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हरिद्वार। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण का काम सरकार, आरएसएस या भाजपा का नहीं है। यह काम धर्माचार्यो का है। उन्होंने कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम जन्मभूमि है और वहां पूजा करना सनातनियों का अधिकार है।
अविरल और निर्मल गंगा अभियान पर उन्होंने कहा कि गंगा पर बांधों का निर्माण नहीं किया जाना चाहिए। सिर्फ घाटों की सफाई से गंगा निर्मल नहीं होगी। उन्होंने गीता को स्कूली शिक्षा में अनिवार्य रूप से शामिल करने की मांग की। गुरुवार को कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से बातचीत में शंकराचार्य ने कहा कि आरएसएस धार्मिक नहीं, सामाजिक संस्था है और भाजपा राजनीतिक दल है।
सरकार धर्म निरपेक्षता के आधार पर चलती है।
इसलिए सरकार, आरएसएस व भाजपा मंदिर नहीं बना सकते। यहां तक कि यह विषय राज्यसभा और लोकसभा का भी नहीं है। राज्यसभा में बहुमत न होने के कारण मंदिर निर्माण फिलहाल संभव नहीं होने की बात कहने वाले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि यह केवल राजनीतिक बयान है ।
हरिद्वार। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण का काम सरकार, आरएसएस या भाजपा का नहीं है। यह काम धर्माचार्यो का है। उन्होंने कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम जन्मभूमि है और वहां पूजा करना सनातनियों का अधिकार है।
अविरल और निर्मल गंगा अभियान पर उन्होंने कहा कि गंगा पर बांधों का निर्माण नहीं किया जाना चाहिए। सिर्फ घाटों की सफाई से गंगा निर्मल नहीं होगी। उन्होंने गीता को स्कूली शिक्षा में अनिवार्य रूप से शामिल करने की मांग की। गुरुवार को कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से बातचीत में शंकराचार्य ने कहा कि आरएसएस धार्मिक नहीं, सामाजिक संस्था है और भाजपा राजनीतिक दल है।
सरकार धर्म निरपेक्षता के आधार पर चलती है।
इसलिए सरकार, आरएसएस व भाजपा मंदिर नहीं बना सकते। यहां तक कि यह विषय राज्यसभा और लोकसभा का भी नहीं है। राज्यसभा में बहुमत न होने के कारण मंदिर निर्माण फिलहाल संभव नहीं होने की बात कहने वाले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि यह केवल राजनीतिक बयान है ।