प्रतिनिधि // शेख अज्जू (नरसिंहपुर// टाइम्स ऑफ क्राइम)
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नरसिंहपुर। राजस्व प्रकरणों में घूसखोरी की शिकायतों के बीच गोटेगांव का तहसील कार्यालय बीते दिवस उस वक्त पुन: चर्चा में आया जब लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पटवारी पुरूषोत्तम सेन द्वारा मेरसिंह लोधी से बंटवारा प्रकरण के निबटारा हेतु 8 हजार रूपये की घूस मांगी गयी थी। मेरसिंह पूर्व में पटवारी को घूस के रूप में 4 हजार 5 सौ रूपये दे चुका था पर पटवारी द्वारा शेष पैसे मिलने के बाद ही काम करने की बात की जा रही थी, जिस पर मेरसिंह द्वारा इसकी शिकायत जबलपुर लोकायुक्त में की गयी।
लोकायुक्त पुलिस ने मेरसिंह की शिकायत दर्जकरते हुए पटवारी को ट्रेप करने की रणनीति बनायी और बीते दिवस पटवारी पुरूषोत्तम सेन उस वक्त लोकायुक्त के शिकंजे में फंस गया जब वह दोपहर के वक्त मेरसिंह से 2 हजार रूपये की रिश्वत ले रहा था। मेरसिंह ने जैसे ही पटवारी को 1-1 हजार के दो नोट थमाये वैसे ही लोकायुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया। आरोपी पटवारी के कैमिकल से हाथ धुलवाये गये तो पानी रंगीन हो गया।
उक्त कार्यवाही लोकायुक्त पुलिस के अधिकारी एसएस सप्रे, टीआई आलोक त्रिवेदी व उनकी टीम द्वारा अंजाम दी गयी। आरोपी के विरूद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13 डी के तहत मामला दर्ज किया गया। विदित हो कि इसके पूर्व गोटेगांव तहसीलदार के रीडर रहे खूबचंद चौकसे व पटवारी देवी सिंह भी रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। यह घूसखोरी का तीसरा मामला है।