सिटी चीफ // मुकेश तिवारी (बालाघाट // टाइम्स ऑफ क्राइम) प्रतिनिधि से सम्पर्क 9301220500
बालाघाट जिले के मुख्यालय से लगभग 50-60 किलो मीटर नक्सली प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस रेज के आई.जी श्री सी.वी. मुनिराजू एवं एस.पी. संजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पदयात्रा की।पुलिस विभाग को उद्देश्य नक्सलवादियों से लडऩा या चेताना नहीं था अपितु इन संवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे 6 लोगों की बुनियादी समस्याओं से मुखातिब होना एवं शासन द्वारा चलाये जा रहे नक्सली उन्मूलन तहत विकास योजनाओं की जानकारी देना एवं जनता को जाग्रत करना था।प्राप्त समाचारों के मुताबिक यह जनचेतना तीन दिवसीय थी। इसमे लगभग 100 किलोमीटर पुलिस के हमरारह जवानों के साथ पैदल मार्च किया गया। यात्रा डाबरी होते हुए झकुरडा पहुंची ग्रामीणों से चर्चा उपरांत अधिकारियों ने भोजन एवं रात्रि विश्राम उसी गांव में किया। अगले दिन का पडारव विलालकसा होते हुए जैतपुरी पहुंचे एवं उसके बाद ग्राम पितकोना पुलिस को सेंदल पहुंचे। पुलिस के सेंदल पहुंचते ही ग्रामीण बैगा डर के भारी भीड़ में पुलिस से चर्चा की।जनता ने गिनायी समस्याएंनक्सली क्षेत्र में निवासरत ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं गिनाई। जनता ने बताया कि क्षेत्र का विकास अवरूद्ध पड़ा है। नाला बना था किंतु एक वर्ष में ही टूट गया। सड़कों का निर्माण कुछ जगह हुआ किंतु अब सड़के उखड़ गई है। गांवों में बिजली की समस्याएं है। बिजली पहुंचाने के लिए प्रशासन ने राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना में प्रस्ताव भेजे है। किंतु आज तक प्रस्ताव लंबित पड़े है। स्कूलों में मास्टर है किंतु माह में दो-चार दिन ही आते है। किंतु मध्याहन भोजन स्कूलों में बनता है, बच्चे सिर्फ भोजन करने स्कूल जाते है। पढ़ाई से छात्रों का दूर दूर तक नाता नहीं है। पुलिस द्वारा बच्चों से सवाल किये गये। किंतु पांचवीं के छात्रों को अ का ज्ञान नहीं है। सड़के बनाने वाली निर्माण ऐजेंसी का ये आलम है कि वे सिर्फ एक बरसात ही सहन कर पाती है। बड़े अधिकारी इन क्षेत्रों को दौरा नहीं करते इसलिए सड़कों का रख-रखाव एवं मेंटनेंस नहीं होता है।