Thursday, August 26, 2010

क्या यह अफगानी महिलाओं का भविष्य है?

पंकज बेंगाणी -
समाज जिस महिला की तस्वीर आप देख रहे हैं उसका नाम है बीबी आयशा. इस अफगान महिला का यह चित्र अमेरीका की मशहूर समाचार पत्रिका टाइम के मुखपृष्ठ पर प्रकाशित हुआ. मुखपृष्ठ का शीर्षक था -क्या होगा अगर हम अफगानिस्तान से चले जाएंगे. इस वाक्य के बाद कोई प्रश्नचिह्न नही लगा था जो काफी महत्वपूर्ण है. तो क्या यह माना जाना चाहिए कि अफगानी महिलाओं का भविष्य अंधकारमय है और तालिबान का शासन खत्म हो जाने के बाद भी उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है? इस सवाल का जवाब हाँ और ना दोनों ही है. ऊपरी तौर पर तालिबान आज अफगानिस्तान की सत्ता से बाहर हैं परंतु कथित तौर पर जनता के द्वारा चुनी हुई हामिद करज़ई के नैतृत्व वाली सरकार का आधार भी कोई बहुत बडा नहीं है और ना ही उसका पूरे देश पर नियंत्रण भी है. काबुल के बाहर का अफगानिस्तान काफी अलग है और वहाँ कबिलाई राज चलता है. ये कबीले तालिबान सहित कई कट्टरपंथी तत्वों के आदेशानुसार चलते हैं. तालिबानी शासन के खात्मे के बाद से अफगानिस्तान की स्थिति में सुधार तो आया है परंतु काबुल के बाहर इस्लामी कट्टरपंथ के बढ रहे व्याप को महसूस किया जा सकता है. महिलाएँ पहले से अधिक स्वतंत्र जरूर हुई हैं. कुछ महिला मंत्री पद तक भी पहुच चुकी है. परंतु यह बदलाव ऊपरी तौर पर ही आया हुआ लगता है. अंदरूनी वास्तविकता काफी अलग और भयावह है. अफगानिस्तान में कट्टरपंथ हावी हो रहा है और बीबी आयशा ऐसे ही कट्टरपंथ की शिकार हुई है. जब वह 12 वर्ष की थी तब उसके पिता ने उसे तथा उसकी बहन को एक तालीबानी लड़ाके को सौंप दिया था. उसके पिता के हाथों बीबी आयशा के होने वाले पति के एक रिश्तेदार का कत्ल हो गया था और उसकी भरपाई आयशा का हाथ तालीबानी लड़ाके के हाथ में देकर पूरी की गई. वह लडाका आयशा को अर्गुज़ान ले गया जहाँ उसने उसके साथ विवाह किया. उस तालिबानी अधिकतर समय 'इस्लामÓ के कथित दुश्मनों से लडऩे में ही जाता था और बीबी आयशा पर उस तालिबानी के परिवार वाले अत्याचार करते थे. एक दिन आयशा घर छोड कर भाग गई और कंदहार पहुँच गई. एक वर्ष तक वह छिपती रही परंतु एक दिन उस तालिबानी लड़ाके ने उसे ढूंढ निकाला और उसे अर्गुजान ले आया. इस्लामिक और कबिलाई रीति रिवाजों के अनुसार उस लड़ाके की नाक कट चुकी थी और उसकी भरपाई उसने आयशा के नाक और कान काट कर की. इस जघन्य कृत्य के बाद उसने आयशा को घायल अवस्था में ही छोड़ दिया. आयशा को याद नहीं कि वह कैसे वहाँ से भाग खड़ी हुई और अमेरीकी सहायता कार्यकर्ताओं की नजर में आई. ये कार्यकर्ता आयशा को एक सहायता केन्द्र ले आए. आयशा की जान बच गई परंतु उसका चेहरा बिगड चुका था. अफगानिस्तान में अमेरीकी और ब्रिटिश स्वयंसेवी संस्थाओं ने अपनी अपनी सरकारों की मदद से ऐसे कई सहायता केन्द्र खोल रखे हैं जहाँ त्याग दी गई, तलाक दे दी गई या अत्याचार की शिकार महिलाओं को रखा जाता है और उन्हें अपने पैरों पर खडे होने की शिक्षा दी जाती है. वहाँ वे काम करती हैं और नई नई विधाएँ सिखती है. भारत की सेवा नामक संस्था भी ऐसा ही कार्य करती है. परंतु ये सहायता केन्द्र भी अब कट्टरपंथियों की आँख की किरकिरी बनते जा रहे हैं. ये कट्टरपंथी इस तरह से प्रचार करते हैं कि अमेरिकियों ने सहायता केन्द्र के नाम पर वेश्यालय खोल रखे हैं और अफगानी महिलाओं का शोषण कर रहे हैं. अफगानिस्तान के एक टीवी चैनल नूरीन टीवी पर प्रतिदिन 1 घंटे का सनीसनीखेज कार्यक्रम प्रसारित होता है. एक कट्टरपंथी द्वारा प्रस्तुत यह कार्यक्रम स्टिंग ओपरेशन के सहारे यह दिखाता है कि समाज में क्या गलत हो रहा है. ऐसी ही एक रिपोर्ट में दिखाया गया कि कैसे अमेरिकी अधिकारी इन सहायता केन्द्रों को वेश्यालय बना रहे हैं. हालाँकि पूरी रिपोर्ट के दौरान ऐसा एक भी फूटेज नहीं दिखाया गया जो इस बात को साबित कर सके. परंतु इसका जमकर प्रचार किया गया. उधर अफगानी महिलाओं के लिए एक तरफ कुँआ और दूसरी तरफ खाई जैसी स्थिति हो गई है. वे कट्टरपंथ की शिकार हो रही हैं और उनके लिए सहायता केन्द्रों में रहना भी मुश्किल हो रहा है. उधर कई लोग ऐसे भी हैं जो मानते हैं कि अमेरीका अफगानिस्तान छोडना नहीं चाहता और बीबी आयशा जैसी महिलाओं के उदाहरणों का इस्तेमाल कर गलत प्रचार कर रहा है. ऐसी महिलाओं को ढाल बनाकर भावनात्मक ब्लैकमेलिंग की जा रही है. वास्तविकता चाहे जो हो परंतु बीबी आयशा के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है, तालिबानी शासन के दौर में भी और आज के अपेक्षाकृत मुक्त अफगानिस्तान में भी. फिलहाल आयशा अमेरीका में अपनी कॉस्मेटिक सर्जरी करवा रही हैं. एक संस्था ने इसका पूरा खर्च उठाने का बीड़ा उठाया है. परंतु आयशा अकेली नहीं है, ऐसी हजारों महिलाएँ अफगानी कट्टरपंथी समाज की जेल में कैद है.च

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news