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देवास / राधे पैरामेडिकल कॉलेज में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण में अनियमितता की अनेक शिकायतें हैं। शिकायत पाए जाने पर कलेक्टर द्वारा राधे पैरामेडिकल देवास की वर्ष 2013-14 की छात्रवृत्ति की जांच हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवास अध्यक्षता में निरीक्षण दल का गठन किया गया था। दल में सदस्यों में मुख्य स्वास्थ्य एवं जिला चिकित्सा अधिकारी देवास, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण तथा जिला संयोजक आदिम जाति, अनुसूचित जाति कल्याण देवास को बनाया गया है।
आदिम जाति कल्याण विभाग देवास द्वारा राधे पैरामेडिकल कॉलेज देवास का निरीक्षण किया गया था। निरीक्ष्ज्ञण के दौरान अनेक तरह की अनियमितताएं पाई गई थ्ज्ञी। उक्त निरीक्षण के दौरान जांच में पाया गया कि संस्था द्वारा समिति का पंजीयन, अनुमति/संबंद्धता, प्रवेशित छात्रों की वर्गवार जानकारी, शुल्क वितरण, छात्रवृत्ति खाता/ बैंक स्टेटमेंट, भवन संबंधी जानकारी नियुक्त स्टॉफ की सूची सहित संबंधित पत्रों की मूल प्रतियां प्रस्तुत नहीं की गई तथा छाया प्रतियां लिखित जानकारी देने से इनकार किया गया।
जांच में पाया गया कि संस्था प्रमुख द्वारा संस्था का समय सुबह 10 से 5 बजे तक का बताया गया। निरीक्षण दिनांक को अनूसूचित जाति वर्ग का एक छात्र तथा एक छात्रा की ही उपस्थिति मिली। जबकि संस्थान ने अनेक छात्र छात्राओं का प्रवेश बताया गया था। प्रमुख द्वारा बताया गया कि प्रवेशरत छात्र-छात्राओं का पंजीयन सह चिकित्सा परिषद में अभी नहीं कराया गया।
नहीं मिली ऑरिजनल टीसी
संस्था में प्रवेश हेतु ऑरिजनल टीसी का उपलब्ध होना जरूरी है। ताकि कोई फर्जी एडमिशन नहीं हो सके। जबकि संस्था में निरीक्ष्ज्ञण के दौरान अनेक छात्र-छात्राओं की ऑरिजनल टीसी नहीं मिली। संस्था अभिलेख में अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों के स्थानांतरण प्रमाण पत्र देखे गए। टीसी के अभिलेख की उपलब्धता के आधार पर मोहनलाल मांगीलाल बछानिया की टीसी की अभिलेख मूल प्रति नहीं पाई गई, डुप्लीकेट नहीं पाई गई, छायाप्रति नहीं पाई गई। महेंद्रसिंह रामसिंह की टीसी की अभिलेख में मूल प्रति नहीं पाई गई, डुप्लीकेट नहीं पाई गई, छायाप्रति पाई है। विद्यार्थी सुभाष बिसनलाल मालवीय की टीसी की अभिलेख की उपलब्धता में मूल प्रति नहीं, डुप्लीकेट पाई गई, छायाप्रति नहीं पाई गई। इस प्रकार संध्या दिलीप मालवीय की टीसी की अभिलेख में उपलब्धता नहीं पाई गई, डुप्लीकेट पाई गई है तथा छाया प्रति नहीं पाई गई है। उक्त छात्र-छात्राओं की टीसी की प्रमाणित छाया प्रतियों की एक-एक प्रति उपलब्ध कराने को कहा गया किंतु निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने तक की उपलब्ध नहीं कराई गई है तथा न ही कार्यालय को भेजी गई है। प्रशासन द्वारा पैरामेडिकल जैसे संवेदनशील शैक्षणिक संस्थान में पूरी गुणवत्ता के साथ ही संचालन के निर्देश दिए गए हैं।
देवास / राधे पैरामेडिकल कॉलेज में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण में अनियमितता की अनेक शिकायतें हैं। शिकायत पाए जाने पर कलेक्टर द्वारा राधे पैरामेडिकल देवास की वर्ष 2013-14 की छात्रवृत्ति की जांच हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवास अध्यक्षता में निरीक्षण दल का गठन किया गया था। दल में सदस्यों में मुख्य स्वास्थ्य एवं जिला चिकित्सा अधिकारी देवास, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण तथा जिला संयोजक आदिम जाति, अनुसूचित जाति कल्याण देवास को बनाया गया है।
आदिम जाति कल्याण विभाग देवास द्वारा राधे पैरामेडिकल कॉलेज देवास का निरीक्षण किया गया था। निरीक्ष्ज्ञण के दौरान अनेक तरह की अनियमितताएं पाई गई थ्ज्ञी। उक्त निरीक्षण के दौरान जांच में पाया गया कि संस्था द्वारा समिति का पंजीयन, अनुमति/संबंद्धता, प्रवेशित छात्रों की वर्गवार जानकारी, शुल्क वितरण, छात्रवृत्ति खाता/ बैंक स्टेटमेंट, भवन संबंधी जानकारी नियुक्त स्टॉफ की सूची सहित संबंधित पत्रों की मूल प्रतियां प्रस्तुत नहीं की गई तथा छाया प्रतियां लिखित जानकारी देने से इनकार किया गया।
जांच में पाया गया कि संस्था प्रमुख द्वारा संस्था का समय सुबह 10 से 5 बजे तक का बताया गया। निरीक्षण दिनांक को अनूसूचित जाति वर्ग का एक छात्र तथा एक छात्रा की ही उपस्थिति मिली। जबकि संस्थान ने अनेक छात्र छात्राओं का प्रवेश बताया गया था। प्रमुख द्वारा बताया गया कि प्रवेशरत छात्र-छात्राओं का पंजीयन सह चिकित्सा परिषद में अभी नहीं कराया गया।
नहीं मिली ऑरिजनल टीसी
संस्था में प्रवेश हेतु ऑरिजनल टीसी का उपलब्ध होना जरूरी है। ताकि कोई फर्जी एडमिशन नहीं हो सके। जबकि संस्था में निरीक्ष्ज्ञण के दौरान अनेक छात्र-छात्राओं की ऑरिजनल टीसी नहीं मिली। संस्था अभिलेख में अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों के स्थानांतरण प्रमाण पत्र देखे गए। टीसी के अभिलेख की उपलब्धता के आधार पर मोहनलाल मांगीलाल बछानिया की टीसी की अभिलेख मूल प्रति नहीं पाई गई, डुप्लीकेट नहीं पाई गई, छायाप्रति नहीं पाई गई। महेंद्रसिंह रामसिंह की टीसी की अभिलेख में मूल प्रति नहीं पाई गई, डुप्लीकेट नहीं पाई गई, छायाप्रति पाई है। विद्यार्थी सुभाष बिसनलाल मालवीय की टीसी की अभिलेख की उपलब्धता में मूल प्रति नहीं, डुप्लीकेट पाई गई, छायाप्रति नहीं पाई गई। इस प्रकार संध्या दिलीप मालवीय की टीसी की अभिलेख में उपलब्धता नहीं पाई गई, डुप्लीकेट पाई गई है तथा छाया प्रति नहीं पाई गई है। उक्त छात्र-छात्राओं की टीसी की प्रमाणित छाया प्रतियों की एक-एक प्रति उपलब्ध कराने को कहा गया किंतु निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने तक की उपलब्ध नहीं कराई गई है तथा न ही कार्यालय को भेजी गई है। प्रशासन द्वारा पैरामेडिकल जैसे संवेदनशील शैक्षणिक संस्थान में पूरी गुणवत्ता के साथ ही संचालन के निर्देश दिए गए हैं।