लखनऊ. अमर सिंह की समाजवादी पार्टी (सपा) में वापसी की ख़बरों के बीच बुधवार रात रामपुर की पूर्व सांसद और अभिनेत्री जयाप्रदा का लखनऊ के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आरटीओ) में ड्राइविंग लाइसेंस बनाया गया.
जयाप्रदा को लर्नर डीएल देने का काम रात नौ बजे के बाद किया गया. इसके लिए बायोमेट्रिक टेस्ट और अन्य औपचारिकताएं आनन-फानन में पूरी की गईं.
लखनउ के आरटीओ सग़ीर अहमद अंसारी ने जयाप्रदा का ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाने की पुष्टि की.
जयाप्रदा का लाइसेंस देर रात बनाए जाने के सवाल पर अंसारी ने कहा कि आमतौर पर जब तक लोग रहते हैं काम होता रहता है. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या आमतौर पर रात नौ बजे के बाद भी काम होता है तो, उन्होंने इस बात से इनकार किया.
कयास
देर रात दफ़्तर खोलकर जयाप्रदा का डीएल बनाए जाने के बाद अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा उन्हें विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करवाना चाहती है. इसके लिए उनके पास लखनऊ का पता होना जरूरी है.
बताया जा रहा है कि विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के लिए सपा ने जिन नामों की सूची राजभवन भेजी है, राज्यपाल रामनाइक उससे खुश नहीं हैं और उसमें बदलाव चाहते हैं.
इस संदर्भ में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को राज्यपाल से भेंट की.
सपा की ओर से भेजी गई सूची में किसी साहित्यकार, कलाकार या बुद्धिजीवी का नाम नहीं है. इसी बात पर राज्यपाल ने पूछा था कि किस आधार पर 9 लोग मनोनीत किए जा रहे हैं.
अनुमान है कि जयाप्रदा उस कमी को पूरा करेंगीं.
हालांकि पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने जयाप्रदा के मनोनीत किये जाने पर कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है
जयाप्रदा को लर्नर डीएल देने का काम रात नौ बजे के बाद किया गया. इसके लिए बायोमेट्रिक टेस्ट और अन्य औपचारिकताएं आनन-फानन में पूरी की गईं.
लखनउ के आरटीओ सग़ीर अहमद अंसारी ने जयाप्रदा का ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाने की पुष्टि की.
जयाप्रदा का लाइसेंस देर रात बनाए जाने के सवाल पर अंसारी ने कहा कि आमतौर पर जब तक लोग रहते हैं काम होता रहता है. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या आमतौर पर रात नौ बजे के बाद भी काम होता है तो, उन्होंने इस बात से इनकार किया.
कयास
देर रात दफ़्तर खोलकर जयाप्रदा का डीएल बनाए जाने के बाद अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा उन्हें विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करवाना चाहती है. इसके लिए उनके पास लखनऊ का पता होना जरूरी है.
बताया जा रहा है कि विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के लिए सपा ने जिन नामों की सूची राजभवन भेजी है, राज्यपाल रामनाइक उससे खुश नहीं हैं और उसमें बदलाव चाहते हैं.
इस संदर्भ में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को राज्यपाल से भेंट की.
सपा की ओर से भेजी गई सूची में किसी साहित्यकार, कलाकार या बुद्धिजीवी का नाम नहीं है. इसी बात पर राज्यपाल ने पूछा था कि किस आधार पर 9 लोग मनोनीत किए जा रहे हैं.
अनुमान है कि जयाप्रदा उस कमी को पूरा करेंगीं.
हालांकि पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने जयाप्रदा के मनोनीत किये जाने पर कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है