दोपहर 2.06 बजे दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार ने ट्विटर पर अपना आखिरी ट्वीट किया। उन्होंने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ओलंपिक विजेताओं पीवी सिंधू और साक्षी मलिक के सम्मान समारोह के ट्वीट को रीट्वीट किया था। करीब आठ घंटे बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट किया और संदीप को अपने सात सदस्यी मंत्रिमण्डल से बाहर कर दिया।
जब दिल्ली में फरवरी 2015 में पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो सुल्तानपुर माजरा से विधायक 35 वर्षीय संदीप केजरीवाल मंत्रिमण्डल के सबसे युवा सदस्य थे। उन्होंने 64,439 वोटों से चुनाव जीता था। मंत्रिमण्डल में दलित चेहरे के तौर पर संदीप को महिला और बाल विकास मंत्रालय, सामाजिक कल्याण और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई।
8 मार्च 2015 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर (उस समय 34 साल के) संदीप कुमार तब चर्चा में आए जब उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपनी पत्नी ऋतु वर्मा के “त्याग” का जिक्र किया। दिल्ली सेक्रेटेरियट में भरे हुए सभागार में संदीप ने कहा था, “मैं रोज़ सुबह इनके पैर छूता हूं।” संदीप ने श्रोताओं को इसका कारण भी बताया। उन्होंने कहा, “मैं अपने माता-पिता का पैर छूता हूं क्योंकि वो मुझे इस दुनिया में लाए, मुझे पाला-पोसा और मुझे अच्छी शिक्षा दी। लेकिन उनके बाद मेरी पत्नी मेरे हर अच्छे-बुरे में मेरे साथ रही, मैं उसका भी उतना ही सम्मान करता हूं।” अब संदीप की “आपत्तिजनक” सीडी सामने आने के बाद उनके दावों को गहरा धक्का लगा है।
दिल्ली सरकार में मंत्री रहने के दौरान संदीप दो बार पहले भी आलोचना में घिर चुके हैं। एक स्कूल के क्लासरूम में लगाए जाने वाले शिलापट पर अपनी पत्नी का नाम लिखवाने की जिद करने के कारण इस साल मार्च में केजरीवाल और सिसोदिया ने उन्हें तलब किया था। उस समय मंत्री ने उनकी मांग न मानने के कारण कथित तौर पर स्कूल की प्रिंसिपल को अपमानित किया था। जब मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास इसकी शिकायत पहुंचती तो उन्होंने प्रिंसिपल से माफी मांगी।
इसी साल जुलाई में एक बार फिर संदीप ने दिल्ली में “भीख मांगने के खिलाफ मुहिम” शुरू करने की योजना बनाई लेकिन सीएम केजरीवाल से उन्हें समर्थन नहीं मिला। केजरीवाल ने इस मुहिम को बंद करने के कहते हुए ट्वीट किया, “मानव कल्याण मंत्रालय द्वारा सोचा गया सबस बेकार और अमानवीय क्रार्यक्रम। मैं उन्हें तत्काल इसे रोकने का आदेश देता हूं।” हरियाणा के सारगथल में जन्मे संदीप आठ भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। उनके पिता भारतीय सेना में सूबेदार थे। संदीप पेशे से वकील हैं। वो हाल ही में पिता बने हैं। उनकी पत्नी ने इसी साल जून में अमेरिका में उनके बेटे को जन्म दिया।