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बालाघाट। मलाजखंड थानांतर्गत ग्राम पौनी में दामोदर मेश्राम 50 वर्ष की हत्या उसकी तलाकशुदा पत्नि के प्रेमी ने अपने दोस्त के साथ की थी। मलाजखंड पुलिस ने 6 दिनों के भीतर इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए दामोदर मेश्राम की हत्या में शामिल उसकी तलाकशुदा पत्नि हिरकनबाई और उसके प्रेमी के दोस्त खुशलाल नेवारे ग्राम करमसरा निवासी को गिरफ्तार कर लिया जबकि इस महिला का प्रेमी विकासराय फरार है जिसकी तलाश जारी है। यहॉ प्राप्त जानकारी के अनुसार दामोदर मेश्राम और उसकी पत्नि हिरकनबाई के बीच तलाक होने के बाद वह ग्राम पौनी में ही अलग-अलग रहते थे 26 मई को प्रात: मोहल्ले वालों ने दामोदर मेश्राम को उसके घर में मृत हालत में देखा और उसकी तलाकशुदा पत्नि हिरकन को खबर दी और हिरकन ने दामोदर की मौत होने के संबंध में पुलिस को रिपोर्ट की थी। मर्ग जांच सहायक उपनिरीक्षक श्री बंशकार ने मर्ग जॉच दौरान पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दामोदर मेश्राम की हत्या गला घोटकर किया जाना पाया। थाना प्रभारी प्रकाश मिश्रा ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302 ता.हि. के तहत अपराध दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर के निर्देशन और एस.डी.ओ.पी. विजय डाबर के मार्गदर्शन में की गई गहन जांच पड़ताल करने पर मुखबिरों के माध्यम से हत्या के संभावित कारणों के बारे में पता लगाया गया जिसमें जानकारी प्रापत हुई कि दामोदर मेश्राम शराब के नशे में उसकी तलाकशुदा पत्नि हिरकनबाई मेश्राम के घर आता था और हिरकनबाई को गाली-गलौच कर हंगामा करता था। इसे हिरकनबाई बहुत परेशान हो गई थी साथ ही यह भी ज्ञात हुआ कि हिरकनबाई का प्रेम संबंध विकासराय के साथ था जिसके द्वारा योजना बनाकर विकासराय एवं उसका दोस्त खुशलाल नेवारे निवासी करमसरा की सहायता से दिनांक 25.05.2011 की रात्रि दामोदर मेश्राम का गला दबाकर हत्या कर दिये। आरोपी संदेही हिरकनबाई, खुशलाल नेवारे से गहन पूछताछ के दौरान उक्त घटना को अंजाम देना स्वीकार करने पर धारा 302 के तहत गिरफ्तार करने में मलाजखंड पुलिस द्वारा अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश कर गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री सचिन अतुलकर की बालाघाट जिले में पदस्थापना के उपरांत दर्ज हुए सभी अंधे हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।