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नरसिंहपुर, 15 अगस्त 2015. प्रदेश के राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री और नरसिंहपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह ने जिले के प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस में निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यों में गुणवत्ता उच्च स्तर की होना चाहिए। गुणवत्ता में कमी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि सरकारी राशि का समुचित सदुपयोग हो। यदि कार्यों में किसी भी प्रकार की गडबड़ी पाई गई तो संबंधित अधिकारी इसके लिए जवाबदेह होंगे।
बैठक में सांसद श्री राव उदयप्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संदीप पटैल, नरसिंहपुर विधायक श्री जालम सिंह पटैल, गाडरवारा विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल, तेन्दूखेड़ा विधायक श्री संजय शर्मा, अपेक्स बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष श्री कैलाश सोनी, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र फौजदार, प्रभारी कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर डॉ. जेपी दुबे, अधीक्षण यंत्री मप्र पूर्व क्षेविविकंलि, महाप्रबंधक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विकास प्राधिकरण, क्रियान्वयन इकाई क्रमांक एक एवं दो, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, कार्यपालन यंत्री हिरन जल संसाधन-जबलपुर, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और परियोजना क्रियान्वयन इकाई लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में 50 लाख रूपये से अधिक राशि के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा में एक-एक कार्यों की अद्यतन स्थिति का ब्यौरा प्राप्त किया गया। प्रभारी मंत्री ने जिले की सड़कों के लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कों के शेष कार्य अधिकारी रूचि लेकर पूर्ण करायें, ताकि ग्रामीण आबादी को सड़कों का लाभ मिले। उन्होंने निर्देश दिये कि निर्धारित समय सीमा में निर्माण कार्य पूरे हों, ताकि लोगों को इसका लाभ पहुँचे। उन्होंने कहा कि यदि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में कमी पाई गई तो अधिकारी बख्शे नहीं जायेंगे। पूर्व क्षेत्र विवि कम्पनी के कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने अधीक्षण यंत्री को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई पम्पों की खपत के आधार पर ही विद्युत देयक उपभोक्ता को दिये जायें। खपत से अधिक राशि के विद्युत देयक नहीं दिये जायें। यदि अधिक राशि के देयक जारी किये गये हों तो उनमें सुधार किया जाए।
प्रभारी मंत्री ने जलसंसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में नहरों के सुधार कार्य किये जायें। जिससे कि टेलएण्ड तक सिंचाई के लिए पानी खेतों में पहुँच सके। नहरों के शेष रहे कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण किया जाये।
रोगी कल्याण समिति की बैठक
निर्माण कार्यों की समीक्षा के बाद प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने रोगी कल्याण समिति की बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति के विषय में जानकारी ली। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि अधिकारी भेजकर जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करवायें। बैठक में रोगी कल्याण समिति की आय- व्यय का ब्यौरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रभारी मंत्री ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में नागरिकों को स्वास्थ्य की अच्छी सेवायें मिलें। अस्पतालों में साफ- सफाई की अच्छी व्यवस्था हो। शासकीय अस्पतालों में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति समय पर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जहां स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है और यदि वहां चिकित्सक उपलब्ध नहीं हैं तो अन्य स्थान से दो दिनों के लिए चिकित्सक उपलब्ध करवायें, ताकि ग्रामीणों को चिकित्सकीय सेवायें मिल सकें। बैठक में रोगी कल्याण समिति के शासकीय एवं अशासकीय सदस्य तथा चिकित्सकगण मौजूद थे।
नरसिंहपुर, 15 अगस्त 2015. प्रदेश के राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री और नरसिंहपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह ने जिले के प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस में निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यों में गुणवत्ता उच्च स्तर की होना चाहिए। गुणवत्ता में कमी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि सरकारी राशि का समुचित सदुपयोग हो। यदि कार्यों में किसी भी प्रकार की गडबड़ी पाई गई तो संबंधित अधिकारी इसके लिए जवाबदेह होंगे।
बैठक में सांसद श्री राव उदयप्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संदीप पटैल, नरसिंहपुर विधायक श्री जालम सिंह पटैल, गाडरवारा विधायक श्री गोविंद सिंह पटैल, तेन्दूखेड़ा विधायक श्री संजय शर्मा, अपेक्स बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष श्री कैलाश सोनी, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र फौजदार, प्रभारी कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर डॉ. जेपी दुबे, अधीक्षण यंत्री मप्र पूर्व क्षेविविकंलि, महाप्रबंधक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विकास प्राधिकरण, क्रियान्वयन इकाई क्रमांक एक एवं दो, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, कार्यपालन यंत्री हिरन जल संसाधन-जबलपुर, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और परियोजना क्रियान्वयन इकाई लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में 50 लाख रूपये से अधिक राशि के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा में एक-एक कार्यों की अद्यतन स्थिति का ब्यौरा प्राप्त किया गया। प्रभारी मंत्री ने जिले की सड़कों के लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कों के शेष कार्य अधिकारी रूचि लेकर पूर्ण करायें, ताकि ग्रामीण आबादी को सड़कों का लाभ मिले। उन्होंने निर्देश दिये कि निर्धारित समय सीमा में निर्माण कार्य पूरे हों, ताकि लोगों को इसका लाभ पहुँचे। उन्होंने कहा कि यदि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में कमी पाई गई तो अधिकारी बख्शे नहीं जायेंगे। पूर्व क्षेत्र विवि कम्पनी के कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री ने अधीक्षण यंत्री को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई पम्पों की खपत के आधार पर ही विद्युत देयक उपभोक्ता को दिये जायें। खपत से अधिक राशि के विद्युत देयक नहीं दिये जायें। यदि अधिक राशि के देयक जारी किये गये हों तो उनमें सुधार किया जाए।
प्रभारी मंत्री ने जलसंसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में नहरों के सुधार कार्य किये जायें। जिससे कि टेलएण्ड तक सिंचाई के लिए पानी खेतों में पहुँच सके। नहरों के शेष रहे कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण किया जाये।
रोगी कल्याण समिति की बैठक
निर्माण कार्यों की समीक्षा के बाद प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने रोगी कल्याण समिति की बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति के विषय में जानकारी ली। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि अधिकारी भेजकर जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करवायें। बैठक में रोगी कल्याण समिति की आय- व्यय का ब्यौरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रभारी मंत्री ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में नागरिकों को स्वास्थ्य की अच्छी सेवायें मिलें। अस्पतालों में साफ- सफाई की अच्छी व्यवस्था हो। शासकीय अस्पतालों में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति समय पर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जहां स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है और यदि वहां चिकित्सक उपलब्ध नहीं हैं तो अन्य स्थान से दो दिनों के लिए चिकित्सक उपलब्ध करवायें, ताकि ग्रामीणों को चिकित्सकीय सेवायें मिल सकें। बैठक में रोगी कल्याण समिति के शासकीय एवं अशासकीय सदस्य तथा चिकित्सकगण मौजूद थे।