छोटा भाई सतेन्द्र एवं बहु अंजना के बहकाने से पिता बना बड़े बेटे राजेन्द्र की जान का दुश्मन
प्रतिनिधि/ / उदय सिंह पटेल (सिहोरा // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से संपर्क:- 93298 48072
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आरोपी पूरन लाल पटेल, नरसिंहपुर |
उल्लेखनीय है कि घटना पुलिस थाना नरसिंहपुर क्षेत्र के पाठक वार्ड, पाली मोहल्ला वार्ड क्र.8 की है। जहां पूरन लाल पटेल का संयुक्त परिवार रहता है। पूरन लाल के दो पुत्र एवं दो पुत्रियां है जिनकी शादी पूर्व में हो चुकी है और वे दोनों अपनी-अपनी ससुराल में रह रही है। पूरन लाल की पत्नी सुशीलादेवी जो सरकारी स्कूल में टीचर थी। जिनका निधन किसी गंभीर के कारण हो गया। उन्होंने अपने जीवन काल में ही परिवार की व्यवस्था कर अपनी निजी कमाई के 9 लाख नकद रूपये की जानकारी परिवार के सभी सदस्यों के सामने देकर बताया कि 9 लाख रूपये उनके पति पूरन लाल के पास जमा है।
जिसमें दोनों पुत्र राजेन्द्र व सतेन्द्र को 3, 3 लाख तथा शेष राशि दोनों पुत्रियों को डेढ़-डेढ़ लाख रूपये देने को कहा था। उल्लेखनीय है कि पूरन लाल पटेल नरसिंहपुर के शासकीय चिकित्सालय का सेवानिवृत कर्मचारी है, पत्नी के निधन के बाद वे छोटे लडक़े सतेन्द्र तथा बहू अंजना के साथ रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ समय बीतने के बाद सतेन्द्र तथा बहू अंजना की नियत उक्त जमा राशि पर खराब हो गई। अत: दोनों पति पत्नी ने आरोपी पूरन को बहला फूसलाकर मृतक सुशीला देवी द्वारा जमा 3 लाख रूपये बड़े पुत्र राजेन्द्र को नहीं दिये, बल्कि उसी रकम से आरोपी पूरन ने छोटी बहू अंजना के नाम उसके मायके गांव में जमीन खरीद दी। इस प्रकार तीनों ने मिलकर पीडि़त राजेन्द्र के साथ बेईमानी की और उसक हिस्से का हनन कर दिया। मालुम हो कि जब शिकायतकत्र्ता को रूपयों की जरूरत पड़ी तो तो उसने पिता पूरन लाल से उक्त जमा राशि वापस मांगी तो आरोपी पूरन ने मुश्किल से 30 हजार रूपये दिये शेष रकम बाद में देने को कहां था।
किन्तुु जब राजेन्द्र को दुबारा रकम की आवश्यकता पड़ी तो उसने पिता से मांगे तो आरोपी उक्त रकम देने से साफ इंकार कर दिया। जिस कारण पीडि़त राजेन्द्र ने विगत 8 अप्रैल को मोहल्ला तथा जानकार लोगों की पंचायत बैठाई किन्तु आरोपी पूरन जयकुमार उर्फ राजा तथा सतेन्द्र की पत्नी अंजना आदि ने मिलकर भरी पंचायत में भारी बखेड़ा मचाया, मां बहिन की गाली दी और शिकायत कत्र्ता के साथ मारपीट की और शिकायत कत्र्ता को चेतावनी दी कि वह एक माह में पानी की व्यवस्था अलग कर ले वरना पानी की पाइप लाइन काट कर पूर्ण रूप से पानी बंद कर देंगे। जबकि इस मोहल्ले में दूर-दूर तक पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। लगभग 20 वर्षों से दोनो परिवारों के लिए शामिल शरीक व्यवस्था पहले हैंडपंप से बाद में बोरिंग मशीन से हो रही है। शिकायतकत्र्ता ने हमारे सिहोरा टाइम्स ऑफ क्राइम से बताया कि पूरन के पास उसकी जमा राशि 3 लाख रूपये वापस न देना पड़े इस कारण आरोपी गण मिलकर उसके साथ जबरन रंजिश बना रहे है, तथा बिना वजह उसकी पाइप लाईन काटने पर उतारू है।
बार-बार पानी बंद करने की धमकियों से शिकायतकत्र्ता दहशत से भयभीत है अपनी शिकायत में पीडि़त ने कहा है कि आरोपी उसकी पाइप लाईन काट देते है तो शिकायकत्र्ता उसकी पत्नी और बच्चें सभी पानी के अभाव में प्रभावित होगे और जीवन संकट में पड़ सकता है और इस कृत्य के विरोध में भारी झगड़े का अंदेशा है। पीडि़त ने उक्त संदर्भ में लिखित शिकायत थाना प्रभारी नरसिंहपुर को प्रेषित कर उचित कार्यवाहीं करने की मांग की है और तुरंत कानूनी सहायता हेतु स्वयं न्यायालय की शरण लेकर अर्जी दावा प्रस्तुत किया है। किन्तु खेद है कि न्यायालय श्री ने पानी जैसी जीवन की अनिवार्य समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और पीडि़त पक्ष की अर्जी निरस्त कर दी । उल्लेखनीय है कि विगत 11 मई को अर्जी खारिज होते ही आरोपीगण के हौंसले बुलंद हो गये। उन्होंने आसमान सर पर उठा लिया और गुण्डागर्दी पर उतर आये और पानी की पाइप लाइन काटने की धमकियां देना शुरू कर दिया। नरसिंहपुर जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या को समझे और तुरंत वैधानिक कार्यवाई करें जिससे शांति व्यवस्था कायम रह सके।
जिसमें दोनों पुत्र राजेन्द्र व सतेन्द्र को 3, 3 लाख तथा शेष राशि दोनों पुत्रियों को डेढ़-डेढ़ लाख रूपये देने को कहा था। उल्लेखनीय है कि पूरन लाल पटेल नरसिंहपुर के शासकीय चिकित्सालय का सेवानिवृत कर्मचारी है, पत्नी के निधन के बाद वे छोटे लडक़े सतेन्द्र तथा बहू अंजना के साथ रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ समय बीतने के बाद सतेन्द्र तथा बहू अंजना की नियत उक्त जमा राशि पर खराब हो गई। अत: दोनों पति पत्नी ने आरोपी पूरन को बहला फूसलाकर मृतक सुशीला देवी द्वारा जमा 3 लाख रूपये बड़े पुत्र राजेन्द्र को नहीं दिये, बल्कि उसी रकम से आरोपी पूरन ने छोटी बहू अंजना के नाम उसके मायके गांव में जमीन खरीद दी। इस प्रकार तीनों ने मिलकर पीडि़त राजेन्द्र के साथ बेईमानी की और उसक हिस्से का हनन कर दिया। मालुम हो कि जब शिकायतकत्र्ता को रूपयों की जरूरत पड़ी तो तो उसने पिता पूरन लाल से उक्त जमा राशि वापस मांगी तो आरोपी पूरन ने मुश्किल से 30 हजार रूपये दिये शेष रकम बाद में देने को कहां था।
किन्तुु जब राजेन्द्र को दुबारा रकम की आवश्यकता पड़ी तो उसने पिता से मांगे तो आरोपी उक्त रकम देने से साफ इंकार कर दिया। जिस कारण पीडि़त राजेन्द्र ने विगत 8 अप्रैल को मोहल्ला तथा जानकार लोगों की पंचायत बैठाई किन्तु आरोपी पूरन जयकुमार उर्फ राजा तथा सतेन्द्र की पत्नी अंजना आदि ने मिलकर भरी पंचायत में भारी बखेड़ा मचाया, मां बहिन की गाली दी और शिकायत कत्र्ता के साथ मारपीट की और शिकायत कत्र्ता को चेतावनी दी कि वह एक माह में पानी की व्यवस्था अलग कर ले वरना पानी की पाइप लाइन काट कर पूर्ण रूप से पानी बंद कर देंगे। जबकि इस मोहल्ले में दूर-दूर तक पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। लगभग 20 वर्षों से दोनो परिवारों के लिए शामिल शरीक व्यवस्था पहले हैंडपंप से बाद में बोरिंग मशीन से हो रही है। शिकायतकत्र्ता ने हमारे सिहोरा टाइम्स ऑफ क्राइम से बताया कि पूरन के पास उसकी जमा राशि 3 लाख रूपये वापस न देना पड़े इस कारण आरोपी गण मिलकर उसके साथ जबरन रंजिश बना रहे है, तथा बिना वजह उसकी पाइप लाईन काटने पर उतारू है।
बार-बार पानी बंद करने की धमकियों से शिकायतकत्र्ता दहशत से भयभीत है अपनी शिकायत में पीडि़त ने कहा है कि आरोपी उसकी पाइप लाईन काट देते है तो शिकायकत्र्ता उसकी पत्नी और बच्चें सभी पानी के अभाव में प्रभावित होगे और जीवन संकट में पड़ सकता है और इस कृत्य के विरोध में भारी झगड़े का अंदेशा है। पीडि़त ने उक्त संदर्भ में लिखित शिकायत थाना प्रभारी नरसिंहपुर को प्रेषित कर उचित कार्यवाहीं करने की मांग की है और तुरंत कानूनी सहायता हेतु स्वयं न्यायालय की शरण लेकर अर्जी दावा प्रस्तुत किया है। किन्तु खेद है कि न्यायालय श्री ने पानी जैसी जीवन की अनिवार्य समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और पीडि़त पक्ष की अर्जी निरस्त कर दी । उल्लेखनीय है कि विगत 11 मई को अर्जी खारिज होते ही आरोपीगण के हौंसले बुलंद हो गये। उन्होंने आसमान सर पर उठा लिया और गुण्डागर्दी पर उतर आये और पानी की पाइप लाइन काटने की धमकियां देना शुरू कर दिया। नरसिंहपुर जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या को समझे और तुरंत वैधानिक कार्यवाई करें जिससे शांति व्यवस्था कायम रह सके।