चंडीगढ़।।
मुक्तसर
जिले में एक
कार्यक्रम के
दौरान पंजाब
के
मुख्यमंत्री
प्रकाश सिंह
बादल को घेरने
की कोशिश कर
रहे टीचरों पर
पुलिस ने
लाठीचार्ज कर
दिया और तीन
लोगों को
गिरफ्तार कर
लिया। ये लोग
अपनी एक महिला
सहयोगी को
थप्पड़ मारे
जाने का विरोध
और अपनी
नौकरियां
स्थाई करने की
मांग कर रहे
थे।
पुलिस के इस लाठीचार्ज में शिक्षा गारंटी योजना (ईजीएस) के कुछ टीचर घायल हो गए। ईजीएस के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह ने कहा कि टीचर मुख्यमंत्री बादल से उनकी यात्रा के दौरान मिलना चाहते थे लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक दिया जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया।
प्रीतपाल सिंह ने बताया कि टीचर वहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन पर बल प्रयोग शुरू कर दिया। इनमें से कुछ टीचरों ने मलौत-भठिंडा रोड के गिद्दरबहा कचेरी चौक को बंद कर दिया।
सिंह ने कहा, 'हम सरपंच द्वारा अपनी एक सहयोगी को थप्पड़ मारे जाने पर पुलिस से न्याय की गुहार कर रहे थे। हम चाहते हैं कि सरपंच को तुरंत जेल भेज दिया जाए। ईजीएस के टीचर स्थाई सरकारी नौकरियों की अपनी मांग पर डटे हुए हैं।' मंगलवार को पुलिस ने आरोपी सरपंच को गिरफ्तार किया था लेकिन उसे कुछ ही घंटों बाद जमानत पर छोड़ दिया गया।
पुलिस के इस लाठीचार्ज में शिक्षा गारंटी योजना (ईजीएस) के कुछ टीचर घायल हो गए। ईजीएस के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह ने कहा कि टीचर मुख्यमंत्री बादल से उनकी यात्रा के दौरान मिलना चाहते थे लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक दिया जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया।
प्रीतपाल सिंह ने बताया कि टीचर वहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन पर बल प्रयोग शुरू कर दिया। इनमें से कुछ टीचरों ने मलौत-भठिंडा रोड के गिद्दरबहा कचेरी चौक को बंद कर दिया।
सिंह ने कहा, 'हम सरपंच द्वारा अपनी एक सहयोगी को थप्पड़ मारे जाने पर पुलिस से न्याय की गुहार कर रहे थे। हम चाहते हैं कि सरपंच को तुरंत जेल भेज दिया जाए। ईजीएस के टीचर स्थाई सरकारी नौकरियों की अपनी मांग पर डटे हुए हैं।' मंगलवार को पुलिस ने आरोपी सरपंच को गिरफ्तार किया था लेकिन उसे कुछ ही घंटों बाद जमानत पर छोड़ दिया गया।