर्व में मेजबान मध्यप्रदेश को गोल्ड मेडल

जबलपुर . खेलो इंडिया यूथ गेम्स में रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आज खो-खो और तीरंदाजी के फाइनल मुकाबले खेले गये। खो-खो बालक वर्ग में महाराष्ट्र ने दिल्ली को 10 अंकों से हराकर प्रतियोगिता जीती, वहीं बालिका वर्ग में उड़ीसा की टीम ने दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुये महाराष्ट्र को पराजित कर गोल्ड मेडल हासिल किया। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्लेक्स में ही खेले गये तीरंदाजी के अंतिम मुकाबलों में मिक्स रिकर्व इवेंट में मेजबान मध्यप्रदेश के अमित कुमार और सोनिया ठाकुर की जोड़ी ने गोल्ड मेडल हासिल किया।

खो-खो एवं तीरंदाजी के फाइनल मुकाबलों के बाद आयोजित पदम वितरण समारोह में विजेता टीमों और खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किये गये। खो-खो के बालक वर्ग में विजेता महाराष्ट्र और उपविजेता दिल्ली की टीम के सदस्यों को विधायक श्री अजय विश्नोई एवं बालिका वर्ग में विजेता उड़ीसा एवं उपविजेता महाराष्ट्र की टीम के सदस्यों को विधायक श्रीमती नन्दिनी मरावी ने गोल्ड और सिल्वर मेडल प्रदान किये। वहीं तीरंदाजी में विजेता खिलाड़ियों को विधायक श्री लखन घनघोरिया एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा मेडल प्रदान किये गये।

इसे भी पढ़ें : तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी किया, 4 सप्ताह में जवाब तलब

खो-खो के फाइनल मुकाबलों की शुरुआत लड़कियों के वर्ग में उड़ीसा और महाराष्ट्र के बीच खेले गये मैच से शुरु हुई। इस मैच में उड़ीसा ने महाराष्ट्र को 6 अंकों से पराजित कर पांचवे खेलो इंडिया यूथ गेम्स का विजेता होने का गौरव हासिल किया। उड़ीसा ने इस मैच की पहली पारी में महाराष्ट्र के 7 और दूसरी पारी में 9 खिलाड़ियों को आउट कर कुल 32 अंक अर्जित किये वहीं। महाराष्ट्र पहली पारी में उड़ीसा के 7 और दूसरी पारी में 6 खिलाड़ियों को आउट कर कुल 26 अंक अर्जित कर सकी।

खो-खो के बालक वर्ग के फाइनल मैच में भी महाराष्ट्र और दिल्ली के बीच रोमांचक मुकाबला देखने मिला। इस मैच में महाराष्ट्र के खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुये पहली पारी में दिल्ली के 9 खिलाड़ियों को आउट कर 18 अंक हासिल किये। वहीं दिल्ली ने पहली पारी में आक्रामक खेल दिखाया और अपने से मजबूत महाराष्ट्र की टीम के 8 खिलाड़ियों को आउट कर 16 अंक अर्जित कर लिये। दूसरी पारी में महाराष्ट्र की टीम और आक्रामक नजर आई और उसने दिल्ली के दस खिलाड़ियों को आउट कर 20 अंक बटोरे। दिल्ली की टीम दूसरी पारी में महाराष्ट्र के केवल 6 खिलाड़ियों को आउट कर 12 अंक ही ले सकी।

इसे भी पढ़े : - राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों को धज्जियां उड़ाकर कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बनाया आर्चरी चयन कमेटी का सदस्य

खो-खो के फाइनल मैच के पहले लड़के और लड़कियों के वर्ग में तीसरे और चौथे स्थान के लिये मुकाबला हुआ। लड़कियों के वर्ग में पंजाब ने कर्नाटक को दो अंकों से पराजित कर और लड़कों के वर्ग में उड़ीसा ने पश्चिम बंगाल को 2 अंकों से पराजित कर तीसरा स्थान हासिल किया। खो-खो के बालक और बालिका वर्ग में तीसरे एवं चौथे स्थान पर रही दोनों टीमों को सयुंक्त रूप से तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया तथा टीम के सभी सदस्यों को कांस्य पदक प्रदान किये गये।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बालक वर्ग के खो-खो के फाइनल मुकाबले के प्रारम्भ में विधायक श्री अजय विश्नोई एवं संभागायुक्त बी चन्द्रशेखर ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया । सिहोरा विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी एवं कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन भी बालक और बालिका वर्ग में खो-खो के फाइनल मुकाबलों के दौरान रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मौजूद थे।

तीरंदाजी :-

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में तीरंदाजी की प्रतियोगिता आज रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बालक एवं बालिका वर्ग में रिकर्व और कम्पाउंड श्रेणी में तथा रिकर्व मिक्स एवं कम्पाउंड मिक्स के फाइनल मुकाबले खेले गये। शुरुआत बालिका वर्ग में रिकर्व और बालक वर्ग में कम्पाउंड स्पर्धा से हुई ।

खेलो इंडिया गेम्स में मध्य प्रदेश को तीरंदाजी में अभयदान में मिला गोल्ड मेडल

इसे भी पढ़े : -खेलो इंडिया गेम्स 2022 में मध्य प्रदेश को तीरंदाजी में अभयदान में मिला गोल्ड मेडल

बालिका वर्ग में रिकर्व श्रेणी में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक हरियाणा की खिलाड़ियों ने हासिल किये। हरियाणा की रिद्धि ने अपने ही राज्य की भजन कौर को पराजित कर स्वर्ण पदक हासिल किया। हरियाणा की तिषा पुनिया इस स्पर्धा में तीसरे स्थान पर रहीं और उन्हें कांस्य पदक से सन्तोष करना पड़ा।

बालक वर्ग की कम्पाउंड श्रेणी में हरियाणा के कुशल दलाल ने आंध्रप्रदेश के थिरुमुरु गणेश मनी रतनाम को हराकर स्वर्णपदक पर कब्जा किया। महाराष्ट्र के पार्थ सुनील कोरडे ने तीसरा स्थान प्राप्त कर इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता।

बालिका वर्ग की कम्पाउंड श्रेणी में महाराष्ट्र की अदिति गोपीचंद स्वामी ने स्वर्ण पदक हासिल किया। फाइनल मुकाबले में उन्होंने राजस्थान की प्रिया गुर्जर को हराया। प्रिया गुर्जर को रजत पदक से सन्तोष करना पड़ा । इस स्पर्धा में दिल्ली की ऐश्वर्या शर्मा ने कांस्य पदक प्राप्त किया।

बालक वर्ग की रिकर्व स्पर्धा में रामपाल चौधरी ने स्वर्ण और पश्चिम बंगाल के जुएल सरकार ने रजत पदक प्राप्त किया। महाराष्ट्र के बिशाल चांगमई इस श्रेणी में तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें कांस्य पदक हासिल हुआ।

तीरंदाजी के रिकर्व मिक्स श्रेणी के अंतिम मुकाबले में मध्यप्रदेश की टीम विजेता बनी। इस टीम में शामिल अमित कुमार और सोनिया ठाकुर की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन करते हुये मेजबान मध्यप्रदेश को स्वर्ण पदक दिलवाया। इस स्पर्धा का रजत पदक महाराष्ट्र को तथा कांस्य पदक झारखंड की टीम को प्राप्त हुआ। रिकर्व मिक्स में बिशाल चांगमई और मंजरी अलोने ने महाराष्ट्र का तथा विष्णु चौधरी और एस नागेश्वरी ने झारखंड का प्रतिनिधित्व किया।

कम्पाउंड मिक्स में राजस्थान को स्वर्ण पदक, महाराष्ट्र को रजत और दिल्ली को कांस्य पदक प्राप्त हुआ। तीरंदाजी की इस स्पर्धा में प्रिया गुर्जर और पवन गट राजस्थान का, अदिति गोपीचंद स्वामी

तीरंदाजी मिक्स टीम में मध्यप्रदेश ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं झारखंड में कांस्य पदक


 तीरंदाजी मिक्स टीम में मध्यप्रदेश ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं झारखंड में कांस्य पदक


खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें 

विनय जी. डेविड  9893221036


जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर के रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 के अंतर्गत तीरंदाजी खेल के तीसरे दिन फाइनल मैच के दौरान रिकर्व इवेंट के दौरान बालिका वर्ग में हरियाणा की रिद्धि ने हरियाणा की भजन कौर को हराकर स्वर्ण पदक पर अपना दबदबा बनाया। निशा पुनिया ने हरियाणा की तमन्ना को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया ।

इसे भी पढ़ें : तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी किया, 4 सप्ताह में जवाब तलब

रिकर्व के व्यक्तिगत बालक वर्ग में राजस्थान के रामपाल चौधरी ने पश्चिम बंगाल जेएल सरकार को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया । महाराष्ट्र के विशाल चंगमई ने मणिपुर के लेशराक नेल्सन को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया । कंपाउंड बालक वर्ग में व्यक्तिगत स्पर्धा में हरियाणा के कुशल दलाल ले आंध्र प्रदेश के गणेश को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया l

महाराष्ट्र के पार्थ सुनील कोरडे ने महाराष्ट्र के तेजवीर सिंह को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया ।कंपाउंड बालिका के व्यक्तिगत स्पर्धा में महाराष्ट्र के अदिति गोपीचंद ने राजस्थान की प्रिया गुर्जर को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया । दिल्ली की ऐश्वर्या शर्मा ने सोमाक्षी मेडवाल राजस्थान को हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया।

इसे भी पढ़े : – राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों को धज्जियां उड़ाकर कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बनाया आर्चरी चयन कमेटी का सदस्य

मिक्स टीम में मध्यप्रदेश ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं झारखंड में कांस्य पदक प्राप्त किया। कंपाउंड वर्ग के राजस्थान ने स्वर्ण, महाराष्ट्र ने रजत एवं दिल्ली ने कांस्य पदक प्राप्त किया।

Tuesday, January 31, 2023

राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों को धज्जियां उड़ाकर कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बनाया आर्चरी चयन कमेटी का सदस्य

राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों को धज्जियां उड़ाकर कोच रिचपाल सिंह सलारिया को बनाया आर्चरी चयन कमेटी का सदस्य


 विवादित तीरंदाजी कोच रिचपाल पर मेहरबान है मध्य प्रदेश खेल विभाग

खबरों भेजने के लिए वाट्सएप्प पर संपर्क करें

विनय जी. डेविड  9893221036

भोपाल, मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की तैयारियां जोर शोर से चल रही है, आज शुरुआत भी हो गई, मध्य प्रदेश के संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग भोपाल द्वारा खेलो इंडिया यूथ गेम्स में खिलाड़ियों के चयन के लिए चयन समितियों का निर्माण भी कर लिया है, मध्य प्रदेश के आर्चरी बालक एवं बालिकाओं खिलाड़ी के चयन हेतु जो समिति बनाई गई है वे विवादों के घेरे में आ गई है।

यहां भारतीय खेल प्राधिकरण ( SAI ) भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय खेल निकाय द्वारा जारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल विभाग ने निर्धारित निर्धारित योग्यता से हटकर अयोग्य लोगों को लेकर कमेटी बना ली। जिस कमेटी पर अब प्रश्न खड़ा हो रहा है।

भारतीय खेल प्राधिकरण ( SAI ) ने खिलाड़ियों की चयन के लिए खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 समिति का गठन किए जाने के लिए मध्य प्रदेश राज्य सरकार को 10 दिसंबर 2022 को लिखित पत्र लिखकर जानकारी दी गई थी की कमेटी का चयन करते समय किन नियमों का पालन किया जाए, पत्र में स्पष्ट था कि कमेटी में अध्यक्ष राज्य खेल विभाग का एक प्रतिनिधि एवं प्रथम सदस्य संबंधित स्पोर्ट्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि एवं दूसरा सदस्य द्रोणाचार्य अवॉर्डी, अर्जुन अवॉर्डी या प्रख्यात एथलीट्स में से कोई एक होना चाहिए। परंतु इन नियमों को दरकिनार करते हुए.

साईं द्वारा जारी कमेटी के लिए नियम का पत्र दिनांक 10 दिसंबर 2022

मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहायक संचालक के द्वारा 27 दिसंबर 2022 को खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 हेतु आर्चरी बालक एवं बालिका खिलाड़ियों के चयन ट्रायल बाबत एक चयन समिति तय की गई जिसमें आशीष पांडे जिला खेल अधिकारी जबलपुर को चेयरमैन एवं रिचपाल सलारिया को सदस्य एवं सुश्री मुस्कान किरार ख्याति प्राप्त खिलाड़ी को सदस्य बनाया गया एवं इनको निर्देशित किया गया कि मध्य प्रदेश आर्चरी बालक एवं बालिका वर्ग अंडर-18 का चयन किया जाना है इसके लिए 30 एवं 31 दिसंबर 2022 को रानीताल स्टेडियम जबलपुर में चयन ट्रायल कर चयन सूची प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए।

इसे भी पढ़ें : तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी किया, 4 सप्ताह में जवाब तलब

जानकार सूत्रों का कहना है कि बनाई गई समिति में राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के नियमों का उल्लंघन किया गया है एवं चयन में अध्यक्ष के रूप में जिला खेल अधिकारी आशीष पांडे को लिया गया है वह खेल विभाग की तरफ से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वही प्रथम सदस्य के रूप में रिचपाल सिंह सलारिया को ख्याति प्राप्त प्रशिक्षक सदस्य बताते हुए कमेटी में लिया गया है, रिचपाल सलारिया ख्याति प्राप्त प्रशिक्षक हो सकते हैं परंतु राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के नियम अनुसार किसी भी प्रकार की योग्यता प्राप्त नहीं किए हुए हैं इनकी नियुक्ति अवैधानिक है जिस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हुआ है, वही साईं के निर्देशानुसार प्रथम सदस्य संबंधित स्पोर्ट्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि कमेटी में होना चाहिए एवं दूसरा सदस्य द्रोणाचार्य अवॉर्डी, अर्जुन अवॉर्डी या प्रख्यात एथलीट्स में से कोई एक होना चाहिए। परंतु खेल विभाग द्वारा इस चयन समिति में रिचपाल सिंह सलारिया को नियम विरुद्ध तरीके से शामिल कर लिया गया, दूसरे सदस्य के रूप में सुश्री मुस्कान किरार को समिति में शामिल किया गया है। जिसने तीरंदाजी में कई अवार्ड प्राप्त किए हैं।

संचालनालय खेल और युवा कल्याण मध्य प्रदेश के सहायक संचालक द्वारा जारी चयन कमेटी का पत्र दिनांक 27 दिसंबर 2022

जानकार सूत्रों का मानना है तीरंदाजी खिलाड़ी चेन समिति के चयन में राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण साईं के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं, इस समिति में नियम विरुद्ध तरीके से रिछपाल सलारिया कोच को स्थान देकर भ्रष्टाचार किया गया है।

समिति द्वारा खिलाड़ियों के चयन में महा भ्रष्टाचार

जब समिति ही भ्रष्टाचार व्याप्त है तो चयन समिति द्वारा खिलाड़ियों के चयन में किस प्रकार की लापरवाही की गई होगी यह जगजाहिर। जबलपुर के रानीताल स्टेडियम में चयन समिति द्वारा 30 और 31 दिसंबर को खेल तीरंदाजी हेतु उम्मीदवार चयन किए गए उसमें भी खोर भ्रष्टाचार किया गया है।

चयन समिति ने चयनित खिलाड़ियों में समिति के रिश्तेदारों को चुना

तीरंदाजी एकेडमी में हुई तीरंदाजी समिति की चयन प्रक्रिया में तीरंदाजी चयन समिति की सदस्य मुस्कान किरार ने अपनी छोटी बहन सलोनी किरार को चयनित करवाया, वही तीरंदाजी एकेडमी रानीताल में निवासरत सहायक कोच अशोक यादव ने अपने रिश्तेदार भतीजे अमित कुमार यादव जो रानीताल तीरंदाजी एकेडमी निवास कर रहा है का चयन करवाया।

तीरंदाजी खिलाड़ियों के चयन में आमंत्रण नहीं दिया गया खिलाड़ियों को, मनमर्जी से हुआ निर्धारित खिलाड़ियों का चयन

विश्व सूत्रों की जानकारी के अनुसार 30 एवं 31 जनवरी को जो चयन खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए तीरंदाजी करने वाले खिलाड़ियों का चयन किया जाना था उसमें किसी भी प्रकार का नियम अनुसार चयन प्रक्रिया नहीं अपनाई गई अपनी मनमर्जी से जिला खेल अधिकारी आशीष पांडे, तीरंदाजी एकेडमी के सलाहकार एवं कोच रिछपाल सिंह सलारिया एवं मुस्कान किरार ने मिलीभगत करते हुए पहले से तय खिलाड़ियों का चयन किया यहां प्रश्न यह उठता है कि इस चयन प्रक्रिया में कहां-कहां के तीरंदाज खिलाड़ी शामिल हुए क्या तीरंदाजी खिलाड़ियों को इस चयन प्रक्रिया में शामिल किया गया।

चीफ टेक्निकल एडवाइजर कम कोच रिचपाल सिंह सलारिया द्वारा जारी डिवीजन एवं डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफीसर को पत्र दिनांक 27 दिसंबर 2022

खिलाड़ी के चयन हेतु 27 जनवरी को सभी डिवीजन एवं डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफीसर को संबोधित करते हुए रिचपाल सलारिया कोच द्वारा सिलेक्शन ट्रायल के लिए आमंत्रण पत्र जारी किया गया, सिलेक्शन ट्रायल की डेट 30 एवं 31 दिसंबर 2022 रखी गई 3 दिवस में किस तरह पूरे मध्य प्रदेश के जिला खेल अधिकारी खेलो इंडिया में प्रतिभागी बनने के लिए खिलाड़ियों को चयन स्थल तक पहुंचा सके, इतनी कम समय सीमा में आखिर कैसे खिलाड़ी प्रतिभागीता कर सकता है यह भी गंभीर विषय है, वही विश्वस्त सूत्रों की जानकारी अनुसार रिचपाल सलारिया द्वारा तय किए गए छात्र-छात्राओं के लिए तय किए गए स्कोर पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया, वही कई ऐसी शर्त लागू कर दी गई कि तीरंदाजी खिलाड़ी खेलो इंडिया टूर्नामेंट में भाग ही ना ले सके।

कोच रिचपाल सिंह सलारिया

इस समिति के चयन में षड्यंत्र की बू आ रही है कि आखिर राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के नियमों को दरकिनार कर नियम के विरुद्ध रिचपाल सलारिया को चयन समिति में क्यों लिया, आखिर खेल विभाग की मंशा क्या है यह समझ के परे हैं, वही संबंधित खेल तीरंदाजी संघ के सदस्यों को क्यों नहीं चयनित किया गया। यहां गंभीर में सही है कि अगर नियम का पालन करते तो इनके चाहे गए खिलाड़ी आज खेलो इंडिया में प्रतिभागी नहीं बन पाते इन चयन समिति द्वारा जो खिलाड़ियों का चयन किया गया है वह भी नियम विरुद्ध कुछ लोगों के बीच में कर लिया गया।

इस विषय पर मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग एवं खेलो इंडिया के प्रभारी विकास खडारकर से +919826376133 संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका।

इस खबर से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आप मध्यप्रदेश तीरंदाजी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री गिरजा शंकर शर्मा जी से +919425041114 संपर्क करके प्राप्त कर सकते हैं.

खबर कि प्रमाण के लिए

  1. साईं द्वारा जारी कमेटी के लिए नियम का पत्र दिनांक 10 दिसंबर 2022
  2. संचालनालय खेल और युवा कल्याण मध्य प्रदेश के सहायक संचालक द्वारा जारी चयन कमेटी का पत्र दिनांक 27 दिसंबर 2022
  3. चीफ टेक्निकल एडवाइजर कम कोच रिचपाल सिंह सलारिया द्वारा जारी डिवीजन एवं डिस्टिक स्पोर्ट्स ऑफीसर को पत्र दिनांक 27 दिसंबर 2022
  • जनहित में खबर का प्रकाशन अवश्य करें, ताकि खिलाड़ियों के साथ अन्याय ना हो, न्याय जरूर मिले *

Friday, January 20, 2023

ICC के साथ ₹20 करोड़ का ऑनलाइन फ्रॉड, मच गया हड़कंप, पड़ताल शुरू


 ICC के साथ ₹20 करोड़ का ऑनलाइन फ्रॉड, मच गया हड़कंप, पड़ताल शुरू

खबरों भेजने के लिए वाट्सएप्प पर संपर्क करें @ ANI NEWS INDIA  @  aninewsindia.org

विनय जी. डेविड  9893221036

नई दिल्‍ली. ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud) की खबरें आए दिन आती रहती है. अकसर आम लोग साइबर अपराधियों के झांसे में आकर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई गवां देते हैं. ऑनलाइन से कब और कैसे, कोई ठगा जाए, कहा नहीं जा सकता. अब तो बड़ी-बड़ी संस्‍थाएं भी साइबर फ्रॉड का शिकार हो रही हैं.

ऑनलाइन ठगों ने अब क्रिकेट की वैश्विक संस्था, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC Online Fraud) को ही निशाना बना लिया है. अब इतनी बड़ी संस्‍था के साथ ठग ठगी भी मामूली करने से रहे. स्‍कैमर्स ने पूरे 20 करोड़ का चूना आईसीसी को लगाया है.

हालांकि, आईसीसी ने अभी तक उसके साथ हुई धोखाधड़ी पर कुछ भी नहीं कहा है. लेकिन, क्रिकेट जगत की जानकारियां देने वाली वेबसाइट क्रिकबज की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आईसीसी ने पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है. फिशिंग (Phishing) की इस घटना से आईसीसी में हड़कंप मचा हुआ है और हर कोई सकते में हैं.

फ्रॉडस्टर ने अमेरिका में ICC के एक सलाहकार के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाई. इस ईमेल आईडी से ICC के मुख्य वित्त अधिकारी यानि CFO को 20 करोड़ रुपये से ज्यादा के बिल भेजकर उन्हें भुगतान करने को कहा. CFO दफ्तर झांसे में आ गया और बिल का भुगतान कर दिया. हालांकि, सवाल ये उठ रहा है कि आखिर सीएफओ ऑफिस में किसी ने बैंक अकाउंट नंबर पर ध्‍यान क्‍यों नहीं दिया. हालांकि, ICC इस बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं बोल रही है लेकिन उसने खुद अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है और साथ ही अमेरिका में कानूनी एजेंसियों के पास भी शिकायत दी है

वहीं वरिष्ठ पत्रकार के श्रीनिवास राव ने भी ट्विटर के जरिए इस फ्रॉड की जानकारी दी. अपने ट्विटर हैंडल पर उन्‍होंने लिखा, “आईसीसी के साथ एक जामताड़ा हो गया है.” उन्‍होंने आगे लिखा है कि जो लोग जामताड़ा के बारे में नहीं जानते उन्‍हें बता दूं कि “जामताड़ा” नेटफ्लिक्स पर एक शानदार सीरीज है जो “फ़िशिंग” खतरे के बारे में बताती है.

श्रीनिवास राव ने लिखा है कि आईसीसी के साथ ऑनलाइन फ्रॉड पहली बार नहीं हुआ है. धोखाधड़ी की यह तीसरी या चौ‍थी घटना है. अब कहा जा रहा है कि एफबीआई हालिया घटना की जांच कर रही है.

Saturday, January 14, 2023

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर, हाई कोर्ट ने खेल विभाग को नोटिस जारी किया, 4 सप्ताह में जवाब तलब

  


तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया 


तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया 

विनय जी. डेविड 8989655519

जबलपुर। तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया को नौकरी से बर्खास्त करने याचिका दायर की गई हैं याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आज मध्य प्रदेश राज्य खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, संचालक एवं अन्य को 4 हफ्तों में ये जवाब देने का निर्देश दिया है जिसके बाद मामले पर अगली सुनवाई 27 फरवरी 2023 में की जाएगी। 

हाईकोर्ट में एक याचिका समाजसेवी विनय जी. डेविड ने दायर की है, याचिका में कहा गया है कि मध्यप्रदेश राज्य तीरंदाजी अकैडमी जबलपुर में तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है उक्त प्रकरण की जानकारी छुपाकर रिचपाल शासकीय नौकरी पर काबिज हैं खेल एवं युवा कल्याण अनुबंध सेवा भर्ती (नियोजन एवं सेवा की शर्ते ) नियम 2017 शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जबकि प्रकरण होने के बाद रिचपाल सलारिया को विभाग द्वारा बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी।


तीरंदाजी एकेडमी का कोच रिचपाल सिंह सलारिया खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ 

कोच रिचपाल सिंह सलारिया शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के मुख्य सचिव और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में नियम विरुद्ध तरीके से पदस्थ है कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर याचिका में याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन्होंने अपराधिक प्रकरण की जानकारी छुपाते हुए खेल विभाग में मुख्य कोच की संविदा नौकरी हासिल कर ली है, कोच रिचपाल ने अपराधिक प्रकरण दर्ज होने और न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने की जानकारी, अपने अपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी छिपाकर विभाग के साथ अनुबंध किया। संविदा नियम के अनुसार खेल विभाग को नियुक्ति दिनांक से 15 दिवस के अंदर कोच रिचपाल सिंह सलारिया का चरित्र सत्यापन करवाना अनिवार्य था। जो विभाग के द्वारा भी नहीं कराते हुए रिचपाल सलारिया को नियम विरुद्ध तरीके से संविदा नौकरी पर रखा गया है। प्रस्तुत याचिका में कहा गया है कि संविदा नियम में ऐसे अपराधिक प्रकरण वाले आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त किए जाने का प्रावधान है। परंतु विभाग के आला अधिकारियों ने नियमों के विपरीत नियुक्ति पाने वाले कोच रिचपाल सलारिया को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया है।

न्यायाधीश आनंद पाठक की न्यायालय ने मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक एवं प्रमुख सचिव एवं अन्य को 4 सप्ताह में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया

पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सिंह सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 - सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. और अभी वर्तमान में न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। यह जानकारी रिचपाल द्वारा छुपाते हुए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक के साथ 19 मई 2021 को अनुबंध हस्ताक्षर किए । इस अपराधिक प्रकरण में 4 नवंबर 2022 को माननीय न्यायालय में सुनवाई हुई एवं आगामी फरवरी माह में पेशी नियत है.

याचिकाकर्ता ने निम्नलिखित याचिका में न्यायालय से प्रार्थना की है कि रिचपाल सलारिया का अनुबंध कोच/तकनीकी विशेषज्ञ के पद से हटाने/समाप्त करने के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग संचालक को निर्देशित करें। अनुबंध समझौते को रद्द कर दिया जाए और निष्पक्ष जांच और कानून के अनुसार नियम विरुद्ध तरीके से नौकरी प्राप्त करने वाले रिछपाल सिंह सलारिया कोच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और प्राधिकरण को वसूली के लिए निर्देशित किया जाए जिस पर माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने सुनवाई करते हुए न्यायाधीश आनंद पाठक की न्यायालय ने कि न्यायालय ने मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संचालक एवं प्रमुख सचिव एवं अन्य को 4 सप्ताह में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है, याचिकाकर्ता की ओर से याचिका की पैरवी अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने की ।

याचिकाकर्ता
विनय जी. डेविड 9893221036

Sunday, November 6, 2022

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज, शासकीय नियमों की उड़ रही धज्जियां

 


जबलपुर, तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज है, शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए वो भी खेल मंत्री और संचालक की कृपा से लगातार मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में मैं अपना कार्यकाल पूरा कर रहा है, आखिर शासकीय नियम के विरुद्ध इनको नौकरी से क्यों नहीं बर्खास्त किया गया यह बताने वाला कोई सक्षम अधिकारी सामने नहीं आ रहा है. वही सारी जानकारी छुपा कर के विभाग से तनखा के नाम पर ले जा रही है मोटी रकम आखिर जब यह प्रकरण उजागर होगा तब यह नियम विरुद्ध दी गई तनख्वाह की वसूली कैसे की जाएगी.

पुलिस डायरी के अनुसार लॉर्डगंज थाने में 12 जनवरी 2021 को अपराध क्रमांक 38 / 2021 धारा 294, 223, 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ, मुकदमा दर्ज होने के बाद रिछपाल सलारिया की गिरफ्तारी हुई एवं उसके खिलाफ माननीय न्यायालय कोर्ट नंबर और जज 22 – सिविल जज क्लास- I और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक प्रताप सिंह की अदालत में 23 जून 2021 को आरसीटी 3314 / 2021 चालान पेश किया गया. इस प्रकरण में 4 नवंबर 2022 को माननीय न्यायालय की हैं पेशी नियत है. परंतु जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी जबलपुर आशीष पांडे को सूचना दी तो उनका कहना है कि हमको क्या करना है हमें तो प्रकरण की जानकारी नहीं है इसलिए हम जब आप भी यही देते हैं कि इस पार्सल आर्य के ऊपर कोई प्रकरण दर्ज नहीं है परंतु इनके द्वारा लोकल क्षेत्र थाना लार्डगंज थाने में दर्ज प्रकरण दिखाई नहीं दे रहा.

तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह सलारिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी शासकीय नौकरी पर काबिज, शासकीय नियमों की उड़ रही धज्जियां

पूर्व डीएसओ ने संचालक खेल विभाग को प्रकरण की गलत जानकारी
जबलपुर खेल और युवा कल्याण विभाग जिला जबलपुर के डीएसओ ने 2021 मैं एक प्रमाण पत्र जारी कर अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद भी रिचपाल सलारिया को क्लीन चिट देते हुए संचालक खेल भोपाल को गलत जानकारी से अवगत कराया था कि रिछपाल सलारिया के ऊपर किसी भी प्रकार का कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं है उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर रिचपाल सलारिया ने बकायदा भोपाल से नई पदस्थापना प्राप्त कर ली और एग्रीमेंट करके आज मध्यप्रदेश तीरंदाजी अकैडमी में प्रमुख कोच के पद पर पदस्थ हैं.

अगली कड़ी में कौन है वह अधिकारी जिसने अपराधिक प्रकरण दर्ज होते हुए रिछपाल सिंह सलारिया को क्लीन चिट दी है

Monday, September 19, 2022

मध्य प्रदेश खेल विभाग केंद्र मंत्री श्री अर्जुन मुंडा के भी पत्र को नहीं देता तवज्जो, 2 वर्ष में भी नहीं कर पाये कार्रवाई

नेशनल कोच रिचपाल सलारिया, छात्रों के साथ दबाव बनाकर अनैतिक फोटोग्राफर वीडियो बनाए गए


जबलपुर . मध्य प्रदेश खेल विभाग केंद्र मंत्री श्री अर्जुन मुंडा के भी पत्र को नहीं देता तवज्जो, नेशनल कोच रिचपाल सलारिया के मामले में अर्जुन मुंडा के पत्र पर 2 वर्ष में भी नहीं कर पाया कार्रवाई, जांच करना तो दूर अन्य सुविधाएं अलग से उपलब्ध कराई

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी को प्रेषित केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा एवं अध्यक्ष आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा लिखे गए पत्र ( 11 जुलाई 2020 ) एवं मध्य प्रदेश अध्यक्ष तीरंदाजी संघ एवं श्री गिरजाशंकर शर्मा द्वारा प्रस्तुत किए गए पत्र ( 08 अगस्त 2020 ) पर क्या क्या कार्रवाई की गई.

शिवराज सिंह चौहान जी को प्रेषित केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा एवं अध्यक्ष आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा लिखे गए पत्र



नेशनल कोच रिचपाल सलारिया जबलपुर के मामले में खेल विभाग में अनेकों शिकायत होने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई करने से बच रहा है।

तीरंदाजी में विजेता छात्राओं के साथ इन प्रशिक्षकों के द्वारा विभाग टूर्नामेंट में अवसर प्रदान करने के नाम पर में शारीरिक शोषण किया जा रहा हैं, कुछ छात्रों के साथ दबाव बनाकर अनैतिक फोटोग्राफर वीडियो बनाए गए हैं। जिसकी शिकायत संबंधित आप सभी अधिकारियों को पूर्व में दी जा चुकी है, इस जानकारी को प्राप्त करने के बाद विभाग द्वारा क्या कार्रवाई की गई।

नेशनल कोच रिचपाल सलारिया जबलपुर


जबलपुर आर्चरी विभाग पिछले 2 सालों से विवादों में पड़ा है एक कोच के चक्कर में पूरा विभाग बदनाम हो रहा है, जबलपुर में पदस्थ नेशनल कोच रिचपाल सलारिया पर केंद्रीय मिनिस्टर श्री अर्जुन मुंडा तक ने जांच के लिए पत्र जारी किए, परंतु मध्य प्रदेश खेल विभाग ने उनको भी बाबाजी का ठुल्लू दिखा दिया।
इस बात का जवाब नहीं है खेल संचालक एवं विभाग के मंत्री के पास

Tuesday, February 16, 2021

स्वर्ण पदक विजेता से अवैध संबंध पर बबाल : नेशनल तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह छात्रा संग अय्याशी में डूबा, बिखरा परिवार

 
नेशनल तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह की पीड़ित पत्नी मोहिनी सलारिया
 

ANI NEWS INDIA // विनय जी. डेविड 9893221036

भोपाल : तीरंदाजी के राष्ट्रीय कोच रिछपाल सिंह सलारिया को रानीताल स्पोर्ट्स क्लब स्टेडियम में अपनी पत्नी के साथ ना सिर्फ स्वयं मारपीट की बल्कि अपने छात्राओं से भी मारपीट करवाई. इस दौरान मौके पर मौजूद मीडिया से भी कोच और उनके छात्राओं ने अभद्रता करने की कोशिश की, स्पोर्ट्स क्लब में काफी देर तक हुए हाईप्रोफाइल हंगामे के बाद मौके पर पहुंची लार्डगंज थाना पुलिस ने महिला को शिकायत दर्ज करवाने के लिए उसे अपने साथ ले आई.परन्तु प्रकरण दर्ज करने में सेटिंग कर ली. 

पत्नी ने कोच पति पर लगाए संगीन आरोप

कोच पत्नी आज शाम जम्मू से अचानक जबलपुर आई और सीधे वह रानीताल स्पोर्ट्स क्लब में जाकर अपने पति से मिलने पहुंच गई. महिला के पति ने उससे बात करने की वजह मारपीट करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं मौके पर मौजूद इस खबर को कवर कर ही मीडिया से भी कोच और उसकी छात्राओं ने अभद्रता की. कोच की पत्नी का आरोप है कि उसके पति का आर्चरी की छात्रा के मुस्कान किरार के साथ  नाज़ायज संबंध है. इतना ही नहीं महिला ने यह भी कहा कि उसने दिल्ली में दोनों को रंगे हाथों पकड़ा था.

रिचपाल कोच का एक दिव्यांग बेटा, बेटी माँ मोहिनी सलारिया के साथ

रिचपाल कोच का एक दिव्यांग बेटा, बेटी भी स्कूल नहीं जाती, बच्चों की नहीं करता देख-रेख

तीरंदाजी कोच रिछपाल की पत्नी ने बताया कि उसका एक दिव्यांग बेटा है, जो कि हमेशा बीमार रहता है. लेकिन उनके पति ना ही कभी अपने बेटे पर ध्यान देते हैं और बेटी भी स्कूल भी नहीं जाती है,  बच्चों की नहीं करता देख-रेख ही नहीं करता, महिला का यह भी आरोप था कि उसका पति जबरन उसे तलाक देना चाहता है, जबकि जम्मू कोर्ट में केस चल रहा है. कोर्ट ने ही जो खर्चा राशि तय की है वह भी समय से नहीं देता।

mohini salariya Richpal Singh (Twitter @RichpalSingh01 ) with family
https://twitter.com/richpalsingh01


हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस, रिचपाल पर एफ आई आर दर्ज 

रानीताल स्पोर्ट्स क्लब में हुए इस हाईप्रोफाइल हंगामे में जमकर विवाद हुआ. इधर विवाद की सूचना मिलते ही लार्डगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला की शिकायत दर्ज कराने को लेकर थाने ले गई. इस पूरी घटना को अंजाम देने के बाद कोच मौके से फरार हो गए और रिचपाल पर एफ आई आर दर्ज कर ली है परन्तु एक माह बीत जाने के बाद भी कोच को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी, फरार कोच जबलपुर में ही मस्ती मार रहा है, रानीताल स्टेडियम में इसका आजा जाना चालू है।

नेशनल तीरंदाजी कोच रिचपाल सिंह और मुस्कान किरार भारतीय तीरंदाज

संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों भी मोन, पीड़ित पत्नी से नहीं मिलना चाहते संचालक पवन जैन 

मोहनी की जहां तक बात है वह संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों से करीब ढाई साल से अपने पति के कृत्यों के साथ स्वयं का परिवार टूटने से बचाने की गुहार लगा रही है लेकिन उसे आश्वासन मिलने के अलावा कुछ भी नसीब नहीं हुआ। अधिकारियों की हीलाहवाली के चलते प्रशिक्षक का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया कि उसने पत्नी से छुटकारा पाने के लिए जम्मू की अदालत में वाद भी दायर कर दिया। इतना ही नहीं उसने खेल अधिकारियों को झूठे शपथ-पत्र से भ्रमित कर मामले को रफा-दफा करने की भी नापाक कोशिश की। संचालनालय खेल भोपाल के आला अधिकारियों भी मोन है पीड़ित पत्नी से नहीं मिलना चाहते संचालक पवन जैन, विभाग में चल रही ऐय्याशी पर इनको कुछ सुनना पसंद नहीं। 

मुस्कान किरार खिलाड़ी और प्रशिक्षक रिचपाल सिंह पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर किया था, तीन दिन गायब था ये जोड़ा
 

मुस्कान किरार खिलाड़ी और प्रशिक्षक  रिचपाल सिंह पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर किया था, तीन दिन गायब था ये जोड़ा 

पिछले साल प्रशिक्षक और उसकी शिष्या को भारतीय खेल प्राधिकरण के रोहतक (हरियाणा) केन्द्र में लगे जूनियर नेशनल कैम्प से एक साथ 21 से 24 जुलाई, 2019 तक गायब रहने की भी खूब चर्चा रही। तब साई ने इस वाकये के सिलसिले में शिविर से सम्बन्धित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद फैसला किया गया कि खिलाड़ी और प्रशिक्षक पर अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए शिविर से बाहर कर दिया जाए। साई ने तीरंदाज और प्रशिक्षक को भेजे गए पत्र में लिखा था कि नेशनल कैम्प में अनुशासन का ध्यान रखना सबसे अहम है और सक्षम अधिकारियों ने इसे गम्भीरता से देखा जिससे अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत आपका नाम मौजूदा नेशनल कैम्प से तुरंत प्रभाव से हटाया जाता है। एक साल पूर्व के इस मामले से खेल विभाग के साथ ही जबलपुर का हर सदस्य वाकिफ है लेकिन मोहनी सलारिया की मदद करने की बजाय उसे फुटबाल बना दिया गया। इसे दुर्भाग्य कहें या कुछ और जिस प्रशिक्षक का मध्य प्रदेश तीरंदाजी एकेडमी से चार साल का अनुबंध 28 फरवरी, 2020 को ही समाप्त हो चुका है, उसका नाम विभाग द्वारा द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है।

Archer Muskan Kirar
 

कौन है मुस्कान किरार मुस्कान किरार 

मुस्कान किरार एक भारतीय तीरंदाज है।  28 अगस्त 2018 को इंडोनेशिया में हुए महिलाओं के तीरंदाजी कंपाउंट इवेंट में सिल्वर मेडल लाने वाली भारतीय टीम का वो हिस्सा रहीं। मुस्कान मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली हैं। उन्होंने हाल ही में बैंकाक में हुए महिला कंपाउंड - तीरंदाजी एशिया कप में स्वर्ण पदक भी जीता। 

Archer Muskan Kirar
 
भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए चैम्पियनशिप के कम्पाउण्ड स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में मुस्कान किरार ने 139 अंक प्राप्त किए और मलेशिया की खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक अर्जित किया। मुस्कान किरार 2016 से मध्यप्रदेश में तीरंदाजी का प्रशिक्षण ले रही हैं तथा रिछपाल सिंह सलारिया उनके कोच हैं।

Friday, June 12, 2020

खिलाडिय़ों ने चंदा कर बदली बास्केट बाल मैदान की सूरत, नए खिलाडिय़ों को मिलेगा अच्छे मैदान का फायदा

खिलाडिय़ों ने चंदा कर बदली बास्केट बाल मैदान की सूरत, नए खिलाडिय़ों को मिलेगा अच्छे मैदान का फायदा

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल 
खिलाडिय़ों द्वारा मैदान पर रंग-रोगन करवाया गया
मुलताई। नगर के एक्सीलेंस स्कूल में बदहाल पड़े बास्केट बाल मैदान की सुध कोई नहंी ले रहा था, नगर के कुछ युवक यहां सुबह-शाम बास्केट बाल खेलने जाते थे, लेकिन बदहाल मैदान की हालत देख, इस पर खेलने का मन नहीं होता था। इन खिलाडिय़ों ने आपस में राशि का चंदा कर अब 15 दिनों में इस मैदान की सूरत बदल दी है। पूरे मैदान की सफाई के साथ, मैदान पर रंग-रोगन करवाकर इसे आकर्षक बना दिया है। खिलाडिय़ों का कहना है कि यदि मैदान पर लाइट की व्यवस्था हो जाए तो अंधेरा होने के बाद भी यहां खेला जा सकता हैै।
नगर के एक्सीलेंस स्कूल के खेल मैदान से कई बड़े-बड़े खिलाड़ी निकले हैं, वहीं इस स्कूल के कई छात्र आर्मी, नेवी सहित पुलिस एवं रेल्वे विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आर्मी से रिटायर्ड होकर आए कैलाश जैन भी पहले इसी मैदान पर खेला करते थे, लेकिन वापस मुलताई आने पर जब उन्होंने इस मैदान की खराब हालत देखी तो वह दुखी हो गए। वह युवाओं को बास्केट बाल खेलना सिखाते हैं, उनके साथ खिलाडी योगेश दुबे,सचिन पाल,हिमांशु खातरकर,किसन यादव,उजवल सिंग,आकाश माहोरे,विशाल भारती,आलेख आदि इसी मैदान पर खेलते है।
सभी खिलाडिय़ों ने मैदान की हालत बदलने का संकल्प लिया। सभी ने चंदा जमा किया और लगभग 16 हजार रुपए की राशि जमा की। इसके बाद मैदान पर रंग-रोगन सहित बास्केट आदि लगवाकर मैदान को चका-चक कर दिया। खिलाडिय़ों द्वारा मैदान में साफ-सफाई भी की गई। कोच कैलाश जैन ने बताया कि स्कूल का यह मैदान एतिहासिक है, यहां से कई खिलाड़ी एवं अधिकारी निकले हैं। ऐसे में नई पीढि़ को भी इसका लाभ मिले, इसलिए सभी के सहयोग से इस मैदान की हालत सुधारी गई है। सभी खिलाडिय़ों ने प्रशासन से आग्रह किया हैे कि मैदान में लाइट की व्यवस्था की जाए।

Monday, June 8, 2020

भोपाल में बैडमिंटन, टेनिस, हॉकी और ट्रायथलॉन खेलों की आज से शुरुआत, यह होंगी शर्ते एवं सावधानियाँ

भोपाल में बैडमिंटन, टेनिस, हॉकी और ट्रायथलॉन खेलों की आज से शुरुआत, यह होंगी शर्ते एवं सावधानियाँ
TOC NEWS @ www.tocnews.org
भोपाल // विनय जी. डेविड 9893221036 
इन खेलों में 15 से 30 वर्ष तक के खिलाड़ी हो सकेंगे शामिल
भोपाल में मंगलवार 9 जून, 2020 से बैडमिंटन, टेनिस, ट्रायथलॉन और हॉकी खेलों की शुरुआत की जा रही है। दूसरे चरण में प्रारंभ होने वाले इन खेलों में 15 से 30 वर्ष तक आयु समूह के खिलाड़ी ही भागीदारी कर सकेंगे। टीटी नगर स्टेडियम में टेनिस, बैडमिंटन और ट्रायथलॉन खेलों में खिलाड़ी अभ्यास करेंगे, जबकि हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम पर हॉकी खेल का अभ्यास करेंगे। कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत खेल एवं युवा विभाग द्वारा गाइड लाइन तैयार की गई हैं जिसमें खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों को शामिल किया गया है।

खेल गतिविधियों की मानक संचालन प्रक्रिया

बैडमिंटन एवं टेनिस (अभ्यास के दौरान ट्रेनिंग पार्टनर में बदलाव नही किया जावेगा)। ट्रायथॉन (स्वीमिंग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगी, रनिंग,सायक्लिंग तथा आउटडोर कंडिशनिंग की जा सकेगी)। हॉकी अभ्यास के दौरान “अभ्यास मैच” की अनुमति नही होगी। व्यक्तिगत स्किल अभ्यास किया जा सकेगा। मैदान को चार भागों में विभाजित कर अभ्यास किया जा सकेगा। खिलाड़ियों के समूह में खिलाड़ियों की अदला-बदली नहीं की जा सकेगी। खिलाड़ियों को टेक्लिंग एवं बॉडी ब्लोकिंग अभ्यास नही कराया जायेगा।

बैडमिंटन, टेनिस, ट्रायथलान एवं हॉकी खिलाड़ियों के लिये सामान्य शर्ते एवं सावधानियाँ

स्टेडियम में 15 से 30 वर्ष तक के खिलाड़ियों को प्रवेष दिया जायेगा। डे-बोर्डिंग के वर्तमान खिलाड़ी तथा राज्य स्तर पर प्रतिभागिता करने वाले वर्तमान खिलाड़ियों को ही द्वितीय चरण में प्रवेश दिया जायेगा। खेल गतिविधि प्रारंभ करने से पूर्व 09 जून को सायंकाल 04:00 बजे मेजर ध्यानचंद हॉल में प्रषिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इसमें माइक्रो बायोलाजिस्ट एवं सैनिटाइजेशन एक्सपर्ट डॉ. दीपेश अवस्थी खिलाड़ियों को कोविड-19 संक्रमण के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण देंगे।
प्रत्येक खिलाड़ी की प्रत्येक सत्र से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रहेगी। प्रत्येक खिलाड़ी को कोविड-19 टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। एक समय में अधिकतम 10 खिलाड़ी ही अभ्यास हेतु प्रवेश ले सकेंगे। खेल परिसर में कन्टेनमेंट क्षेत्र (हॉट स्पाट)/बफर जोन के खिलाड़ी का प्रवेश निषेध रहेगा। खेल परिसर में कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत ए तथा एक स्थान वायरल लोड को ध्यान में रखते हुए वॉकिंग, जॉगिंग, योगा एवं अन्य व्यायाम करने हेतु नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी। आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करना अनिवार्य होगा अर्थात प्रशिक्षण के दौरान दो मीटर का डिस्टेन्स रखना होगा तथा किसी भी स्थिति में एक स्थान पर भीड़ अथवा अधिक संख्या में एकत्र होना वर्जित होगा। प्रशिक्षण के दौरान उपयोग होने वाले खेल उपकरण को आपस में अदला बदली करके उपयोग नही किया जावेगा।
कोविड-19 संक्रमण से बचाव संबंधी गाइड लाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित
खेल परिसर में प्रवेश के समय खिलाड़ी के हाथ, पैर को सेनेटाईज करना आवश्यक होगा तथा यह भी अनिवार्य होगा कि खिलाड़ी अपने खेल संबंधी शूज पृथक से लेकर आयेगा तथा वह खेल प्रारंभ करने के पूर्व उसका उपयोग करेगा। खिलाड़ी को अपनी व्यक्तिगत किट (प्लेइंग किट एवं चेंजिंग किट, वाटर बाटल, अतिरिक्त टी-शर्ट, टॉवल, ट्रेनिंग शूज, सेनेटाईजर,) लाना एवं अभ्यास सत्र के पूर्व एवं पश्चात चैंज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के दौरान खेल मैदान/उपकरण को प्रशिक्षण से पूर्व एवं बाद में सेनेटाईज किया जावे। प्रत्येक खिलाड़ी ने एक घण्टा वास्तविक अभ्यास हेतु समय प्रशिक्षक द्वारा आवंटित किया जा सकेगा।
प्रशिक्षण समाप्त होने के तत्काल बाद खिलाडियों को खेल मैदान छोडकर जाना अनिवार्य होगा। मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जावेगा। खेल परिसर में प्रवेश से पूर्व खिलाडियों की इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगा।इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग से तात्पर्य ऐसी टेम्प्रेचर डिवाईस जो गैर सम्पर्क तरीके से खिलाड़ी का ट्रेम्प्रेचर माप सके। समस्त खिलाडी जो खेल परिसर में अभ्यास करना चाहते है। उन्हे आवश्यक रूप से सहमति पत्र प्रस्तुत करना होगा जिसमें स्पष्ट रूप से यह लेख होगा कि यदि वह अभ्यास के दौरान संक्रमण से ग्रसित होते है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी खिलाडी की होगी। साथ ही खिलाड़ी को कोविड संक्रमण से बचाव के निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा।
खेल परिसर मे अभ्यास के दौरान थूंकने, नाक छिनकना, पसीना, छिड़कना अनावश्यक रूप से स्वयं के चेहरे को छूना प्रतिबंधित रहेगा। यदि खिलाड़ी को ऐसी चोट लगी हो जिसमें उसका शरीर कटा अथवा छिला हो ऐसे खिलाड़ी का परिसर में प्रवेश वर्जित रहेगा। खिलाड़ी को अभ्यास के पश्चात् घर पहुचने पर नहाना अनिवार्य होगा। कोविड-19 के लक्षण दिखायी देने पर खिलाड़ियो को तत्काल इसकी सूचना स्टेडियम प्रशासन को देना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक शौचालय एवं पीने के पानी के स्थान को यथा संभव स्वच्छ रखने का प्रयास किया जावे वहां पर भी सोशल डिस्टेन्सिंग का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा। खेल परिसर में ए.सी. का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। खिलाड़ी को अपने निर्धारित समय से 30 मिनिट पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति देना आवश्यक होगा। जिम पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। उक्त नियमों का पालन न करने वाले खिलाड़ी तत्काल परिसर में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया जावेगा।

प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टॉफ हेतु सामान्य शर्ते एवं सावधानियाँ

कोविड-19 का टेस्ट कराने के उपरान्त ही खेल परिसर/स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति रहेगी। खेल परिसर में कन्टेन्मेंट क्षेत्र (हॉट स्पाट) बफर जोन के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ का प्रवेश निषेध रहेगा। खेल परिसर में विभाग द्वारा संचालित खेल अकादमियों में कार्यरत प्रशिक्षकों, स्टेडियम में कार्यरत प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टाफ को ही प्रवेश की अनुमति होगी। प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को कोविड संक्रमण से बचाव हेतु आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना अनिवार्य होगा। आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जावेगा।
प्रत्येक अभ्यास सत्र के पूर्व प्रत्येक खिलाड़ी/प्रशिक्षकों/सहायक स्टाफ की इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग एवं हाथ-पैर को सेनेटाईज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण स्थल, उपकरण, प्रशिक्षण सामग्री आदि अभ्यास के पूर्व एवं पश्चात् संक्रमण मुक्त करवाना प्रशिक्षक की जिम्मेदारी होगी।

प्रशिक्षक को खिलाड़ियों के प्रवेश एवं निर्गम का रिकार्ड उपस्थिति पंजी में पृथक से रखना अनिवार्य होगा।

प्रशिक्षक को ट्रेनिंग प्रोग्राम, समय-सारणी तैयार करना होगा, जिसमें यह सुनिश्चित किया जावेगा कि एक समय में अधिकतम 10 से अधिक खिलाड़ी अभ्यास न करें। परिसर में आने वाले खिलाड़ी, प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ में कोविड-19 के लक्षण दिखायी देने पर संबंधित प्रशिक्षक तत्काल इसकी सूचना स्टेडियम प्रशासक एवं कोविड टास्क फोर्स को अनिवार्य रूप से देगा। संबंधित प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को अपने निर्धारित समय से 45 मिनिट पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति देना आवश्यक होगा। जिम पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। खिलाड़ियों के लिये बनाये गये दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन कराने का दायित्व संबंधित प्रशिक्षक का होगा।

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news