ब्यूरो प्रमुख // संतोष प्रजापति (बैतूल // टाइम्स ऑफ क्राइम)
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बैतूल. यूं तो आदिवासी समाज को स्वच्छंद प्रेम प्रसंगों को लेकर उनमुक्त समाज के रूप में जाना एवं पहचाना जाता है। इस साल बसंत के बौराने के पहले ही यौवन ने अंगड़ाई क्या ली उसकी लपेट में दो स्कूली छात्राएं आ गई। साल के पहले दर्दनाक हादसे की खबर बनी गांव की दो स्कूली छात्राएं जो जहर खाने के बाद इस दुनियां से बिदा हो गई। बताया जाता है कि संचार क्रांति के चलते कथित पश्चिमी सभ्यता की चपेट में आई दो स्कूली स्वजाति छात्राओं ने अपने कथित लव और लफड़े के चलते जहरीली मेडिसीन खा ली थी। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले के सालईढाना गांव की दो स्वजाति स्कूली छात्राओं ने जहर खाकर जान दे दी। इस बहुचर्चित प्रेम प्रसंग को झल्लार पुलिस ने अपनी जांच में शामिल करके वह दो लड़कियों के बीच किसी तीसरे के आ जाने या फिर उनके बीच बने रिश्तों की खोज में जुट गई है।
स्कूली छात्राओं के परिजन इस दर्दनाक हादसे को लेकर पूरे घटनाक्रम पर कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। पूरा गांव ही इस हादसे के बाद से सदमे में हैं और कुछ नहीं बता पा रहा हैं। पूरी कहानी भैंसदेही ब्लॉक के सालईढाना गांव के रामराव की लडक़़ी सुनीता और सुकदेव की लडक़ी पिंकी से जुड़ी है। बैतूल - अमरावती अंतराज्यीय मार्ग पर स्थित ग्राम झल्लार के सरकारी स्कूल की कक्षा 9वीं में पढऩे वाली इन देहाती लड़कियों के बीच बने कथित रिश्तो के पीछे की कहानी सामने नहीं आ सकी है लेकिन इनकी कॉपी में लिखी शेर और शायरी दोनो के बीच कथित प्रेम प्रसंग की कहानी बयां करती है। एक ही गांव की स्वजाति दोनों छात्राएं एक ही स्कूल में पढऩे के साथ दोनो आपस में अभिन्न सहेली थी। हादसे की शाम को दोनों स्कूल से देरी से घर पहुंची थीं। इसके थोड़ी देर बाद पिंकी और सुनीता दोनों शौच के लिए गांव से अकसर जाती थी इस बार भी वे गई और आई भी साथ लेकिन फिर दोनो ने घर जाकर जहर खा लिया।
बताया जाता है कि पहले पिंकी के घर पहुंचने के बाद तबीयत घबराने लगी और उसे उल्टियां शुरू हो गई थी। सुनीता को भी घर पहुंचने पर उल्टियां होने लगी थी। इस पर परिजन घबरा गए और दोनों को वाहन में बैठाकर झल्लार चिकित्सालय ले गए। यहां हालत गंभीर होने पर रात में उन्हें बैतूल स्थित जिला चिकित्सालय भेज दिया गया। पिंकी की बैतूल चिकित्सालय पहुंचते ही मौत हो गई, जबकि सुनीता ने उपचार के बाद दम तोड़ दिया। दोनों का जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया गया। चिकित्सालय चौकी पुलिस ने सुकदेव और रामराव के बयान लिए। उन्होंने बताया कि दोनों आपस में सहेली थी और कक्षा 9वीं की पढ़ाई के लिए वे झल्लार जाती थी। बीती शाम हादसे के पूर्व वे स्कूल से देरी से घर पहुंची थी। घर पहुंचने के बाद सुनीता और पिंकी दोनों शौच को गई थी। वहां से लौटने पर उन्हें उल्टियां होने लगी थी। परिवार में किसी ने कोई मारपीट व डांट-डपट नहीं की थी। दोनों ही छात्राएं झल्लार स्कूल से दोपहर 1 बजे ही निकल गई थी, लेकिन घर देरी से पहुंची थी।
मामला प्रेमप्रसंग से जुड़ा होने की आशंका है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सुश्री अर्चना जाट थाना प्रभारी थाना झल्लार का कहना है कि दोनो हाईस्कूल की छात्राओं द्वारा अज्ञात कारणों से जहर खाकर जान देने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि दोनों ही छात्राएं पिंकी और सुनीता अपने परिवार से दूर आठनेर स्थित कस्तुरबा गांधी बालिका स्कूली छात्रावास मांडवी में पढ़ती थीं। इसी वर्ष छात्राओं ने झल्लार के स्कूल में प्रवेश लिया था। दोनो के बीच बने अनजान रिश्तो से अनजान परिजनों को इस पूरे घटनाक्रम के बाद से रो रोकर बुरा हाल है।
उन्हे नहीं लगता कि इनके बीच बने कथित रिश्तो के चलते दोनो ने अपनी जान दी है। परिजनो का कहना था कि घर परिवार में इन स्कूली छात्राओं के शादी - विवाह को लेकर कोई बातचीत भी नहीं चल रही थी जिसके चलते इन दोनो ने खफा होकर जहर खाया है। आदिवासी समाज में हालाकिं इस प्रकार के रिश्तों को अभी तक मान्यता नहीं मिली है और न ऐसे रिश्तों को लेकर कोई घटना घटी है।