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बैतूल। अति सुरक्षित माने जाने वाले जिला जेल में इन दिनो हथियारो की लागातर सप्लाई हो रही है। जेल में बंद कैदी न सिर्फ हथियार अपने पास रख रहे है बल्कि जेल में अपनी बादशाहत कायम करने हथियारो का खुलेआम उपयोग भी कर रहे है। जिसकी पुष्टि मंगलवार को जेल में हुए खूनी संघर्ष से होती है जिसमें चाकू और राड से लैस चार कैदियो ने मिलकर हत्या के एक विचाराधीन कैदी को चाकुओं से गोद दिया। पीडि़त कैदी के पेट, जांघ और सिर में घाव लगे है। घायल कैदी को जिला अस्पताल में भर्ती किया है जहां उसे तीनो जगह 9 टांके आए है। कोतवाली पुलिस ने आरोपी कैदी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
हत्या का आरोपी है पीडि़त-
शहर के दुर्गा वार्ड में पिछले दिनो हुई हत्या के आरोप में बंद धारा 302 के विचाराधीन कैदी गुणी पिता कृष्णकुमार विगत लगभग एक वर्ष से जेल में बंद है। गुनी को जिला जेल की बैरक नं. तीन में रखा गया है। गुनी को मंगलवार दोपहर बाद जेल में अन्य कैदी अज्जू, शफीक सहित दो अन्य कैदियों ने मिलकर चाकुओ से गोद दिया।
लाकअप खुलने के बाद किया हमला-
पीडि़त कैदी गुनी ने बताया कि मंगलवार 4 बजे बैरक खुलने के बाद जैसे ही वह बाहर निकलकर घुम रहा था उसी दौरान कैदी अज्जू रावण, शफीक सहित दो अन्य कैदी आए जिसमें अज्जू और शफीक के हाथ में लगभग 12-12 इंच के चाइना चाकू थे वहीं दो अन्य लोगो के पास लोहे की राड थी। मेरे पास आते ही अज्जू ने पेट में चाकू मारा वहीं शफीक ने जांघ पर और दो अन्य कैदियों ने सिर पर लोहे की राड मारी। हमला होने केj बाद आए गार्ड ने उसे लाकअप में ले गया।
कैदी की हालत गंभीर-
जिला जेल में चाकू चलने के बाद हड़कंप मच गया। जेल प्रहरी जितेन्द्र उइके ने बताया कि उन्होंने तुरंत घायल कैदी को लाकअप में ले गया और एंबूलेंस बुलवाई। इस बीच सूचना मिलते ही जेल डॉक्टर डॉ राहुल श्रीवास्त जेल पहुंचे। पीडि़त गुनी को अत्यधिक चोट से उसे जिला अस्पताल लाया। डॉ राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि गुनी के पेट में चार, सिर में तीन और जांच में दो टांके लगाए गए है। यदि गुनी को तुरंत उपचार नहीं मिलता तो गंभीर स्थिति बन सकती थी।
बैतूल। अति सुरक्षित माने जाने वाले जिला जेल में इन दिनो हथियारो की लागातर सप्लाई हो रही है। जेल में बंद कैदी न सिर्फ हथियार अपने पास रख रहे है बल्कि जेल में अपनी बादशाहत कायम करने हथियारो का खुलेआम उपयोग भी कर रहे है। जिसकी पुष्टि मंगलवार को जेल में हुए खूनी संघर्ष से होती है जिसमें चाकू और राड से लैस चार कैदियो ने मिलकर हत्या के एक विचाराधीन कैदी को चाकुओं से गोद दिया। पीडि़त कैदी के पेट, जांघ और सिर में घाव लगे है। घायल कैदी को जिला अस्पताल में भर्ती किया है जहां उसे तीनो जगह 9 टांके आए है। कोतवाली पुलिस ने आरोपी कैदी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
हत्या का आरोपी है पीडि़त-
शहर के दुर्गा वार्ड में पिछले दिनो हुई हत्या के आरोप में बंद धारा 302 के विचाराधीन कैदी गुणी पिता कृष्णकुमार विगत लगभग एक वर्ष से जेल में बंद है। गुनी को जिला जेल की बैरक नं. तीन में रखा गया है। गुनी को मंगलवार दोपहर बाद जेल में अन्य कैदी अज्जू, शफीक सहित दो अन्य कैदियों ने मिलकर चाकुओ से गोद दिया।
लाकअप खुलने के बाद किया हमला-
पीडि़त कैदी गुनी ने बताया कि मंगलवार 4 बजे बैरक खुलने के बाद जैसे ही वह बाहर निकलकर घुम रहा था उसी दौरान कैदी अज्जू रावण, शफीक सहित दो अन्य कैदी आए जिसमें अज्जू और शफीक के हाथ में लगभग 12-12 इंच के चाइना चाकू थे वहीं दो अन्य लोगो के पास लोहे की राड थी। मेरे पास आते ही अज्जू ने पेट में चाकू मारा वहीं शफीक ने जांघ पर और दो अन्य कैदियों ने सिर पर लोहे की राड मारी। हमला होने केj बाद आए गार्ड ने उसे लाकअप में ले गया।
कैदी की हालत गंभीर-
जिला जेल में चाकू चलने के बाद हड़कंप मच गया। जेल प्रहरी जितेन्द्र उइके ने बताया कि उन्होंने तुरंत घायल कैदी को लाकअप में ले गया और एंबूलेंस बुलवाई। इस बीच सूचना मिलते ही जेल डॉक्टर डॉ राहुल श्रीवास्त जेल पहुंचे। पीडि़त गुनी को अत्यधिक चोट से उसे जिला अस्पताल लाया। डॉ राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि गुनी के पेट में चार, सिर में तीन और जांच में दो टांके लगाए गए है। यदि गुनी को तुरंत उपचार नहीं मिलता तो गंभीर स्थिति बन सकती थी।