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राजगढ़। भले ही जिले की पुलिस यह कहे की अब सट्टा नही चलता लेकिन राजगढ़ जिले के ब्यावरा एवं पचोर शहर में सट्टा खाइवालों की भरमार है। आलम यह है कई खाइवाल तो बकायदा पुलिस को हफ्ता देने की बात करते देखे जा सकते है। ब्यावरा में हमने अपने सूत्रों से एवं कुछ ग्रामीण सटोरिए युवकों के माध्यम से जानकारी एकत्र कर उनके बताए अनुसार ग्रामीण परिवेश में जाकर देखा तो ज्ञात हुआ मातामण्ड एरिया में कोई समीर , खटीक मोहल्ला में राजा , साहू धर्मशाला एवं पिंजारा गली के समीप पटेल, पुराना बस स्टेण्ड पर कोई अवस्थी सट्टे की पर्चियां काटकर खाईवाली कर रहे हैं । पीपल चोराहे पर सट्टा कॉम्लेक्स के नाम से कॉम्पलेक्स ही प्रसिद्द है जहाँ एक नाना के नाम से विख्यात एवं एक पत्रकार भी खाईवाली करते देखे जा सकते हैं । जूना ब्यावरा में राजू गुप्ता का नाम चलता है वहीँ सुठालिया रोड पर दिलीप एवं रोशन नामक व्यक्ति खाईवाली करते देखे जा सकते हैं ।
वहीँ पचोर में जेडी मार्केट के नजदीक जाकिर नामक व्यक्ति, पुरानी पचोर में एक चाचा सहित गांधी चोक एवं बस स्टेण्ड एवं टेंशन चोराहे पर सट्टे के ठिऐ चल रहे हैं ।
पुलिस की मिलीभगत के सब संभव
जिले की पुलिस को सिर्फ कमाई का जरिया चाहिए । राजगढ़ जिले में जहाँ कुछ पुलिस कर्मियों एवं बीट प्रभारियों की वजह से सटोरिए सक्रीय हो गए है वहीँ पचोर में कड़िया गुलखेड़ी में अवैध पैकारियां चल रही है जहाँ शाम होते ही पचोर के पियक्कड़ जाकर सस्ते दामों पर विलायती शराब का लुत्फ़ ले रहे हैं । उल्लेखनीय है की कड़िया एवं गुलखेड़ी में कोई शासकीय ठेका नहीं है ।उसके बावजूद यहाँ किराना दुकानों सहित सिर्फ शराब एवं कोल्डड्रिंक्स की दुकानों पर शहरी क्षेत्र एवं शासकीय ठेकों से कम दाम पर विभिन्न ब्रांड की शराब उपलब्ध है ।
राजगढ़। भले ही जिले की पुलिस यह कहे की अब सट्टा नही चलता लेकिन राजगढ़ जिले के ब्यावरा एवं पचोर शहर में सट्टा खाइवालों की भरमार है। आलम यह है कई खाइवाल तो बकायदा पुलिस को हफ्ता देने की बात करते देखे जा सकते है। ब्यावरा में हमने अपने सूत्रों से एवं कुछ ग्रामीण सटोरिए युवकों के माध्यम से जानकारी एकत्र कर उनके बताए अनुसार ग्रामीण परिवेश में जाकर देखा तो ज्ञात हुआ मातामण्ड एरिया में कोई समीर , खटीक मोहल्ला में राजा , साहू धर्मशाला एवं पिंजारा गली के समीप पटेल, पुराना बस स्टेण्ड पर कोई अवस्थी सट्टे की पर्चियां काटकर खाईवाली कर रहे हैं । पीपल चोराहे पर सट्टा कॉम्लेक्स के नाम से कॉम्पलेक्स ही प्रसिद्द है जहाँ एक नाना के नाम से विख्यात एवं एक पत्रकार भी खाईवाली करते देखे जा सकते हैं । जूना ब्यावरा में राजू गुप्ता का नाम चलता है वहीँ सुठालिया रोड पर दिलीप एवं रोशन नामक व्यक्ति खाईवाली करते देखे जा सकते हैं ।
वहीँ पचोर में जेडी मार्केट के नजदीक जाकिर नामक व्यक्ति, पुरानी पचोर में एक चाचा सहित गांधी चोक एवं बस स्टेण्ड एवं टेंशन चोराहे पर सट्टे के ठिऐ चल रहे हैं ।
पुलिस की मिलीभगत के सब संभव
जिले की पुलिस को सिर्फ कमाई का जरिया चाहिए । राजगढ़ जिले में जहाँ कुछ पुलिस कर्मियों एवं बीट प्रभारियों की वजह से सटोरिए सक्रीय हो गए है वहीँ पचोर में कड़िया गुलखेड़ी में अवैध पैकारियां चल रही है जहाँ शाम होते ही पचोर के पियक्कड़ जाकर सस्ते दामों पर विलायती शराब का लुत्फ़ ले रहे हैं । उल्लेखनीय है की कड़िया एवं गुलखेड़ी में कोई शासकीय ठेका नहीं है ।उसके बावजूद यहाँ किराना दुकानों सहित सिर्फ शराब एवं कोल्डड्रिंक्स की दुकानों पर शहरी क्षेत्र एवं शासकीय ठेकों से कम दाम पर विभिन्न ब्रांड की शराब उपलब्ध है ।