नरसिंहपुर से सलामत खान की रिपोर्ट....
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नरसिंहपुर। शासन द्वारा खुले में शौच न करने और जनता में जागरूकता लाने महत्वाकांक्षी व जनहितैषी योजनायें संचालित की जा रही हैं। इसी योजना के अंतर्गत मर्यादा अभियान चलाया गया। गांव-गांव दस्तक दी गई और ग्रामीण जनों को समझाईश देकर घर में ही शौचालय बनवाने की पेशकश भी की गई। लेकिन जब ग्रामीणों ने खुद के खर्चे पर शौचालय बनवा लिया तो अब वे राशि पाने कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। जिला मुख्यालय अंतर्गत आने वाले जनपद पंचायत बाबई चीचली की ग्राम पंचायत मारेगांव में ग्रामीण अपनी जमा पूंजी से शौचालय निर्माण कर चुके हैं। लेकिन उन्हें लगभग 6 माह बाद भी पंचायत से राशि प्राप्त नहीं हो सकी है। इस संबंध में लगातार चीचली, गाडरवारा और जिला मुख्यालय नरसिंहपुर के आला अधिकारियों को लिखित शिकायत की जा चुकी है। इस आशय की शिकायत जनसुनवाई के दौरान सामने आई है।
शौचालय बनवा लें भुगतान करा देगें
इस संबंध में जनसुनवाई में आये ग्राम पंचायत मारेगांव के निवासी झलकर प्रसाद अहिरवार ने बताया कि शौचालय बनने के पूर्व जिला कलेक्टर संजीव सिंह और जनपद पंचायत चीचली के सीईओ ग्राम का दौरा करने आये थे उन्होंने जब ग्रामीणों को खुले में शौच करते देखा तो सभी को सलाह दी कि वे अपने खर्च पर शौचालय बनवा लें भुगतान करा देगें। गांव के 10 लोगों ने अपने खर्च पर शौचालय बनवा लिये पर पंचायत द्वारा उन्हें उक्त राशि का भुगतान आज तक नहीं किया गया।अब तक नहीं मिली राशि
ग्रामीणों का आरोप है कि शौचालय निर्माण के बाद हितग्राहियों ने फोटो, परिचय पत्र, भुगतान पत्र सहित जरूरी दस्तावेज ब्लाक चीचली की समन्वयक दीपा मेडम को दे दिये हैं और उन्होंने स्पाट पर जाकर निरीक्षण भी कर लिया है। अब विगत दो माह से मेडम उन्हें चक्कर पर चक्कर लगवा रही हैं। यहां तक कि उनसे संतुष्टि प्रमाण पत्र पर भी हस्ताक्षर करा लिये गये हैं।एसडीएम पर है राजनैतिक दबाब
राशि के लिए कार्यालय दर कार्यालय भटक रहे ग्रामीणों ने बताया है कि हम सभी ने चीचली, गाडरवारा और नरसिंहपुर में उच्च अधिकारियों को अपनी व्यथा सुनाई है। चीचली से हमें गाडरवारा भेज दिया जाता है और गाडरवारा जाओ तो कहते हैं नरङ्क्षसहपुर से मिलेगी राशि। वहीं मारेगांव के ग्रामीणों का आरोप यह भी है कि गाडरवारा के एसडीएम उनकी कोई भी सुनवाई नहीं करते जिसके चलते पंचायत में कोई काम नहीं हो रहे हैं। क्योंकि प्रशासन हीला हवाली करता है। ऐसा लगता है जैसे गाडरवारा एसडीएम राजनैतिक दबाब में काम कर रहे हैं।छटवीं बार आये जनसुनवाई में
शौचालय की राशि पाने भटकते मारेगांव निवासी विगत दिनांक 16 अप्रैल को पहली जनसुनवाई में दिये आवेदन के बाद से अब तक वे लगभग 6 जनसुनवाई में आ चुके हैं। राशि तो नहीं मिली पर हर बार आश्वासन मिल जाता है कि पैसा अब मिल जायेगा।इनका कहना है
मारेगांव सरपंच के विरूद्ध शिकायत पर धारा 40 की कार्रवाई लंबित है जल्द ही निराकरण कर दिया जायेगा। अखिल शाह श्रीवास्तव, सीईओ चीचली. हितग्राही पूर्व कार्ययोजना सम्मिलित नहीं थे वहीं आधे अधूरे दस्तावेज उपलब्ध कराये गये हैं। शीघ्र ही भुगतान होगा।दीपलता ब्रम्हवंशी, ब्लाक समन्वयक चीचली.