Toc news
रायसेन_भोपाल से 30 किमी दूर स्थित औबेदुल्लागंज में गुरुवार दोपहर को नगर परिषद के सीएमओ की पत्नी और बेटी की अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अफसर घटनास्थल पर पहुंच गए थे। दोपहर लगभग तीन बजे घटना की जानकारी मिलने के बाद नगर में सनसनी फैल गई। तमाम जांच पड़ताल के बाद पुलिस देर शाम तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी। आईजी ने अज्ञात हत्यारों का सुराग देने वाले को 25 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है।
ये है पूरा मामलानगर परिषद औबेदुल्लागंज में सीएमओ के पद पर पदस्थ भूपेंद्र सिंह सुबह नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों के साथ नगर के भ्रमण पर निकले थे। घर में उनकी पत्नी मृदुला सिंह (45), दो बेटियां प्रतिक्षा और प्रतिभा के अलावा भाई नरेंद्र सिंह थे। CMO के जाने के बाद एक बेटा और बेटी घर से निकल गए थे। बेटी ट्यूशन के लिए और बेटा अपने कारोबार के सिलसिले में गया था। दोपहर लगभग तीन बजे जब छोटी बेटी प्रतिभा वापस लौटी तो घर के बाहर ताला लगा हुआ था। उसने पिता भूपेंद्र सिंह को फोन करके बुलाया।
ताला खोलने पर जब वे अंदर पहुंचे तो हालात देखकर दंग रह गए। घर में उनकी 22 वर्षीय बेटी प्रतिक्षा की खून से सनी लाश पड़ी थी, जबकिपत्नी मृदुला गंभीर रूप से घायल थी, उनकी सांस चल रही थी। भूपेंद्र सिंह ने तत्काल पुलिस और अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी। पत्नी मृदुला को तुरंत भोपाल के लिए रवाना किया गया, कुछ दूर जाने के बाद रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी मिलते ही IG सतीश सक्सेना, कलेक्टर जेके जैन, SP दीपक वर्मा सहित अन्य अधिकारी औबेदुल्लागंज पहुंच गए थे। देर शाम आईजी सक्सेना ने हत्यारों का सुराग देने वाले को 25 हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है। FSL सहित अन्य पुलिस दल घटना स्थल की जांच और साक्ष्य एकत्र करने में लगे रहे।
बाहर से लगा गए तालाअज्ञात हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद भूपेंद्र सिंह के घर के बाहर वाले दरवाजे पर ताला डालकर गए, ताकि किसी को तुरंत घटना की जानकारी नहीं मिल सके। भूपेंद्र सिंह का मकान नगर के वार्ड 14 में मुख्य मार्ग से लगभग 50 फीट अंदर है, जिससे हमलावरों को वारदात को अंजाम देने में आसानी रही।
रायसेन_भोपाल से 30 किमी दूर स्थित औबेदुल्लागंज में गुरुवार दोपहर को नगर परिषद के सीएमओ की पत्नी और बेटी की अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अफसर घटनास्थल पर पहुंच गए थे। दोपहर लगभग तीन बजे घटना की जानकारी मिलने के बाद नगर में सनसनी फैल गई। तमाम जांच पड़ताल के बाद पुलिस देर शाम तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी। आईजी ने अज्ञात हत्यारों का सुराग देने वाले को 25 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है।
ये है पूरा मामलानगर परिषद औबेदुल्लागंज में सीएमओ के पद पर पदस्थ भूपेंद्र सिंह सुबह नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों के साथ नगर के भ्रमण पर निकले थे। घर में उनकी पत्नी मृदुला सिंह (45), दो बेटियां प्रतिक्षा और प्रतिभा के अलावा भाई नरेंद्र सिंह थे। CMO के जाने के बाद एक बेटा और बेटी घर से निकल गए थे। बेटी ट्यूशन के लिए और बेटा अपने कारोबार के सिलसिले में गया था। दोपहर लगभग तीन बजे जब छोटी बेटी प्रतिभा वापस लौटी तो घर के बाहर ताला लगा हुआ था। उसने पिता भूपेंद्र सिंह को फोन करके बुलाया।
ताला खोलने पर जब वे अंदर पहुंचे तो हालात देखकर दंग रह गए। घर में उनकी 22 वर्षीय बेटी प्रतिक्षा की खून से सनी लाश पड़ी थी, जबकिपत्नी मृदुला गंभीर रूप से घायल थी, उनकी सांस चल रही थी। भूपेंद्र सिंह ने तत्काल पुलिस और अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी। पत्नी मृदुला को तुरंत भोपाल के लिए रवाना किया गया, कुछ दूर जाने के बाद रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी मिलते ही IG सतीश सक्सेना, कलेक्टर जेके जैन, SP दीपक वर्मा सहित अन्य अधिकारी औबेदुल्लागंज पहुंच गए थे। देर शाम आईजी सक्सेना ने हत्यारों का सुराग देने वाले को 25 हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है। FSL सहित अन्य पुलिस दल घटना स्थल की जांच और साक्ष्य एकत्र करने में लगे रहे।
बाहर से लगा गए तालाअज्ञात हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद भूपेंद्र सिंह के घर के बाहर वाले दरवाजे पर ताला डालकर गए, ताकि किसी को तुरंत घटना की जानकारी नहीं मिल सके। भूपेंद्र सिंह का मकान नगर के वार्ड 14 में मुख्य मार्ग से लगभग 50 फीट अंदर है, जिससे हमलावरों को वारदात को अंजाम देने में आसानी रही।