यूपी के मंत्री राममूर्ति वर्मा के इशारे पर पत्रकार को जिंदा जलाया!
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यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भले ही अपनी पार्टी के नेताओं और सरकार के मंत्रियों को दबंगई दिखाने से बचने की हिदायत देते रहते हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. इस बार अखिलेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राममूर्ति वर्मा की दबंगई सामने आई है. राममूर्ति ने अपने खिलाफ लिखने वाले एक पत्रकार को जिंदा जलाने की कोशिश की.
मंत्री के गुर्गों ने पहले पत्रकार पर जानलेवा हमला किया. इसके बाद भी जब पत्रकार का मनोबल नहीं टूटा तो मंत्री ने पुलिस की मदद से पत्रकार को जिंदा जलाने की कोशिश की.
मंत्री राममूर्ति वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने पिछड़ा वर्ग कल्याण के नाम पर लाखों-करोड़ों की कोठी अपने लिए बना ली. वित्तीय अनियमितताओं के साथ मंत्री पर बलात्कार का भी आरोप है.
शाहजहांपुर के रहने वाले पत्रकार जगेंद्र सिंह ने फेसबुक पर मंत्री के खिलाफ आवाज उठाई तो पहले मंत्री के गुर्गों ने पत्रकार को धमकी दी. इसके बाद भी जगेंद्र ने ऐसा मंत्री के खिलाफ लिखना नहीं बंद किया. इसके बाद मंत्री ने जगेंद्र पर जानलेवा हमला करवाया. इस हमले में जगेंद्र की टांग तक टूट गई.
जगेंद्र की हिम्मत फिर भी नहीं टूटी. आरोप है कि इसके बाद राममूर्ति वर्मा के इशारे पर उस पत्रकार के खिलाफ अपहरण, हत्या और लूट के प्रयास की एफआईआर भी दर्ज हो गई.
इससे भी जब मंत्री जी का मन नहीं भरा तो राम मूर्ति वर्मा ने लाल बत्ती की आड़ में कोतवाल को अपने साथ मिलाकर जगेंद्र पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला डालने का प्रयास किया. इस घटना में जगेंद्र 60 फीसदी तक जल चुका है.
पत्रकार का कहना है कि उसके पास मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और इसी के चलते उसकी जान लेने के प्रयास किए जा रहे हैं. लखनऊ के सिविल अस्पताल में मौत से जूझ रहे जगेंद्र से आईजी अमिताभ ठाकुर मिलने पहुंचे और जगेंद्र की लड़ाई को जिंदा रखने का आश्वासन दिया. यही नहीं अमिताभ ठाकुर ने कटघरे में आए मंत्री के खिलाफ भी जांच की मांग की है.
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यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भले ही अपनी पार्टी के नेताओं और सरकार के मंत्रियों को दबंगई दिखाने से बचने की हिदायत देते रहते हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. इस बार अखिलेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राममूर्ति वर्मा की दबंगई सामने आई है. राममूर्ति ने अपने खिलाफ लिखने वाले एक पत्रकार को जिंदा जलाने की कोशिश की.
मंत्री के गुर्गों ने पहले पत्रकार पर जानलेवा हमला किया. इसके बाद भी जब पत्रकार का मनोबल नहीं टूटा तो मंत्री ने पुलिस की मदद से पत्रकार को जिंदा जलाने की कोशिश की.
मंत्री राममूर्ति वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने पिछड़ा वर्ग कल्याण के नाम पर लाखों-करोड़ों की कोठी अपने लिए बना ली. वित्तीय अनियमितताओं के साथ मंत्री पर बलात्कार का भी आरोप है.
शाहजहांपुर के रहने वाले पत्रकार जगेंद्र सिंह ने फेसबुक पर मंत्री के खिलाफ आवाज उठाई तो पहले मंत्री के गुर्गों ने पत्रकार को धमकी दी. इसके बाद भी जगेंद्र ने ऐसा मंत्री के खिलाफ लिखना नहीं बंद किया. इसके बाद मंत्री ने जगेंद्र पर जानलेवा हमला करवाया. इस हमले में जगेंद्र की टांग तक टूट गई.
जगेंद्र की हिम्मत फिर भी नहीं टूटी. आरोप है कि इसके बाद राममूर्ति वर्मा के इशारे पर उस पत्रकार के खिलाफ अपहरण, हत्या और लूट के प्रयास की एफआईआर भी दर्ज हो गई.
इससे भी जब मंत्री जी का मन नहीं भरा तो राम मूर्ति वर्मा ने लाल बत्ती की आड़ में कोतवाल को अपने साथ मिलाकर जगेंद्र पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला डालने का प्रयास किया. इस घटना में जगेंद्र 60 फीसदी तक जल चुका है.
पत्रकार का कहना है कि उसके पास मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और इसी के चलते उसकी जान लेने के प्रयास किए जा रहे हैं. लखनऊ के सिविल अस्पताल में मौत से जूझ रहे जगेंद्र से आईजी अमिताभ ठाकुर मिलने पहुंचे और जगेंद्र की लड़ाई को जिंदा रखने का आश्वासन दिया. यही नहीं अमिताभ ठाकुर ने कटघरे में आए मंत्री के खिलाफ भी जांच की मांग की है.