* महत्वपूर्ण सूचना *संजय बेचैन: ब्रेकिंग न्यूज़
गुना. गुना में कियोस्क संचालक ने फ़र्ज़ी अंगूठों से खाते खोलकर आदिवासियों के करोड़ों रुपये डकारे आदिमजाति कल्याण विभाग और जनपद की मिलीभगत ये थी योजना विशेष केंद्रीय सहायता से बिखरे हुए आदिवासियों के उत्थान के लिए डीजल पम्प खरीदने के लिए गुना को लाखों रुपये का बजट तिमाही मिलता है .यह राशि आदिवासियों के चालू खातों में जनपद पंचायत के माध्यम से पहुंचाई जाती है .इतनी राशि देखकर अधिकारीयों ने इसे डकारने की योजना बनाई और कियोस्क संचालक से मिलकर आदिवासियों के फ़र्ज़ी खाते खोल लिए जिसमे पंचायत अधिकारियों ने फ़ोटो तो आदिवासियों के लगाये लेकिन अंगूठा 1 ही व्यक्ति ने लगाकर फ़र्ज़ी खाते खोल लिए और जो राशि प्रति हितग्राही 30000 तीस हज़ार आई उसे फ़र्ज़ी तौर पर निकालकरबंद रबांट कर डाली मामले की जानकारी सहरियाक्रांति सामाजिक संगठन को लगी तो तत्काल कलेक्टर गुना के संज्ञान में मामला लाया गया
बैंक ऑफ़ बड़ोदा को भी अवगत कराया गया
*अब क्या हो रहा है*
शिकायत कर्ता आदिवासियों को अफसर पटाने में जूट हुए हैं और उन्हें 30,000 नगद के साथ डीज़ल इंजन भी थमाया जा रहा है ताकि लालच में आकर वो चुप हो जाएँ और मामला दब जाये
संजय बेचैन
गुना. गुना में कियोस्क संचालक ने फ़र्ज़ी अंगूठों से खाते खोलकर आदिवासियों के करोड़ों रुपये डकारे आदिमजाति कल्याण विभाग और जनपद की मिलीभगत ये थी योजना विशेष केंद्रीय सहायता से बिखरे हुए आदिवासियों के उत्थान के लिए डीजल पम्प खरीदने के लिए गुना को लाखों रुपये का बजट तिमाही मिलता है .यह राशि आदिवासियों के चालू खातों में जनपद पंचायत के माध्यम से पहुंचाई जाती है .इतनी राशि देखकर अधिकारीयों ने इसे डकारने की योजना बनाई और कियोस्क संचालक से मिलकर आदिवासियों के फ़र्ज़ी खाते खोल लिए जिसमे पंचायत अधिकारियों ने फ़ोटो तो आदिवासियों के लगाये लेकिन अंगूठा 1 ही व्यक्ति ने लगाकर फ़र्ज़ी खाते खोल लिए और जो राशि प्रति हितग्राही 30000 तीस हज़ार आई उसे फ़र्ज़ी तौर पर निकालकरबंद रबांट कर डाली मामले की जानकारी सहरियाक्रांति सामाजिक संगठन को लगी तो तत्काल कलेक्टर गुना के संज्ञान में मामला लाया गया
बैंक ऑफ़ बड़ोदा को भी अवगत कराया गया
*अब क्या हो रहा है*
शिकायत कर्ता आदिवासियों को अफसर पटाने में जूट हुए हैं और उन्हें 30,000 नगद के साथ डीज़ल इंजन भी थमाया जा रहा है ताकि लालच में आकर वो चुप हो जाएँ और मामला दब जाये
संजय बेचैन