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नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सोमवार (31 जुलाई, 2017) को अपने ग्राहकों को बचत खाते में ब्याज को लेकर नया मसौदा पेश किया है। जिसमें बैंक के बचत खाताधारकों को दिए जाने वाले ब्याज में आधा फीसदी की कटौती की है।
गौरतलब है कि बैंक के इस कदम से छोटी बचत वाले खाताधारकों झटका लगा है। नई बयाज दरों के लेकर बैंक की तरफ से आधिकारिक बयान में कहा गया कि खाते में एक करोड़ से कम की राशि रखने वाले ग्राहकों को प्रतिवर्ष 3.5 फीसदी ब्याज दिया जाएगा। जबकि एक करोड़ से ज्यादा राशि रखने वाले ग्राहकों को पुरानी बयाज दर के तहत चार फीसदी वार्षिक ब्याज मिलता रहेगा। बता दें कि एसबीआई के 90 फीसदी ग्राहकों के बचत खातों में एक करोड़ रुपए से कम की राशि है। सोमवार को एसबीआई ने इसकी जानकारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दी है।
मामले में बैंक ने कहा कि बचत खातों में इस तरह के बदलाव की वजह से बैंकों को एमसीएलआर मेंटेन रखने में सहूलियत होगी। जानकारी के लिए बता दें कि ऐसे मामले में सबसे पहले रेट कट करने घोषणा आमतौर पर एसबीआई ही करता है। जिसके बाद दूसरे बैंक भी अक्सर ऐसा ही करते हैं। दूसरी तरफ एक्सपर्ट्स का अनुसान है कि 31 जुलाई (2017) को रेट कट के ऐलान के बाद ऐसा ही होने वाला है।
गौरतलब है कि ब्याज दर कटौती में घोषणा के बाद एसबीआई के शेयर करीब पांच फीसदी उछाल के साथ 312 रुपए पर आ गए हैं। दूसरे तरफ बैंक ने ब्याज दर कम करने के पीछे महंगाई दर में गिरावट और उच्च स्तर की वास्तिक ब्याज दरों का होना बताया है। इससे पहले भी नोटबंदी के बाद बचत और चालू खातों में ज्यादा रकम जमा होने के बाद एक जनवरी 2017 से एमसीएलआर में भी 90 बेसिस पॉइंट्स की कटौती कर दी थी।