लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना ग्वालियर द्वारा लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री और उप यंत्री के विभिन्न स्थानों पर आज मारे गए छापे में एक-एक करोड़ की सम्पत्ति का पता चला है। दोनों इंजीनियरों के विरूद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उनके निवास की तलाशी ली गई।
लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री आलोक चतुर्वेदी वर्तमान में सड़क विकास निगम भोपाल में उप महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत है। लोकायुक्त पुलिस ने उनके जाटखेड़ी, होशंगाबाद रोड स्थित निरूपम रायल पाम कालोनी के निवास की तलाशी में उक्त कालोनी में दो डुपलेक्स मकान का होना पाया। इसके साथ ही मानसरोवर काम्पलेक्स में एक दुकान, नारायण बिहार (होशंगाबाद रोड) में पत्नी के नाम निर्मित चार मंजिले भवन में संचालित ममता र्गल्स होस्टल, जाटखेड़ी में 0.25 एकड़ जमीन और इंडिका कार, मोटर साइकिल एवं नगद राशि भी प्राप्त हुई है। छापे में प्राप्त हुई चल अचल संपत्ति का अनुमानित मूल्य लगभग एक करोड़ 94 लाख रुपये आंका गया है। कार्यपालन यंत्री के निवास की तलाशी की कार्यवाही जारी है। तलाशी में एक बैंक लॉकर की चाबी भी जप्त हुई है, जिसे बाद में खोला जायेगा।
लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना ने विदिशा के उप यंत्री राम निवास शर्मा के विरूद्ध भी प्रकरण दर्ज कर शिवपुरी की नरेन्द्र नगर कालोनी स्थित उनके मकान एवं विदिशा की अरिहंत बिहार कालोनी स्थित किराये के मकान की तलाशी ली। तलाशी में पांच डम्पर, एक बोलेरो कार, एक रिट्ज कार, एक टाटा सफारी, एक जे.सी.बी. मशीन, दो ट्रेक्टर, दो दुपहिया वाहन का होना पाया गया। इसके अलावा आरोपी के पास सलामतपुर में डामर प्लांट का लगा होना तथा भोपाल की पंचवटी कालोनी में किराए के निवास की भी जानकारी मिली है। जिनकी तलाशी होना अभी शेष है। छापे में प्राप्त चल-अचल सम्पत्ति का अनुमानित मूल्य एक करोड़ रूपये से अधिक आंका गया है।