भोपाल। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में सवा करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले का मामला सामने आया है। मैनिट की लाइब्रेरी में हुए घोटाले में बीते पांच सालों में करीब 32 हजार किताबें गायब हुईं हैं।
इस मामले के लिए बनी कमेटी ने जब प्रबंधन को अपनी रिपोर्ट सौंपी, तब इस घोटाले का खुलासा हुआ। इसके बाद कमला नगर थाने में लायबे्ररियन के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।
पुलिस से हासिल जानकारी में बताया गया कि मैनिट में बीते साल लाइब्रेरी से गायब हुई किताबों के मामले में बोर्ड ऑफ गवर्नर (बीओजी) ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। जांच रिपोर्ट में कमेटी ने बताया था कि मैनिट की सेंट्रल लायब्रेरी से 31 मार्च 2005 से 29 जुलाई 2010 के बीच तकरीबन 31 हजार 958 किताबें गायब थी। इनमें एक करोड़ 29 लाख रुपए की 22 हजार 745 पुस्तकें, एससी-एसटी बुक बैंक से साढ़े सात लाख रुपए की 7 हजार 560 पुस्तकें, जनरल बुक बैंक से 96 हजार 347 रुपए की 1 हजार 153 पुस्तकें और 12 हजार 481 रुपए की 29 एजुकेशनल सीडी शामिल हैं। क
मेटी ने यह भी जानकारी दी थी कि इस गबन से प्रबंधन को करीब एक करोड़ 37 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। कमेटी की इस रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधन ने तत्कालीन लाइब्रेरियन अर्चना सक्सेना के खिलाफ लिखित आवेदन देकर पुलिस से शिकायत की थी। आवेदन की जांच के बाद कमला नगर पुलिस ने अर्चना सक्सेना के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज तो कर लिया है।
इस मामले के लिए बनी कमेटी ने जब प्रबंधन को अपनी रिपोर्ट सौंपी, तब इस घोटाले का खुलासा हुआ। इसके बाद कमला नगर थाने में लायबे्ररियन के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।
पुलिस से हासिल जानकारी में बताया गया कि मैनिट में बीते साल लाइब्रेरी से गायब हुई किताबों के मामले में बोर्ड ऑफ गवर्नर (बीओजी) ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। जांच रिपोर्ट में कमेटी ने बताया था कि मैनिट की सेंट्रल लायब्रेरी से 31 मार्च 2005 से 29 जुलाई 2010 के बीच तकरीबन 31 हजार 958 किताबें गायब थी। इनमें एक करोड़ 29 लाख रुपए की 22 हजार 745 पुस्तकें, एससी-एसटी बुक बैंक से साढ़े सात लाख रुपए की 7 हजार 560 पुस्तकें, जनरल बुक बैंक से 96 हजार 347 रुपए की 1 हजार 153 पुस्तकें और 12 हजार 481 रुपए की 29 एजुकेशनल सीडी शामिल हैं। क
मेटी ने यह भी जानकारी दी थी कि इस गबन से प्रबंधन को करीब एक करोड़ 37 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। कमेटी की इस रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधन ने तत्कालीन लाइब्रेरियन अर्चना सक्सेना के खिलाफ लिखित आवेदन देकर पुलिस से शिकायत की थी। आवेदन की जांच के बाद कमला नगर पुलिस ने अर्चना सक्सेना के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज तो कर लिया है।